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रविवार, 8 मार्च 2020

शिक्षा



      सिंगापुर के एक समाचार पत्र में, सन 2010 में, एक विशेष लेख छपा था जिसमें आठ वरिष्ठ नागरिकों के जीवन के अनुभवों के आधार पर जीवन के लिए शिक्षाएं दी गई थीं। उस लेख की आरंभिक पंक्तियाँ थीं: “यदयपि आयु के साथ शरीर और मस्तिष्क के लिए चुनौतियां आती हैं, किन्तु साथ ही अन्य क्षेत्रों में उन्नति भी देखने को मिलती है। सामाजिक और भावनात्मक ज्ञान की बहुतायत होती है, जो ऐसे गुण हैं जिन्हें वैज्ञानिक अब बुद्धिमानी कहने लगे हैं...वृद्धों का ज्ञान।”

      निःसंदेह बुद्धिमान वृद्ध व्यक्तियों के पास जीवन के विषय हमें सिखाने के लिए बहुत कुछ होता है; और उनकी इस बुद्धिमानी की अवहेलना करना मूर्खतापूर्ण हो सकता है। परमेश्वर के वचन बाइबल में हम एक ऐसे ही युवक राजा से मिलते हैं जिसने राजपाट संभालते ही यह गलती की और भारी हानि उठाई।

      राजा सुलैमान की मृत्यु के पश्चात उसका पुत्र रहूबियाम राजा बना। हम 1 राजाओं 12:3 में पढ़ते हैं कि इस्राएल के लोग उसके पास अपनी एक विनती लेकर गए – कि वह उनके उस कठोर परिश्रम और भारी करों के बोझ को हल्का कर दे जो सुलैमान ने उन पर लगा रखा था; और इसके प्रत्युत्तर में वे वफादारी से सदा उसके सेवा करते रहेंगे। राजा ने इसके विषय निर्णय लेने के लिए पहले वृद्धों से परामर्श लिया, किन्तु उनके द्वारा दिए गए परामर्श की अवहेलना करके उसने अपने साथी युवकों की मूर्खतापूर्ण बात को मान लिया, और प्रजा के बोझ को और भी अधिक बढ़ा दिया। अपनी इस मूर्खता के कारण उसने अपने राज्य का एक बहुत बड़ा भाग गँवा दिया, और इस्राएल दो भागों, यहूदा और इस्राएल, में विभाजित हो गया।

      हम सभी को वर्षों के अनुभव से आने वाली बुद्धिमता के परामर्शों की आवश्यकता होती है, विशेषकर उन लोगों से जो परमेश्वर के भय में और परमेश्वर के साथ चलते रहे हैं, और परमेश्वर के आज्ञाकारी रहे हैं। उस ज्ञान के खजाने बारे में सोचिए जो उन्होंने परमेश्वर से प्राप्त किया है। उनके पास प्रभु के बारे में हमारे साथ बांटने के लिए बहुत कुछ है; हम उन्हें खोजें और उनसे शिक्षा प्राप्त करें। - पोह फैंग चिया

युवावस्था की गलतियों से बचने के लिए वृद्धावस्था से ज्ञान को लें।

बूढ़ों में बुद्धि पाई जाती है, और लम्बी आयु वालों में समझ होती तो है। - अय्यूब 12:12

