मेरी
एक सहेली अपनी सास की देखभाल किया करती थी, जो उनके साथ ही घर में रहा करती थी, और
चलने फिरने से लाचार थीं। एक दिन मेरी सहेली ने अपनी सास से पूछा कि उनकी कोई
इच्छा है; तो सास ने उत्तर दिया कि वे चाहती थीं कि उनके पैर धोए जाएँ। मेरी सहेली
ने स्वीकार किया उसे यह करना बहुत बुरा लगता था; जितनी बार भी उसकी सास उसे यह
करने के लिए कहती, वह मन में कुड़कुड़ाते हुए यह करती और परमेश्वर से प्रार्थना करती
कि उसकी भावनाएँ उसकी सास पर प्रकट न होने पाएँ।
परन्तु
एक दिन उसकी यह कुड़कुड़ाने वाली प्रतिक्रिया, पल भर में ही बदल गई। उस दिन जब वह
चिलमची और तौलिया लेकर अपनी सास के पाँव पर झुकी, तो उसने मुँह ऊपर उठाकर अपनी सास
की ओर देखा, और उस पल में उसे ऐसा लगा मानो वह प्रभु यीशु के चरण धो रही थी; प्रभु
यीशु मानो उसकी सास के वेश में वहाँ उपस्थित थे। उसके बाद से उस सहेली का
दृष्टिकोण ही बदल गया, और यह सेवा करना उसके लिए आदर की बात हो गई।
जब
मैंने द्रवित कर देने वाली इस घटना के बारे में सुना तो मुझे प्रभु यीशु द्वारा
बताई गई जगत के अन्त के दिन की बात स्मरण हो आई; राजा अपने राज्य में अपने पुत्र
और पुत्रियों का स्वागत करता है, उनसे यह कहते हुए कि जब उन्होंने बीमारों की
देखभाल की, भूखों को भोजन करवाया, और ऐसे अन्य सेवा के कार्य किए, तो वास्तव में
वे सभी कार्य प्रभु के प्रति किए गए (मत्ती 25:40)। जब हम भी आज इस प्रकार से
ज़रूरतमंदों की सेवा करते हैं, तो प्रभु की भी सेवा करते हैं।
आज
मेरी वह सहेली जब किसी नए जन से मिलती है, जिसे उसकी सेवा की आवश्यकता होते है, तो
उसके मन में यही बात होती है, हो सकता है कि यह भी वेश धरे हुए प्रभु यीशु हैं। हम
भी उसके समान दृष्टिकोण रखें और सेवा करने से पीछे न हटें। - एमी बाउचर पाई
जब हम औरों की सेवा करते हैं तो प्रभु यीशु
के सेवा करते हैं।
पवित्र लोगों को जो कुछ अवश्य हो, उस में उन की सहायता करो; पहुनाई करने मे लगे रहो। -
रोमियों 12:13
बाइबल पाठ: मत्ती 25:31-40
Matthew 25:31 जब मनुष्य का पुत्र अपनी
महिमा में आएगा, और सब स्वर्ग दूत उसके साथ आएंगे तो वह अपनी
महिमा के सिहांसन पर विराजमान होगा।
Matthew 25:32 और सब जातियां उसके साम्हने
इकट्ठी की जाएंगी; और जैसा चरवाहा भेड़ों को बकिरयों से अलग
कर देता है, वैसा ही वह उन्हें एक दूसरे से अलग करेगा।
Matthew 25:33 और वह भेड़ों को अपनी दाहिनी
ओर और बकिरयों को बाईं और खड़ी करेगा।
Matthew 25:34 तब राजा अपनी दाहिनी ओर
वालों से कहेगा, हे मेरे पिता के धन्य लोगों, आओ, उस राज्य के अधिकारी हो जाओ, जो जगत के आदि से तुम्हारे लिये तैयार किया हुआ है।
Matthew 25:35 क्योंकि मैं भूखा था,
और तुम ने मुझे खाने को दिया; मैं प्यासा था,
और तुम ने मुझे पानी पिलाया, मैं परदेशी था,
तुम ने मुझे अपने घर में ठहराया।
Matthew 25:36 मैं नंगा था, तुम ने मुझे कपड़े पहिनाए; मैं बीमार था, तुम ने मेरी सुधि ली, मैं बन्दीगृह में था, तुम मुझ से मिलने आए।
Matthew 25:37 तब धर्मी उसको उत्तर देंगे
कि हे प्रभु, हम ने कब तुझे भूखा देखा और खिलाया? या प्यासा देखा, और पिलाया?
Matthew 25:38 हम ने कब तुझे परदेशी देखा
और अपने घर में ठहराया या नंगा देखा, और कपड़े पहिनाए?
Matthew 25:39 हम ने कब तुझे बीमार या बन्दीगृह
में देखा और तुझ से मिलने आए?
Matthew 25:40 तब राजा उन्हें उत्तर देगा;
मैं तुम से सच कहता हूं, कि तुम ने जो मेरे इन
छोटे से छोटे भाइयों में से किसी एक के साथ किया, वह मेरे ही
साथ किया।
एक साल में बाइबल:
- यिर्मयाह 3-5
- 1 तिमुथियुस 4
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