ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

मंगलवार, 6 फ़रवरी 2018

सिद्ध स्थान


   मुझमें और आप में कुछ बात समान है – हम दोनों ही बिगड़े हुए, परेशान और दूषित संसार में रहते हैं, और हमने इसे इससे भिन्न कभी नहीं देखा-जाना है। परन्तु हमारे आदि माता-पिता, आदम और हव्वा के लिए ऐसा नहीं था; वे जानते थे कि उनके पाप के कारण सृष्टि पर आए श्राप से पहले सृष्टि तथा जीवन कैसा था। वे याद कर सकते थे कि सँसार को परमेश्वर ने कैसा बनाया और रखा था – मृत्यु, कठिनाई, और पीड़ा से मुक्त (उत्पत्ति 3:16-19)। पाप के प्रवेश से पहले अदन की वाटिका में भूख, बीमारी, बेरोजगारी आदि नहीं थे; उन दिनों में कोई परमेश्वर की सृजन-शक्ति पर संदेह नहीं करता था, और न ही कोई मानवीय व्यवहार तथा संबंधों के लिए उसकी योजनाओं के विषय प्रश्न करता था।

   जिस सँसार में हम अब हैं वह परमेश्वर द्वारा बनाए गए उस सिद्ध सँसार के बहुत ही कम समान है। सुप्रसिद्ध मसीही लेखक सी. एस. ल्युईस ने लिखा, “यह एक अच्छा सँसार है जो बुरा हो गया है, परन्तु अभी भी यह, जैसा उसे होना चाहिए था, उसकी याद को संजोए हुए है।” सौभाग्यवश, सँसार को जैसा होना चाहिए था, उसकी यह धूमिल सी याद भी आने वाले भविष्य की एक झलक प्रदान करती है। जैसे अदन की वाटिका में आदम और हव्वा परमेश्वर के साथ स्वच्छानन्द घूमते थे, उससे आमने-सामने बात-चीत करते थे, वैसे ही उस आने वाले अनन्तकाल में मसीही विश्वासी भी परमेश्वर को आमने-सामने देखेंगे और सीधे उसकी सेवा करेंगे। वहाँ परमेश्वर और उसके बच्चों के बीच में आने वाला कोई भी, कुछ भी नहीं होगा। वहाँ पाप के श्राप का कोई प्रभाव नहीं होगा (प्रकाशितवाक्य 22:3); वहाँ कोई पाप, भय, या लज्जा नहीं होगी।

   बीते समय के पाप की परछाईं हमारे आज पर तो है, परन्तु मसीही विश्वासी की नियति में उसके लिए एक अच्छे स्थान की दृढ़ प्रतिज्ञा है – अदन की वाटिका के समान सिद्ध स्थान की! – जेनिफर बेन्सन शुल्ट


एक दिन परमेश्वर सब कुछ ठीक कर देगा।

और हम तो देखी हुई वस्‍तुओं को नहीं परन्तु अनदेखी वस्‍तुओं को देखते रहते हैं, क्योंकि देखी हुई वस्तुएं थोड़े ही दिन की हैं, परन्तु अनदेखी वस्तुएं सदा बनी रहती हैं। - 2 कुरिन्थियों 4:18

बाइबल पाठ: प्रकाशिवाक्य 22:1-5
Revelation 22:1 फिर उसने मुझे बिल्लौर की सी झलकती हुई, जीवन के जल की एक नदी दिखाई, जो परमेश्वर और मेंम्ने के सिंहासन से निकल कर उस नगर की सड़क के बीचों बीच बहती थी।
Revelation 22:2 और नदी के इस पार; और उस पार, जीवन का पेड़ था: उस में बारह प्रकार के फल लगते थे, और वह हर महीने फलता था; और उस पेड़ के पत्तों से जाति जाति के लोग चंगे होते थे।
Revelation 22:3 और फिर श्राप न होगा और परमेश्वर और मेम्ने का सिंहासन उस नगर में होगा, और उसके दास उस की सेवा करेंगे।
Revelation 22:4 और उसका मुंह देखेंगे, और उसका नाम उन के माथों पर लिखा हुआ होगा।
Revelation 22:5 और फिर रात न होगी, और उन्हें दीपक और सूर्य के उजियाले का प्रयोजन न होगा, क्योंकि प्रभु परमेश्वर उन्हें उजियाला देगा: और वे युगानुयुग राज्य करेंगे।


एक साल में बाइबल: 
  • निर्गमन 39-40
  • मत्ती 23:23-39



कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें