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बुधवार, 4 अक्टूबर 2017

प्रार्थना


   चीन के युनान प्रांत के पहाड़ी इलाके में रहने वाले लोगों के लिए जीवन कठिन रहता है। उनके भोजन की मुख्य वस्तुएं हैं मक्का तथा चावल। परन्तु मई 2012 में एक कठोर सूखे ने उस इलाके को प्रभावित किया, और फसलें मुर्झा गईं। सब लोग बहुत चिंतित थे, और सूखे का अन्त करवाने के लिए अनेकों अन्धविश्वास के अनुष्ठानों को किया गया, रिवाज़ों को निभाया गया, परन्तु सब असफल रहा। तब लोग उस इलाके में रहने वाले पाँच मसीही लोगों को दोषी ठहराने लगे, कि उनके कारण पित्रों की आत्माएं नाराज़ हो गई हैं जिससे यह स्थिति हो गई है।

   तब ये पाँच मसीही विश्वासी एक स्थान पर एकत्रित होकर प्रार्थना करने लगे। कुछ समय में घने बादल आ गए, आकाश अन्धियारा हो गया, बादल ज़ोर से गड़गड़ाने लगे और तेज़ वर्षा आरंभ हो गई जो सारी दोपहर और रात्रि चलती रही। फसलें बच गईं! अधिकांश गाँव वासियों ने यह नहीं माना कि परमेश्वर ने प्रार्थना के उत्तर में बारिश भेजी थी, परन्तु कुछ ने माना और वे ऐसे परमेश्वर तथा प्रभु यीशु के बारे में और जानकारी लेने के लिए उत्सुक्त हुए।

   परमेश्वर के वचन बाइबल के पुराने नियम खण्ड में 1 राजा 17, 18 अध्याय में हम इस्त्राएल पर आए भयंकर अकाल के बारे में पढ़ते हैं। लेकिन बाइबल हमें बताती है कि यह अकाल अपने लोगों पर परमेश्वर के न्याय के कारण था (17:1)। इस्त्राएलियों ने कनानियों के देवता बाल की उपासना करनी आरंभ कर दी थी, क्योंकि उनको लगता था कि उनकी फसलों के लिए वर्षा बाल देवता ही भेजेगा। तब परमेश्वर ने अपने भविष्यद्वक्ता एलिय्याह के द्वारा दिखा दिया कि वर्षा होने को निर्धारित करने वाला कौन है।

   हमारा सर्वसामर्थी परमेश्वर हमारी प्रार्थनाओं को सुनने और हमारी याचनाओं का उत्तर देने के लिए इच्छुक रहता है। यद्यपि हम उसके समय और उद्देश्यों को सदा समझ नहीं पाते हैं, परमेश्वर सदा हमारे लिए सर्वोत्तम ही करता है। - पो फैंग चिया


प्रार्थना द्वारा हम सर्वसामर्थी परमेश्वर की सामर्थ्य से प्राप्त करते हैं।

तेरा परमेश्वर यहोवा मैं हूं, जो तुझे मिस्त्र देश से निकाल लाया है। तू अपना मुंह पसार, मैं उसे भर दूंगा। - भजन 81:10

बाइबल पाठ: 1 राजा 18:1, 41-46
1 Kings 18:1 बहुत दिनों के बाद, तीसरे वर्ष में यहोवा का यह वचन एलिय्याह के पास पहुंचा, कि जा कर अपने आप को अहाब को दिखा, और मैं भूमि पर मेंह बरसा दूंगा। 
1 Kings 18:41 फिर एलिय्याह ने अहाब से कहा, उठ कर खा पी, क्योंकि भारी वर्षा की सनसनाहट सुन पडती है। 
1 Kings 18:42 तब अहाब खाने पीने चला गया, और एलिय्याह कर्म्मेल की चोटी पर चढ़ गया, और भूमि पर गिर कर अपना मुंह घुटनों के बीच किया। 
1 Kings 18:43 और उसने अपने सेवक से कहा, चढ़कर समुद्र की ओर दृष्टि कर देख, तब उसने चढ़ कर देखा और लौट कर कहा, कुछ नहीं दीखता। एलिय्याह ने कहा, फिर सात बार जा। 
1 Kings 18:44 सातवीं बार उसने कहा, देख समुद्र में से मनुष्य का हाथ सा एक छोटा बादल उठ रहा है। एलिय्याह ने कहा, अहाब के पास जा कर कह, कि रथ जुतवा कर नीचे जा, कहीं ऐसा न हो कि तू वर्षा के कारण रुक जाए। 
1 Kings 18:45 थोड़ी ही देर में आकाश वायु से उड़ाई हुई घटाओं, और आन्धी से काला हो गया और भारी वर्षा होने लगी; और अहाब सवार हो कर यिज्रेल को चला। 
1 Kings 18:46 तब यहोवा की शक्ति एलिय्याह पर ऐसी हुई; कि वह कमर बान्धकर अहाब के आगे आगे यिज्रेल तक दौड़ता चला गया।

