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मंगलवार, 17 जुलाई 2018

खुला हाथ



      बिड्डी मेसन को 1891 में लॉस एन्जिल्स में एक अचिन्हित कब्र में दफना दिया गया। दासत्व में जन्मी महिला के लिए यह कोई अनहोनी बात नहीं थी, परन्तु बिड्डी जैसी मान्यता प्राप्त महिला के लिए यह असामान्य अवश्य था। न्यायालय में चले मुकद्दमे के द्वारा 1856 में अपनी स्वतंत्रता जीतने के पश्चात बिड्डी ने अपने नर्सिंग कौशल तथा बुद्धिमता पूर्ण व्यवासायिक निर्णयों के द्वारा कुछ संपत्ति एकत्रित कर ली थी। उसने अप्रवासी लोगों तथा कैदियों की दुर्दशा देखकर उनकी सहायता करना आरंभ किया, और उसके इस नियमित व्यवहार के कारण लोग उसके द्वार पर कतार बाँध कर खड़े होने लग गए। दासत्व से छूटने के मात्र 16 वर्ष में ही, 1872 में उसने अपने दामाद के साथ मिलकर आर्थिक योगदान के द्वारा लॉस एन्जिल्स में प्रथम अफ्रीकी मेथोडिस्ट एपिस्कोपल चर्च का आरंभ करवाया।

      बिड्डी ने परमेश्वर के वचन बाइबल में पौलुस प्रेरित द्वारा कहे गए शब्दों: “...और प्रभु यीशु की बातें स्मरण रखना अवश्य है, कि उसने आप ही कहा है; कि लेने से देना धन्य है” (प्रेरितों 20:35) को अपने जीवन में जी कर के दिखाया। पौलुस सम्पन्नता से आया था, दासत्व से नहीं, फिर भी उसने मसीह यीशु एवँ दूसरों की सेवकाई के लिए सेवा का ऐसा जीवन चुना जिसमें अन्ततः वह कैद होकर शहीद हो गया।

      1988 में बिड्डी से सहायताप्राप्त लोगों ने बिड्डी मेसन के स्मरण में एक समाधि-शिला का अनावरण किया। उस आयोजन में उपस्थित होने वाले लोगों में लॉस एन्जिल्स के महापौर (मेयर) तथा, एक शताब्दी से भी पूर्व, बिड्डी के घर से आरंभ होने वाले उस छोटे से चर्च के लगभग 3000 सदस्य थे।

      बिड्डी ने कहा था, “एक खुला हाथ, आशीषित हाथ है, क्योंकि वह बहुतायत से देता और पाता है।” बिड्डी के हाथ ने जैसे उदारता से दिया, उसे वैसे ही उदारता से एक महान विरासत भी मिली। - टिम गुस्ताफ्सन


एक खुला हाथ, आशीषित हाथ है, 
क्योंकि वह बहुतायत से देता और पाता है। - बिड्डी मेसन

जिनका भला करना चाहिये, यदि तुझ में शक्ति रहे, तो उनका भला करने से न रुकना। - नीतिवचन 3:27

बाइबल पाठ: प्रेरितों 20:22-35
Acts 20:22 और अब देखो, मैं आत्मा में बन्‍धा हुआ यरूशलेम को जाता हूं, और नहीं जानता, कि वहां मुझ पर क्या क्या बीतेगा
Acts 20:23 केवल यह कि पवित्र आत्मा हर नगर में गवाही दे देकर मुझ से कहता है, कि बन्‍धन और क्‍लेश तेरे लिये तैयार हैं।
Acts 20:24 परन्तु मैं अपने प्राण को कुछ नहीं समझता: कि उसे प्रिय जानूं, वरन यह कि मैं अपनी दौड़ को, और उस सेवाकाई को पूरी करूं, जो मैं ने परमेश्वर के अनुग्रह के सुसमाचार पर गवाही देने के लिये प्रभु यीशु से पाई है।
Acts 20:25 और अब देखो, मैं जानता हूं, कि तुम सब जिनमें मैं परमेश्वर के राज्य का प्रचार करता फिरा, मेरा मुंह फिर न देखोगे।
Acts 20:26 इसलिये मैं आज के दिन तुम से गवाही देकर कहता हूं, कि मैं सब के लोहू से निर्दोष हूं।
Acts 20:27 क्योंकि मैं परमेश्वर की सारी मनसा को तुम्हें पूरी रीति से बताने से न झिझका।
Acts 20:28 इसलिये अपनी और पूरे झुंड की चौकसी करो; जिस में पवित्र आत्मा ने तुम्हें अध्यक्ष ठहराया है; कि तुम परमेश्वर की कलीसिया की रखवाली करो, जिसे उसने अपने लोहू से मोल लिया है।
Acts 20:29 मैं जानता हूं, कि मेरे जाने के बाद फाड़ने वाले भेड़िए तुम में आएंगे, जो झुंड को न छोड़ेंगे।
Acts 20:30 तुम्हारे ही बीच में से भी ऐसे ऐसे मनुष्य उठेंगे, जो चेलों को अपने पीछे खींच लेने को टेढ़ी मेढ़ी बातें कहेंगे।
Acts 20:31 इसलिये जागते रहो; और स्मरण करो; कि मैं ने तीन वर्ष तक रात दिन आंसू बहा बहा कर, हर एक को चितौनी देना न छोड़ा।
Acts 20:32 और अब मैं तुम्हें परमेश्वर को, और उसके अनुग्रह के वचन को सौंप देता हूं; जो तुम्हारी उन्नति कर सकता है, और सब पवित्रों में साझी कर के मीरास दे सकता है।
Acts 20:33 मैं ने किसी की चान्दी सोने या कपड़े का लालच नहीं किया।
Acts 20:34 तुम आप ही जानते हो कि इन्‍हीं हाथों ने मेरी और मेरे साथियों की आवश्यकताएं पूरी कीं।
Acts 20:35 मैं ने तुम्हें सब कुछ कर के दिखाया, कि इस रीति से परिश्रम करते हुए निर्बलों को सम्भालना, और प्रभु यीशु की बातें स्मरण रखना अवश्य है, कि उसने आप ही कहा है; कि लेने से देना धन्य है।
     

एक साल में बाइबल: 
  • भजन 18-19
  • प्रेरितों 20:17-38



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