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शुक्रवार, 25 सितंबर 2015

महत्वपूर्ण


   परमेश्वर के वचन बाइबल में लूका रचित सुसमाचार के तीसरे अध्याय में तत्कालीन समाज के सात प्रमुख तथा सामर्थी हस्तियों का उल्लेख है; रोमी शासक तिबिरियुस कैसर जो विशाल रोमी साम्राज्य में प्रजा के जीवन-मरण के पैसले लेने का अधिकार रखता था; पुन्तियुस पिलातुस, जो यहूदिया पर रोमी शासन का प्रतिनिधी था; हेरोद, फिलिप्पुस और लिसानियास अपने अपने क्षेत्रों में प्रजा पर नियंत्रण बना कर रखते थे; तथा हन्ना एवं कैफा जो महापुरोहित थे और अपनी धार्मिक पदवी की ताकत को गंभीरता से लेते हुए उसका पूरा प्रयोग करते थे।

   जबकि सत्ता की सामर्थ के ये सातों दलाल अपनी सामर्थ लोगों पर दिखाते रहते थे, लेकिन उन दिनों में "परमेश्वर का वचन जंगल में जकरयाह के पुत्र यूहन्ना के पास पहुंचा" (लूका 3:2)। भला इन सात ताकतवार और प्रभावशाली हाकिमों के सामने जंगल में रहने वाले इस अनजाने आदमी की क्या बिसात हो सकती थी? यूहन्ना नाम का यह अनजाना व्यक्ति "...पापों की क्षमा के लिये मन फिराव के बपतिस्मा का प्रचार करने..." (लूका 3:3) के द्वारा भला क्या हासिल कर सकता था? लेकिन फिर भी लोगों की बड़ी भीड़ यूहन्ना ही के पास चली आ रही थी, और लोग यह भी अटकलें लगा रहे थे कि कहीं यह यूहन्ना ही तो वह मसीहा नहीं जिसकी लंबे समय से प्रतीक्षा की जा रही थी (लूका 3:7,15)। लेकिन यूहन्ना ने लोगों को बताया, "...वह आनेवाला है, जो मुझ से शक्तिमान है; मैं तो इस योग्य भी नहीं, कि उसके जूतों का बन्ध खोल सकूं, वह तुम्हें पवित्र आत्मा और आग से बपतिस्मा देगा" (लूका 3:16)।

   यूहन्ना बप्तिसमा देने वाले का जीवन हमें दिखाता है कि परमेश्वर की दृष्टि में महत्वपूर्ण होने का क्या तात्पर्य है - वह जो परमेश्वर का आज्ञाकारी है, परमेश्वर के लिए उपयोगी है और अपनी ओर नहीं वरन प्रभु यीशु की ओर लोगों को इंगित करता है, आकर्षित करता है। - डेविड मैक्कैसलैंड


परमेश्वर को हमारा समर्पण हमारे जीवनों को परमेश्वर के लिए उपयोगी तथा महत्वपूर्ण बनाता है।

हे भाइयो, अपने बुलाए जाने को तो सोचो, कि न शरीर के अनुसार बहुत ज्ञानवान, और न बहुत सामर्थी, और न बहुत कुलीन बुलाए गए। परन्तु परमेश्वर ने जगत के मूर्खों को चुन लिया है, कि ज्ञान वालों को लज्ज़ित करे; और परमेश्वर ने जगत के निर्बलों को चुन लिया है, कि बलवानों को लज्ज़ित करे। - 1 कुरिन्थियों 1:26-27 

बाइबल पाठ: लूका 3:1-18
Luke 3:1 तिबिरियुस कैसर के राज्य के पंद्रहवें वर्ष में जब पुन्‍तियुस पीलातुस यहूदिया का हाकिम था, और गलील में हेरोदेस नाम चौथाई का इतूरैया, और त्रखोनीतिस में, उसका भाई फिलेप्पुस, और अबिलेने में लिसानियास चौथाई के राजा थे। 
Luke 3:2 और जब हन्ना और कैफा महायाजक थे, उस समय परमेश्वर का वचन जंगल में जकरयाह के पुत्र यूहन्ना के पास पहुंचा। 
Luke 3:3 और वह यरदन के आस पास के सारे देश में आकर, पापों की क्षमा के लिये मन फिराव के बपतिस्मा का प्रचार करने लगा। 
Luke 3:4 जैसे यशायाह भविष्यद्वक्ता के कहे हुए वचनों की पुस्‍तक में लिखा है, कि जंगल में एक पुकारने वाले का शब्द हो रहा है कि प्रभु का मार्ग तैयार करो, उस की सड़कें सीधी बनाओ। 
Luke 3:5 हर एक घाटी भर दी जाएगी, और हर एक पहाड़ और टीला नीचा किया जाएगा; और जो टेढ़ा है सीधा, और जो ऊंचा नीचा है वह चौरस मार्ग बनेगा। 
Luke 3:6 और हर प्राणी परमेश्वर के उद्धार को देखेगा।
Luke 3:7 जो भीड़ की भीड़ उस से बपतिस्मा लेने को निकल कर आती थी, उन से वह कहता था; हे सांप के बच्चों, तुम्हें किस ने जता दिया, कि आने वाले क्रोध से भागो। 
Luke 3:8 सो मन फिराव के योग्य फल लाओ: और अपने अपने मन में यह न सोचो, कि हमारा पिता इब्राहीम है; क्योंकि मैं तुम से कहता हूं, कि परमेश्वर इन पत्थरों से इब्राहीम के लिये सन्तान उत्पन्न कर सकता है। 
Luke 3:9 और अब भी कुल्हाड़ा पेड़ों की जड़ पर धरा है, इसलिये जो जो पेड़ अच्छा फल नहीं लाता, वह काटा और आग में झोंका जाता है। 
Luke 3:10 और लोगों ने उस से पूछा, तो हम क्या करें? 
Luke 3:11 उसने उन्हें उतर दिया, कि जिस के पास दो कुरते हों वह उसके साथ जिस के पास नहीं हैं बांट दे और जिस के पास भोजन हो, वह भी ऐसा ही करे। 
Luke 3:12 और महसूल लेने वाले भी बपतिस्मा लेने आए, और उस से पूछा, कि हे गुरू, हम क्या करें? 
Luke 3:13 उसने उन से कहा, जो तुम्हारे लिये ठहराया गया है, उस से अधिक न लेना। 
Luke 3:14 और सिपाहियों ने भी उस से यह पूछा, हम क्या करें? उसने उन से कहा, किसी पर उपद्रव न करना, और न झूठा दोष लगाना, और अपनी मजदूरी पर सन्‍तोष करना।
Luke 3:15 जब लोग आस लगाए हुए थे, और सब अपने अपने मन में यूहन्ना के विषय में विचार कर रहे थे, कि क्या यही मसीह तो नहीं है। 
Luke 3:16 तो यूहन्ना ने उन सब से उत्तर में कहा: कि मैं तो तुम्हें पानी से बपतिस्मा देता हूं, परन्तु वह आनेवाला है, जो मुझ से शक्तिमान है; मैं तो इस योग्य भी नहीं, कि उसके जूतों का बन्ध खोल सकूं, वह तुम्हें पवित्र आत्मा और आग से बपतिस्मा देगा। 
Luke 3:17 उसका सूप, उसके हाथ में है; और वह अपना खलिहान अच्छी तरह से साफ करेगा; और गेहूं को अपने खत्ते में इकट्ठा करेगा, परन्तु भूसी को उस आग में जो बुझने की नहीं जला देगा।
Luke 3:18 सो वह बहुत सी शिक्षा दे देकर लोगों को सुसमाचार सुनाता रहा।

एक साल में बाइबल: 
  • श्रेष्ठगीत 6-8
  • गलतियों 4


गुरुवार, 24 सितंबर 2015

मित्र


 कुछ समय पहले मैं और मेरी पत्नि हमारे एक मित्र के फार्म पर गए हुए थे; वहाँ से हमने बाज़ार के दाम से बहुत सस्ते में ढेर सारी भोजन-वस्तु खरीदीं और घर लाकर उन्हें अपने फ्रीज़र में रख दिया, इस आश्य से कि वे जमी रहकर खराब नहीं होंगी और उन से हमारी कई महीनों की उनकी आवश्यकता की पूर्ति हो जाएगी। फिर एक भयंकर तूफान ने हमारे इलाके की बिजली को काट दिया। बिजली कटने के पहले चौबीस घंटे तो हम निश्चिन्त थे कि फ्रिज में पड़ी वे जमी हुई भोजन वस्तुएं खराब नहीं होंगी, लेकिन जब दूसरे दिन भी बिजली कटी रही और बिजली के आने के बारे में कुछ भी निश्चित नहीं पता चल सका तो हमें चिंता हुई कि वे सारी वस्तुएं खराब हो जाएंगी, और हमारी बचत एक बड़ा नुकसान बन जाएगी।

   ऐसे में हमने परमेश्वर के वचन बाइबल को अध्ययन करने वाले अपने समूह के एक सदस्य, टेड से संपर्क किया और पूछा कि इस समस्या का कैसे समाधान किया जा सकता है। टेड ने हमारी परेशानी सुनकर, अपने पूर्व-निर्धारित कार्यक्रम को रद्द किया और हमारे घर फ्रिज चलाने के लिए एक जैनेरेटर लेकर आ गया। मसीह यीशु के प्रेम में होकर उसके द्वारा करी गई हमारी इस सहायाता से हम टेड के बहुत आभारी और धन्यवादी हुए। एक पुरानी कहावत है कि सच्चा मित्र वही होता है जो समय पड़ने पर काम आए; टेड की सहायता ने हमारे लिए इस कहावत को चरितार्थ करके दिखा दिया।

   बाइबल में प्रेरित यूहन्ना ने लिखा, "हे बालकों, हम वचन और जीभ ही से नहीं, पर काम और सत्य के द्वारा भी प्रेम करें" (1 यूहन्ना 3:18)। इस बात को पूरा करने के लिए हमें अपने आप को परेशानी में भी डालना पड़ सकता है जिससे हम दूसरों की वैसी सहायता कर सकें जैसी हम अपने लिए विपरीत परिस्थितियों में दूसरों से चाहते हैं। जैसा प्रभु यीशु ने हमारे लिए किया और आज भी कर रहा है, हम भी उसी प्रेम भावना के अन्तर्गत दूसरों के सच्चे मित्र बनकर दिखाएं, उनके लिए अपने आप को खर्च करने वाले बनें।


यदि हम मसीह यीशु से प्रेम करते हैं तो औरों से भी प्रेम करेंगे।

इस से बड़ा प्रेम किसी का नहीं, कि कोई अपने मित्रों के लिये अपना प्राण दे। जो कुछ मैं तुम्हें आज्ञा देता हूं, यदि उसे करो, तो तुम मेरे मित्र हो। अब से मैं तुम्हें दास न कहूंगा, क्योंकि दास नहीं जानता, कि उसका स्‍वामी क्या करता है: परन्तु मैं ने तुम्हें मित्र कहा है, क्योंकि मैं ने जो बातें अपने पिता से सुनीं, वे सब तुम्हें बता दीं। - यूहन्ना 15:13-15 

बाइबल पाठ: 1 यूहन्ना 3:11-18
1 John 3:11 क्योंकि जो समाचार तुम ने आरम्भ से सुना, वह यह है, कि हम एक दूसरे से प्रेम रखें। 
1 John 3:12 और कैन के समान न बनें, जो उस दुष्‍ट से था, और जिसने अपने भाई को घात किया: और उसे किस कारण घात किया? इस कारण कि उसके काम बुरे थे, और उसके भाई के काम धर्म के थे।
1 John 3:13 हे भाइयों, यदि संसार तुम से बैर करता है तो अचम्भा न करना। 
1 John 3:14 हम जानते हैं, कि हम मृत्यु से पार हो कर जीवन में पहुंचे हैं; क्योंकि हम भाइयों से प्रेम रखते हैं: जो प्रेम नहीं रखता, वह मृत्यु की दशा में रहता है। 
1 John 3:15 जो कोई अपने भाई से बैर रखता है, वह हत्यारा है; और तुम जानते हो, कि किसी हत्यारे में अनन्त जीवन नहीं रहता। 
1 John 3:16 हम ने प्रेम इसी से जाना, कि उसने हमारे लिये अपने प्राण दे दिए; और हमें भी भाइयों के लिये प्राण देना चाहिए। 
1 John 3:17 पर जिस किसी के पास संसार की संपत्ति हो और वह अपने भाई को कंगाल देख कर उस पर तरस न खाना चाहे, तो उस में परमेश्वर का प्रेम क्योंकर बना रह सकता है? 
1 John 3:18 हे बालकों, हम वचन और जीभ ही से नहीं, पर काम और सत्य के द्वारा भी प्रेम करें।

एक साल में बाइबल: 
  • श्रेष्ठगीत 4-5
  • गलतियों 3


बुधवार, 23 सितंबर 2015

सामर्थी


   कुछ बच्चों को अपने पिता के विषय डींग मारने का बहुत शौक होता है। यदि आप अड़ौस-पड़ौस के बच्चों के आपसी वार्तालाप को छिप कर सुनें तो अकसर बच्चों को एक-दूसरे से कहते पाएंगे, "मेरे पिता तुम्हारे पिता से बड़े हैं"; या फिर, "मेरे पिता तुम्हारे पिता से अधिक चतुर हैं"! परन्तु सबसे बड़ी डींग जो बच्चे मारते हैं वह है, "मेरे पिता तुम्हारे पिता से अधिक बलवान हैं।" यह अन्तिम डींग सामान्यतः चेतावनी के संदर्भ में होती है जब किसी बच्चे को दूसरों द्वारा धमकाया जा रहा होता है; ऐसे में वह बच्चा इस डींग के द्वारा दूसरों को जता देना चाहता है कि धमकाने वाले सचेत हो जाएं नहीं तो वह अपने पिता को ले आएगा, और वे आकर ना सिर्फ सभी बच्चों पर वरन उन के पिताओं पर भी भारी पड़ेंगे।

   यह विश्वास रखना कि सारे मोहल्ले में मेरे पिता ही सबसे बलवान हैं, किसी भी खतरे के समय बच्चे में बड़ा आत्मविश्वास जगाता है। इसीलिए मुझे इस तथ्य से बहुत प्रेम है कि हमारा परमेश्वर पिता सर्वसामर्थी है; क्योंकि इसका सीधा सा तात्पर्य है कि कोई भी परमेश्वर के बल और सामर्थ की बराबरी नहीं कर सकता। इससे भी बढ़कर यह कि हम मसीही विश्वासियों को यह आश्वासन है कि, "जो परमप्रधान के छाए हुए स्थान में बैठा रहे, वह सर्वशक्तिमान की छाया में ठिकाना पाएगा" (भजन 91:1)। इसलिए भजनकार बड़े भरोसे के साथ कह सका "तू न रात के भय से डरेगा, और न उस तीर से जो दिन को उड़ता है" (भजन 91:5)।

   आज का दिन चाहे जो भी परिस्थिति लेकर आए, या फिर आप चाहे कैसी भी समस्या से होकर निकल रहे हों, कभी इस बात को ना भूलें कि मसीही विश्वासी होने के नाते आपका पिता परमेश्वर आपके जीवन की हर बात और समस्या से कहीं अधिक बढ़कर सामर्थी है। इसलिए भरोसा बनाए रखें; उसकी सर्वविद्यमान उपस्थिति इस बात का निश्चय है कि उसकी सामर्थ आपकी बुरी से बुरी परिस्थिति को भी भलाई में बदल देगी। - जो स्टोवैल


हमारा पिता परमेश्वर हमारी बड़ी से बड़ी समस्या से भी कहीं बढ़कर सामर्थी है।

और हम जानते हैं, कि जो लोग परमेश्वर से प्रेम रखते हैं, उन के लिये सब बातें मिलकर भलाई ही को उत्पन्न करती है; अर्थात उन्हीं के लिये जो उस की इच्छा के अनुसार बुलाए हुए हैं। - रोमियों 8:28

