अ-पो-ला-पी चीन के यूनान प्रांत की पर्वत शरंखलाओं में बसने वाले अखा कबीले का एक वृद्ध सदस्य है। हाल ही में जब हम अपने मिशनरी दौरे में उससे मिले, तो उसने हम से कहा कि भारी वर्षा के कारण वह परमेश्वर के वचन बाइबल के साप्ताहिक अध्ययन में नहीं जाने पाया था। इसलिए उसने हमसे विनती की कि हम उसके साथ परमेश्वर के वचन से कुछ बाँटें।
अ-पो-ला-पी पढ़ नहीं सकता है, इसलिए वह साप्ताहिक बाइबल अध्ययन उसके लिए बहुत महत्वपूर्ण है। हम जब उसे बाइबल से पढ़ कर सुना रहे थे तो वह बड़े ध्यान से सुन रहा था। उसके इस उत्साही रवैये ने मुझे स्मरण दिलाया कि जब हम परमेश्वर के प्रेरित वचन की बातों को गंभीरता से सुनते हैं, तब हम परमेश्वर का आदर करते हैं।
बाइबल में व्यवस्थाविवरण नामक पुस्तक में मूसा ने इस्त्राएलियों से आग्रह किया कि वे उन नियमों और आज्ञाओं को ध्यान से सुनें, जिन्हें वह उन्हें परमेश्वर की ओर से सिखा रहा था (पद 1)। उसने उन्हें स्मरण दिलाया कि उन शिक्षाओं का स्त्रोत और प्रेरणा, कोई और नहीं स्वयं परमेश्वर ही था। वही परमेश्वर जिसने सिनै में उनसे आग के बीच में से बातें की थीं (पद 12); मूसा ने उन से कहा, "और उसने तुम को अपनी वाचा के दसों वचन बताकर उनके मानने की आज्ञा दी" (पद 13)।
काश कि हम भी अ-पो-ला-पी के समान परमेश्वर के वचन को सुनने और जानने की गहरी लालसा रखने वाले हों। प्रेरित पौलुस ने हमें 2 तिमुथियुस 3:15-17 में स्मरण दिलाया है कि प्रेरणा से लिखा गया यह बाइबल पवित्र-शास्त्र, हमारी भलाई और उन्नति के लिए दिया गया है, जिससे हम उद्धार और परमेश्वर के मार्गों में बुद्धिमान हो सकें। - पो फ़ैंग चिया
जीवित वचन मसीह को जानने के लिए, लिखित वचन बाइबल का अध्ययन करें।
और बालकपन से पवित्र शास्त्र तेरा जाना हुआ है, जो तुझे मसीह पर विश्वास करने से उद्धार प्राप्त करने के लिये बुद्धिमान बना सकता है। हर एक पवित्रशास्त्र परमेश्वर की प्रेरणा से रचा गया है और उपदेश, और समझाने, और सुधारने, और धर्म की शिक्षा के लिये लाभदायक है। ताकि परमेश्वर का जन सिद्ध बने, और हर एक भले काम के लिये तत्पर हो जाए। - 2 तिमुथियुस 3:15-17
बाइबल पाठ: व्यवस्थाविवरण 4:9-14
Deuteronomy 4:9 यह अत्यन्त आवश्यक है कि तुम अपने विषय में सचेत रहो, और अपने मन की बड़ी चौकसी करो, कहीं ऐसा न हो कि जो जो बातें तुम ने अपनी आंखों से देखीं उन को भूल जाओ, और वह जीवन भर के लिये तुम्हारे मन से जाती रहे; किन्तु तुम उन्हें अपने बेटों पोतों को सिखाना।
Deuteronomy 4:10 विशेष कर के उस दिन की बातें जिस में तुम होरेब के पास अपने परमेश्वर यहोवा के साम्हने खड़े थे, जब यहोवा ने मुझ से कहा था, कि उन लोगों को मेरे पास इकट्ठा कर कि मैं उन्हें अपने वचन सुनाऊं, जिस से वे सीखें, ताकि जितने दिन वे पृथ्वी पर जीवित रहें उतने दिन मेरा भय मानते रहें, और अपने लड़के बालों को भी यही सिखाएं।
Deuteronomy 4:11 तब तुम समीप जा कर उस पर्वत के नीचे खड़े हुए, और वह पहाड़ आग से धधक रहा था, और उसकी लौ आकाश तक पहुंचती थी, और उसके चारों ओर अन्धियारा, और बादल, और घोर अन्धकार छाया हुआ था।
Deuteronomy 4:12 तक यहोवा ने उस आग के बीच में से तुम से बातें की; बातों का शब्द तो तुम को सुनाईं पड़ा, परन्तु कोई रूप न देखा; केवल शब्द ही शब्द सुन पड़ा।
Deuteronomy 4:13 और उसने तुम को अपनी वाचा के दसों वचन बताकर उनके मानने की आज्ञा दी; और उन्हें पत्थर की दो पटियाओं पर लिख दिया।
Deuteronomy 4:14 और मुझ को यहोवा ने उसी समय तुम्हें विधि और नियम सिखाने की आज्ञा दी, इसलिये कि जिस देश के अधिकारी होने को तुम पार जाने पर हो उस में तुम उन को माना करो।
एक साल में बाइबल:
- होशै 9-11
- प्रकाशितवाक्य 3
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