परमेश्वर के वचन बाइबल में संगीत का बहुत महत्वपूर्ण स्थान है। बाइबल की प्रथम पुस्तक, उत्पत्ति, से लेकर अन्तिम पुस्तक, प्रकाशितवाक्य, तक संगीत का उल्लेख और उपयोग है। परमेश्वर ने अनेक स्थानों पर संगीतकारों को अपने किसी कार्य करने के लिए चुना और उपयोग किया है। परमेश्वर ने कहीं संगीत द्वारा आराधना के लिए लोगों को बुलाया, तो कहीं वाद्यों की ध्वनि द्वारा उन्हें कूच करने को कहा, चाहे वह डेरा उठाकर किसी नए स्थान के लिए निकलना हो या फिर युद्ध के लिए हो। कहीं संगीत का प्रयोग विचलित और आहत मनोभावों को शान्त करने के लिए हुआ है तो कहीं लोगों में एक आत्मिक उन्माद जागृत करने के लिए। कभी संगीत किसी विजय का पर्व मनाने के लिए है तो कहीं किसी हानि के शोक को प्रकट करने के लिए।
संगीत सभी अवसरों और सभी लोगों के लिए कला का एक वृहत रूप है। संगीत में अगुवे भी होते हैं और अनुयायी भी। सरल गीत भी होते हैं और कठिन भी; सरल वाद्य यंत्र भी होते हैं और जटिल भी। धुनें भी होती हैं और सुर भी; तेज़ गति की लय भी होती है और धीमी गति की लय भी; उसमें तीव्र स्वर भी हैं और मध्यम भी। संगीत मसीही मण्डली का एक अच्छा रूपक है - जैसे संगीत मण्डली में बहुत से भिन्न लोग और बहुत से भिन्न वाद्य मिलकर एक साथ वह करते हैं जो वे व्यक्तिगत रीति से सबसे अच्छा कर सकते हैं और कुल मिलकर एक मधुर संगीत बनता है, वैसे ही मसीही मण्डली में भी भिन्न लोग परमेश्वर द्वारा उन्हें दी गई भिन्न क्षमताओं और वरदानों के प्रयोग से परमेश्वर के एक ही उद्देश्य की पूर्ति के लिए कार्य करते हैं। इसलिए हम जितना अधिक अपने संचालक, अर्थात प्रभु यीशु पर नज़र बनाए रखेंगे और जितना अधिक अपने कार्य तथा भाग के बारे में जानकारी रखेंगे, उतना बेहतर अपनी ज़िम्मेदारी को निभाने पाएंगे।
संगीत का सबसे उत्तम प्रयोग है परमेश्वर की स्तुति। जब राजा सुलेमान द्वारा बनवाया गया परमेश्वर का मन्दिर संपूर्ण हुआ तो परमेश्वर को उस मन्दिर के समर्पण के समय संगीतकारों ने संगीत बजाया और परमेश्वर को आराधना अर्पित करी; जब वे ऐसा कर रहे थे तब, "तो जब तुरहियां बजाने वाले और गाने वाले एक स्वर से यहोवा की स्तुति और धन्यवाद करने लगे, और तुरहियां, झांझ आदि बाजे बजाते हुए यहोवा की यह स्तुति ऊंचे शब्द से करने लगे, कि वह भला है और उसकी करुणा सदा की है, तब यहोवा के भवन में बादल छा गया, और बादल के कारण याजक लोग सेवा-टहल करने को खड़े न रह सके, क्योंकि यहोवा का तेज परमेश्वर के भवन में भर गया था" (2 इतिहास 5:13-14)।
हम परमेश्वर का धन्यवाद करते हैं मनमोहक संगीत के लिए और उसमें होकर मिलने वाली स्वर्ग की एक झलक के लिए जहाँ परमेश्वर का तेज और महिमा सदा वास करेंगी और जहाँ कभी परमेश्वर की स्तुति और आराधना का अन्त नहीं होगा। - जूली ऐकैरमैन लिंक
जो पृथ्वी पर परमेश्वर की आराधना और स्तुति करते रहते हैं उन्हें स्वर्ग जाना-पहिचाना अनुभव होगा।
तो जब तुरहियां बजाने वाले और गाने वाले एक स्वर से यहोवा की स्तुति और धन्यवाद करने लगे, और तुरहियां, झांझ आदि बाजे बजाते हुए यहोवा की यह स्तुति ऊंचे शब्द से करने लगे, कि वह भला है और उसकी करुणा सदा की है, तब यहोवा के भवन में बादल छा गया, और बादल के कारण याजक लोग सेवा-टहल करने को खड़े न रह सके, क्योंकि यहोवा का तेज परमेश्वर के भवन में भर गया था। - 2 इतिहास 5:13-14
बाइबल पाठ: 2 इतिहास 5:7-14
2 Chronicles 5:7 तब याजकों ने यहोवा की वाचा का सन्दूक उसके स्थान में, अर्थात भवन की भीतरी कोठरी में जो परमपवित्र स्थान है, पहुंचा कर, करूबों के पंखों के तले रख दिया।
2 Chronicles 5:8 सन्दूक के स्थान के ऊपर करूब तो पंख फैलाए हुए थे, जिससे वे ऊपर से सन्दूक और उसके डणडों को ढांपे थे।
2 Chronicles 5:9 डणडे तो इतने लम्बे थे, कि उनके सिरे सन्दूक से निकले हुए भीतरी कोठरी के साम्हने देख पड़ते थे, परन्तु बाहर से वे दिखाई न पड़ते थे। वे आज के दिन तक वहीं हैं।
2 Chronicles 5:10 सन्दूक में पत्थर की उन दो पटियाओं को छोड़ कुछ न था, जिन्हें मूसा ने होरेब में उसके भीतर उस समय रखा, जब यहोवा ने इस्राएलियों के मिस्र से निकलने के बाद उनके साथ वाचा बान्धी थी।
2 Chronicles 5:11 जब याजक पवित्रस्थान से निकले (जितने याजक उपस्थित थे, उन सभों ने तो अपने अपने को पवित्र किया था, और अलग अलग दलों में हो कर सेवा न करते थे;
2 Chronicles 5:12 और जितने लेवीय गवैये थे, वे सब के सब अर्थात पुत्रों और भाइयों समेत आसाप, हेमान और यदूतून सन के वस्त्र पहिने झांझ, सारंगियां और वीणाएं लिये हुए, वेदी के पूर्व अलंग में खड़े थे, और उनके साथ एक सौ बीस याजक तुरहियां बजा रहे थे।)
2 Chronicles 5:13 तो जब तुरहियां बजाने वाले और गाने वाले एक स्वर से यहोवा की स्तुति और धन्यवाद करने लगे, और तुरहियां, झांझ आदि बाजे बजाते हुए यहोवा की यह स्तुति ऊंचे शब्द से करने लगे, कि वह भला है और उसकी करुणा सदा की है, तब यहोवा के भवन मे बादल छा गया,
2 Chronicles 5:14 और बादल के कारण याजक लोग सेवा-टहल करने को खड़े न रह सके, क्योंकि यहोवा का तेज परमेश्वर के भवन में भर गया था।
एक साल में बाइबल:
- निर्गमन 21-24
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