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मंगलवार, 10 जुलाई 2012

शामिल

   फिल्म निर्माता केन बर्न्स और उनके साथियों ने दूसरे विश्व-युद्ध पर अपनी प्रसिद्ध डॉक्यूमेन्ट्री फिल्म बनाते समय युद्ध-स्थल पर विद्यमान संवाददाताओं और सेना के लोगों द्वारा ली गईं हज़ारों घंटों की सैनिक कार्यवाही की फिल्में देखीं। युद्ध की हृदय-विदारक और वीभत्स घटनाओं में इतने घंटों तक शामिल रहने के बाद युद्ध की वे घटनाएं उनके स्वपनों में उन्हें अक्सर दिखाई देती थीं, विशेषतः पेलिलियु के भयानक युद्ध की। बर्न्स ने एक संवाददाता से एक साक्षातकार में कहा, "आप एक बयान से परे भूतकाल को देखते हैं, वहां से आने वाली आवाज़ें सुनते हैं, उन से जुड़ने लगते हैं और ऐसे जुड़ने के द्वारा आप अपने आप को एक भावनाओं के भंवर में डाल देते हैं।"

   दूसरों के संघर्षों में शामिल होना एक कीमत मांगता है, चाहे वे संघर्ष कला के क्षेत्र में हों या आत्मिक जीवन में। प्रसिद्ध प्रचारक और बाइबल टीकाकार ओस्वॉल्ड चैम्बर्स ने कहा कि जब हम दूसरे लोगों के जीवन में परमेश्वर की रुचि के साथ जानते और बूझते हुए जुड़ते हैं तब हम इस आत्मिक संघर्ष में शामिल हो जाते हैं; तब हमें ज्ञात होता है कि इन संघर्षों के मध्य में रह कर भी शांति और संयम बनाए रखने की अद्भुत सामर्थ भी साथ ही हमें दे दी गई है।

   प्रेरित पौलुस ने प्रभु यीशु में उद्धार और पापों की क्षमा के सुसमाचार के प्रचार में भी इस बात को अनुभव किया। परमेश्वर के वचन बाइबल में पौलुस कुरिन्थुस की मण्डली को लिखी अपनी पत्री में लिखता है: "और और बातों को छोड़कर जिन का वर्णन मैं नहीं करता सब कलीसियाओं की चिन्‍ता प्रतिदिन मुझे दबाती है। किस की निर्बलता से मैं निर्बल नहीं होता? किस के ठोकर खाने से मेरा जी नहीं दुखता?" (२ कुरिन्थियों ११:२८-२९)। पौलुस ने अपने संघर्षों के दौरान जाना कि परमेश्वर की यह सामर्थ उसके लिए बहुत है क्योंकि वह सामर्थ पौलुस की निर्बलता में ही सिद्ध होती है (२ कुरिन्थियों १२:९)।

   प्रभु यीशु ने संसार के पापों से निवारण में सम्मिलित होने के लिए सबसे बड़ी कीमत चुकाई - अपने प्राणों का बलिदान दिया। आज जब हम उसके इस बलिदान और प्रेम की गाथा दूसरों के साथ बांटते हैं, तो उसके साथ संसार के लोगों के पापों के निवारण में शामिल होने के लिए वह आवश्यक सामर्थ भी हमें देता है। - डेविड मैक्कैसलैंड


जब हम परमेश्वर की बुलाहट में शामिल होते हैं तो परमेश्वर से उसके लिए आवश्यक सामर्थ भी हमें मिलती है।

और और बातों को छोड़कर जिन का वर्णन मैं नहीं करता सब कलीसियाओं की चिन्‍ता प्रतिदिन मुझे दबाती है। - २ कुरिन्थियों ११:२८

बाइबल पाठ: २ कुरिन्थियों ११:२२-३३
2Co 11:22  क्‍या वे ही इब्रानी हैं? मैं भी हूं: क्‍या वे ही इब्राहीम के वंश के हैं? मैं भी हूं: क्‍या वे ही मसीह के सेवक हैं?
2Co 11:23  (मैं पागल की नाई कहता हूं) मैं उन से बढ़कर हूं! अधिक परिश्रम करने में; बार बार कैद होने में; कोड़े खाने में; बार बार मृत्यु के जोखिमों में।
2Co 11:24  पांच बार मैं ने यहूदियों के हाथ से उन्‍तालीस उन्‍तालीस कोड़े खाए।
2Co 11:25   तीन बार मैं ने बेंतें खाईं; एक बार पत्थरवाह किया गया; तीन बार जहाज जिन पर मैं चढ़ा था, टूट गए; एक रात दिन मैं ने समुद्र में काटा।
2Co 11:26  मैं बार बार यात्राओं में; नदियों के जोखिमों में; डाकुओं के जोखिमों में; अपने जाति वालों से जोखिमों में; अन्यजातियों से जोखिमों में; नगरों में के जाखिमों में; जंगल के जोखिमों में; समुद्र के जाखिमों में; झूठे भाइयों के बीच जोखिमों में;
2Co 11:27  परिश्रम और कष्‍ट में; बार बार जागते रहने में; भूख-प्यास में; बार बार उपवास करने में; जाड़े में; उघाड़े रहने में।
2Co 11:28  और और बातों को छोड़ कर जिन का वर्णन मैं नहीं करता सब कलीसियाओं की चिन्‍ता प्रतिदिन मुझे दबाती है।
2Co 11:29   किस की निर्बलता से मैं निर्बल नहीं होता किस के ठोकर खाने से मेरा जी नहीं दुखता
2Co 11:30   यदि घमण्ड करना अवश्य है, तो मैं अपनी निर्बलता की बातों पर करूंगा।
2Co 11:31   प्रभु यीशु का परमेश्वर और पिता जो सदा धन्य है, जानता है, कि मैं झूठ नहीं बोलता।
2Co 11:32 दमिश्‍क में अरितास राजा की ओर से जो हाकिम था, उस ने मेरे पकड़ने को दमिशकियों के नगर पर पहरा बैठा रखा था।
2Co 11:33  और मैं टोकरे में खिड़की से होकर भीत पर से उतारा गया, और उसके हाथ से बच निकला।


एक साल में बाइबल: 

  • अय्युब ४१-४२ 
  • प्रेरितों १६:२२-४०

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