ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

रविवार, 20 नवंबर 2016

सहायक


   अलास्का के बैरो शहर के हाई स्कूल के प्रबन्धक यह देख देख कर थक चुके थे कि उनके छात्रों में से लगभग 50 प्रतिशत किसी ना किसी समस्या में पड़कर स्कूल छोड़ देते हैं। छात्रों की स्कूल में रुचि बनाए रखने और समस्याओं में पड़ने से बचाने के प्रयास में उन्होंने स्कूल की फुटबॉल टीम बनाई, जिसमें भाग लेने के द्वारा छात्रों को व्यक्तिगत कौशल विकसित करने, परस्पर सहयोग के साथ कार्य करने और जीवन के पाठ सीखने का अवसर मिले। बैरो में फुटबॉल खेलने के साथ समस्या यह है कि बैरो आई्सलैंड से भी अधिक उत्तर में है, इसलिए वहाँ घास का मैदान नहीं बन सकता क्योंकि वहाँ की ठंड के कारण वहाँ घास उगती ही नहीं है। इसलिए उन्हें फूटबॉल कंकर भरे मिट्टी के मैदान पर खेलनी पड़ती थी।

   वहाँ से चार हज़ार मील दक्षिण में, अमेरिका एक अन्य शहर फ्लोरिडा में कैथी पारकर ने इस फुटबॉल टीम और उन के खेलने के खतरनाक स्थान, और उस फुटबॉल टीम द्वारा उन छात्रों में आने वाले सकारात्मक परिवर्तनों के बारे में सुना। कैथी को लगा कि परमेश्वर उसे सहायता करने के लिए उकसा रहा है, और उसने उनके लिए कुछ करने की ठानी। इसके लगभग एक वर्ष पश्चात, उन्होंने बैरो में फुटबॉल खेलने के एक नए कृत्रिम घास के मैदान का समर्पण समारोह किया। कैथी ने बैरो के उन छात्रों की सहायता के लिए, जिन्हें वह जानती भी नहीं थी, हज़ारों डॉलर एकत्रित करके यह संभव कर दिया।

   बात फुटबॉल की नहीं है, और ना ही पैसे की है; बात है परमेश्वर के वचन बाइबल में दिए गए परमेश्वर के निर्देश "पर भलाई करना, और उदारता न भूलो; क्योंकि परमेश्वर ऐसे बलिदानों से प्रसन्न होता है" (इब्रानियों 13:16) के पालन करने की। प्रेरित याकूब हमें स्मरण कराता है कि हम अपना विश्वास अपने कार्यों से प्रमाणित करते हैं (याकूब 2:18)। हमारे संसार में अनेकों लोगों की भिन्न भिन्न तथा अभिभूत कर देने वाली आवश्यकताएं हैं; परन्तु जब हम, तब, जैसा कि प्रभु यीशु ने कहा है (मरकुस 12:31) अपने पड़ौसी से अपने समान प्रेम रखते हैं, जब हम उन के सहायक बनते हैं, तब हम परमेश्वर के प्रेम को लोगों तक पहुँचाते हैं। - डेव ब्रैनन


परमेश्वर के लिए अपने हृदय को खोलें जिससे अनुकंपा सीखें; 
अपने हाथों को औरों के लिए खोलें जिससे सहायता करने पाएं।

यीशु ने उसे उत्तर दिया, सब आज्ञाओं में से यह मुख्य है; हे इस्राएल सुन; प्रभु हमारा परमेश्वर एक ही प्रभु है। और तू प्रभु अपने परमेश्वर से अपने सारे मन से और अपने सारे प्राण से, और अपनी सारी बुद्धि से, और अपनी सारी शक्ति से प्रेम रखना। और दूसरी यह है, कि तू अपने पड़ोसी से अपने समान प्रेम रखना: इस से बड़ी और कोई आज्ञा नहीं। - मरकुस 12:29-31

बाइबल पाठ: याकूब 2:14-20
James 2:14 हे मेरे भाइयों, यदि कोई कहे कि मुझे विश्वास है पर वह कर्म न करता हो, तो उस से क्या लाभ? क्या ऐसा विश्वास कभी उसका उद्धार कर सकता है? 
James 2:15 यदि कोई भाई या बहिन नगें उघाड़े हों, और उन्हें प्रति दिन भोजन की घटी हो। 
James 2:16 और तुम में से कोई उन से कहे, कुशल से जाओ, तुम गरम रहो और तृप्‍त रहो; पर जो वस्तुएं देह के लिये आवश्यक हैं वह उन्हें न दे, तो क्या लाभ? 
James 2:17 वैसे ही विश्वास भी, यदि कर्म सहित न हो तो अपने स्‍वभाव में मरा हुआ है। 
James 2:18 वरन कोई कह सकता है कि तुझे विश्वास है, और मैं कर्म करता हूं: तू अपना विश्वास मुझे कर्म बिना तो दिखा; और मैं अपना विश्वास अपने कर्मों के द्वारा तुझे दिखाऊंगा। 
James 2:19 तुझे विश्वास है कि एक ही परमेश्वर है: तू अच्छा करता है: दुष्टात्मा भी विश्वास रखते, और थरथराते हैं। 
James 2:20 पर हे निकम्मे मनुष्य क्या तू यह भी नहीं जानता, कि कर्म बिना विश्वास व्यर्थ है?

एक साल में बाइबल: 
  • यहेजेकल 14-15
  • याकूब 2


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें