मैं उत्सुकता से बेचैन होकर फोन की घंटी
बजने, और फोन द्वारा रेडियो पर अपने साक्षात्कार के आरंभ होने की प्रतीक्षा कर रही
थी। मुझे कौतहूल था कि साक्षात्कार लेने वाला मुझ से कैसे प्रश्न पूछेगा, और मैं
उनके क्या उत्तर देने पाऊँगी। मैंने प्रार्थना की, “हे प्रभु मैं कागज़ – कलम के
साथ अधिक बेहतर रहती हूँ; परन्तु जैसे मूसा के साथ था, वैसे ही मुझे भी भरोसा रखना
होगा कि आप मुझे बोलने के लिए सही शब्द देंगे।”
निःसंदेह मैं अपनी तुलना मूसा के साथ नहीं
कर रही हूँ, जो परमेश्वर के लोगों का अगुवा था और जो उन्हें मिस्त्र की गुलामी से
प्रतिज्ञा किए हुए देश में जीवन व्यतीत करने के लिए निकालकर ले गया था। मूसा एक
अनिच्छुक अगुवा था, जिसे परमेश्वर से आश्वासन चाहिए था कि इस्राएली उसकी सुनेंगे।
इस बात की पुष्टि के लिए परमेश्वर ने उसे कई चिन्ह दिए, जैसे कि उसके चरवाहे की
लाठी को सांप बना देना (निर्गमन 4:3), परन्तु फिर भी मूसा अगुवा होने के दायित्व
को स्वीकार करने में संकोच करता रहा, यह कह कर कि वह बोलने में भद्दा है (पद 10)।
तब परमेश्वर ने मूसा को स्मरण करवाया कि वह प्रभु है जो बोलने में उसकी सहायता
करेगा। परमेश्वर के वचन बाइबल के ज्ञाताओं का कहना है कि मूल भाषा में आया है कि
परमेश्वर उसके “मुंह के साथ रहेगा।”
हम मसीही विश्वासी जानते हैं कि पिन्तेकुस्त
के दिन पवित्र-आत्मा के आ जाने के बाद से परमेश्वर का पवित्र-आत्मा परमेश्वर की
सन्तान, मसीही विश्वासियों, में रहता है। हम अपने आप में चाहे जितना भी अयोग्य
अनुभव करें, परन्तु वह हमें परमेश्वर द्वारा सौंपे गए कार्यों को करने की सामर्थ्य
देता है। हमारा प्रभु परमेश्वर हमारे “मुंह के साथ” रहता है। - एमी बाउचर पाई
परमेश्वर
के जन होने के कारण
हम उसके सुसमाचार का प्रचार करने के लिए उसके प्रवक्ता हैं।
परन्तु जब
वह अर्थात सत्य का आत्मा आएगा, तो तुम्हें सब सत्य का मार्ग
बताएगा, क्योंकि वह अपनी ओर से न कहेगा, परन्तु जो कुछ सुनेगा, वही कहेगा, और आने वाली बातें तुम्हें बताएगा। - यूहन्ना 16:13
बाइबल पाठ:
निर्गमन 4:1-12
Exodus 4:1 तब मूसा ने उतर दिया, कि वे मेरी प्रतीति न
करेंगे और न मेरी सुनेंगे, वरन कहेंगे, कि यहोवा ने तुझ को दर्शन नहीं दिया।
Exodus 4:2 यहोवा ने उस से कहा, तेरे हाथ में वह क्या है?
वह बोला, लाठी।
Exodus 4:3 उसने कहा, उसे भूमि पर डाल दे; जब उसने उसे भूमि पर डाला तब वह सर्प बन गई, और मूसा
उसके साम्हने से भागा।
Exodus 4:4 तब यहोवा ने मूसा से कहा, हाथ बढ़ाकर उसकी पूंछ
पकड़ ले कि वे लोग प्रतीति करें कि तुम्हारे पितरों के परमेश्वर अर्थात इब्राहीम
के परमेश्वर, इसहाक के परमेश्वर, और
याकूब के परमेश्वर, यहोवा ने तुझ को दर्शन दिया है।
Exodus 4:5 तब उसने हाथ बढ़ाकर उसको पकड़ा तब वह उसके हाथ में फिर लाठी बन गई।
Exodus 4:6 फिर यहोवा ने उस से यह भी कहा, कि अपना हाथ छाती
पर रखकर ढांप। सो उसने अपना हाथ छाती पर रखकर ढांप लिया; फिर
जब उसे निकाला तब क्या देखा, कि उसका हाथ कोढ़ के कारण हिम
के समान श्वेत हो गया है।
Exodus 4:7 तब उसने कहा, अपना हाथ छाती पर फिर रखकर ढांप।
और उसने अपना हाथ छाती पर रखकर ढांप लिया; और जब उसने उसको
छाती पर से निकाला तब क्या देखता है, कि वह फिर सारी देह के
समान हो गया।
Exodus 4:8 तब यहोवा ने कहा, यदि वे तेरी बात की प्रतीति न
करें, और पहिले चिन्ह को न मानें, तो
दूसरे चिन्ह की प्रतीति करेंगे।
Exodus 4:9 और यदि वे इन दोनों चिन्हों की प्रतीति न करें और तेरी बात को न मानें,
तब तू नील नदी से कुछ जल ले कर सूखी भूमि पर डालना; और जो जल तू नदी से निकालेगा वह सूखी भूमि पर लोहू बन जायेगा।
Exodus 4:10 मूसा ने यहोवा से कहा, हे मेरे प्रभु, मैं बोलने में निपुण नहीं, न तो पहिले था, और न जब से तू अपने दास से बातें करने लगा; मैं तो
मुंह और जीभ का भद्दा हूं।
Exodus 4:11 यहोवा ने उस से कहा, मनुष्य का मुंह किस ने
बनाया है? और मनुष्य को गूंगा, वा
बहिरा, वा देखने वाला, वा अन्धा,
मुझ यहोवा को छोड़ कौन बनाता है?
Exodus 4:12 अब जा, मैं तेरे मुख के संग हो कर जो तुझे कहना
होगा वह तुझे सिखलाता जाऊंगा।
एक
साल में बाइबल:
- भजन 120-122
- 1कुरिन्थियों 9
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