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बुधवार, 4 दिसंबर 2019

सुसमाचार



      हमारे पड़ौस में लगभग 230 परिवार रहते हैं। सबके जीवन की अपनी-अपनी कहानी है। हमारी बिल्डिंग की दसवीं मंज़िल पर एक वृद्ध महिला रहती है, जिसके बच्चे बड़े होकर, विवाह कर के, अलग-अलग स्थानों पर चले गए हैं; और अब वह अकेली ही रहती है। उससे कुछ ही घर छोड़कर एक युवा जोड़ा है जिनके दो बच्चे हैं – एक बेटा और एक बेटी। उनसे कुछ नीचे की मंज़िल पर एक जवान आदमी रहता है जो सेना में कार्य करता है। वह पहले भी हमारे चर्च में आ चुका है; हो सकता है कि वह इस क्रिसमस पर फिर से आएगा। मैं इन सभी से पिछले क्रिसमस पर मिली थी जब हमारे चर्च के लोग हमारे पड़ौस में क्रिसमस के गीत गाने और क्रिसमस का आनन्द लोगों के साथ बाँटने के लिए गए थे।

      प्रत्येक क्रिसमस पर – जैसा के पहले क्रिसमस पर हुआ था – ऐसे अनेकों लोग होते हैं जिन्हें या तो यह पता नहीं होता है कि परमेश्वर हमारे संसार में शिशु रूप में आया है, जिसका नाम यीशु है (लूका 1:8; 2:21); या फिर वे इस घटना के महत्त्व को नहीं जानते हैं: “तब स्वर्गदूत ने उन से कहा, मत डरो; क्योंकि देखो मैं तुम्हें बड़े आनन्द का सुसमाचार सुनाता हूं जो सब लोगों के लिये होगा” (2:10)। जी हाँ! परमेश्वर का वचन बाइबल हमें बताती है कि यह सभी के लिए है; चाहे उनकी राष्ट्रीयता, संस्कृति, लिंग, या आर्थिक स्थिति कुछ भी हो। प्रभु यीशु सभी के लिए आए थे और उन्होंने सभी के लिए अपने प्राण बलिदान किए, जिससे के सभी के पास पापों की क्षमा और प्रभु परमेश्वर के साथ मेल-मिलाप का अवसर एवं मार्ग उपलब्ध हो, तथा सभी उसके प्रेम, आनन्द, शान्ति और आशा का आनन्द ले सकें। हमारे पड़ौस में रहने वाली स्त्री से लेकर हमारे उन सहकर्मियों तक जिनके साथ हम भोजन करते हैं, सभी को इस अद्भुत सुसमाचार को सुनने की आवश्यकता है!

      उस प्रथम क्रिसमस पर, इस आनन्दायक सुसमाचार के सुनाने वाले स्वर्गदूत थे। आज, परमेश्वर हम में होकर कार्य करना चाहता है, वह चाहता है कि हम इस सुसमाचार को औरों तक पहुँचाएं। - पो फैंग चिया

प्रभु यीशु के जन्म का सुसमाचार, सभी के लिए आनन्द का स्त्रोत है।

वह पुत्र जनेगी और तू उसका नाम यीशु रखना; क्योंकि वह अपने लोगों का उन के पापों से उद्धार करेगा। - मत्ती 1:21

बाइबल पाठ: लूका 1:68-75
Luke 1:68 कि प्रभु इस्राएल का परमेश्वर धन्य हो, कि उसने अपने लोगों पर दृष्टि की और उन का छुटकारा किया है।
Luke 1:69 और अपने सेवक दाऊद के घराने में हमारे लिये एक उद्धार का सींग निकाला।
Luke 1:70 जैसे उसने अपने पवित्र भविष्यद्वक्ताओं के द्वारा जो जगत के आदि से होते आए हैं, कहा था।
Luke 1:71 अर्थात हमारे शत्रुओं से, और हमारे सब बैरियों के हाथ से हमारा उद्धार किया है।
Luke 1:72 कि हमारे बाप-दादों पर दया कर के अपनी पवित्र वाचा का स्मरण करे।
Luke 1:73 और वह शपथ जो उसने हमारे पिता इब्राहीम से खाई थी।
Luke 1:74 कि वह हमें यह देगा, कि हम अपने शत्रुओं के हाथ से छूटकर,
Luke 1:75 उसके साम्हने पवित्रता और धामिर्कता से जीवन भर निडर रहकर उस की सेवा करते रहें।

एक साल में बाइबल: 
  • यहेजकेल 47-48
  • 1 यूहन्ना 3



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