बाइबल पाठ: 1 राजाओं 12:1-7, 12-17
1 Kings 12:1 रहूबियाम तो शकेम को गया, क्योंकि सब इस्राएली उसको राजा बनाने के लिये वहीं गए थे।
1 Kings 12:2 और जब नबात के पुत्र यारोबाम ने यह सुना, ( जो अब तक मिस्र में रहता था, क्योंकि यारोबाम सुलैमान राजा के डर के मारे भगकर मिस्र में रहता था।
1 Kings 12:3 सो उन लोगों ने उसको बुलवा भेजा ) तब यारोबाम और इस्राएल की समस्त सभा रहूबियाम के पास जा कर यों कहने लगी,
1 Kings 12:4 कि तेरे पिता ने तो हम लोगों पर भारी जूआ डाल रखा था, तो अब तू अपने पिता की कठिन सेवा को, और उस भारी जूए को, जो उसने हम पर डाल रखा है, कुछ हलका कर; तब हम तेरे आधीन रहेंगे।
1 Kings 12:5 उसने कहा, उभी तो जाओ, और तीन दिन के बाद मेरे पास फिर आना। तब वे चले गए।
1 Kings 12:6 तब राजा रहूबियाम ने उन बूढ़ों से जो उसके पिता सुलैमान के जीवन भर उसके साम्हने उपस्थित रहा करते थे सम्मति ली, कि इस प्रजा को कैसा उत्तर देना उचित है, इस में तुम क्या सम्मति देते हो?
1 Kings 12:7 उन्होंने उसको यह उत्तर दिया, कि यदि तू अभी प्रजा के लोगों का दास बनकर उनके आधीन हो और उन से मधुर बातें कहे, तो वे सदैव तेरे आधीन बने रहेंगे।
1 Kings 12:12 तीसरे दिन, जैसे राजा ने ठहराया था, कि तीसरे दिन मेरे पास फिर आना, वैसे ही यारोबाम और समस्त प्रजागण रहूबियाम के पास उपस्थित हुए।
1 Kings 12:13 तब राजा ने प्रजा से कड़ी बातें कीं,
1 Kings 12:14 और बूढ़ों की दी हुई सम्मति छोड़कर, जवानों की सम्मति के अनुसार उन से कहा, कि मेरे पिता ने तो तुम्हारा जूआ भारी कर दिया, परन्तु मैं उसे और भी भारी कर दूंगा: मेरे पिता ने तो कोड़ों से तुम को ताड़ना दी, परन्तु मैं तुम को बिच्छुओं से ताड़ना दूंगा।
1 Kings 12:15 सो राजा ने प्रजा की बात नहीं मानी, इसका कारण यह है, कि जो वचन यहोवा ने शीलोवासी अहिय्याह के द्वारा नबात के पुत्र यारोबाम से कहा था, उसको पूरा करने के लिये उसने ऐसा ही ठहराया था।
1 Kings 12:16 जब सब इस्राएल ने देखा कि राजा हमारी नहीं सुनता, तब वे बोले, कि दाऊद के साथ हमारा क्या अंश? हमारा तो यिशै के पुत्र में कोई भाग नहीं! हे इस्राएल अपने अपने डेरे को चले जाओ: अब हे दाऊद, अपने ही घराने की चिन्ता कर।
1 Kings 12:17 सो इस्राएल अपने अपने डेरे को चले गए। केवल जितने इस्राएली यहूदा के नगरों में बसे हुए थे उन पर रहूबियाम राज्य करता रहा।

एक साल में बाइबल: 
  • व्यवस्थाविवरण 5-7
  • मरकुस 11:1-18



शनिवार, 7 मार्च 2020

सदा-सर्वदा



      मेरी पोती एलिसा और मेरा एक नियम है, हम विदा लेते समय एक दूसरे के गले से लिपट कर 20 सेकेण्ड तक ऊंची आवाज़ में रोने और सुबकने का नाटक करते हैं, और फिर एक दूसरे से पीछे हट कर सामान्य स्वर में कहते हैं “फिर मिलेंगे” और मुड़कर चल देते हैं। हमारी इस बचकानी प्रथा के बावजूद हमारी यही अपेक्षा रहती है कि हम फिर से मिलेंगे, और शीघ्र ही मिलेंगे।

      परन्तु कभी-कभी अपने प्यारों से बिछुड़ना बहुत कठिन हो सकता है। परमेश्वर के वचन बाइबल में जब पौलुस ने इफिसुस की मसीही मण्डली के अगुवों  से अंतिम विदाई ली, तब “वे सब बहुत रोए और पौलुस के गले में लिपट कर उसे चूमने लगे। वे विशेष कर के इस बात का शोक करते थे, जो उसने कही थी, कि तुम मेरा मुंह फिर न देखोगे; और उन्होंने उसे जहाज तक पहुंचाया” (प्रेरितों 20:37-38)।

      सबसे अधिक शोक तब होता है जब हम मृत्यु के द्वारा अलग किए जाते हैं और इस जीवन में अंतिम बार अलविदा कहते हैं। वह बिछुड़ना कल्पना से भी बाहर होता है; हम शोकित होते हैं; हम रोते हैं। अपने प्रिय जन को फिर कभी न देख पाने के हृदयविदारक सत्य का सामना कर पाना असंभव प्रतीत होता है।

      लेकिन पौलुस ने ऐसे समयों के लिए लिखा है की हम उन के समान शोक न करें जिनके पास कोई आशा नहीं है, क्योंकि हम मसीही विश्वासियों के लिए, जिनका यह विश्वास है कि हमारा प्रभु मरा और फिर जी उठा, भविष्य में अपने मसीही विश्वासी प्रिय जनों के साथ एक पुनर्मिलन निश्चित है (1 थिस्सलुनीकियों 4:13-18)।

      और सबसे अच्छी बात यह है कि उसके बाद हम सभी मसीही विश्वासी एक-दूसरे के साथ और प्रभु के साथ सदा-सर्वदा तक रहेंगे। - सिंडी हैस कैस्पर

मृत्यु के समय प्रभु के लोग “अलविदा” नहीं परन्तु “फिर मिलेंगे” कहते हैं।

और जैसे आदम में सब मरते हैं, वैसा ही मसीह में सब जिलाए जाएंगे। - 1 कुरिन्थियों 15:22

बाइबल पाठ: 1 थिस्सलुनीकियों 4:13-18
1 Thessalonians 4:13 हे भाइयों, हम नहीं चाहते, कि तुम उनके विषय में जो सोते हैं, अज्ञान रहो; ऐसा न हो, कि तुम औरों के समान शोक करो जिन्हें आशा नहीं।
1 Thessalonians 4:14 क्योंकि यदि हम प्रतीति करते हैं, कि यीशु मरा, और जी भी उठा, तो वैसे ही परमेश्वर उन्हें भी जो यीशु में सो गए हैं, उसी के साथ ले आएगा।
1 Thessalonians 4:15 क्योंकि हम प्रभु के वचन के अनुसार तुम से यह कहते हैं, कि हम जो जीवित हैं, और प्रभु के आने तक बचे रहेंगे तो सोए हुओं से कभी आगे न बढ़ेंगे।
1 Thessalonians 4:16 क्योंकि प्रभु आप ही स्वर्ग से उतरेगा; उस समय ललकार, और प्रधान दूत का शब्द सुनाई देगा, और परमेश्वर की तुरही फूंकी जाएगी, और जो मसीह में मरे हैं, वे पहिले जी उठेंगे।
1 Thessalonians 4:17 तब हम जो जीवित और बचे रहेंगे, उन के साथ बादलों पर उठा लिये जाएंगे, कि हवा में प्रभु से मिलें, और इस रीति से हम सदा प्रभु के साथ रहेंगे।
1 Thessalonians 4:18 सो इन बातों से एक दूसरे को शान्‍ति दिया करो।

एक साल में बाइबल: 
  • व्यवस्थाविवरण 3-4
  • मरकुस 10:32-52



शुक्रवार, 6 मार्च 2020

बच्चों के समान



      वह छोटी लड़की स्तुति के संगीत पर गलियारे में आनंदपूर्वक और शालीनता के साथ अकेली ही नृत्य कर रही थी। वह गलियारे में अकेली ही थी, परन्तु इससे वह थिरकने, हाथ हिलाने, घूमने और अपने पांवों को संगीत के साथ उठाने से रुक नहीं रही थी; और उसकी माँ भी मुस्कुराती हुई उसे देख रही थी किन्तु उसे रोक नहीं रही थी।

      उसे देखते हुए मेरा मन भी उत्साहित हुआ, और बहुत लालसा हुई कि मैं भी उसके साथ नृत्य करूं – परन्तु मैंने नहीं किया। मैं बहुत पहले ही आनंद और कौतूहल की अपनी बचपने की निःसंकोच अभिव्यक्ति को कहीं खो चुकी थी। यद्यपि हम से अपेक्षा रखी जाती है कि हम अपने बचपन की बातों को पीछे छोड़कर व्यसक और परिपक्व होंगे, किन्तु कभी हम से यह अपेक्षा नहीं की गई है कि हम परमेश्वर के साथ अपने संबंध में बचपन के उस आनंद और कौतूहल को कहीं खो देंगे।

      हम परमेश्वर के वचन बाइबल में देखते हैं कि जब प्रभु यीशु पृथ्वी पर थे, तो वे बच्चों का उनके पास आने का स्वागत करते थे, और अपनी शिक्षाओं में अकसर उनका उल्लेख करते थे (मत्ती 11:25; 18:3; 21:16)। एक बार तो उन्होंने अपने शिष्यों को डांटा, क्योंकि वे बच्चों को आशीष देने के लिए उनके पास लाने से माता-पिताओं को रोक रहे थे; प्रभु ने कहा, “बालकों को मेरे पास आने दो और उन्हें मना न करो, क्योंकि परमेश्वर का राज्य ऐसों ही का है” (मरकुस 10:14)। प्रभु उन बच्चों के समान गुणों के बारे में कह रहे थे जो हमें मसीह को स्वीकार करने के लिए तैयार करते हैं – आनन्द और कौतूहल, परन्तु साथ ही सादगी, निर्भरता, भरोसा, और नम्रता भी।

      बच्चों के समान आनन्द और कौतुहल हमारे मनों को उसे स्वीकार करने के लिए और भी अधिक संवेदनशील बनाते हैं। प्रभु हमारी प्रतीक्षा में है, कि हम बच्चों के समान उसकी बाहों में चले आएं। - एलिसन कीडा

भरोसा सबसे अधिक बच्चे के समान मन में ही चमकता है।

उसी समय यीशु ने कहा, हे पिता, स्वर्ग और पृथ्वी के प्रभु; मैं तेरा धन्यवाद करता हूं, कि तू ने इन बातों को ज्ञानियों और समझदारों से छिपा रखा, और बालकों पर प्रगट किया है। - मत्ती 11:25

