महान प्रेरित यूहन्ना, वह जो प्रभु यीशु का प्रीय था, उदास था; उसकी आँखों में आँसू थे। पतमोस के टापू पर प्रभु यीशु पर अपने विश्वास के कारण कारावास की सज़ा झेल रहे यूहन्ना ने संसार के अन्त और स्वर्ग के दर्शन पाए थे। अपने एक दर्शन में युहन्ना ने अपने आप को परमेश्वर के सिंहासन कक्ष में पाया जहाँ भविष्य की घटनाओं से संबंधित स्वर्ग में हो रही बातों को देखा। वहाँ उसने देखा कि परमेश्वर ने एक मुहर लगा कर बन्द की हुई पुस्तक को अपने हाथ में लिया हुआ है, लेकिन वहाँ उपस्थित प्राणियों में से ऐसा योग्य कोई नहीं था जो उस पत्र को परमेश्वर के हाथ से लेकर उसकी मुहरें खोलता और संसार के इतिहास के समापन के विवरण को खोल देता। इस स्थिति से यूहन्ना निराश और उदास हुआ (प्रकाशितवाक्य 5:1-12)।
प्रभु यीशु के साथ और फिर प्रभु यीशु के स्वर्गारोहण के बाद के समय में युहन्ना ने संसार में पाप के सामर्थ को देखा था। उसने प्रभु यीशु के जीवन, मृत्यु तथा पुनरुत्थान से पाप और मृत्यु को परास्त होते भी देखा था। लेकिन अब स्वर्ग में उस पुस्तक को खोलने में सब प्राणियों को असमर्थ तथा पाप के साम्राज्य के सदा काल के विनाश के अन्तिम अध्याय की जानकारी पाने की विवशता देख कर उसे निराशा हुई। तभी वहाँ उपस्थित प्राचीनों में से एक ने उसके पास आकर उसे सांत्वना देते हुए कहा, "मत रो" और संकेत करके एक ऐसे जन को दिखाया जिसे यूहन्ना जानता था: "तब उन प्राचीनों में से एक ने मुझे से कहा, मत रो; देख, यहूदा के गोत्र का वह सिंह, जो दाऊद का मूल है, उस पुस्तक को खोलने और उसकी सातों मुहरें तोड़ने के लिये जयवन्त हुआ है" (पद 5)। यूहन्ना ने देखा और प्रभु यीशु को पाया - वही एकमात्र ऐसा था जो उस पुस्तक को परमेश्वर के हाथ से लेने, उसकी मुहर को तोड़ने और संसार के इतिहास के अन्तिम अध्याय को प्रगट करने के लिए सामर्थी था। यूहन्ना की आँखों के आँसू सूख गए, और शीघ्र ही वहाँ लाखों स्वर्गदूत परमेश्वर के उस मेमने, प्रभु यीशु, की जयजयकार कर रहे थे, जो संसार के पापों के लिए बलिदान हुआ और समस्त संसार के हर एक जन के लिए सेंत-मेंत में पाप क्षमा और उद्धार का पाने मार्ग बना कर दे दिया।
वह सर्वसामर्थी प्रभु है, उसके लिए कुछ असंभव नहीं है, वह सबकी सहायता और आत्मिक उत्थान के लिए सदैव तत्पर है। क्या आप किसी असंभव प्रतीत होने वाली परिस्थिति से निराश हैं? प्रभु यीशु की ओर देखिए, उसकी शरण में आजाईये और अपनी समस्या उसे सौंप दीजिए, उसे आपके लिए आपके जीवन में कार्यकारी होने दीजिए, उसकी महिमा और उसके समाधान को अनुभव कीजिए और फिर उसका गुणगान करने वाले अनगिनित स्वर्ग और पृथ्वी के निवासियों में सम्मिलित हो जाईए। - डेव ब्रैनन
वह मेमना जो हमारे पापों के लिए बलिदान हुआ था आज हमारा मार्गदर्शन करने वाला अच्छा चरवाहा है।
और मैं फूट फूटकर रोने लगा, क्योंकि उस पुस्तक के खोलने, या उस पर दृष्टि करने के योग्य कोई न मिला। - प्रकाशितवाक्य 5:4
बाइबल पाठ: प्रकाशितवाक्य 5:1-12
Revelation 5:1 और जो सिंहासन पर बैठा था, मैं ने उसके दाहिने हाथ में एक पुस्तक देखी, जो भीतर और बाहर लिखी हुई भी, और वह सात मुहर लगा कर बन्द की गई थी।
Revelation 5:2 फिर मैं ने एक बलवन्त स्वर्गदूत को देखा जो ऊंचे शब्द से यह प्रचार करता था कि इस पुस्तक के खोलने और उस की मुहरें तोड़ने के योग्य कौन है?
Revelation 5:3 और न स्वर्ग में, न पृथ्वी पर, न पृथ्वी के नीचे कोई उस पुस्तक को खोलने या उस पर दृष्टि डालने के योग्य निकला।
Revelation 5:4 और मैं फूट फूटकर रोने लगा, क्योंकि उस पुस्तक के खोलने, या उस पर दृष्टि करने के योग्य कोई न मिला।
Revelation 5:5 तब उन प्राचीनों में से एक ने मुझे से कहा, मत रो; देख, यहूदा के गोत्र का वह सिंह, जो दाऊद का मूल है, उस पुस्तक को खोलने और उसकी सातों मुहरें तोड़ने के लिये जयवन्त हुआ है।
Revelation 5:6 और मैं ने उस सिंहासन और चारों प्राणियों और उन प्राचीनों के बीच में, मानों एक वध किया हुआ मेम्ना खड़ा देखा: उसके सात सींग और सात आंखे थीं; ये परमेश्वर की सातों आत्माएं हैं, जो सारी पृथ्वी पर भेजी गई हैं।
Revelation 5:7 उसने आ कर उसके दाहिने हाथ से जो सिंहासन पर बैठा था, वह पुस्तक ले ली,
Revelation 5:8 और जब उसने पुस्तक ले ली, तो वे चारों प्राणी और चौबीसों प्राचीन उस मेम्ने के साम्हने गिर पड़े; और हर एक के हाथ में वीणा और धूप से भरे हुए सोने के कटोरे थे, ये तो पवित्र लोगों की प्रार्थनाएं हैं।
Revelation 5:9 और वे यह नया गीत गाने लगे, कि तू इस पुस्तक के लेने, और उसकी मुहरें खोलने के योग्य है; क्योंकि तू ने वध हो कर अपने लोहू से हर एक कुल, और भाषा, और लोग, और जाति में से परमेश्वर के लिये लोगों को मोल लिया है।
Revelation 5:10 और उन्हें हमारे परमेश्वर के लिये एक राज्य और याजक बनाया; और वे पृथ्वी पर राज्य करते हैं।
Revelation 5:11 और जब मैं ने देखा, तो उस सिंहासन और उन प्राणियों और उन प्राचीनों के चारों ओर बहुत से स्वर्गदूतों का शब्द सुना, जिन की गिनती लाखों और करोड़ों की थी।
Revelation 5:12 और वे ऊंचे शब्द से कहते थे, कि वध किया हुआ मेम्ना ही सामर्थ, और धन, और ज्ञान, और शक्ति, और आदर, और महिमा, और धन्यवाद के योग्य है।
एक साल में बाइबल:
- गिनती 34-36
- मरकुस 9:30-50
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