जब 1972 में पोलोरॉइड एस.एक्स.-70 कैमरा संसार के समक्ष लाया गया तो उससे फोटो खींचने में क्रांति सी आ गई। स्मिथसोनियन पत्रिका में लिखे एक लेख में ओवेन एडवर्डस ने उस कैमरे के वर्णन में उसे भौतिक शास्त्र, प्रकाश विज्ञान तथा इलैकट्रौनिक्स से बना अजूबा बताया। उस कैमरे से जब कोई चित्र लिया जाता तो एक खाली चौकोर कागज़ बाहर निकल कर आता और आँखों के सामने ही उस कागज़ में तस्वीर बनकर तैयार हो जाती। लोग इस तत्काल परिणाम से बहुत आकर्षित हुए।
विख्यात प्रचारक और परमेश्वर के वचन बाइबल के टीकाकार ओस्वॉल्ड चैम्बर्स ने हमारे तत्काल परिणाम पाने की लालसा और हवस में एक गहरा संबंध देखा: "हवस कहती है ’मुझे यह तुरंत चाहिए’; जिसकी लालसा करी गई है वह कोई शारीरिक भूख हो सकती है या कोई आत्मिक अधिकार। हवस परमेश्वर के समय की प्रतीक्षा नहीं कर सकती, उसे परमेश्वर अपनी लालसाओं के प्रति बहुत उदासीन लगता है।"
दाऊद ने भजन 27 में घोर समस्या के समय में जब कुछ भी उपाय सूझ नहीं रहा था, तब भी अपने परमेश्वर की प्रतीक्षा करने के बारे में लिखा। निराश और हताश होने कि बजाए दाउद ने अपने भरोसे को बनाए रखा और कहा, "यदि मुझे विश्वास न होता कि जीवितों की पृथ्वी पर यहोवा की भलाई को देखूंगा, तो मैं मूर्च्छित हो जाता" (भजन 27:13)।
हम एक ऐसे संसार में रहते हैं जो तात्काल और तुरंत की उपासना करता है। लेकिन जब हमारी गहरी अभिलाषाओं और लालसाओं के पूरे हो पाने का कोई लक्षण भी दिखाई ना दे रहा हो तब भी भजनकार हम मसीही विश्वासियों से कहता है: "यहोवा की बाट जोहता रह; हियाव बान्ध और तेरा हृदय दृढ़ रहे; हां, यहोवा ही की बाट जोहता रह" (भजन 27:14)। - डेविड मैक्कैसलैंड
तत्काल और तुरंत की हवस पर जयवंत होने का उपाय है अपने विचारों और दृष्टिकोण को अनन्त पर केन्द्रित रखना।
परन्तु जो यहोवा की बाट जोहते हैं, वे नया बल प्राप्त करते जाएंगे, वे उकाबों की नाईं उड़ेंगे, वे दौड़ेंगे और श्रमित न होंगे, चलेंगे और थकित न होंगे। - यशायाह 40:31
बाइबल पाठ: भजन 27:1-14
Psalms 27:1 यहोवा परमेश्वर मेरी ज्योति और मेरा उद्धार है; मैं किस से डरूं? यहोवा मेरे जीवन का दृढ़ गढ़ ठहरा है, मैं किस का भय खाऊं?
Psalms 27:2 जब कुकर्मियों ने जो मुझे सताते और मुझी से बैर रखते थे, मुझे खा डालने के लिये मुझ पर चढ़ाई की, तब वे ही ठोकर खाकर गिर पड़े।
Psalms 27:3 चाहे सेना भी मेरे विरुद्ध छावनी डाले, तौभी मैं न डरूंगा; चाहे मेरे विरुद्ध लड़ाई ठन जाए, उस दशा में भी मैं हियाव बान्धे निशचिंत रहूंगा।
Psalms 27:4 एक वर मैं ने यहोवा से मांगा है, उसी के यत्न में लगा रहूंगा; कि मैं जीवन भर यहोवा के भवन में रहने पाऊं, जिस से यहोवा की मनोहरता पर दृष्टि लगाए रहूं, और उसके मन्दिर में ध्यान किया करूं।
Psalms 27:5 क्योंकि वह तो मुझे विपत्ति के दिन में अपने मण्डप में छिपा रखेगा; अपने तम्बू के गुप्त स्थान में वह मुझे छिपा लेगा, और चट्टान पर चढ़ाएगा।
Psalms 27:6 अब मेरा सिर मेरे चारों ओर के शत्रुओं से ऊंचा होगा; और मैं यहोवा के तम्बू में जयजयकार के साथ बलिदान चढ़ाऊंगा; और उसका भजन गाऊंगा।
Psalms 27:7 हे यहोवा, मेरा शब्द सुन, मैं पुकारता हूं, तू मुझ पर अनुग्रह कर और मुझे उत्तर दे।
Psalms 27:8 तू ने कहा है, कि मेरे दर्शन के खोजी हो। इसलिये मेरा मन तुझ से कहता है, कि हे यहोवा, तेरे दर्शन का मैं खोजी रहूंगा।
Psalms 27:9 अपना मुख मुझ से न छिपा। अपने दास को क्रोध कर के न हटा, तू मेरा सहायक बना है। हे मेरे उद्धार करने वाले परमेश्वर मुझे त्याग न दे, और मुझे छोड़ न दे!
Psalms 27:10 मेरे माता पिता ने तो मुझे छोड़ दिया है, परन्तु यहोवा मुझे सम्भाल लेगा।
Psalms 27:11 हे यहोवा, अपने मार्ग में मेरी अगुवाई कर, और मेरे द्रोहियों के कारण मुझ को चौरस रास्ते पर ले चल।
Psalms 27:12 मुझ को मेरे सताने वालों की इच्छा पर न छोड़, क्योंकि झूठे साक्षी जो उपद्रव करने की धुन में हैं मेरे विरुद्ध उठे हैं।
Psalms 27:13 यदि मुझे विश्वास न होता कि जीवितों की पृथ्वी पर यहोवा की भलाई को देखूंगा, तो मैं मूर्च्छित हो जाता।
Psalms 27:14 यहोवा की बाट जोहता रह; हियाव बान्ध और तेरा हृदय दृढ़ रहे; हां, यहोवा ही की बाट जोहता रह!
एक साल में बाइबल:
- गिनती 28-30
- मरकुस 8:22-38
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