बाइबल पाठ: मरकुस 10:13-16
Mark 10:13 फिर लोग बालकों को उसके पास लाने लगे, कि वह उन पर हाथ रखे, पर चेलों ने उन को डांटा।
Mark 10:14 यीशु ने यह देख क्रुध हो कर उन से कहा, बालकों को मेरे पास आने दो और उन्हें मना न करो, क्योंकि परमेश्वर का राज्य ऐसों ही का है।
Mark 10:15 मैं तुम से सच कहता हूं, कि जो कोई परमेश्वर के राज्य को बालक के समान ग्रहण न करे, वह उस में कभी प्रवेश करने न पाएगा।
Mark 10:16 और उसने उन्हें गोद में लिया, और उन पर हाथ रखकर उन्हें आशीष दी।

एक साल में बाइबल: 
  • व्यवस्थाविवरण 1-2
  • मरकुस 10:1-31



गुरुवार, 5 मार्च 2020

सामर्थ्य



      मेरा मित्र आर्ची छुट्टियाँ मनाकर जब घर लौटा तो उसने पाया कि उसके पड़ौसी ने उसकी ज़मीन की सीमा के पांच फुट अन्दर आकर बाड़ लगा ली थी। कई सप्ताह बीत गए, जिनमें आर्ची ने अपने पड़ौसी के साथ उस बाड़ को हटाने के प्रयास किए। उसने इस काम के खर्च को आधा-आधा बाँटने का भी प्रस्ताव दिया, परन्तु कुछ नहीं हुआ। आर्ची नागरिक अधिकारियों के सामने शिकायत रख सकता था, मुकद्दमा कर सकता था। परन्तु उसने अपने इस अधिकार को प्रयोग न करने का निर्णय लिया और उस बाड़ को बने रहने दिया – ताकि अपने पड़ौसी को परमेश्वर के अनुग्रह को दिखा सके।

      हो सकता है कि आप कहें, “आर्ची डरपोक और दब्बू है;” परन्तु मैं कहूँगा की वह असाधारण सामर्थ्य से भरा हुआ है – उसने अधिग्रहण के ऊपर अनुग्रह को चुना।

      इस सन्दर्भ में मैं परमेश्वर के वचन बाइबल के पात्रों, अब्राहम और लूत के बारे में सोचता हूँ। यद्यपि ये दोनों चाचा-भतीजा थे, परन्तु उनके पशुओं की अधिकाई के कारण उनके लिए स्थान छोटा पड़ने लगा और उनके चरवाहों में झगड़े होने लगे। उस समय उसी स्थान पर अन्याजाति, अविश्वासी कनानी और परिज्जी लोग भी रहा करते थे (उत्पत्ति 13:7)। अब्राहम ने लूत को प्रस्ताव दिया कि वे अपने-अपने स्थान चुनकर अलग-अलग जाकर रहते हैं, जिससे झगड़े न बढ़ें, और उसने पहला चुनाव करने का अधिकार अपने भतीजे लूत को दिया। लूत ने अवसर का लाभ उठाया और सबसे उपजाऊ तथा सींचा हुआ क्षेत्र अपने लिए चुन लिया; और अब्राहम ने जो रह गया था, वह ले लिया। समय बीता और लूत ने जो चुना था वह सब नाश हो गया, और उसने सब कुछ गँवा दिया; किन्तु जो उस समय अनुपजाऊ और बंजर लग रहा था, वही अब्राहम और उसके वंशजों के लिए परमेश्वर द्वारा प्रतिज्ञा की हुई आशीष की भूमि हो गया (पद 12-17)।

      हमारे अधिकार होते हैं, और हम उनका प्रयोग भी कर सकते हैं, विशेषकर तब जब औरों के अधिकारों की भी बात साथ में हो। कभी-कभी हमारा उन अधिकारों के निर्वाह की मांग करना सही भी हो सकता है, जैसा की पौलुस ने किया जब धर्म-संसद ने उसके विरुद्ध अन्यायपूर्ण कार्य किया (प्रेरितों 23:1-3)। परन्तु हम ऐसा करने के स्थान पर संसार के समक्ष एक बेहतर नमूना भी रख सकते हैं, नम्र होकर मामले के निपटारे को परमेश्वर के हाथों में छोड़ना। बाइबल इसे दुर्बलता नहीं विनम्रता – परमेश्वर के नियंत्रण में सामर्थ्य, कहती है। - डेविड एच. रोपर

मेरे जीवन की गवाही से मेरे पड़ौसी को परमेश्वर के गुणों की अनुभूति होती है।

उसी प्रकार तुम्हारा उजियाला मनुष्यों के साम्हने चमके कि वे तुम्हारे भले कामों को देखकर तुम्हारे पिता की, जो स्वर्ग में हैं, बड़ाई करें। - मत्ती 5:16

