जब हमारे बच्चे छोटे थे तो मैं उन्हें मेरे दादा-दादी से मिलाने उत्तरी विस्कौन्सिन लेकर गया। उन के रहने के स्थान पर टेलिविज़न का रिसेप्शन अच्छा नहीं था; परन्तु उन के लिए टेलिविज़न का कोई विशेष महत्व भी नहीं था। मैंने देखा कि मेरा बेटा स्कॉट कुछ देर से टी.वी. पर कुछ लगाने का असफल प्रयास कर रहा था। अन्ततः उसने कुण्ठित होकर पूछा, "यदि आपको टी.वी. पर एक ही चैनल मिले और उस पर भी कुछ ऐसा आ रहा हो जिसे आप पसन्द नहीं करते हैं, तो फिर क्या करें?" मैंने मुस्कुराते हुए उत्तर दिया, "टी.वी. बन्द कर दो"; यह वह उत्तर तो नहीं था जिसकी उसे उम्मीद थी, परन्तु और कोई विकल्प भी नहीं था। आज के समय में ऐसा नहीं है, टी.वी. बन्द करने की भी आवश्यकता नहीं होगी, और टी.वी. के अतिरिक्त भी हमारे मनोरंजन के लिए अनेकों अन्य उपकरण और साधन हैं जो हम तक सूचनाएं भी पहुँचाते हैं, और हमारा ध्यान भी बाँटते हैं।
कभी ऐसा भी होता है कि हमें अपने मन-मस्तिष्क को विश्राम देने के लिए इन सब को कुछ समय तक बन्द करके शान्त होकर बैठ जाना चाहिए; सूचना, जानकारी और मनोरंजन के इन साधनों की जीवन में पकड़ से निकलना चाहिए। प्रभु यीशु अक्सर एकांत में जाया करते थे, विशेषकर जब उन्हें प्रार्थना में समय बिताना होता था (मत्ती 14:13)। प्रभु ने अपने शिष्यों को भी प्रोत्साहित किया कि वे भी थोड़े समय के लिए ऐसा ही करें (मरकुस 6:31)। एकांत और चिंतन का ऐसा समय हम सब के लिए लाभदायक होता है; ऐसे समय में हम परमेश्वर के और निकट आ सकते हैं।
मसीह यीशु के उदाहरण का अनुसरण कीजिए; अकेले होकर एकांत में विश्राम के लिए कुछ समय बिताएं, प्रभु और उसके वचन पर मनन करें। यह मनन तथा विश्राम आपके देह, प्राण, और आत्मा, सब के लिए लाभकारी होगा। - सिंडी हैस कैस्पर
जीवन के शोर की धव्नि को धीमा करना
परमेश्वर की आवाज़ को ध्यान से सुनने में सहायक होता है।
और भोर को दिन निकलने से बहुत पहिले, वह[यीशु] उठ कर निकला, और एक जंगली स्थान में गया और वहां प्रार्थना करने लगा। - मरकुस 1:35
बाइबल पाठ: मरकुस 6:30-32, 45-47
Mark 6:30 प्रेरितों ने यीशु के पास इकट्ठे हो कर, जो कुछ उन्होंने किया, और सिखाया था, सब उसको बता दिया।
Mark 6:31 उसने उन से कहा; तुम आप अलग किसी जंगली स्थान में आकर थोड़ा विश्राम करो; क्योंकि बहुत लोग आते जाते थे, और उन्हें खाने का अवसर भी नहीं मिलता था।
Mark 6:32 इसलिये वे नाव पर चढ़कर, सुनसान जगह में अलग चले गए।
Mark 6:45 तब उसने तुरन्त अपने चेलों को बरबस नाव पर चढाया, कि वे उस से पहिले उस पार बैतसैदा को चले जांए, जब तक कि वह लोगों को विदा करे।
Mark 6:46 और उन्हें विदा कर के पहाड़ पर प्रार्थना करने को गया।
Mark 6:47 और जब सांझ हुई, तो नाव झील के बीच में थी, और वह अकेला भूमि पर था।
एक साल में बाइबल:
- भजन 113-115
- 1 कुरिन्थियों 6
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