एक साल में बाइबल: 
  • यशायाह 20-22
  • इफिसियों 6


मंगलवार, 3 अक्टूबर 2017

क्षमा


   क्या आप ने कभी ऐसा अनुभव किया है कि आपके द्वारा किए गए किसी निन्दनीय, लज्जाजनक, या आपराधिक कार्य के कारण आपका जीवन बर्बाद हो गया है - और फिर आपकी आँख खुल जाए और आपको पता चले कि यह केवल एक स्वप्न ही था? लेकिन यदि यह एक दुःस्वप्न न हो तो? यदि यह परिस्थिति आपके लिए या आपके किसी प्रीय जन के लिए वास्तविक हो, तो? जॉर्ज मैक्डॉनल्ड के 19वीं शताब्दी में लिखे उपन्यास, The Curate's Awakening में इसी परिस्थिति का सामना किया गया है। यह उपन्यास एक ऐसे पादरी की कहानी है जिसे यह एहसास होता है कि वह एक ऐसे परमेश्वर के पक्ष में बोलता आया है, जिसके विषय उसे यह भी निश्चित नहीं है कि वह वास्तव में उस परमेश्वर में विश्वास रखता है। आगे चलकर उसे एक ऐसे नवयुवक के पास बुलाया जाता है जो उसके द्वारा की गई एक हत्या के कारण अपना मानसिक संतुलन खोता जा रहा है और मरने को हैं।

   इसके बाद होने वाले हृदय-विदारक संघर्ष में वह पादरी उसे पाता है जिसकी हम सब को आवश्यकता है। एक दुःस्वप्न से उठ जाने पर मिलने वाली राहत उस शान्ति और आनन्द के सामने कुछ भी नहीं है जो हमें परमेश्वर की क्षमा की वास्तविकता को पा लेने से होती है, ऐसी क्षमा जिसकी हम कल्पना भी नहीं कर सक्ते थे, जिसके सत्य होने के विषय हम सोच भी नहीं सकते थे।

   हमें यह हमारे लिए अति आवश्यक क्षमा कहाँ मिलेगी? यह क्षमा हमें प्रभु यीशु मसीह में मिलती है; उस प्रभु से जिसने उन लोगों के लिए जो उसे क्रूस पर ठोकते हुए उसका उपहास कर रहे थे परमेश्वर से प्रार्थना में क्षमा माँगी (लूका 23:34), तथा स्वयं उस मरते हुए डाकू से, जो उसकी ओर सहायता के लिए मुड़ा, कहा: "...मैं तुझ से सच कहता हूं; कि आज ही तू मेरे साथ स्वर्गलोक में होगा" (लूका 23:43)। - मार्ट डीहॉन


हम अपनी किसी योग्यता द्वारा नहीं परन्तु परमेश्वर के अनुग्रह द्वारा बचाए जाते हैं।

क्योंकि विश्वास के द्वारा अनुग्रह ही से तुम्हारा उद्धार हुआ है, और यह तुम्हारी ओर से नहीं, वरन परमेश्वर का दान है। और न कर्मों के कारण, ऐसा न हो कि कोई घमण्‍ड करे। - इफिसियों 2:8-9

बाइबल पाठ: लूका 23:33-43
Luke 23:33 जब वे उस जगह जिसे खोपड़ी कहते हैं पहुंचे, तो उन्होंने वहां उसे और उन कुकिर्मयों को भी एक को दाहिनी और और दूसरे को बाईं और क्रूसों पर चढ़ाया। 
Luke 23:34 तब यीशु ने कहा; हे पिता, इन्हें क्षमा कर, क्योंकि ये नहीं जानते कि क्या कर रहें हैं और उन्होंने चिट्ठियां डालकर उसके कपड़े बांट लिए। 
Luke 23:35 लोग खड़े खड़े देख रहे थे, और सरदार भी ठट्ठा कर कर के कहते थे, कि इस ने औरों को बचाया, यदि यह परमेश्वर का मसीह है, और उसका चुना हुआ है, तो अपने आप को बचा ले। 
Luke 23:36 सिपाही भी पास आकर और सिरका देकर उसका ठट्ठा कर के कहते थे। 
Luke 23:37 यदि तू यहूदियों का राजा है, तो अपने आप को बचा। 
Luke 23:38 और उसके ऊपर एक पत्र भी लगा था, कि यह यहूदियों का राजा है। 
Luke 23:39 जो कुकर्मी लटकाए गए थे, उन में से एक ने उस की निन्‍दा कर के कहा; क्या तू मसीह नहीं तो फिर अपने आप को और हमें बचा। 
Luke 23:40 इस पर दूसरे ने उसे डांटकर कहा, क्या तू परमेश्वर से भी नहीं डरता? तू भी तो वही दण्‍ड पा रहा है। 
Luke 23:41 और हम तो न्यायानुसार दण्‍ड पा रहे हैं, क्योंकि हम अपने कामों का ठीक फल पा रहे हैं; पर इस ने कोई अनुचित काम नहीं किया। 
Luke 23:42 तब उसने कहा; हे यीशु, जब तू अपने राज्य में आए, तो मेरी सुधि लेना। 
Luke 23:43 उसने उस से कहा, मैं तुझ से सच कहता हूं; कि आज ही तू मेरे साथ स्वर्गलोक में होगा।

एक साल में बाइबल: 
  • यशायाह 17-19
  • इफिसियों 5:17-33


सोमवार, 2 अक्टूबर 2017

फल


   वह जवान माँ अपने पास उपलब्ध थोड़े से सामान से अपनी 3 वर्षीय बेटी के लिए दोपहर का भोजन तैयार कर रही थी। उस छोटे से रसोई में रखी फलों की खाली टोकरी को देखकर उसने ठंडी साँस लेते हुए सुनी जाने लायक ऊँची आवाज़ में कहा, "यदि हमारे पास फलों से भरी टोकरी होती तो मैं अपने आप को संपन्न समझती।" उसकी छोटी पुत्री ने यह सुन लिया। इस बात को कुछ सप्ताह बीत गए; परमेश्वर उस परिवार की देखभाल करता रहा, उनकी आवश्यकताएं पूरी करता रहा; परन्तु वह माँ भी चिन्ता करती ही रही। फिर एक दिन वह छोटी लड़की आनन्द से भरी भागती हुई रसोई में आई और मेज़ पर रखी फलों से भरी हुई टोकरी की ओर संकेत कर के बोली, "देखो माँ, हम संपन्न हो गए हैं।" उनके परिवार की स्थिति में कोई परिवर्तन नही आया था, बस उन्होंने एक थैला सेब खरीद लिए थे।

   जब इस्त्राएलियों का अगुवा, यहोशु अपने अन्त समय के निकट था, तो उसने इस्त्राएलियों के साथ परमेश्वर से मिला एक सन्देश बाँटा, जिसमें परमेश्वर ने उन इस्त्राएलियों के लिए जो कुछ किया था, उसका ब्योरा था। यहोशु ने परमेश्वर की ओर से उन से कहा, "और जब तुम ने यहोवा की दोहाई दी तब उसने तुम्हारे और मिस्रियों के बीच में अन्धियारा कर दिया, और उन पर समुद्र को बहाकर उन को डुबा दिया; और जो कुछ मैं ने मिस्र में किया उसे तुम लोगों ने अपनी आंखों से देखा; फिर तुम बहुत दिन तक जंगल में रहे" (यहोशु 24:7); फिर उसने कहा, "फिर मैं ने तुम्हें ऐसा देश दिया जिस में तुम ने परिश्रम न किया था, और ऐसे नगर भी दिए हैं जिन्हें तुम ने न बसाया था, और तुम उन में बसे हो; और जिन दाख और जलपाई के बगीचों के फल तुम खाते हो उन्हें तुम ने नहीं लगाया था" (पद 13)। परमेश्वर के प्रावधानों का स्मरण बनाए रखने के लिए यहोशु ने एक बड़ा पत्थर खड़ा किया (पद 26)।

   उन इस्त्राएलियों के समान, चुनौतियों और कमी-घटियों का समय झेलने के बाद अब वह परिवार एक नए स्थान पर रहता है, जहाँ उस स्थान के भूतपूर्व स्वामी द्वारा लगाए गए कई फलदार वृक्ष हैं, जिनका वे आनन्द लेते हैं। यदि आप उनके घर जाएं, तो उनके रसोई में फलों से भरी एक टोकरी सदा रखी रहती है। वह टोकरी उन्हें स्मरण दिलाती रहती है परमेश्वर की देखभाल और भलाई की, और कैसे परमेश्वर ने एक तीन वर्षीय बालिका दे द्वारा उस परिवार में विश्वास, आनन्द और सही दृष्टिकोण का संचार किया। - टिम गुस्टाफसन


बीते हुए कल में मिली परमेश्वर की देखभाल के स्मरण करने से
 आज के लिए आशा और सामर्थ्य प्राप्त होते हैं।

और यहोवा ने उन सब बातों के अनुसार, जो उसने उनके पूर्वजों से शपथ खाकर कही थीं, उन्हें चारों ओर से विश्राम दिया; और उनके शत्रुओं में से कोई भी उनके साम्हने टिक न सका; यहोवा ने उन सभों को उनके वश में कर दिया। जितनी भलाई की बातें यहोवा ने इस्राएल के घराने से कही थीं उन में से कोई भी न छूटी; सब की सब पूरी हुई। - यहोशु 21:44-45

बाइबल पाठ: यहोशु 24:2, 8-14
Joshua 24:2 तब यहोशू ने उन सब लोगों से कहा, इस्राएल का परमेश्वर यहोवा इस प्रकार कहता है, कि प्राचीन काल में इब्राहीम और नाहोर का पिता तेरह आदि, तुम्हारे पुरखा परात महानद के उस पार रहते हुए दूसरे देवताओं की उपासना करते थे। 
Joshua 24:8 तब मैं तुम को उन एमोरियों के देश में ले आया, जो यरदन के उस पार बसे थे; और वे तुम से लड़े और मैं ने उन्हें तुम्हारे वश में कर दिया, और तुम उनके देश के अधिकारी हो गए, और मैं ने उन को तुम्हारे साम्हने से सत्यानाश कर डाला। 
Joshua 24:9 फिर मोआब के राजा सिप्पोर का पुत्र बालाक उठ कर इस्राएल से लड़ा; और तुम्हें शाप देने के लिये बोर के पुत्र बिलाम को बुलवा भेजा, 
Joshua 24:10 परन्तु मैं ने बिलाम की सुनने के लिये नाहीं की; वह तुम को आशीष ही आशीष देता गया; इस प्रकार मैं ने तुम को उसके हाथ से बचाया। 
Joshua 24:11 तब तुम यरदन पार हो कर यरीहो के पास आए, और जब यरीहो के लोग, और एमोरी, परिज्जी, कनानी, हित्ती, गिर्गाशी, हिब्बी, और यबूसी तुम से लड़े, तब मैं ने उन्हें तुम्हारे वश में कर दिया। 
Joshua 24:12 और मैं ने तुम्हारे आगे बर्रों को भेजा, और उन्होंने एमोरियों के दोनों राजाओं को तुम्हारे साम्हने से भगा दिया; देखो, यह तुम्हारी तलवार वा धनुष का काम नहीं हुआ। 
Joshua 24:13 फिर मैं ने तुम्हें ऐसा देश दिया जिस में तुम ने परिश्रम न किया था, और ऐसे नगर भी दिए हैं जिन्हें तुम ने न बसाया था, और तुम उन में बसे हो; और जिन दाख और जलपाई के बगीचों के फल तुम खाते हो उन्हें तुम ने नहीं लगाया था। 
Joshua 24:14 इसलिये अब यहोवा का भय मानकर उसकी सेवा खराई और सच्चाई से करो; और जिन देवताओं की सेवा तुम्हारे पुरखा महानद के उस पार और मिस्र में करते थे, उन्हें दूर कर के यहोवा की सेवा करो।

एक साल में बाइबल: 
  • यशायाह 14-16
  • इफिसियों 5:1-16


रविवार, 1 अक्टूबर 2017

शंका


   एक बार मैं ट्रेन में बैठकर एक आवश्यक कार्य के लिए जा रहा था; मेरे मन में विचार उठने लगे कि क्या मैं सही ट्रेन में हूँ? मैं उस ओर ट्रेन से कभी गया नहीं था और मैंने चलने से पहले किसी से सहायता के लिए कुछ पूछा भी नहीं था। अन्ततः शंका और अनिश्चितता से अभिभूत होकर, मैं अगले स्टेशन पर उतर गया, लेकिन उतरने के बाद मुझे पता चला कि मैं वास्तव में सही ट्रेन में ही था।

   यह घटना मुझे स्मरण करवाती है कि कैसे शंका हम से हमारे विश्वास और शान्ति को चुरा सकती है। एक समय मैं अपने उध्दार की निश्चितता को लेकर असमंजस में था, उससे संघर्ष कर रहा था, परन्तु परमेश्वर ने इस असमंजस से निकलने में मेरी सहायता की। इसके पश्चात मैं प्रभु यीशु मसीह के प्रति अपने परिवर्तन की कहानी और अपने स्वर्ग जाने के आश्वासन को बाँट रहा था, तो किसी ने मुझ से पूछा, "आप इतने निश्चित कैसे हो सकते हैं कि आपने उध्दार पा लिया है और आप स्वर्ग जाएंगे ही?" मैंने तुरंत नम्रता के साथ उसे परमेश्वर के वचन बाइबल से वह पद दिखाया, परमेश्वर ने जिसका प्रयोग मेरे असमंजस को दूर करने के लिए किया था: "मैं ने तुम्हें, जो परमेश्वर के पुत्र के नाम पर विश्वास करते हो, इसलिये लिखा है; कि तुम जानो, कि अनन्त जीवन तुम्हारा है" (1 यूहन्ना 5:13)।

