चीनी समाज में चाँद पर आधारित कलैण्डर के अनुसार आरंभ होने वाले नववर्ष की संध्या को परंपरागत पारिवारिक पुनर्मिलन और प्रीति भोज आयोजित करने का बहुत महत्व है। यह आयोजन माता-पिता के घर या सबसे बड़े भाई के घर किया जाता है। जो चीनी लोग विदेशों में रह रहे होते हैं, उन्हें इस आयोजन में सम्मिलित होने के लिए बहुत पहले ही से यात्रा के अपने प्रबन्ध कर लेने होते हैं अन्यथा बाद में यात्रा के लिए बसों या वायुयानों में स्थान मिल पाना कठिन हो जाता है। यदि पहले से यह प्रबन्ध नहीं किया गया, तो इसका नतीजा इस पारिवारिक पुनर्मिलन से वंचित रह जाना होता है।
परमेश्वर का वचन बाइबल हमें इससे भी कहीं अधिक महत्वपूर्ण पारिवारिक मिलन और भोज के बारे में बताती है जो स्वर्ग में आयोजित होने वाला है। प्रकाशितवाक्य १९:९ इसे "मेम्ने के ब्याह के भोज" की संज्ञा देता है। चीनी समाज के पारिवारिक मिलन के भोज के विपरीत, सिवाए परमेश्वर के इस भोज का समय कोई नहीं जानता (मत्ती २४:३६); कभी भी परमेश्वर की ओर से परमेश्वर की सन्तान को इसके लिए बुलावा आ सकता है। इस भोज में सम्मिलित होने के लिए भी अभी से ही अपनी तैयारी करनी आवश्यक है - यात्रा के माध्यम के लिए नहीं वरन भोज में निमंत्रित होने की।
कौन हैं जो इस स्वर्गीय भोज में सम्मिलित होंगे? वे सब जो इस पृथ्वी पर परमेश्वर के परिवार में सम्मिलित हो जाते हैं, वे जो प्रभु यीशु को अपना व्यक्तिगत उद्धारकर्ता मान कर उस पर विश्वास करते हैं: "परन्तु जितनों ने उसे ग्रहण किया, उस ने उन्हें परमेश्वर के सन्तान होने का अधिकार दिया, अर्थात उन्हें जो उसके नाम पर विश्वास रखते हैं। वे न तो लोहू से, न शरीर की इच्छा से, न मनुष्य की इच्छा से, परन्तु परमेश्वर से उत्पन्न हुए हैं" (यूहन्ना १:१२, १३) केवल वे ही वहां उस भोज में सम्मिलित हो सकेंगे।
क्या आपका नाम और स्थान उस भोज में सम्मिलित होने वालों में है? यदि नहीं, तो आप अभी यह सुनिश्चित कर सकते हैं; सच्चे मन से करी गई एक समर्पण की प्रार्थना, "प्रभु यीशु मेरे पापों को क्षमा करें और मुझे अपनी शरण में ले लें" आपका वर्तमान तथा भविष्य दोनो बना देगी तथा आपको उस भोज में परमेश्वर के परिवार के सदस्य के रूप में सम्मिलित करवा देगी। जो उस पारिवारिक पुनर्मिलन के भोज में सम्मिलित होने की तैयारी इस पृथ्वी पर रहते हुए नहीं करेंगे उन्हें फिर अनन्त काल के लिए परमेश्वर के परिवार और संगति के आनन्द से वंचित ही रहना पड़ेगा। - सी. पी. हीया
मसीह पर किया गया विश्वास अनन्त काल के लिए उद्धार और स्वर्ग में निवास सुनिश्चित कर देता है।
बाइबल पाठ: प्रकाशितवाक्य १९:१-९
Rev 19:1 इस के बाद मैं ने स्वर्ग में मानो बड़ी भीड़ को ऊंचे शब्द से यह कहते सुना, कि हल्लिलूय्याह उद्धार, और महिमा, और सामर्थ हमारे परमेश्वर ही की है।
Rev 19:2 क्योंकि उसके निर्णय सच्चे और ठीक हैं, इसलिये कि उस ने उस बड़ी वेश्या का जो अपने व्यभिचार से पृथ्वी को भ्रष्ट करती थी, न्याय किया, और उस से अपने दासों के लोहू का पलटा लिया है।
Rev 19:3 फिर दूसरी बार उन्होंने हल्लिलूय्याह कहा: और उसके जलने का धुआं युगानुयुग उठता रहेगा।
Rev 19:4 और चौबीसों प्राचीनों और चारों प्राणियों ने गिरकर परमेश्वर को दण्डवत किया; जो सिंहासन पर बैठा था, और कहा, आमीन, हल्लिलूय्याह।
Rev 19:5 और सिंहासन में से एक शब्द निकला, कि हे हमारे परमेश्वर से सब डरनेवाले दासों, क्या छोटे, क्या बड़े; तुम सब उस की स्तुति करो।
Rev 19:6 फिर मैं ने बड़ी भीड़ का सा, और बहुत जल का सा शब्द, और गर्जनों का सा बड़ा शब्द सुना, कि हल्लिलूय्याह, इसलिये कि प्रभु हमारा परमेश्वर, सर्वशक्तिमान राज्य करता है।
Rev 19:7 आओ, हम आनन्दित और मगन हों, और उस की स्तुति करें; क्योंकि मेम्ने का ब्याह आ पहुंचा: और उस की पत्नी ने अपने आप को तैयार कर लिया है।
Rev 19:8 और उस को शुद्ध और चमकदार महीन मलमल पहिनने का अधिकार दिया गया, क्योंकि उस महीन मलमल का अर्थ पवित्र लोगों के धर्म के काम है।
Rev 19:9 और उस ने मुझ से कहा, यह लिख, कि धन्य वे हैं, जो मेम्ने के ब्याह के भोज में बुलाए गए हैं; फिर उस ने मुझ से कहा, ये वचन परमेश्वर के सत्य वचन हैं।
एक साल में बाइबल:
- निर्गमन ४-६
- मत्ती १४:२२-३६
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