यही सिद्धांत प्रत्येक मसीही विश्वासी के आत्मिक जीवन के लिए भी लागू होता है। परमेश्वर का वचन बाइबल ऐसी कई बातों के लिए बताती है जिन से मसीही विश्वास का जीवन ’एलर्जी’ रखता है, जिनका प्रयोग मसीही जीवन के लिए गंभीर समस्याएं उत्पन्न कर देता है; जैसे कि:
१. सब प्रकार की बुराई - "सब प्रकार की बुराई से बचे रहो" (१ थिसलुनीकियों ५:२२)। हम मसीही विश्वासियों के लिए बुराई जांचने का नाप संसार का पैमाना नहीं वरन परमेश्वर का वचन बाइबल है। हमें जीवन की बातों के संबंध में अपने चुनावों का बारीकी से ध्यान रखना चाहिए और बहुत विचार के साथ किसी बात में सम्मिलित होना चहिए, क्योंकि किसी भी प्रकार की ज़रा सी भी बुराई हमारे आत्मिक जीवन के स्वास्थ्य के लिए अनुकूल नहीं है।
२. मूर्खता के विवाद और झगड़े - "पर मूर्खता, और अविद्या के विवादों से अलग रह; क्योंकि तू जानता है, कि उन से झगड़े होते हैं" (२ तिमुथियुस २:२३)। यहां समझ-बूझ की आवश्यक्ता होती है, क्योंकि मसीही विश्वास की रक्षा के लिए कभी कभी दृढ़ता से अपनी बात रखने की आवश्यक्ता होती है। लेकिन ऐसी बातें जिन से सत्य का कोई सरोकार नहीं है और जो प्रतिरोध तथा झगड़े उत्पन्न करती हैं, या जो केवल झगड़े और बहस के लिए ही उठाई जा रही हैं सत्य की जानकारी के लिए नहीं, ऐसी बातों से बच कर रहना ही भला है।
३. व्यभिचार - "क्योंकि परमेश्वर की इच्छा यह है, कि तुम पवित्र बनो: अर्थात व्यभिचार से बचे रहो" (१ थिसुलुनीकियों ४:३)। परमेश्वर का वचन बाइब्ल हमें बताती है कि विवाह के बन्धन के बाहर हर प्रकार का यौन संबंध व्यभिचार है, अनैतिक है (उत्पत्ति २:२४; निर्गमन २०:१४; १ कुरिन्थियों ७:२; इब्रानियों १३:४)। प्रभु यीशु ने चिताया कि मन में भी विचारा गया यह अनैतिक कार्य परमेश्वर की दृष्टि में शारीरिक रूप से इसे कर बैठने के तुल्य है: "तुम सुन चुके हो कि कहा गया था, कि व्यभिचार न करना। परन्तु मैं तुम से यह कहता हूं, कि जो कोई किसी स्त्री पर कुदृष्टि डाले वह अपने मन में उस से व्यभिचार कर चुका" (मत्ती ५:२७-२८)।
जो सामान्यतः संसार के लिए साधारण है और जिसके सेवन से उसे कोई फर्क नहीं पड़ता, मसीही विश्वासी के लिए भी वह वैसा ही हो यह आवश्यक नहीं। हम मसीही विश्वासियों का सदा यह प्रयास रहना चाहिए कि उन बातों को पहचानें और उनसे से दूर रहें जो हमारे आत्मिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हैं। - डेव ब्रैनन
पाप के फल से बचने के लिए प्रलोभन का अंकुर फूटते ही उसे तोड़ डालिए।
सब प्रकार की बुराई से बचे रहो। - १ थिसलुनीकियों ५:२२
बाइबल पाठ: तीतुस ३:३-११
Tit 3:3 क्योंकि हम भी पहिले, निर्बुद्धि, और आज्ञा न मानने वाले, और भ्रम में पड़े हुए, और रंग रंग के अभिलाषाओं और सुखविलास के दासत्व में थे, और बैरभाव, और डाह करने में जीवन निर्वाह करते थे, और घृणित थे, और एक दूसरे से बैर रखते थे।
Tit 3:4 पर जब हमारे उद्धारकर्ता परमेश्वर की कृपा, और मनुष्यों पर उसकी प्रीति प्रगट हुई।
Tit 3:5 तो उस ने हमारा उद्धार किया: और यह धर्म के कामों के कारण नहीं, जो हम ने आप किए, पर अपनी दया के अनुसार, नए जन्म के स्नान, और पवित्र आत्मा के हमें नया बनाने के द्वारा हुआ।
Tit 3:6 जिसे उस ने हमारे उद्धारकर्ता यीशु मसीह के द्वारा हम पर अधिकाई से उंडेला।
Tit 3:7 जिस से हम उसके अनुग्रह से धर्मी ठहरकर, अनन्त जीवन की आशा के अनुसार वारिस बनें।
Tit 3:8 यह बात सच है, और मैं चाहता हूं, कि तू इन बातों के विषय में दृढ़ता से बोले इसलिये कि जिन्होंने परमेश्वर की प्रतीति की है, वे भले-भले कामों मे लगे रहने का ध्यान रखें: ये बातें भली, और मनुष्यों के लाभ की हैं।
Tit 3:9 पर मूर्खता के विवादों, और वंशावलियों, और बैर विरोध, और उन झगड़ों से, जो व्यवस्था के विषय में हों बचा रह; क्योंकि वे निष्फल और व्यर्थ हैं।
Tit 3:10 किसी पाखंडी को एक दो बार समझा बुझाकर उस से अलग रह।
Tit 3:11 यह जानकर कि ऐसा मनुष्य भटक गया है, और अपने आप को दोषी ठहरा कर पाप करता रहता है।
एक साल में बाइबल:
- भजन १८-१९
- प्रेरितों २०:१७-३८
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