   परमेश्वर ने संसार के सभी मनुष्यों से प्रतिज्ञा की है कि उसके पुत्र प्रभु यीशु मसीह में लाए गए विश्वास के द्वारा हमें अनन्त जीवन दे दिया गया है: "परमेश्वर ने हमें अनन्त जीवन दिया है: और यह जीवन उसके पुत्र में है" (पद 11)। परमेश्वर का यह अटल आश्वासन हमारे विश्वास को चोखा करता है, जब हम निराश होते हैं तो हमें उभारता है, और शंका के समय में हमें साहस प्रदान करता है। - लॉरेंस दरमानी


परमेश्वर की प्रतिज्ञाओं को स्मरण करने से शंका मिट जाती है।

परन्तु ये इसलिये लिखे गए हैं, कि तुम विश्वास करो, कि यीशु ही परमेश्वर का पुत्र मसीह है: और विश्वास कर के उसके नाम से जीवन पाओ। - यूहन्ना 20:31

बाइबल पाठ: 1 यूहन्ना 5:9-13
1 John 5:9 जब हम मनुष्यों की गवाही मान लेते हैं, तो परमेश्वर की गवाही तो उस से बढ़कर है; और परमेश्वर की गवाही यह है, कि उसने अपने पुत्र के विषय में गवाही दी है। 
1 John 5:10 जो परमेश्वर के पुत्र पर विश्वास करता है, वह अपने ही में गवाही रखता है; जिसने परमेश्वर की प्रतीति नहीं की, उसने उसे झूठा ठहराया; क्योंकि उसने उस गवाही पर विश्वास नहीं किया, जो परमेश्वर ने अपने पुत्र के विषय में दी है। 
1 John 5:11 और वह गवाही यह है, कि परमेश्वर ने हमें अनन्त जीवन दिया है: और यह जीवन उसके पुत्र में है। 
1 John 5:12 जिस के पास पुत्र है, उसके पास जीवन है; और जिस के पास परमेश्वर का पुत्र नहीं, उसके पास जीवन भी नहीं है।
1 John 5:13 मैं ने तुम्हें, जो परमेश्वर के पुत्र के नाम पर विश्वास करते हो, इसलिये लिखा है; कि तुम जानो, कि अनन्त जीवन तुम्हारा है।

एक साल में बाइबल: 
  • यशायाह 11-13
  • इफिसियों 4


शनिवार, 30 सितंबर 2017

तराई से प्रार्थना


   एक कविता रूप में परमेश्वर से की गई प्रार्थना है, जो The Valley of Vision के नाम से जानी जाती है। इस प्रार्थना-कविता का विषय पापी मनुष्य और उसके पवित्र परमेश्वर के मध्य की दूरी है। मनुष्य परमेश्वर से कहता है, "आप मुझे दर्शन की तराई में लेकर आए हैं...; चारों ओर पाप के पहाड़ों से घिरा होकर भी मैं ऊपर आपकी महिमा को देखता हूँ।" मनुष्य को अपनी गलतियों का बोध है, परन्तु फिर भी वह आशावादी है। वह आगे कहता है, "गहरे कूओं से भी सितारे दिखाई देते हैं; और कूआँ जितना गहरा होगा, सितारे उतने अधिक चमकीले दिखेंगे।" इस प्रार्थना-कविता का अन्त निवेदन के साथ होता है: "होने दें कि मैं अपने अन्धकार में आपकी ज्योति को...अपनी तराई में आपकी महिमा को पा सकूँ।"

   परमेश्वर के वचन बाइबल में हम पाते हैं कि योना ने परमेश्वर की महिमा को सागर की गहराई में पाया। वह परमेश्वर से बलवा कर के भाग रहा था, और अपने पाप से अभिभूत, वह एक बड़ी मछली के पेट में पहुँच गया। वहाँ से योना ने परमेश्वर को पुकारा: "तू ने मुझे गहिरे सागर में समुद्र की थाह तक डाल दिया...मैं जल से यहां तक घिरा हुआ था कि मेरे प्राण निकले जाते थे" (योना 2:3, 5)। अपनी विकट परिस्थिति के बावजूद योना ने कहा, "जब मैं मूर्छा खाने लगा, तब मैं ने यहोवा को स्मरण किया; और मेरी प्रार्थना तेरे पास वरन तेरे पवित्र मन्दिर में पहुंच गई" (योना 2:7)। परमेश्वर ने योना की प्रार्थना सुनी और उसे मछली के पेट से स्वतंत्र किया।