बाइबल पाठ: उत्पत्ति 13:1-18
Genesis 13:1 तब अब्राम अपनी पत्नी, और अपनी सारी सम्पत्ति ले कर, लूत को भी संग लिये हुए, मिस्र को छोड़ कर कनान के दक्खिन देश में आया।
Genesis 13:2 अब्राम भेड़-बकरी, गाय-बैल, और सोने-रूपे का बड़ा धनी था।
Genesis 13:3 फिर वह दक्खिन देश से चलकर, बेतेल के पास उसी स्थान को पहुंचा, जहां उसका तम्बू पहले पड़ा था, जो बेतेल और ऐ के बीच में है।
Genesis 13:4 यह स्थान उस वेदी का है, जिसे उसने पहले बनाई थी, और वहां अब्राम ने फिर यहोवा से प्रार्थना की।
Genesis 13:5 और लूत के पास भी, जो अब्राम के साथ चलता था, भेड़-बकरी, गाय-बैल, और तम्बू थे।
Genesis 13:6 सो उस देश में उन दोनों की समाई न हो सकी कि वे इकट्ठे रहें: क्योंकि उनके पास बहुत धन था इसलिये वे इकट्ठे न रह सके।
Genesis 13:7 सो अब्राम, और लूत की भेड़-बकरी, और गाय-बैल के चरवाहों के बीच में झगड़ा हुआ: और उस समय कनानी, और परिज्जी लोग, उस देश में रहते थे।
Genesis 13:8 तब अब्राम लूत से कहने लगा, मेरे और तेरे बीच, और मेरे और तेरे चरवाहों के बीच में झगड़ा न होने पाए; क्योंकि हम लोग भाई बन्धु हैं।
Genesis 13:9 क्या सारा देश तेरे साम्हने नहीं? सो मुझ से अलग हो, यदि तू बाईं ओर जाए तो मैं दाहिनी ओर जाऊंगा; और यदि तू दाहिनी ओर जाए तो मैं बाईं ओर जाऊंगा।
Genesis 13:10 तब लूत ने आंख उठा कर, यरदन नदी के पास वाली सारी तराई को देखा, कि वह सब सिंची हुई है। जब तक यहोवा ने सदोम और अमोरा को नाश न किया था, तब तक सोअर के मार्ग तक वह तराई यहोवा की बाटिका, और मिस्र देश के समान उपजाऊ थी।
Genesis 13:11 सो लूत अपने लिये यरदन की सारी तराई को चुन के पूर्व की ओर चला, और वे एक दूसरे से अलग हो गए।
Genesis 13:12 अब्राम तो कनान देश में रहा, पर लूत उस तराई के नगरों में रहने लगा; और अपना तम्बू सदोम के निकट खड़ा किया।
Genesis 13:13 सदोम के लोग यहोवा के लेखे में बड़े दुष्ट और पापी थे।
Genesis 13:14 जब लूत अब्राम से अलग हो गया तब उसके पश्चात यहोवा ने अब्राम से कहा, आंख उठा कर जिस स्थान पर तू है वहां से उत्तर-दक्खिन, पूर्व-पश्चिम, चारों ओर दृष्टि कर।
Genesis 13:15 क्योंकि जितनी भूमि तुझे दिखाई देती है, उस सब को मैं तुझे और तेरे वंश को युग युग के लिये दूंगा।
Genesis 13:16 और मैं तेरे वंश को पृथ्वी की धूल के किनकों की नाईं बहुत करूंगा, यहां तक कि जो कोई पृथ्वी की धूल के किनकों को गिन सकेगा वही तेरा वंश भी गिन सकेगा।
Genesis 13:17 उठ, इस देश की लम्बाई और चौड़ाई में चल फिर; क्योंकि मैं उसे तुझी को दूंगा।
Genesis 13:18 इसके पशचात्‌ अब्राम अपना तम्बू उखाड़ कर, माम्रे के बांजों के बीच जो हेब्रोन में थे जा कर रहने लगा, और वहां भी यहोवा की एक वेदी बनाई।

एक साल में बाइबल: 
  • गिनती 34-36
  • मरकुस 9:30-50



बुधवार, 4 मार्च 2020

निकट



      उसे मेरे जीवन का सबसे रोमांचक समय होना चाहिए था; परन्तु वह सबसे अधिक अकेलेपन का समय हो गया था। कॉलेज की पढ़ाई समाप्त करने के पश्चात, यह मेरी पहली ‘वास्तविक’ नौकरी थी; एक ऐसे शहर में जो मेरे घर से सैंकड़ों मील दूर था। अपना यह पहला बड़ा कदम उठाने का मेरा यह रोमांच शीघ्र ही फीका पड़ गया। मेरे पास रहने के लिए एक छोटा सा कमरा था, कोई घर का सामान, मेज़, कुर्सी आदि नहीं थे, और मैं यहाँ पर किसी को भी नहीं जानता था। मेरा काम तो रोचक था, परन्तु काम के बाद का अकेलापन काटने को दौड़ता था।

