जब मैं बाइबल स्कूल में पढ़ाता था तो कभी कभी यात्रा के समय अपनी ट्रेन की प्रतीक्षा करते समय, स्टेशन के एक होटल में बैठ कर विद्यार्थियों की उत्तर पुस्तिकाएं जांचने में समय व्यतीत करता था। मेरे समान अन्य यात्री भी वहां बैठकर आपने अपने काम में लगे ट्रेन की प्रतीक्षा कर रहे होते थे। ऐसे में एक सामन्य व्यवहार है कि बैठे यात्री दूसरे किसी यात्री की किसी बात पर अपनी प्रतिक्रिया नहीं देते, शांत रहते हैं। एक दिन ऐसे ही काम करते करते असावधानी में मैंने अपना कॉफी का भरा हुआ बड़ा कप अपने खुले हुए ब्रीफकेस में गिरा लिया और वे सारी उत्तर पुस्तिकाएं उस से खराब हो गईं। मेरे पास बैठा एक अन्य यात्री अपने आप को रोक नहीं सका और सुनाई दे सकने वाली आवाज़ में बोल उठा, "सबसे बुरी संभावना घटित हो ही गई!"
उस यात्री की यह टिप्पणी तो एक अतिश्योक्ति थी, किंतु यह भी सच है कि हम में से हर एक जन किसी न किसी बात से अबसे अधिक डरता है; वह चाहे आर्थिक हानि हो, या परिवार के किसी सदस्य की हानि, या कैंसर जैसी कोई भयानक बिमारी या फिर कोई कठिनाई, इत्यादि। सबके मन में कुछ न कुछ रहता है जिस के घटित होने की आशंका हमारे मन में दुविधा उत्पन्न करती है।
परमेशवर के वचन बाइबल में अय्युब की पुस्तक इन सबसे बुरी संभावनाओं के एक धर्मी व्यक्ति अय्युब के जीवन में घटित होने का वर्णन है। भयानक दुखों, असहनीय शारीरिक पीड़ाओं और समझ से बाहर परिस्थितियों में भी अय्युब ने परमेश्वर की भूमिका को सही रूप में समझा और कहा: "परन्तु वह जानता है, कि मैं कैसी चाल चला हूँ; और जब वह मुझे ता लेगा तब मैं सोने के समान निकलूंगा" (अय्युब २३:१०)। अय्युब के इस बुद्धिमानी से भरे कथन से हम दो बातें सीख सकते हैं: पहली यह कि हम जिससे सबसे अधिक आशंकित रहते हैं वही हमारे चरित्र कि परीक्षा और हमें सुधारने के लिए प्रयोग किया जा सकता है; और दूसरी यह कि हर परिस्थिति और परेशानी में परमेश्वर अपने बच्चों के साथ है और उस से पार निकल पाने के योग्य सामर्थ तथा सहायता देता है।
प्रभु यीशु में विश्वास और पापों से पश्चाताप द्वारा परमेश्वर की संतान बनकर परमेश्वर से चिपटे रहें। वह सदा अपने वाय्दों में पक्का और अटल रहा है; उसने अपने बच्चों के पक्ष में होकर और सदैव उनकी भलाई ही के लिए कार्य करने का वायदा किया है, हमारी सबसे बुरी संभावना में भी। - डेनिस फिशर
जीवित परमेश्वर अपने बाचों के जीवन से भय निकालने में सक्षम है।
बाइबल पाठ: अय्युब १:१-५,१३-२२
Job 1:1 ऊज़ देश में अय्यूब नाम एक पुरुष था; वह खरा और सीधा था और परमेश्वर का भय मानता और बुराई से परे रहता था।
Job 1:2 उसके सात बेटे और तीन बेटियां उत्पन्न हुई।
Job 1:3 फिर उसके सात हजार भेड़-बकरियां, तीन हजार ऊंट, पांच सौ जोड़ी बैल, और पांच सौ गदहियां, और बहुत ही दास-दासियां थीं; वरन उसके इतनी सम्पत्ति थी, कि पूरबियों में वह सब से बड़ा था।
Job 1:4 उसके बेटे उपने अपने दिन पर एक दूसरे के घर में खाने-पीने को जाया करते थे, और अपनी तीनों बहिनों को अपने संग खाने-पीने के लिये बुलवा भेजते थे।
Job 1:5 और जब जब जेवनार के दिन पूरे हो जाते, तब तब अय्यूब उन्हें बुलवाकर पवित्र करता, और बड़ी भोर उठकर उनकी गिनती के अनुसार होमबलि चढ़ाता था; क्योंकि अय्यूब सोचता था, कि कदाचित् मेरे लड़कों ने पाप करके परमेश्वर को छोड़ दिया हो। इसी रीति अय्यूब सदैव किया करता था।
Job 1:13 एक दिन अय्यूब के बेटे-बेटियां बड़े भाई के घर में खाते और दाखमधु पी रहे थे;
Job 1:14 तब एक दूत अय्यूब के पास आकर कहने लगा, हम तो बैलों से हल जोत रहे थे, और गदहियां उनके पास चर रही थीं,
Job 1:15 कि शबा के लोग धावा करके उनको ले गए, और तलवार से तेरे सेवकों को मार डाला; और मैं ही अकेला बचकर तुझे समाचार देने को आया हूँ।