   यद्यपि हमारे पाप, हमारे तथा परमेश्वर के मध्य दूरी लाते हैं, तो भी अपने जीवन के न्यूनतम स्तर से भी हम परमेश्वर की ओर देख सकते हैं - उसकी पवित्रता, भलाई, और अनुग्रह को, और प्रार्थना में उसे पुकार सकते हैं, और वह सच्चे हृदय से की गई हमारी प्रार्थना को सुनता है। यदि हम सच्चे पश्चाताप के साथ अपने पापों से मन फिराएं, परमेश्वर के समक्ष पापों का अंगीकार कर लें, तो वह हमें क्षमा कर देगा (1 यूहन्ना 1:9)। परमेश्वर तराई से की गई प्रार्थना को भी सुनता है, उसका उत्तर देता है। - जेनिफर बेन्सन शुल्ट


पाप का अन्धकार परमेश्वर के अनुग्रह की ज्योति को 
और अधिक चमकदार बना देता है।

यदि हम अपने पापों को मान लें, तो वह हमारे पापों को क्षमा करने, और हमें सब अधर्म से शुद्ध करने में विश्वासयोग्य और धर्मी है। - 1 यूहन्ना 1:9

बाइबल पाठ: योना 2:1-10
Jonah 2:1 तब योना ने उसके पेट में से अपने परमेश्वर यहोवा से प्रार्थना कर के कहा, 
Jonah 2:2 मैं ने संकट में पड़े हुए यहोवा की दोहाई दी, और उसने मेरी सुन ली है; अधोलोक के उदर में से मैं चिल्ला उठा, और तू ने मेरी सुन ली। 
Jonah 2:3 तू ने मुझे गहिरे सागर में समुद्र की थाह तक डाल दिया; और मैं धाराओं के बीच में पड़ा था, तेरी भड़काई हुई सब तरंग और लहरें मेरे ऊपर से बह गईं। 
Jonah 2:4 तब मैं ने कहा, मैं तेरे साम्हने से निकाल दिया गया हूं; तौभी तेरे पवित्र मन्दिर की ओर फिर ताकूंगा। 
Jonah 2:5 मैं जल से यहां तक घिरा हुआ था कि मेरे प्राण निकले जाते थे; गहिरा सागर मेरे चारों ओर था, और मेरे सिर में सिवार लिपटा हुआ था। 
Jonah 2:6 मैं पहाड़ों की जड़ तक पहुंच गया था; मैं सदा के लिये भूमि में बन्द हो गया था; तौभी हे मेरे परमेश्वर यहोवा, तू ने मेरे प्राणों को गड़हे में से उठाया है। 
Jonah 2:7 जब मैं मूर्छा खाने लगा, तब मैं ने यहोवा को स्मरण किया; और मेरी प्रार्थना तेरे पास वरन तेरे पवित्र मन्दिर में पहुंच गई। 
Jonah 2:8 जो लोग धोखे की व्यर्थ वस्तुओं पर मन लगाते हैं, वे अपने करूणानिधान को छोड़ देते हैं। 
Jonah 2:9 परन्तु मैं ऊंचे शब्द से धन्यवाद कर के तुझे बलिदान चढ़ाऊंगा; जो मन्नत मैं ने मानी, उसको पूरी करूंगा। उद्धार यहोवा ही से होता है। 
Jonah 2:10 और यहोवा ने मच्छ को आज्ञा दी, और उसने योना को स्थल पर उगल दिया।

एक साल में बाइबल: 
  • यशायाह 9-10
  • इफिसियों 3


शुक्रवार, 29 सितंबर 2017

प्रकाश


   मैंने उन्हें सबसे पहले तब देखा था जब मैं एक कॉलेज विद्यार्थी थी। एक शरद ऋतु की ठंडी संध्या के समय, शहर के प्रकाश से दूर, मैं भूसे से लदी एक गाड़ी पर अपने मित्रों के साथ बैठी, शोर मचाती हुई जा रहा थी कि अचानक ही आकाश प्रकाशमान हो गया और क्षितिज पर रंग चमकने लगे। मैं मंत्रमुग्ध हो गई। उस रात के बाद से मैं इस उत्तरी ध्रूवीय प्रकाश से मोहित रही हूँ। अधिकांशतः यह मेरे निवास स्थान से बहुत उत्तर में ही दिखाई देते हैं, परन्तु कभी-कभी वे थोड़ा सा दक्षिण में भी दिख जाते हैं। उन्हें एक बार देख लेने के पश्चात, मैं उन्हें बारंबार देखने के लिए लालायित रहती हूँ। जब कभी वातावरण की परिस्थितियाँ अनुकूल प्रतीत होती हैं, मैं मेरे समान ही मंत्रमुग्ध अपने मित्रों से कहती हूँ, "शायद आज रात को..."

   परमेश्वर के वचन बाइबल में प्रकाश और महिमा को प्रभु के आगमन के वर्णन के साथ जोड़ा गया है। वह समय आ रहा है जब सूर्य और चन्द्रमा की आवश्यकता नहीं रहेगी (यशायाह 60:19)। प्रेरित यूहन्ना ने परमेश्वर के स्वर्गीय सिंहासन पर विराजमान होने के विवरण में लिखा, "और जो उस पर बैठा है, वह यशब और मानिक सा दिखाई पड़ता है, और उस सिंहासन के चारों ओर मरकत सा एक मेघधनुष दिखाई देता है" (प्रकाशितवाक्य 4:3)।

   मरकत सा मेघधनुष उस उत्तरी ध्रुवीय प्रकाश का सटीक वर्णन है। इसलिए मैं जब भी ऊपर आकाश में प्रकाश का महिमामय प्रदर्शन देखती हूँ - चाहे स्वयं, या फिर किसी चित्र अथवा वीडियो में, तो मैं उसे आने वाले प्रकाश और महिमा का पूर्वाभास मानती हूँ, और परमेश्वर की महिमा करती हूँ कि उसका प्रकाश कैसे हमारे अन्धकार को बेध देता है। - जूली ऐकैरमैन लिंक


प्रभु यीशु पाप के अन्धकार से भरे संसार को 
क्षमा और उध्दार का प्रकाश देने आया था।

उठ, प्रकाशमान हो; क्योंकि तेरा प्रकाश आ गया है, और यहोवा का तेज तेरे ऊपर उदय हुआ है। - यशायाह 60:1

बाइबल पाठ: यशायाह 60:19-22
Isaiah 60:19 फिर दिन को सूर्य तेरा उजियाला न होगा, न चान्दनी के लिये चन्द्रमा परन्तु यहोवा तेरे लिये सदा का उजियाला और तेरा परमेश्वर तेरी शोभा ठहरेगा। 
Isaiah 60:20 तेरा सूर्य फिर कभी अस्त न होगा और न तेरे चन्द्रमा की ज्योति मलिन होगी; क्योंकि यहोवा तेरी सदैव की ज्योति होगा और तरे विलाप के दिन समाप्त हो जाएंगे। 
Isaiah 60:21 और तेरे लोग सब के सब धर्मी होंगे; वे सर्वदा देश के अधिकारी रहेंगे, वे मेरे लगाए हुए पौधे और मेरे हाथों का काम ठहरेंगे, जिस से मेरी महिमा प्रगट हो। 
Isaiah 60:22 छोटे से छोटा एक हजार हो जाएगा और सब से दुर्बल एक सामर्थी जाति बन जाएगा। मैं यहोवा हूं; ठीक समय पर यह सब कुछ शीघ्रता से पूरा करूंगा।

एक साल में बाइबल: 
  • यशायाह 7-8
  • इफिसियों 2


गुरुवार, 28 सितंबर 2017

सहायता


   सहायता करने वाले अनेकों धर्मार्थ संस्थान अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए लोगों द्वारा दिए गए आर्थिक दान या उन लोगों के लिए अब अनुपयोगी हो गए कपड़ों या घर के काम की चीज़ों के दान किए जाने पर निर्भर रहते हैं। यह अच्छा है कि हम अनुपयोगी वस्तुओं को उनके लिए दे दें जिनके वे काम आ सकती हैं। परन्तु किसी मूल्यवान या उपयोग में आ रही वस्तु को दान करने में हमें हिचकिचाहट होती है, हम उसे देना नहीं चाहते हैं।

   परमेश्वर के वचन बाइबल में हम देखते हैं कि जब प्रेरित पौलुस अपने मसीही विश्वास के लिए बन्दीगृह में था, तो उसे निरंतर विश्वासयोग्य साथियों की संगति और उनसे उत्साहवर्धन की आवश्यकता थी। परन्तु फिर भी उसने अपने दो सबसे निकट के और उपयोगी साथियों को फिलिप्पी के मसीही विश्वासियों की सहायता के लिए भेजा (फिलिप्पियों 2:19-30)। फिलिप्पी के मसीही विश्वासियों को लिखी अपनी पत्री में पौलुस ने लिखा, "मुझे प्रभु यीशु में आशा है, कि मैं तीमुथियुस को तुम्हारे पास तुरन्त भेजूंगा, ताकि तुम्हारी दशा सुनकर मुझे शान्‍ति मिले। क्योंकि मेरे पास ऐसे स्‍वाभाव का कोई नहीं, जो शुद्ध मन से तुम्हारी चिन्‍ता करे" (पद 19-20)। और, "पर मैं ने इपफ्रदीतुस को जो मेरा भाई, और सहकर्मी और संगी योद्धा और तुम्हारा दूत, और आवश्यक बातों में मेरी सेवा टहल करने वाला है, तुम्हारे पास भेजना अवश्य समझा" (पद 25)। पौलुस को जिस की सबसे अधिक आवश्यकता थी, उसने उसे ही उनमुक्त भाव से दूसरों की सहायता के लिए दे दिया।

   जिस भी चीज़ को हम अपने जीवनों में "अति आवश्यक" या "बहुमूल्य" समझते हैं, वही हमारे किसी जानकार के लिए भी बहुत लाभकारी या उपयोगी हो सकती है। यह हमारा समय, हमारी मित्रता, हमारा प्रोत्साहन, उनकी बात सुनने के लिए दिया गया समय और ध्यान, या किसी भी अन्य प्रकार की सहायता के लिए बढ़ाया गया हाथ, इत्यादि कुछ भी हो सकता है। जब जो प्रभु ने हमें दिया है, हम उसे दूसरों की सहायता के लिए दे देते हैं, तो हमारे प्रभु परमेश्वर का आदर और महिमा होती है, और हम परमेश्वर से आशीष के पात्र बन जाते हैं। - डेविड मैक्कैसलैंड


खुले दिल से देने से परमेश्वर का आदर, दूसरों की सहायता और हमारी भलाई होती है।

क्योंकि परमेश्वर ने जगत से ऐसा प्रेम रखा कि उसने अपना एकलौता पुत्र दे दिया, ताकि जो कोई उस पर विश्वास करे, वह नाश न हो, परन्तु अनन्त जीवन पाए। - युहन्ना 3:16

बाइबल पाठ: फिलिप्पियों 2:19-30
Philippians 2:19 मुझे प्रभु यीशु में आशा है, कि मैं तीमुथियुस को तुम्हारे पास तुरन्त भेजूंगा, ताकि तुम्हारी दशा सुनकर मुझे शान्‍ति मिले। 
Philippians 2:20 क्योंकि मेरे पास ऐसे स्‍वाभाव का कोई नहीं, जो शुद्ध मन से तुम्हारी चिन्‍ता करे। 
Philippians 2:21 क्योंकि सब अपने स्‍वार्थ की खोज में रहते हैं, न कि यीशु मसीह की। 
Philippians 2:22 पर उसको तो तुम ने परखा और जान भी लिया है, कि जैसा पुत्र पिता के साथ करता है, वैसा ही उसने सुसमाचार के फैलाने में मेरे साथ परिश्रम किया। 
Philippians 2:23 सो मुझे आशा है, कि ज्योंही मुझे जान पड़ेगा कि मेरी क्या दशा होगी, त्योंही मैं उसे तुरन्त भेज दूंगा। 
Philippians 2:24 और मुझे प्रभु में भरोसा है, कि मैं आप भी शीघ्र आऊंगा। 
Philippians 2:25 पर मैं ने इपफ्रदीतुस को जो मेरा भाई, और सहकर्मी और संगी योद्धा और तुम्हारा दूत, और आवश्यक बातों में मेरी सेवा टहल करने वाला है, तुम्हारे पास भेजना अवश्य समझा। 
Philippians 2:26 क्योंकि उसका मन तुम सब में लगा हुआ था, इस कारण वह व्याकुल रहता था क्योंकि तुम ने उस की बीमारी का हाल सुना था। 
Philippians 2:27 और निश्‍चय वह बीमार तो हो गया था, यहां तक कि मरने पर था, परन्तु परमेश्वर ने उस पर दया की; और केवल उस ही पर नहीं, पर मुझ पर भी, कि मुझे शोक पर शोक न हो। 
Philippians 2:28 इसलिये मैं ने उसे भेजने का और भी यत्‍न किया कि तुम उस से फिर भेंट कर के आनन्‍दित हो जाओ और मेरा भी शोक घट जाए। 
Philippians 2:29 इसलिये तुम प्रभु में उस से बहुत आनन्द के साथ भेंट करना, और ऐसों का आदर किया करना। 
Philippians 2:30 क्योंकि वही मसीह के काम के लिये अपने प्राणों पर जोखिम उठा कर मरने के निकट हो गया था, ताकि जो घटी तुम्हारी ओर से मेरी सेवा में हुई, उसे पूरा करे।

एक साल में बाइबल: 
  • यशायाह 5-6
  • इफिसियों 1