      एक रात मैं अपने कमरे में दीवार से पीठ लगाए हुए बैठा था। मैंने परमेश्वर के वचन बाइबल को खोला, और भजन 16 मेरे सामने आ गया, जिसमें पद 11 में परमेश्वर अपनी निकटता से भर देने की प्रतिज्ञा देता है। मैं प्रार्थना करने लगा, “हे प्रभु, मुझे लगा था की यह नौकरी मेरे लिए सही है, परन्तु मैं इतना अकेला अनुभव करता हूँ। कृपया मुझे अपनी निकटता के एहसास से भर दें।” मैं कई हफ़्तों तक इसी प्रार्थना को विभिन्न शब्दों में दोहराता रहा। किसी रात को मेरे अकेलेपन की भावना हट जाती और मुझे परमेश्वर की उपस्थिति का गहरा एहसास होता था; अन्य रातों को मुझे फिर से बेचैन करने वाला अकेलापन सताता था।

      परन्तु मैं बार-बार लौटकर उसी पद पर आता रहा; हर रात अपने मन को उसी पद पर स्थिर करता रहा, और धीरे-धीरे परमेश्वर मेरे विश्वास को और गहरा करता चला गया। मैंने उसकी विश्वासयोग्यता को ऐसे अनुभव किया जैसा पहले कभी नहीं किया था। साथ ही मैंने यह भी सीखा कि मेरा काम था अपने हृदय को परमेश्वर के आगे खोल कर उंडेल देना...और विनम्रतापूर्वक उसके विश्वासयोग्य प्रत्युत्तर की प्रतीक्षा करना, इस भरोसे के साथ कि वह मुझे अपनी निकटता के एहसास से भर देगा। - एडम होल्ज़

अपने हृदय को परमेश्वर में दृढ़ रखें।

परन्तु धर्मियों की चाल उस चमकती हुई ज्योति के समान है, जिसका प्रकाश दोपहर तक अधिक अधिक बढ़ता रहता है। - नीतिवचन 4:18

बाइबल पाठ: भजन 16:5-11
Psalms 16:1 हे ईश्वर मेरी रक्षा कर, क्योंकि मैं तेरा ही शरणागत हूं।
Psalms 16:2 मैं ने परमेश्वर से कहा है, कि तू ही मेरा प्रभु है; तेरे सिवाए मेरी भलाई कहीं नहीं।
Psalms 16:3 पृथ्वी पर जो पवित्र लोग हैं, वे ही आदर के योग्य हैं, और उन्हीं से मैं प्रसन्न रहता हूं।
Psalms 16:4 जो पराए देवता के पीछे भागते हैं उनका दु:ख बढ़ जाएगा; मैं उनके लोहू वाले तपावन नहीं तपाऊंगा और उनका नाम अपने ओठों से नहीं लूंगा।
Psalms 16:5 यहोवा मेरा भाग और मेरे कटोरे का हिस्सा है; मेरे बाट को तू स्थिर रखता है।
Psalms 16:6 मेरे लिये माप की डोरी मनभावने स्थान में पड़ी, और मेरा भाग मनभावना है।
Psalms 16:7 मैं यहोवा को धन्य कहता हूं, क्योंकि उसने मुझे सम्मत्ति दी है; वरन मेरा मन भी रात में मुझे शिक्षा देता है।
Psalms 16:8 मैं ने यहोवा को निरन्तर अपने सम्मुख रखा है: इसलिये कि वह मेरे दाहिने हाथ रहता है मैं कभी न डगमगाऊंगा।
Psalms 16:9 इस कारण मेरा हृदय आनन्दित और मेरी आत्मा मगन हुई; मेरा शरीर भी चैन से रहेगा।
Psalms 16:10 क्योंकि तू मेरे प्राण को अधोलोक में न छोड़ेगा, न अपने पवित्र भक्त को सड़ने देगा।
Psalms 16:11 तू मुझे जीवन का रास्ता दिखाएगा; तेरे निकट आनन्द की भरपूरी है, तेरे दाहिने हाथ में सुख सर्वदा बना रहता है।

एक साल में बाइबल: 
  • गिनती 31-33
  • मरकुस 9:1-29



मंगलवार, 3 मार्च 2020

मूल्यवान



      उसका नाम डेविड था, परन्तु अधिकाँश लोग उसे “बाजा बजाने वाला” ही बुलाते थे। डेविड एक वृद्ध, बिखरे बालों, और बिना संवरे रहने वाला व्यक्ति था, जो सड़क के किनारे खड़ा हुआ आने-जाने वालों का अपने वायलिन बजाने के असाधारण कौशल द्वारा मनोरंजन करता रहता था, और यदि सुनने वालों में से कोई, कभी-कभी उसके वायलिन के खुले हुए डिब्बे में कुछ पैसे डाला देता था; तब डेविड मुस्कुरा कर उसकी ओर देखता धन्यवाद के लिए अपना सिर झुकाता और वायलिन बजाता रहता।