बाइबल पाठ: भजन 91:1-16
Psalms 91:1 जो परमप्रधान के छाए हुए स्थान में बैठा रहे, वह सर्वशक्तिमान की छाया में ठिकाना पाएगा। 
Psalms 91:2 मैं यहोवा के विषय कहूंगा, कि वह मेरा शरणस्थान और गढ़ है; वह मेरा परमेश्वर है, मैं उस पर भरोसा रखूंगा। 
Psalms 91:3 वह तो तुझे बहेलिये के जाल से, और महामारी से बचाएगा; 
Psalms 91:4 वह तुझे अपने पंखों की आड़ में ले लेगा, और तू उसके पैरों के नीचे शरण पाएगा; उसकी सच्चाई तेरे लिये ढाल और झिलम ठहरेगी। 
Psalms 91:5 तू न रात के भय से डरेगा, और न उस तीर से जो दिन को उड़ता है, 
Psalms 91:6 न उस मरी से जो अन्धेरे में फैलती है, और न उस महारोग से जो दिन दुपहरी में उजाड़ता है।
Psalms 91:7 तेरे निकट हजार, और तेरी दाहिनी ओर दस हजार गिरेंगे; परन्तु वह तेरे पास न आएगा। 
Psalms 91:8 परन्तु तू अपनी आंखों की दृष्टि करेगा और दुष्टों के अन्त को देखेगा।
Psalms 91:9 हे यहोवा, तू मेरा शरण स्थान ठहरा है। तू ने जो परमप्रधान को अपना धाम मान लिया है, 
Psalms 91:10 इसलिये कोई विपत्ति तुझ पर न पड़ेगी, न कोई दु:ख तेरे डेरे के निकट आएगा।
Psalms 91:11 क्योंकि वह अपने दूतों को तेरे निमित्त आज्ञा देगा, कि जहां कहीं तू जाए वे तेरी रक्षा करें। 
Psalms 91:12 वे तुझ को हाथों हाथ उठा लेंगे, ऐसा न हो कि तेरे पांवों में पत्थर से ठेस लगे। 
Psalms 91:13 तू सिंह और नाग को कुचलेगा, तू जवान सिंह और अजगर को लताड़ेगा। 
Psalms 91:14 उसने जो मुझ से स्नेह किया है, इसलिये मैं उसको छुड़ाऊंगा; मैं उसको ऊंचे स्थान पर रखूंगा, क्योंकि उसने मेरे नाम को जान लिया है। 
Psalms 91:15 जब वह मुझ को पुकारे, तब मैं उसकी सुनूंगा; संकट में मैं उसके संग रहूंगा, मैं उसको बचा कर उसकी महिमा बढ़ाऊंगा। 
Psalms 91:16 मैं उसको दीर्घायु से तृप्त करूंगा, और अपने किए हुए उद्धार का दर्शन दिखाऊंगा।

एक साल में बाइबल: 
  • श्रेष्ठगीत 1-3
  • गलतियों 2


मंगलवार, 22 सितंबर 2015

प्रभाव


   हाल ही में मैंने अपने कुछ मित्रों के साथ, परमेश्वर के वचन बाइबल के पुराने नियम खण्ड में से इस्त्राएल के राजाओं के बारे में अध्ययन करना आरंभ किया। हम ने उन राजाओं के बारे में दिए गए वर्णन के आधार पर उन्हें अच्छा, बुरा, अकसर बुरा, बहुत बुरा और अत्याधिक बुरा श्रेणियों में रखना आरंभ किया। हमने देखा कि कुछ ही राजा अच्छे थे, बाकी सभी बुरे होने की श्रेणियों में ही आते थे।

   उन राजाओं में राजा दाऊद अच्छा राजा था जिसके विषय में परमेश्वर ने कहा, "...दाऊद के समान न हुआ जो मेरी आज्ञाओं को मानता, और अपने पूर्ण मन से मेरे पीछे पीछे चलता, और केवल वही करता था जो मेरी दृष्टि में ठीक है" (1 राजा 14:8)। दाऊद ने अपने जीवन के द्वारा सब के सामने अनुकरणीय उदाहरण रखा (1 राजा 3:14; 11:38)। जो राजा बुरे होने की श्रेणियों में थे उन्होंने जान-बूझ कर परमेश्वर और उसकी आज्ञाओं का तिरिस्कार किया और अपनी प्रजा को अन्य देवी-देवताओं की तथा मूर्ति-पूजा में ले गए।

   इस्त्राएल के यहूदा तथा इस्त्राएल में विभाजन होने के बाद, इस्त्राएल के प्रथम राजा यारोबाम अत्याधिक बुरा राजा था, "उन पापों के कारण जो यारोबाम ने किए और इस्राएल से कराए थे, यहोवा इस्राएल को त्याग देगा" (1 राजा 14:16)। उसके बुरे उदाहरण तथा प्रभाव के कारण, उसके बाद आने वाले अनेक राजाओं को उसके समान तथा उसकी सी बुराई करने वाले कहा गया (1 राजा 16:2, 19, 26, 31; 22:52)।

   हम में से हर एक अपने प्रभाव का एक क्षेत्र रखता है, और यह प्रभाव भला भी हो सकता है और बुरा भी। प्रभु परमेश्वर की निःसंकोच आज्ञाकारिता एक ऐसी चमकीली रौशनी है जो भलाई का उदाहरण छोड़ती है। हम मसीही विश्वासियों को यह सौभाग्य मिला है कि हम अपने प्रभु के लिए ज्योति बनकर चमक सकें जिससे पाप के अन्धकार में घिरे लोग आकर्षित हों और सच्ची जीवन ज्योति प्रभु यीशु को स्वीकार कर सकें। - सिंडी हैस कैस्पर


