मैं और मेरी पत्नि मार्टी इंगलैंड, उसके इतिहास, संसकृति और लोगों को चाहने लगे। जब कभी हमारा वहाँ जाना होता तो हमारे सबसे पसंदीदा कार्यक्रमों में से एक होता था खुले मैदानों में आयोजित संगीत सभाओं में, जिन्हें प्रौम भी कहा जाता है, जाना। प्राचीन ज़मींदारों के बड़े-बड़े घरों के आस-पास के विशाल घास के मैदानों पर आयोजित यह कार्यक्रम बहुत मोहक होते हैं। इनमें से सबसे उत्तम होता है प्रौम की अंतिम रात का कार्यक्रम जिसमें आतिशबाज़ी होती है, और सभी लोग इंगलैंड के छोटे छोटे झंडे हाथ में लिए और हिलाते हुए इंगलैंड के प्रति देश-भक्ति के गीत बड़े उत्साह के साथ गाते हैं।
हम भी बड़े उत्साह के साथ इन सभी बातों में सम्मिलित होने लगे - तब तक जब तक हमारे बच्चे हमारे साथ एक गर्मी की छुट्टीयां मनाने आए। वे भी हमारे साथ प्रौम देखने गए और हमें ब्रिटेन के नागरिकों के साथ मिलकर ब्रिटेन के प्रति देश-भक्ति के गीत गाते और उनका झंडा लहराते देख वे अवाक रह गए। मुझे अभी भी उन गीतों के ऊपर सुनाई देने के लिए उनके चिल्लाने की आवाज़ स्मरण है, जब उन्होंने विसम्य के साथ कहा, "आप यह क्या कर रहे हैं? हम तो अमरीकी नागरिक हैं!"
मैं सोचता हूँ कि परमेश्वर भी हम मसीही विश्वासियों को अनपेक्षित कार्यों, गलत जीवन शैली और संसार के साथ समझौते का जीवन जीते तथा अपने स्वर्गीय देश के प्रति अपनी ज़िम्मेदारियों को भूलकर सांसारिक बातों में उलझते देखकर ऐसे ही प्रतिक्रीया देता होगा: "यह तुम क्या कर रहे हो? ऐसा जीवन कैसे व्यतीत कर सकते हो? तुम स्वर्गीय राज्य के निवासी हो, वहां की बातें संसार के सामने रखो ना कि संसार की बातें अपनाओ।"
परमेश्वर के वचन बाइबल में प्रेरित पतरस स्मरण दिलाता है कि हम मसीही विश्वासी संसार से पृथक करके एक पवित्र समाज बनाए गए हैं। इसका तात्पर्य है कि परमेश्वर ने हमें उसकी पवित्रता को संसार के सामने प्रदर्शित करने का माध्यम बनाया है, हमें हमारे उद्धारकर्ता प्रभु यीशु के जीवन और चरित्र को जी कर दिखाने की ज़िम्मेदारी सौंपी है। जैसे अपने प्रति क्रूर और शत्रुतापूर्ण व्यवहार में भी वह अपने आताताईयों के प्रति क्षमाशील, अनुग्रहकारी और दयालु रहा, जैसे उसने सच्चाई और खराई का जीवन जीया तथा अपनी बातों से कभी नहीं पलटा, हमें भी वैसा ही व्यवहार और जीवन संसार के सामने प्रदर्शित करना है।
यदि आप भी प्रभु यीशु के पवित्र स्वर्गीय साम्राज्य के नागरिक हैं तो उसकी पवित्रता और प्रेम के ध्वज को संसार में ऊँचा रखिए, संसार के साथ समझौते का जीवन अपनाकर उसे लज्जित मत कीजिए।
प्रभु यीशु के प्रति हमारी वफादारी हमारे जीवनों में दिखाई और सुनाई देनी चाहिए।
पर तुम एक चुना हुआ वंश, और राज-पदधारी, याजकों का समाज, और पवित्र लोग, और (परमेश्वर की) निज प्रजा हो, इसलिये कि जिस ने तुम्हें अन्धकार में से अपनी अद्भुत ज्योति में बुलाया है, उसके गुण प्रगट करो। - १ पतरस २:९
बाइबल पाठ: १ पतरस २:९-१७
1Pe 2:9 पर तुम एक चुना हुआ वंश, और राज-पदधारी, याजकों का समाज, और पवित्र लोग, और (परमेश्वर की) निज प्रजा हो, इसलिये कि जिस ने तुम्हें अन्धकार में से अपनी अद्भुत ज्योति में बुलाया है, उसके गुण प्रगट करो।
1Pe 2:10 तुम पहिले तो कुछ भी नहीं थे, पर अब परमेश्वर ही प्रजा हो: तुम पर दया नहीं हुई थी पर अब तुम पर दया हुई है।
1Pe 2:11 हे प्रियों मैं तुम से बिनती करता हूं, कि तुम अपने आप को परदेशी और यात्री जान कर उस सांसारिक अभिलाषाओं से जो आत्मा से युद्ध करती हैं, बचे रहो।
1Pe 2:12 अन्यजातियों में तुम्हारा चालचलन भला हो; इसलिये कि जिन जिन बातों में वे तुम्हें कुकर्मी जान कर बदनाम करते हैं, वे तुम्हारे भले कामों को देख कर उन्हीं के कारण कृपा दृष्टि के दिन परमेश्वर की महिमा करें।
1Pe 2:13 प्रभु के लिये मनुष्यों के ठहराए हुए हर एक प्रबन्ध के आधीन में रहो, राजा के इसलिये कि वह सब पर प्रधान है।
1Pe 2:14 और हाकिमों के, क्योंकि वे कुकिर्मयों को दण्ड देने और सुकिर्मयों की प्रशंसा के लिये उसके भेजे हुए हैं।
1Pe 2:15 क्योंकि परमेश्वर की इच्छा यह है, कि तुम भले काम करने से निर्बुद्धि लोगों की अज्ञानता की बातों को बन्द कर दो।
1Pe 2:16 और अपने आप को स्वतंत्र जानो पर अपनी इस स्वतंत्रता को बुराई के लिये आड़ न बनाओ, परन्तु अपने आप को परमेश्वर के दास समझ कर चलो।
1Pe 2:17 सब का आदर करो, भाइयों से प्रेम रखो, परमेश्वर से डरो, राजा का सम्मान करो।
एक साल में बाइबल:
- यहेजकेल ११-१३
- याकूब १
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति . बधाई इंदिरा प्रियदर्शिनी :भारत का ध्रुवतारा
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