      हाल ही में डेविड का देहांत हो गया, और स्थानीय अखबार में उसके निधन की सूचना छपी, जिसमें उसके बारे में कुछ बताया गया। लोगों को पढ़कर अचंभा हुआ कि वह एक प्रसिद्द विश्वविद्यालय का स्नातक था, कई भाषाएँ बोल लेता था, और कई वर्ष पहले उसने अपने क्षेत्र से राज्यसभा के लिए चुनाव भी लड़ा था। लोग चकित थे कि केवल उसके बाहरी स्वरूप पर ही वे उसका आंकलन करते रहे थे, उन्होंने उसके स्वरूप के कारण उसे कोई विशेष मूल्य नहीं दिया।

      परमेश्वर का वचन बाइबल हमें बताती है कि, “परमेश्वर ने मनुष्य को अपने ही स्वरूप में बनाया है” (उत्पत्ति 1:27)। यह हम सभी के अन्दर विद्यमान एक निहित मूल्य का सूचक है, चाहे हमारा बाहरी स्वरूप कैसा भी हो, हमारी उपलब्धियां या हमारे बारे में लोगों के विचार जो भी हों। परमेश्वर के लिए हम इतने मूल्यवान हैं की उसने अपने एकलौते पुत्र को हमारे लिए बलिदान होने, हमारे उद्धार का मार्ग तैयार करने और हमारे उसके साथ अनन्त जीवन बिताने का माध्यम बनने के लिए भेजा। जब हमने अपने पापों से परमेश्वर की ओर मुड़ने का निर्णय लेते हैं, तब वह हमें इसी मूल्य के अंतर्गत स्वीकार करता है।

      परमेश्वर हमसे प्रेम करता है, और हमारे चारों ओर ऐसे अनेकों लोग हैं जो परमेश्वर के लिए मूल्यवान हैं। हम परमेश्वर द्वारा मनुष्यों को मूल्यवान समझने का आदर करें, और उसके प्रेम, क्षमा और उद्धार के सन्देश को उन्हें बाँटें। - जेम्स बैंक्स

परमेश्वर का प्रेम बांटे जाने के लिए है।

हे प्रियो, जब परमेश्वर ने हम से ऐसा प्रेम किया, तो हम को भी आपस में प्रेम रखना चाहिए। - 1 यूहन्ना 4:11

बाइबल पाठ: यूहन्ना 3:14-21
John 3:14 और जिस रीति से मूसा ने जंगल में सांप को ऊंचे पर चढ़ाया, उसी रीति से अवश्य है कि मनुष्य का पुत्र भी ऊंचे पर चढ़ाया जाए।
John 3:15 ताकि जो कोई विश्वास करे उस में अनन्त जीवन पाए।
John 3:16 क्योंकि परमेश्वर ने जगत से ऐसा प्रेम रखा कि उसने अपना एकलौता पुत्र दे दिया, ताकि जो कोई उस पर विश्वास करे, वह नाश न हो, परन्तु अनन्त जीवन पाए।
John 3:17 परमेश्वर ने अपने पुत्र को जगत में इसलिये नहीं भेजा, कि जगत पर दंड की आज्ञा दे परन्तु इसलिये कि जगत उसके द्वारा उद्धार पाए।
John 3:18 जो उस पर विश्वास करता है, उस पर दंड की आज्ञा नहीं होती, परन्तु जो उस पर विश्वास नहीं करता, वह दोषी ठहर चुका; इसलिये कि उसने परमेश्वर के एकलौते पुत्र के नाम पर विश्वास नहीं किया।
John 3:19 और दंड की आज्ञा का कारण यह है कि ज्योति जगत में आई है, और मनुष्यों ने अन्धकार को ज्योति से अधिक प्रिय जाना क्योंकि उन के काम बुरे थे।
John 3:20 क्योंकि जो कोई बुराई करता है, वह ज्योति से बैर रखता है, और ज्योति के निकट नहीं आता, ऐसा न हो कि उसके कामों पर दोष लगाया जाए।
John 3:21 परन्तु जो सच्चाई पर चलता है वह ज्योति के निकट आता है, ताकि उसके काम प्रगट हों, कि वह परमेश्वर की ओर से किए गए हैं।