Job 1:16 वह अभी यह कह ही रहा था कि दूसरा भी आकर कहने लगा, कि परमेश्वर की आग आकाश से गिरी और उस से भेड़-बकरियां और सेवक जलकर भस्म हो गए; और मैं ही अकेला बचकर तुझे समाचार देने को आया हूँ।
Job 1:17 वह अभी यह कह ही रहा था, कि एक और भी आकर कहने लगा, कि कसदी लोग तीन गोल बान्धकर ऊंटों पर धावा करके उन्हें ले गए, और तलवार से तेरे सेवकों को मार डाला; और मैं ही अकेला बचकर तुझे समाचार देने को आया हूँ।
Job 1:18 वह अभी यह कह ही रहा था, कि एक और भी आकर कहने लगा, तेरे बेट-बेटियां बड़े भाई के घर में खाते और दाखमधु पीते थे,
Job 1:19 कि जंगल की ओर से बड़ी प्रचणड वायु चली, और घर के चारों कोनों को ऐसा झोंका मारा, कि वह जवानों पर गिर पड़ा और वे मर गए; और मैं ही अकेला बचकर तुझे समाचार देने को आया हूँ।
Job 1:20 तब अय्यूब उठा, और बागा फाड़, सिर मुंड़ाकर भूमि पर गिरा और दणडवत् करके कहा,
Job 1:21 मैं अपनी मां के पेट से नंगा निकला और वहीं नंगा लौट जाऊंगा; यहोवा ने दिया और यहोवा ही ने लिया, यहोवा का नाम धन्य है।
Job 1:22 इन सब बातों में भी अय्यूब ने न तो पाप किया, और न परमेश्वर पर मूर्खता से दोष लगाया।
Job 1:1 ऊज़ देश में अय्यूब नाम एक पुरुष था; वह खरा और सीधा था और परमेश्वर का भय मानता और बुराई से परे रहता था।
Job 1:2 उसके सात बेटे और तीन बेटियां उत्पन्न हुई।
Job 1:3 फिर उसके सात हजार भेड़-बकरियां, तीन हजार ऊंट, पांच सौ जोड़ी बैल, और पांच सौ गदहियां, और बहुत ही दास-दासियां थीं; वरन उसके इतनी सम्पत्ति थी, कि पूरबियों में वह सब से बड़ा था।
Job 1:4 उसके बेटे उपने अपने दिन पर एक दूसरे के घर में खाने-पीने को जाया करते थे, और अपनी तीनों बहिनों को अपने संग खाने-पीने के लिये बुलवा भेजते थे।
Job 1:5 और जब जब जेवनार के दिन पूरे हो जाते, तब तब अय्यूब उन्हें बुलवाकर पवित्र करता, और बड़ी भोर उठकर उनकी गिनती के अनुसार होमबलि चढ़ाता था; क्योंकि अय्यूब सोचता था, कि कदाचित् मेरे लड़कों ने पाप करके परमेश्वर को छोड़ दिया हो। इसी रीति अय्यूब सदैव किया करता था।
Job 1:13 एक दिन अय्यूब के बेटे-बेटियां बड़े भाई के घर में खाते और दाखमधु पी रहे थे;
Job 1:14 तब एक दूत अय्यूब के पास आकर कहने लगा, हम तो बैलों से हल जोत रहे थे, और गदहियां उनके पास चर रही थीं,
Job 1:15 कि शबा के लोग धावा करके उनको ले गए, और तलवार से तेरे सेवकों को मार डाला; और मैं ही अकेला बचकर तुझे समाचार देने को आया हूँ।
Job 1:16 वह अभी यह कह ही रहा था कि दूसरा भी आकर कहने लगा, कि परमेश्वर की आग आकाश से गिरी और उस से भेड़-बकरियां और सेवक जलकर भस्म हो गए; और मैं ही अकेला बचकर तुझे समाचार देने को आया हूँ।
Job 1:17 वह अभी यह कह ही रहा था, कि एक और भी आकर कहने लगा, कि कसदी लोग तीन गोल बान्धकर ऊंटों पर धावा करके उन्हें ले गए, और तलवार से तेरे सेवकों को मार डाला; और मैं ही अकेला बचकर तुझे समाचार देने को आया हूँ।
Job 1:18 वह अभी यह कह ही रहा था, कि एक और भी आकर कहने लगा, तेरे बेट-बेटियां बड़े भाई के घर में खाते और दाखमधु पीते थे,
Job 1:19 कि जंगल की ओर से बड़ी प्रचणड वायु चली, और घर के चारों कोनों को ऐसा झोंका मारा, कि वह जवानों पर गिर पड़ा और वे मर गए; और मैं ही अकेला बचकर तुझे समाचार देने को आया हूँ।
Job 1:20 तब अय्यूब उठा, और बागा फाड़, सिर मुंड़ाकर भूमि पर गिरा और दणडवत् करके कहा,
Job 1:21 मैं अपनी मां के पेट से नंगा निकला और वहीं नंगा लौट जाऊंगा; यहोवा ने दिया और यहोवा ही ने लिया, यहोवा का नाम धन्य है।
Job 1:22 इन सब बातों में भी अय्यूब ने न तो पाप किया, और न परमेश्वर पर मूर्खता से दोष लगाया।
एक साल में बाइबल:
- यहोशू १६-१८
- लूका २:१-२४
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें