ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

गुरुवार, 14 जनवरी 2016

नींद और आराम


   कभी कभी हम चाहे जितना प्रयत्न कर लें, अपने तकिए को सही करें या उसे दबाएं-पीटें, करवटें बदलें लेकिन हमें नींद नहीं आती। एक अखबार में छपे लेख ने अच्छी नींद सोने के कुछ सुझाव देने के बाद अन्त में कहा कि अच्छी नींद प्राप्त करने का कोई "सही उपाय" नहीं है।

   नींद ना आने के कई कारण हो सकते हैं, और उन कारणों में से अनेक के बारे में हम कुछ नहीं कर सकते। लेकिन कई बार ना सो पाने का कारण होते हैं हमारी चिन्ताएं, व्याकुलता या दोषी मन। ऐसे में परमेश्वर के वचन बाइबल में भजन 4 में दिए गए दाऊद के उदाहरण से हम सहायता पा सकते हैं। भजन के आरंभ में ही दाऊद ने परमेश्वर से उसकी प्रार्थना सुनने और उस पर करुणा करने की याचना करी (पद 1)। दाऊद ने अपने आप को भी यह स्मरण कराया कि जब भी वह परमेश्वर को पुकारता है, वह उसकी सुनता है (पद 3)। दाऊद हमें प्रोत्साहित करता है: "कांपते रहो और पाप मत करो; अपने अपने बिछौने पर मन ही मन सोचो और चुपचाप रहो" (भजन 4:4)। अपने मनों को जब हम परमेश्वर की भलाईओं, करुणा और प्रेम पर लगाते हैं, जो उसने हमारे और हमारे प्रीय जनों के प्रति तथा संसार के प्रति करी हैं, तो यह हमारे विश्वास को बढ़ाता है (पद 5)।

   परमेश्वर हमारी सहायता करना चाहता है जिससे हम अपनी चिन्ताएं और उनके समाधान उस पर छोड़ कर अपना विश्वास उस पर बनाए रखें कि वह हमारे लिए मार्ग निकालेगा। जब हम ऐसा करेंगे तो परमेश्वर के आनन्द से हमारे हृदय भर जाएंगे और हम दाऊद के समान पाएंगे कि "मैं शान्ति से लेट जाऊंगा और सो जाऊंगा; क्योंकि, हे यहोवा, केवल तू ही मुझ को एकान्त में निश्चिन्त रहने देता है" (भजन 4:8)। - डेव एगनर


चाहे हम सोने ना भी पाएं, तो भी परमेश्वर हमें विश्राम दे सकता है।

तुम जो सवेरे उठते और देर कर के विश्राम करते और दु:ख भरी रोटी खाते हो, यह सब तुम्हारे लिये व्यर्थ ही है; क्योंकि वह अपने प्रियों को यों ही नींद दान करता है। - भजन 127:2

बाइबल पाठ: भजन 4
Psalms 4:1 हे मेरे धर्ममय परमेश्वर, जब मैं पुकारूं तब तू मुझे उत्तर दे; जब मैं सकेती में पड़ा तब तू ने मुझे विस्तार दिया। मुझ पर अनुग्रह कर और मेरी प्रार्थना सुन ले।
Psalms 4:2 हे मनुष्यों के पुत्रों, कब तक मेरी महिमा के बदले अनादर होता रहेगा? तुम कब तक व्यर्थ बातों से प्रीति रखोगे और झूठी युक्ति की खोज में रहोगे? 
Psalms 4:3 यह जान रखो कि यहोवा ने भक्त को अपने लिये अलग कर रखा है; जब मैं यहोवा को पुकारूंगा तब वह सुन लेगा।
Psalms 4:4 कांपते रहो और पाप मत करो; अपने अपने बिछौने पर मन ही मन सोचो और चुपचाप रहो। 
Psalms 4:5 धर्म के बलिदान चढ़ाओ, और यहोवा पर भरोसा रखो।
Psalms 4:6 बहुत से हैं जो कहते हैं, कि कौन हम को कुछ भलाई दिखाएगा? हे यहोवा तू अपने मुख का प्रकाश हम पर चमका! 
Psalms 4:7 तू ने मेरे मन में उस से कहीं अधिक आनन्द भर दिया है, जो उन को अन्न और दाखमधु की बढ़ती से होता था। 
Psalms 4:8 मैं शान्ति से लेट जाऊंगा और सो जाऊंगा; क्योंकि, हे यहोवा, केवल तू ही मुझ को एकान्त में निश्चिन्त रहने देता है।

एक साल में बाइबल: 
  • उत्पत्ति 33-35
  • मत्ती 10:1-20


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें