कुछ बस यात्रियों के साथ एक विचित्र घटना हुई; वे जिस यात्रा पर उस बस में सवार होकर निकले थे, सामान्यतः उसे पूरा होने में छः घंटे लगते हैं। लेकिन उनकी बस का चालक उन यात्रियों को एक पेट्रोल पम्प पर बस में बैठा छोड़कर चला गया। नए चालक के आने और बस के आगे बढ़ने के लिए उन्हें रात भर का समय निकालना पड़ा, आठ घंटों तक प्रतीक्षा करनी पड़ी। वे सब यात्री इस अप्रत्याशित विलंब के कारण विचलित, अपने परिणाम को लेकर आशंकित और परिस्थिति से निकाले जाने के लिए अधीर रहे।
परमेश्वर के वचन बाइबल का एक पात्र, यूसुफ भी ऐसे ही विचलित, आशंकित और अधीर रहा होगा, जब उसे निर्दोष होने पर भी एक झूठे इल्ज़ाम में फंसा कर कैदखाने में डलवा दिया गया (उत्पत्ति 39)। कहने को तो यूसुफ के पास सहायता के लिए कोई नहीं था, लेकिन "यहोवा यूसुफ के संग संग रहा, और उस पर करूणा की, और बन्दीगृह के दरोगा के अनुग्रह की दृष्टि उस पर हुई" (उत्पत्ति 39:21)। उस बन्दीगृह के दारोगा ने यूसुफ को सब कैदियों के ऊपर देखरेख करने के लिए नियुक्त कर दिया, और जो भी यूसुफ करता था, परमेश्वर उसमें उसे सफलता देता था (पद 23)। परमेश्वर का साथ और आशीष होने के बावजूद यूसुफ को सालों तक कैदखाने में रहना तो पड़ा, लेकिन जब वह बाहर निकला तो मिस्त्र देश का प्रधानमंत्री बना दिया गया, मिस्त्र देश में राजा के बाद वह ही सबसे अधिक सामर्थी व्यक्ति था।
संभव है कि आप कहीं ऐसे ही मजबूर होकर पड़े हों, किसी अस्पताल के कमरे में, किसी कैदखाने में, अपने घर से दूर किसी अन्य देश या स्थान पर, या फिर अपने मन के अन्दर के कैदखाने में! आप जहाँ कहीं भी हैं, जैसे भी हैं, अपने आप को जैसा भी अनुभव कर रहे हैं, परमेश्वर की दया और करुणा आप तक हर स्थान और परिस्थिति में पहुँच सकती है। क्योंकि वह सर्वशक्तिमान परमेश्वर है (निर्गमन 6:3) और सर्वव्यापी है (यिर्मयाह 23:23-24), इसलिए जब ऐसा लग रहा हो कि आप बिल्कुल अकेले पड़ गए हैं, कोई सहायता करने के लिए नहीं है, तब भी वह उन विपरीत परिस्थितियों में भी आपको सुरक्षित रख सकता है, आपको उन्नति दे सकता है, और आपके लिए उपलब्ध करवा सकता है। - जेनिफर बेन्सन शुल्ट
परमेश्वर तब भी हमारे साथ होता है जब हमें लगे कि उसने भी साथ छोड़ दिया है।
यहोवा की यह वाणी है, क्या मैं ऐसा परमेश्वर हूँ, जो दूर नहीं, निकट ही रहता हूँ? फिर यहोवा की यह वाणी है, क्या कोई ऐसे गुप्त स्थानों में छिप सकता है, कि मैं उसे न देख सकूं? क्या स्वर्ग और पृथ्वी दोनों मुझ से परिपूर्ण नहीं हैं? - यिर्मयाह 23:23-24
बाइबल पाठ: उत्पत्ति 39:19-23
Genesis 39:19 अपनी पत्नी की ये बातें सुनकर, कि तेरे दास ने मुझ से ऐसा ऐसा काम किया, यूसुफ के स्वामी का कोप भड़का।
Genesis 39:20 और यूसुफ के स्वामी ने उसको पकड़कर बन्दीगृह में, जहां राजा के कैदी बन्द थे, डलवा दिया: सो वह उस बन्दीगृह में रहने लगा।
Genesis 39:21 पर यहोवा यूसुफ के संग संग रहा, और उस पर करूणा की, और बन्दीगृह के दरोगा के अनुग्रह की दृष्टि उस पर हुई।
Genesis 39:22 सो बन्दीगृह के दरोगा ने उन सब बन्धुओं को, जो कारागार में थे, यूसुफ के हाथ में सौंप दिया; और जो जो काम वे वहां करते थे, वह उसी की आज्ञा से होता था।
Genesis 39:23 बन्दीगृह के दरोगा के वश में जो कुछ था; क्योंकि उस में से उसको कोई भी वस्तु देखनी न पड़ती थी; इसलिये कि यहोवा यूसुफ के साथ था; और जो कुछ वह करता था, यहोवा उसको उस में सफलता देता था।
एक साल में बाइबल:
- लैव्यवस्था 1-3
- मत्ती 24:1-28
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