एक साल में बाइबल: 
  • गिनती 28-30
  • मरकुस 8:22-38



सोमवार, 2 मार्च 2020

सुरक्षित स्थान



      मोबाइल फोन का एक लाभ है कि अब हमारे पास किसी अन्य से कभी भी और कितनी भी बातचीत कर पाना संभव है। इसका एक परिणाम यह भी है कि लोग वाहन चलाते हुए भी फोन पार बात करते या सन्देश भेजते रहते हैं – जिससे कभी-कभी भयानक दुर्घटनाएँ हो जाती हैं। ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए संसार के अनेकों देशों ने फोन का प्रयोग करते समय वाहन चलाना प्रतिबंधित किया है। अमेरिका में अनेकों स्थानों पर सड़कों पर चिन्ह लगाए जा रहे हैं की वाहन चालकों को रुक कर बातचीत करने के लिए सुरक्षित स्थान उपलब्ध हैं। वे उन फोन कर पाने के सुरक्षित स्थानों पर रुक कर अपनी इच्छा के समयानुसार फोन पर बातचीत कर सकते हैं।

      वाहन चालकों के लिए वाहन चलाते समय फोन पर बातचीत प्रतिबंधित करना अच्छा है; परन्तु एक अन्य प्रकार की बातचीत है जिस पर कोई प्रतिबन्ध नहीं है: परमेश्वर से प्रार्थना। परमेश्वर द्वारा हमें खुला निमंत्रण है कि हम चाहे आ रहे हों, जा रहे हों, या शांत बैठे हुए हों, हम कभी भी किसी भी बात के लिए उससे वार्तालाप कर सकते हैं। परमेश्वर के वचन बाइबल के नए नियम खंड में प्रेरित पौलुस द्वारा उन सभी के लिए परामर्श है, जो परमेश्वर से बातचीत करना चाहते हैं, कि वे “निरंतर प्रार्थना में लगे रहें” (1 थिस्सलुनीकियों 5:17)। पौलुस परमेश्वर से बातचीत करने के इस खुले निमंत्रण के साथ ही हमें “सदा आनंदित” रहने और हर परिस्थिति में हर बात के लिए धन्यवाद देने के लिए भी कहता है (पद 16, 18)। परमेश्वर हमें आनन्द और धन्यवाद के मनोभाव में रहने के लिए कहता है – जो निरंतर प्रार्थना करते रहने पर आधारित मसीह यीशु में होकर परमेश्वर पर भरोसा रखने की अभिव्यक्तियाँ हैं।

      परमेश्वर सदैव सहायता के लिए हमारी त्वरित पुकार के लिए भी, और किसी बात को लेकर उससे लम्बी बातचीत के लिए भी उपलब्ध रहता है। वह उसके साथ संबंध बनाकर रहने के लिए हमारा स्वागत करता है, जहां हम उसके साथ अपनी भावनाओं और बातों का निरंतर और अविरल आदान-प्रदान करते रह सकते हैं; वे चाहे हमारे आनन्द हों, कृतज्ञता हो, या हमारी आवश्यकताएं हों या हमारे प्रश्न हों, या हमारी कोई चिंता अथवा भय हो (इब्रानियों 4:15-16)। वह हमारे लिए सदा प्रार्थना के एक सुरक्षित स्थान को उपलब्ध रखता है। - बिल क्राउडर

परमेश्वर के सिंहासन तक पहुँच सदा बनी रहती है।

क्योंकि हमारा ऐसा महायाजक नहीं, जो हमारी निर्बलताओं में हमारे साथ दुखी न हो सके; वरन वह सब बातों में हमारे समान परखा तो गया, तौभी निष्‍पाप निकला। इसलिये आओ, हम अनुग्रह के सिंहासन के निकट हियाव बान्‍धकर चलें, कि हम पर दया हो, और वह अनुग्रह पाएं, जो आवश्यकता के समय हमारी सहायता करे। - इब्रानियों 4:15-16

बाइबल पाठ: 1 थिस्सलुनीकियों 5:16-24
1 Thessalonians 5:16 सदा आनन्‍दित रहो।
1 Thessalonians 5:17 निरन्‍तर प्रार्थना मे लगे रहो।
1 Thessalonians 5:18 हर बात में धन्यवाद करो: क्योंकि तुम्हारे लिये मसीह यीशु में परमेश्वर की यही इच्छा है।
1 Thessalonians 5:19 आत्मा को न बुझाओ।
1 Thessalonians 5:20 भविष्यद्वाणियों को तुच्‍छ न जानो।
1 Thessalonians 5:21 सब बातों को परखो: जो अच्छी है उसे पकड़े रहो।
1 Thessalonians 5:22 सब प्रकार की बुराई से बचे रहो।
1 Thessalonians 5:23 शान्‍ति का परमेश्वर आप ही तुम्हें पूरी रीति से पवित्र करे; और तुम्हारी आत्मा और प्राण और देह हमारे प्रभु यीशु मसीह के आने तक पूरे पूरे और निर्दोष सुरक्षित रहें।
1 Thessalonians 5:24 तुम्हारा बुलाने वाला सच्चा है, और वह ऐसा ही करेगा।

एक साल में बाइबल: 
  • गिनती 26-27
  • मरकुस 8:1-21