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मंगलवार, 18 दिसंबर 2012

मसीह केन्द्रित


   क्या आपने परमेश्वर के वचन बाइबल को समझने के लिए ’मसीह केन्द्रित’ सिद्धांत के बारे में सुना है? सरल शब्दों में, यह सिद्धांत सिखाता है कि जब हम परमेश्वर, स्वर्गदूत, शैतान, मान्वीय आशाएं, इस सारी सृष्टि की सारी बातों को मसीह यीशु से संबंधित करके देखते हैं तो उन्हें बेहतर समझ सकते हैं क्योंकि मसीह यीशु ही सब बातों का केन्द्र बिन्दु है।

   अभी हाल ही में मैंने पाया कि बाइबल के पुराने नियम कि एक पुस्तक - ज़कर्याह नबी की पुस्तक सबसे अधिक मसीह केन्द्रित है। इस पुस्तक में हमें मसीह की मानवता (६:१२), उसकी नम्रता (९:९), उसका पकड़ा जाना (११:१२), उसकी दिव्यता (१२:८), उसका क्रूस पर चढ़ाया जाना (१२:१०), उसकी वापसी (१४:४), और उसका भावी शासन (१४:८-२१) - सब मिलता है।

   इस पुस्तक का एक खण्ड "...तब वे मुझे ताकेंगे अर्यात्‌ जिसे उन्होंने बेधा है..." विशेष अर्थ रखता है। इस भाग में बेधने का तात्पर्य एतिहासिक रूप में घटित इस्त्राएल द्वारा मसीह यीशु का इनकार, जिसके कारण उसे क्रूस पर चढ़ाया गया, से है। परन्तु यही पद भविष्य की एक ऐसी इस्त्राएली पीढ़ी के बारे में बताती है जो प्रभु यीशु को अपने मसीहा के रूप में स्वीकार कर लेंगे। प्रभु यीशु के दूसरे आगमन के समय, इस्त्राएल के बचे हुए लोगों में से कुछ क्रूस पर चढ़ाए गए प्रभु यीशु को पहचानेंगे और विश्वास में उसकी ओर मुड़ेंगे।

   ज़कर्याह नबी द्वारा लिखित यह पुस्तक हमें मसीह केन्द्रित अन्य सत्यों को - बाइबल के अन्य भागों में और हमारे जीवनों में भी, खोजने को प्रोत्साहित करती है। मसीह केंद्रित जीवन व्यतीत करें, प्रभु यीशु को अपने जीवन का केन्द्र बिन्दु बनाएं, जीवन और जीवन की बातें सरल हो जाएंगी। - डेनिस फिशर


मसीह यीशु वह कुंजी है जो परमेश्वर के वचन बाइबल की समझ को खोल देता है।

और मैं दाऊद के घराने और यरूशलेम के निवासियों पर अपना अनुग्रह करने वाली और प्रार्थना सिखाने वाली आत्मा उण्डेलूंगा, तब वे मुझे ताकेंगे अर्थात जिसे उन्होंने बेधा है, और उसके लिये ऐसे रोएंगे जैसे एकलौते पुत्र के लिये रोते-पीटते हैं, और ऐसा भारी शोक करेंगे, जैसा पहिलौठे के लिये करते हैं। - ज़कर्याह १२:१०

बाइबल पाठ: ज़कर्याह ६:१२-१५
Zec 6:12  और उस से यह कह, सेनाओं का यहोवा यों कहता है, उस पुरूष को देख जिस का नाम शाख है, वह अपने ही स्थान से उगकर यहोवा के मन्दिर को बनाएगा। 
Zec 6:13  वही यहोवा के मन्दिर को बनाएगा, और महिमा पाएगा, और अपने सिंहासन पर विराजमान होकर प्रभुता करेगा। और उसके सिंहासन के पास एक याजक भी रहेगा, और दोनों के बीच मेल की सम्मति होगी। 
Zec 6:14  और वे मुकुट हेलेम, तोबिय्याह, यदायाह, और सपन्याह के पुत्र हेन को मिलें, और वे यहोवा के मन्दिर में स्मरण के लिये बने रहें।
Zec 6:15  फिर दूर दूर के लोग आ आकर यहोवा के मन्दिर बनाने में सहायता करेंगे, और तुम जानोगे कि सेनाओं के यहोवा ने मुझे तुम्हारे पास भेजा है। और यदि तुम मन लगाकर अपने परमेश्वर यहोवा की आज्ञाओं का पालन करो तो यह बात पूरी होगी।

एक साल में बाइबल: 
  • ओबद्याह 
  • प्रकाशितवाक्य ९

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