चर्चों के लिए वहां बहुत कठिनाई का समय था; नगर निगम से उन्हें इमारत बनाने के अनुमति पत्र पाना भी बहुत कठिन हो गया था। चर्च के अगुवे चर्च की और अपनी दुर्दशा पर हाय हाय करते रहते थे। ऐसे में कुछ पास्टरों ने एकत्रित होकर एक साथ प्रार्थना करना आरंभ कर दिया, फिर उन्होंने प्रभु यीशु के प्रेम को व्यावाहरिक रुप में अपने नगर-निवासियों तक पहुंचाने का निर्णय लिया। वे बे-घरों की सहायता, एड्स के रोगीयों की देख-भाल, और खतरे में पड़े किशोरों की सहायता करने में लग गए। नियमित और योजनाबद्ध रीति से वे दुखी जनों की सहायता में लग गए, और उन तक प्रभु यीशु के प्रेम को पहुंचाने लगे। थोड़े समय में ही नगर की संस्थाएं उन्हें सहायता के लिए बुलाने लगीं। और फिर चर्चों में लोगों का आगमन बढ़ने लगा क्योंकि अब सुसमाचार उनके लिए कोरी बातें नहीं रह गया था, वे सुसमाचार को व्यावाहरिक रूप में देख रहे थे। नगर का माहौल बदलने लगा, प्रभु यीशु का नाम आदर पाने लगा, लोग मसीही विश्वास में रुचि लेने लगे।
यह इस बात को प्रमाणित करता है कि कथनी से अधिक प्रभावकारी करनी होती है; कुछ कहने से पहले करना आरंभ कर दीजिए, प्रचार करने से पहले उसे जी कर दिखाना आरंभ कर दीजिए। जब तक हम मसीह के प्रेम को व्यावाहरिक रूप में दिखाने वाले नहीं बनेंगे, तब तक कोई उस प्रेम के बारे में हम से सुनने में रुचि नहीं लेगा। यही मत्ती ५:१६ में प्रभु यीशु द्वारा दी गई शिक्षा का अर्थ है - लोग जब हमारे जीवन में उजियाले को चमकता देखेंगे तो हमारी ज्योति के स्त्रोत के बारे में भी रुचि लेंगे। तब सुसमाचार के कठोर विरोधी भी इस बात से प्रसन्न होंगे कि आप उन के पड़ौसी हैं, या उन के नगर में या कार्यस्थल में रहते हैं और उन की सहायतार्थ उपलब्ध रहते हैं। आपकी करनी ही आप की कथनी को उन के कानों और मनों तक पहुंचा पाने के लिए मार्ग खोलने पाएगी। - जो स्टोवैल
जब आप सुसमाचार कहें तो उसे कार्यान्वित कर के भी दिखाएं।
उसी प्रकार तुम्हारा उजियाला मनुष्यों के साम्हने चमके कि वे तुम्हारे भले कामों को देख कर तुम्हारे पिता की, जो स्वर्ग में हैं, बड़ाई करें। - मत्ती ५:१६
बाइबल पाठ: मत्ती ५:१०-१६
Mat 5:11 धन्य हो तुम, जब मनुष्य मेरे कारण तुम्हारी निन्दा करें, और सताएं और झूठ बोल बोलकर तुम्हरो विरोध में सब प्रकार की बुरी बात कहें।
Mat 5:12 आनन्दित और मगन होना क्योंकि तुम्हारे लिये स्वर्ग में बड़ा फल है इसलिये कि उन्होंने उन भविष्यद्वक्ताओं को जो तुम से पहिले थे इसी रीति से सताया था।
Mat 5:13 तुम पृथ्वी के नमक हो; परन्तु यदि नमक का स्वाद बिगड़ जाए, तो वह फिर किस वस्तु से नमकीन किया जाएगा फिर वह किसी काम का नहीं, केवल इस के कि बाहर फेंका जाए और मनुष्यों के पैरों तले रौंदा जाए।
Mat 5:14 तुम जगत की ज्योति हो; जो नगर पहाड़ पर बसा हुआ है वह छिप नहीं सकता।
Mat 5:15 और लोग दिया जलाकर पैमाने के नीचे नहीं परन्तु दीवट पर रखते हैं, तब उस से घर के सब लोगों को प्रकाश पहुंचता है।
Mat 5:16 उसी प्रकार तुम्हारा उजियाला मनुष्यों के साम्हने चमके कि वे तुम्हारे भले कामों को देख कर तुम्हारे पिता की, जो स्वर्ग में हैं, बड़ाई करें।
एक साल में बाइबल:
- अय्युब ३८-४०
- प्रेरितों १६:१-२१
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