छोटी सी ज्योति भी अन्धकार में दूर से चमकती दिखती है।

तुम जगत की ज्योति हो; जो नगर पहाड़ पर बसा हुआ है वह छिप नहीं सकता। और लोग दिया जलाकर पैमाने के नीचे नहीं परन्तु दीवट पर रखते हैं, तब उस से घर के सब लोगों को प्रकाश पहुंचता है। उसी प्रकार तुम्हारा उजियाला मनुष्यों के साम्हने चमके कि वे तुम्हारे भले कामों को देखकर तुम्हारे पिता की, जो स्वर्ग में हैं, बड़ाई करें। मत्ती 5:14-16

बाइबल पाठ: 1 राजा 14:7-16
1 Kings 14:7 तू जा कर यारोबाम से कह कि इस्राएल का परमेश्वर यहोवा तुझ से यों कहता है, कि मैं ने तो तुझ को प्रजा में से बढ़ाकर अपनी प्रजा इस्राएल पर प्रधान किया, 
1 Kings 14:8 और दाऊद के घराने से राज्य छीनकर तुझ को दिया, परन्तु तू मेरे दास दाऊद के समान न हुआ जो मेरी आज्ञाओं को मानता, और अपने पूर्ण मन से मेरे पीछे पीछे चलता, और केवल वही करता था जो मेरी दृष्टि में ठीक है। 
1 Kings 14:9 तू ने उन सभों से बढ़कर जो तुझ से पहिले थे बुराई, की है, और जा कर पराये देवता की उपासना की और मूरतें ढालकर बनाईं, जिस से मुझे क्रोधित कर दिया और मुझे तो पीठ के पीछे फेंक दिया है। 
1 Kings 14:10 इस कारण मैं यारोबाम के घराने पर विपत्ति डालूंगा, वरन मैं यारोबाम के कुल में से हर एक लड़के को ओर क्या बन्धुए, क्या स्वाधीन इस्राएल के मध्य हर एक रहने वाले को भी नष्ट कर डालूंगा: और जैसा कोई गोबर को तब तक उठाता रहता है जब तक वह सब उठा तहीं लिया जाता, वैसे ही मैं यारोबाम के घराने की सफाई कर दूंगा। 
1 Kings 14:11 यारोबाम के घराने का जो कोई नगर में मर जाए, उसको कुत्ते खाएंगे; और जो मैदान में मरे, उसको आकाश के पड़ी खा जाएंगे; क्योंकि यहोवा ने यह कहा है! 
1 Kings 14:12 इसलिये तू उठ और अपने घर जा, और नगर के भीतर तेरे पांव पड़ते ही वह बालक मर जाएगा। 
1 Kings 14:13 उसे तो समस्त इस्राएली छाती पीटकर मिट्टी देंगे; यारोबाम के सन्तानों में से केवल उसी को कबर मिलेगी, क्योंकि यारोबाम के घराने में से उसी में कुछ पाया जाता है जो यहोवा इस्राएल के प्रभु की दृष्टि में भला है। 
1 Kings 14:14 फिर यहोवा इस्राएल के लिये एक ऐसा राजा खड़ा करेगा जो उसी दिन यारोबाम के घराने को नाश कर डालेगा, परन्तु कब? 
1 Kings 14:15 यह अभी होगा। क्योंकि यहोवा इस्राएल को ऐसा मारेगा, जैसा जल की धारा से नरकट हिलाया जाता है, और वह उन को इस अच्छी भूमि में से जो उसने उनके पुरखाओं को दी थी उखाड़ कर महानद के पार तित्तर-बित्तर करेगा; क्योंकि उन्होंने अशेरा ताम मूरतें अपने लिये बनाकर यहोवा को क्रोध दिलाया है। 
1 Kings 14:16 और उन पापों के कारण जो यारोबाम ने किए और इस्राएल से कराए थे, यहोवा इस्राएल को त्याग देगा।

एक साल में बाइबल: 
  • सभोपदेशक 10-12
  • गलतियों 1


सोमवार, 21 सितंबर 2015

शान्ति


   एल्फ्रेड नोबल डाय्नमाईट नामक अति-शक्तिशाली विस्फोटक के अविषकारकर्ता थे, जिससे युद्ध की दिशा बदल गई, और इस अविषकार से उन्होंने बहुत धन कमाया। संभ्वतः डाय्नमाईट के प्रयोग द्वारा युद्ध में हो रहे विधवंस को देखते हुए उन्होंने अपनी वसीयत में प्रावधान किया कि संसार में शान्ति को बढ़ावा देने वाले व्यक्तियों को उनके धन में से सालाना पुरुस्कार दिया जाए। आज यह पुरुस्कार नोबेल शान्ति पुरुस्कार के नाम से जाना जाता है।

   परमेश्वर ने भी सृष्टि की शान्ति के लिए प्रावधान किया, अपने पुत्र प्रभु यीशु मसीह को संसार में भेजा। जब प्रभु यीशु का जन्म हुआ तो स्वर्गदूतों ने स्पष्ट और सन्देहरहित रीति से चरवाहों को प्रभु के आगमन के विषय में सन्देश दिया, "आकाश में परमेश्वर की महिमा और पृथ्वी पर उन मनुष्यों में जिनसे वह प्रसन्न है शान्‍ति हो" (लूका 2:14)।

   परमेश्वर के वचन बाइबल में शान्ति से तात्पर्य है, सर्वप्रथम परमेश्वर के साथ शान्ति (रोमियों 5:1)। पाप हमें परमेश्वर का बैरी बनाता है (रोमियों 5:10), लेकिन प्रभु यीशु का पृथ्वी पर आना और संसार के सभी लोगों के लिए अपने प्राणों का बलिदान देना, इस बैर के निवारण का मार्ग देता है। अब प्रभु यीशु में उपलब्ध पापों की क्षमा के द्वारा परमेश्वर से बैर के कारण का निवारण तथा परमेश्वर के साथ हमारा मेल-मिलाप हो जाता है। परमेश्वर के साथ हमारे संबंध ठीक हो जाने के बाद, फिर प्रभु यीशु हमारी सहायता करता है कि हम अपने और अन्य लोगों के बीच आई बाधाओं को भी हटा सकें और उनके साथ भी अपने संबंध ठीक कर सकें।

   बाइबल में शान्ति से एक और तात्पर्य है परमेश्वर की शान्ति (फिलिप्पियों 4:7)। अब प्रभु यीशु के अनुयायियों को किसी भी बात को लेकर चिन्तित रहने की कोई आवश्यकता नहीं है, क्योंकि प्रभु यीशु में होकर हमारी पहुँच परमेश्वर तक है और हम उसे अपनी हर बात, हर आवश्यकता निःसंकोच बता सकते हैं।

   अपने अनुयायियों के लिए शान्ति उपलब्ध करवाने के बाद आज प्रभु यीशु परमेश्वर पिता के समक्ष उनके लिए एक सहायक के रूप में निवेदन करता रहता है: "फिर कौन है जो दण्ड की आज्ञा देगा? मसीह वह है जो मर गया वरन मुर्दों में से जी भी उठा, और परमेश्वर की दाहिनी ओर है, और हमारे लिये निवेदन भी करता है" (रोमियों 8:34)। आज प्रभु यीशु मसीह में होकर हम सेंत-मेंत में ना केवल परमेश्वर के साथ शान्ति प्राप्त कर सकते हैं, वरन उससे जो हमारा मध्यस्थ और निवेदक है, परमेश्वर की शान्ति को भी प्राप्त कर सकते हैं। - सी. पी. हिया


सच्ची शान्ति लड़ाई की अनुपस्थिति से नहीं वरन परमेश्वर की उपस्थिति से है। - लवलैस

मैं ने ये बातें तुम से इसलिये कही हैं, कि तुम्हें मुझ में शान्‍ति मिले; संसार में तुम्हें क्‍लेश होता है, परन्तु ढाढ़स बांधो, मैं ने संसार को जीन लिया है। - यूहन्ना 16:33

बाइबल पाठ: इफिसियों 2:11-18
Ephesians 2:11 इस कारण स्मरण करो, कि तुम जो शारीरिक रीति से अन्यजाति हो, (और जो लोग शरीर में हाथ के किए हुए खतने से खतना वाले कहलाते हैं, वे तुम को खतना रहित कहते हैं)। 
Ephesians 2:12 तुम लोग उस समय मसीह से अलग और इस्‍त्राएल की प्रजा के पद से अलग किए हुए, और प्रतिज्ञा की वाचाओं के भागी न थे, और आशाहीन और जगत में ईश्वर रहित थे। 
Ephesians 2:13 पर अब तो मसीह यीशु में तुम जो पहिले दूर थे, मसीह के लोहू के द्वारा निकट हो गए हो। 
Ephesians 2:14 क्योंकि वही हमारा मेल है, जिसने दोनों को एक कर लिया: और अलग करने वाली दीवार को जो बीच में थी, ढा दिया। 
Ephesians 2:15 और अपने शरीर में बैर अर्थात वह व्यवस्था जिस की आज्ञाएं विधियों की रीति पर थीं, मिटा दिया, कि दोनों से अपने में एक नया मनुष्य उत्पन्न कर के मेल करा दे। 
Ephesians 2:16 और क्रूस पर बैर को नाश कर के इस के द्वारा दानों को एक देह बनाकर परमेश्वर से मिलाए। 
Ephesians 2:17 और उसने आकर तुम्हें जो दूर थे, और उन्हें जो निकट थे, दानों को मेल-मिलाप का सुसमाचार सुनाया। 
Ephesians 2:18 क्योंकि उस ही के द्वारा हम दोनों की एक आत्मा में पिता के पास पंहुच होती है।

एक साल में बाइबल: 
  • सभोपदेशक 7-9
  • 2 कुरिन्थियों 13


रविवार, 20 सितंबर 2015

समय और अवसर


   जब तकनीकी में अचानक आए परिवर्तनों के कारण एक उच्च-प्रशिक्षण पाए वैज्ञानिक को नौकरी से हाथ धोना पड़ा तो उसे एक फास्ट-फूड रेस्टोरॉन्ट में काम करना पड़ गया। एक संध्या को परमेश्वर के वचन बाइबल के हमारे अध्ययन के पश्चात उसने अपनी परिस्थिति का वर्णन करते हुए कहा कि उसका यह अनुभव बहुत कठिन और दीन करने वाला है; साथ ही उसने यह भी कहा, "एक अच्छी बात जो मैं इसके विषय में कह सकता हूँ वह है कि वहाँ आने वाले जवान लोग मेरे मसीही विश्वास में बड़ी रुचि लेते हैं"। हमारे बाइबल अध्ययन समूह में उपस्थित एक जवान ने तुरंत उससे कहा, "मैं आपकी दीनता और नम्रता की प्रशंसा करता हूँ। मुझे निश्चय है कि इसके पीछे आपका मसीही विश्वास ही है।"

   उस वैज्ञानिक के समान ही जब फिलेप्पुस को अचानक ही सामरिया में चल रही सेवकाई (प्रेरितों 8:4-8) से निकालकर जंगल के एक मार्ग पर लाकर खड़ा कर दिया गया (प्रेरितों 8:26), तो उसे भी बहुत आश्चर्य हुआ होगा। लेकिन उसे वहाँ उसकी भेंट कूश (इथोपिया) देश के एक उच्च राज्य-अधिकारी से हुई जिसे परमेश्वर का वचन समझने की आवश्यकता थी (प्रेरितों 8:27-35), और तब फिलेप्पुस को बात तर्कसंगत लगी होगी।

   जब प्रभु यीशु ने अपने अनुयायियों से वायदा किया कि वह उन्हें कभी अकेला नहीं छोड़ेगा (मत्ती 28:20; इब्रानियों 13:5), तो उसका यह कहना हमारे कठिन एवं अच्छे दोनों समयों के लिए था। अपने जीवन के हर प्रकार के समय में, भले या बुरे, हमारा उद्देश्य होना चाहिए कि हम अपना हर कार्य, हर ज़िम्म्दारी यह स्मरण रखते हुए पूरी करें कि हम यह परमेश्वर के लिए कर रहे हैं, और परमेश्वर को अपने समय और उद्देश्य के अनुसार हमें प्रतिफल देने के लिए अपना धैर्य बनाए रखें।

   क्या आपका समय या कार्यस्थल कठिन है? ऐसे में भी परमेश्वर को अवसर दें, और देखें कि वह आपके द्वारा वहाँ क्या कुछ करता है। - रैंडी किल्गोर


परिस्थित्यों के लिए प्रश्नों को उठाने से उत्तम है परमेश्वर पर विश्वास बनाए रखना जिसके पास परिस्थितियों के लिए कारण हैं।

यीशु ने उन के पास आकर कहा, कि स्वर्ग और पृथ्वी का सारा अधिकार मुझे दिया गया है। इसलिये तुम जा कर सब जातियों के लोगों को चेला बनाओ और उन्हें पिता और पुत्र और पवित्रआत्मा के नाम से बपतिस्मा दो। और उन्हें सब बातें जो मैं ने तुम्हें आज्ञा दी है, मानना सिखाओ: और देखो, मैं जगत के अन्‍त तक सदैव तुम्हारे संग हूं। - मत्ती 28:18-20 

बाइबल पाठ: प्रेरितों 8:4-8, 26-35 
Acts 8:4 जो तित्तर बित्तर हुए थे, वे सुसमाचार सुनाते हुए फिरे। 
Acts 8:5 और फिलेप्पुस सामरिया नगर में जा कर लोगों में मसीह का प्रचार करने लगा। 
Acts 8:6 और जो बातें फिलेप्पुस ने कहीं उन्हें लोगों ने सुनकर और जो चिन्ह वह दिखाता था उन्हें देख देखकर, एक चित्त हो कर मन लगाया। 
Acts 8:7 क्योंकि बहुतों में से अशुद्ध आत्माएं बड़े शब्द से चिल्लाती हुई निकल गई, और बहुत से झोले के मारे हुए और लंगडे भी अच्‍छे किए गए। 
Acts 8:8 और उस नगर में बड़ा आनन्द हुआ।
Acts 8:26 फिर प्रभु के एक स्वर्गदूत ने फिलेप्पुस से कहा; उठ कर दक्‍खिन की ओर उस मार्ग पर जा, जो यरूशलेम से अज्ज़ाह को जाता है, और जंगल में है। 
Acts 8:27 वह उठ कर चल दिया, और देखो, कूश देश का एक मनुष्य आ रहा था जो खोजा और कूशियों की रानी कन्‍दाके का मन्‍त्री और खजांची था, और भजन करने को यरूशलेम आया था। 
Acts 8:28 और वह अपने रथ पर बैठा हुआ था, और यशायाह भविष्यद्वक्ता की पुस्‍तक पढ़ता हुआ लौटा जा रहा था। 
Acts 8:29 तब आत्मा ने फिलेप्पुस से कहा, निकट जा कर इस रथ के साथ हो ले। 
Acts 8:30 फिलेप्पुस ने उस ओर दौड़ कर उसे यशायाह भविष्यद्वक्ता की पुस्‍तक पढ़ते हुए सुना, और पूछा, कि तू जो पढ़ रहा है क्या उसे समझता भी है? 
Acts 8:31 उसने कहा, जब तक कोई मुझे न समझाए तो मैं क्योंकर समझूं और उसने फिलेप्पुस से बिनती की, कि चढ़कर मेरे पास बैठ। 
Acts 8:32 पवित्र शास्त्र का जो अध्याय वह पढ़ रहा था, वह यह था; कि वह भेड़ की नाईं वध होने को पहुंचाया गया, और जैसा मेम्ना अपने ऊन कतरने वालों के साम्हने चुपचाप रहता है, वैसे ही उसने भी अपना मुंह न खोला। 
Acts 8:33 उस की दीनता में उसका न्याय होने नहीं पाया, और उसके समय के लोगों का वर्णन कौन करेगा, क्योंकि पृथ्वी से उसका प्राण उठाया जाता है। 
Acts 8:34 इस पर खोजे ने फिलेप्पुस से पूछा; मैं तुझ से बिनती करता हूं, यह बता कि भविष्यद्वक्ता यह किस विषय में कहता है, अपने या किसी दूसरे के विषय में। 
Acts 8:35 तब फिलेप्पुस ने अपना मुंह खोला, और इसी शास्त्र से आरम्भ कर के उसे यीशु का सुसमाचार सुनाया।

एक साल में बाइबल: 
  • सभोपदेशक 4-6
  • 2 कुरिन्थियों 12


शनिवार, 19 सितंबर 2015

समय


   बहुत से मसीही विश्वासी परमेश्वर के साथ प्रतिदिन प्रार्थना और उसके वचन बाइबल को पढ़ने में बिताना तो चाहते हैं, परन्तु उनके दैनिक जीवन की समय-सारिणी उन्हें ऐसा करने नहीं देती। ऐसे में दिन में यदि कुछ समय मिले और वे उसे परमेश्वर के साथ बिताना चाहें तो बीच में आने वाली कोई अन्य व्यस्तता उनकी हताशा को और बढ़ा देती है।

   प्रसिद्ध मसीही लेखक और प्रचारक ओस्वॉल्ड चैम्बर्स ने प्रभु परमेश्वर के साथ बिताए गए केवल पाँच मिनिटों की जीवन बदलने वाली सामर्थ पर टिप्पणी करी है। परमेश्वर के साथ प्रार्थना और वचन पढ़ने में बिताए गए थोड़े से समय की भी बहुत बड़ी कीमत है; चैम्बर्स ने कहा: "जो हमें संवारता और निखारता है वह बिताए गए समय की मात्रा नहीं वरन उस बदलने, निखारने वाले की सामर्थ है। परमेश्वर और उसके वचन के साथ बिताए गए पाँच मिनिट शेष सारे दिन से भी अधिक कीमती हैं।" हमें यह लग सकता है कि चैम्बर्स ने बात को बहुत बढ़ा-चढ़ा कर कह दिया है, लेकिन यह वास्तविकता है कि प्रार्थना में बिताया गया थोड़ा सा समय भी बहुत प्रभावी प्रतिफल ला सकता है, क्योंकि प्रतिफल देने वाला परमेश्वर सर्वसामर्थी है।

   कई बार हमारे दिन व्यस्त मांगों से भरे होते हैं जो हमें परमेश्वर की आवाज़ को सुनने और उसका प्रत्युत्तर देने से रोकते हैं। लेकिन हम चाहे जैसी परिस्थिति में क्यों ना हों, चाहे कैसे भी स्थान पर क्यों ना हों, हमें अब्राहम के समान परमेश्वर के लिए एक आत्मिक वेदी, एक प्रार्थना का समय बनाए रखना चाहिए; और जैसे वह वेदी अब्राहम के लिए आशीषें लाई थी, परमेश्वर के साथ बिताया हुआ समय हमारे लिए भी आशीषें लेकर आएगा।

   यदि परमेश्वर के साथ बिताए जाने वाले समय को लेकर आपको दिक्कत हो रही है, तो केवल पाँच मिनिट प्रतिदिन के साथ आरंभ कीजिए और फिर जैसा अवसर होता है उसके अनुसार आगे बढ़िए, और देखिए कि यह आपके जीवन में क्या प्रभाव लाता है। हमारा परमेश्वर पिता हमसे मिलने की लालसा रखता है जिससे वह हमारे जीवनों के द्वारा अपनी सामर्थ संसार के सामने प्रगट कर सके; उसे इसका यथासंभव अवसर दीजिए। - डेनिस फिशर


परमेश्वर से वार्तालाप कीजिए - वाह आपके मन की बात सुनने को लालायित रहता है।

देख, यहोवा की दृष्टि सारी पृथ्वी पर इसलिये फिरती रहती है कि जिनका मन उसकी ओर निष्कपट रहता है, उनकी सहायता में वह अपना सामर्थ दिखाए। - 2 इतिहास 16:9

बाइबल पाठ: उत्पत्ति 12:1-8
Genesis 12:1 यहोवा ने अब्राम से कहा, अपने देश, और अपनी जन्मभूमि, और अपने पिता के घर को छोड़कर उस देश में चला जा जो मैं तुझे दिखाऊंगा। 
Genesis 12:2 और मैं तुझ से एक बड़ी जाति बनाऊंगा, और तुझे आशीष दूंगा, और तेरा नाम बड़ा करूंगा, और तू आशीष का मूल होगा। 
Genesis 12:3 और जो तुझे आशीर्वाद दें, उन्हें मैं आशीष दूंगा; और जो तुझे कोसे, उसे मैं शाप दूंगा; और भूमण्डल के सारे कुल तेरे द्वारा आशीष पाएंगे। 
Genesis 12:4 यहोवा के इस वचन के अनुसार अब्राम चला; और लूत भी उसके संग चला; और जब अब्राम हारान देश से निकला उस समय वह पचहत्तर वर्ष का था। 
Genesis 12:5 सो अब्राम अपनी पत्नी सारै, और अपने भतीजे लूत को, और जो धन उन्होंने इकट्ठा किया था, और जो प्राणी उन्होंने हारान में प्राप्त किए थे, सब को ले कर कनान देश में जाने को निकल चला; और वे कनान देश में आ भी गए। 
Genesis 12:6 उस देश के बीच से जाते हुए अब्राम शकेम में, जहां मोरे का बांज वृक्ष है, पंहुचा; उस समय उस देश में कनानी लोग रहते थे। 
Genesis 12:7 तब यहोवा ने अब्राम को दर्शन देकर कहा, यह देश मैं तेरे वंश को दूंगा: और उसने वहां यहोवा के लिये जिसने उसे दर्शन दिया था, एक वेदी बनाई। 
Genesis 12:8 फिर वहां से कूच कर के, वह उस पहाड़ पर आया, जो बेतेल के पूर्व की ओर है; और अपना तम्बू उस स्थान में खड़ा किया जिसकी पच्छिम की ओर तो बेतेल, और पूर्व की ओर ऐ है; और वहां भी उसने यहोवा के लिये एक वेदी बनाई: और यहोवा से प्रार्थना की।

एक साल में बाइबल: 
  • सभोपदेशक 1-3
  • 2 कुरिन्थियों 11:16-33