एक मूर्तिकार अपने मेहमान को संगमरमर की अपनी कृतियाँ दिखा रहा था। वह मेहमान एक असाधारण मूर्ति की ओर आकर्षित हुआ। मूर्ति का जहाँ चेहरा होना चाहिए था, मूर्तिकार ने वहाँ उसे बालों से ढका हुआ दिखाया था और उस मूर्ति के पैरों पर चिड़िया के पंख लगे हुए थे। मेहमान ने मूर्तिकार से पूछा, "इस मूर्ति का क्या नाम है?" मूर्तिकार ने उतर दिया, "अवसर; इसका चेहरा ढका हुआ है क्योंकि जब वह आता है तो अक्सर हम इसे पहचान नहीं पाते; इसके पावों पर पंख लगे हैं, क्योंकि यह अति शीघ्र चला भी जाता है और एक बार गया तो फिर उसे कोई पकड़ नहीं सकता।"
प्रेरित पौलुस ने भी अवसर के शीघ्रता से निकल जाने की बात इफीसियों ५:१६ में कही। इस पद में जिस शब्द का अनुवाद ’समय’ किया गया है उसका अनुवाद ’अवसर’ भी किया जा सकता है। ये अवसर व्यक्तिगत संपर्क के कुछ पल भी हो सकते हैं या कोई घटना, कोई वार्तालाप, किसी पुराने पहचान वाले से अचानक हुई मुलाकात आदि भी। ये सुनहरी अवसर होते हैं किसी की प्यार से देखभाल करने के, किसी को अपने विश्वास की गवाही देने के, अनन्त काल की भलाई का कार्य करने के।
इंगलैंड के एक विख्यात प्रचारक अलेक्ज़ैंडर मैकलैरन ने कहा, "जीवन का प्रत्येक पल हमें एक उद्देश्य के लिए दिया गया है: कि हम अपने प्रभु के अनुरूप बनें। यह अंतिम लक्ष्य जीवन के अनेक छोटे - बड़े लक्ष्यों की पूर्ति के द्वारा संपन्न होता है।"
जब हमारा विश्वास दृढ़ रहता है तो हमें साहस और सदबुद्धि भी मिलती है कि हम प्रत्येक बाधा को अपनी उन्नति अवसर की तरह देख सकें। - पौल वैन गोर्डर।
इसलिये ध्यान से देखो, कि कैसी चाल चलते हो; निर्बुद्धियों की नाईं नहीं पर बुद्धिमानों की नाईं चलो। और अवसर को बहुमोल समझो, क्योंकि दिन बुरे हैं। - इफीसियों ५:१५, १६
बाइबल पाठ: इफीसियों ५:८-१७
Eph 5:8 क्योंकि तुम तो पहले अन्धकार थे परन्तु अब प्रभु में ज्योति हो, सो ज्योति की सन्तान की नाई चलो।
Eph 5:9 (क्योंकि ज्योंति का फल सब प्रकार की भलाई, और धामिर्कता, और सत्य है)।
Eph 5:10 और यह परखो, कि प्रभु को क्या भाता है
Eph 5:11 और अन्धकार के निष्फल कामों में सहभागी न हो, वरन उन पर उलाहना दो।
Eph 5:12 क्योंकि उन के गुप्त कामों की चर्चा भी लाज की बात है।
Eph 5:13 पर जितने कामों पर उलाहना दिया जाता है वे सब ज्योति से प्रगट होते हैं, क्योंकि जो सब कुछ को प्रगट करता है, वह ज्योंति है।
Eph 5:14 इस कारण वह कहता है, हे सोनेवाले जाग और मुर्दों में से जी उठ तो मसीह की ज्योति तुझ पर चमकेगी।
Eph 5:15 इसलिये ध्यान से देखो, कि कैसी चाल चलते हो; निर्बुद्धियों की नाईं नहीं पर बुद्धिमानों की नाईं चलो।
Eph 5:16 और अवसर को बहुमोल समझो, क्योंकि दिन बुरे हैं।
Eph 5:17 इस कारण निर्बुद्धि न हो, पर ध्यान से समझो, कि प्रभु की इच्छा क्या है
एक साल में बाइबल:
प्रेरित पौलुस ने भी अवसर के शीघ्रता से निकल जाने की बात इफीसियों ५:१६ में कही। इस पद में जिस शब्द का अनुवाद ’समय’ किया गया है उसका अनुवाद ’अवसर’ भी किया जा सकता है। ये अवसर व्यक्तिगत संपर्क के कुछ पल भी हो सकते हैं या कोई घटना, कोई वार्तालाप, किसी पुराने पहचान वाले से अचानक हुई मुलाकात आदि भी। ये सुनहरी अवसर होते हैं किसी की प्यार से देखभाल करने के, किसी को अपने विश्वास की गवाही देने के, अनन्त काल की भलाई का कार्य करने के।
इंगलैंड के एक विख्यात प्रचारक अलेक्ज़ैंडर मैकलैरन ने कहा, "जीवन का प्रत्येक पल हमें एक उद्देश्य के लिए दिया गया है: कि हम अपने प्रभु के अनुरूप बनें। यह अंतिम लक्ष्य जीवन के अनेक छोटे - बड़े लक्ष्यों की पूर्ति के द्वारा संपन्न होता है।"
जब हमारा विश्वास दृढ़ रहता है तो हमें साहस और सदबुद्धि भी मिलती है कि हम प्रत्येक बाधा को अपनी उन्नति अवसर की तरह देख सकें। - पौल वैन गोर्डर।
विश्वास बाधाओं को उन्नति के अवसरों में बदल देता है।
इसलिये ध्यान से देखो, कि कैसी चाल चलते हो; निर्बुद्धियों की नाईं नहीं पर बुद्धिमानों की नाईं चलो। और अवसर को बहुमोल समझो, क्योंकि दिन बुरे हैं। - इफीसियों ५:१५, १६
बाइबल पाठ: इफीसियों ५:८-१७
Eph 5:8 क्योंकि तुम तो पहले अन्धकार थे परन्तु अब प्रभु में ज्योति हो, सो ज्योति की सन्तान की नाई चलो।
Eph 5:9 (क्योंकि ज्योंति का फल सब प्रकार की भलाई, और धामिर्कता, और सत्य है)।
Eph 5:10 और यह परखो, कि प्रभु को क्या भाता है
Eph 5:11 और अन्धकार के निष्फल कामों में सहभागी न हो, वरन उन पर उलाहना दो।
Eph 5:12 क्योंकि उन के गुप्त कामों की चर्चा भी लाज की बात है।
Eph 5:13 पर जितने कामों पर उलाहना दिया जाता है वे सब ज्योति से प्रगट होते हैं, क्योंकि जो सब कुछ को प्रगट करता है, वह ज्योंति है।
Eph 5:14 इस कारण वह कहता है, हे सोनेवाले जाग और मुर्दों में से जी उठ तो मसीह की ज्योति तुझ पर चमकेगी।
Eph 5:15 इसलिये ध्यान से देखो, कि कैसी चाल चलते हो; निर्बुद्धियों की नाईं नहीं पर बुद्धिमानों की नाईं चलो।
Eph 5:16 और अवसर को बहुमोल समझो, क्योंकि दिन बुरे हैं।
Eph 5:17 इस कारण निर्बुद्धि न हो, पर ध्यान से समझो, कि प्रभु की इच्छा क्या है
एक साल में बाइबल:
- १ राजा १२-१३
- लूका २२:१-२०
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