जब
एक विज्ञापन बनाने वाले ने माइकलएंजलो द्वारा संगमरमर में बनाई गई दाऊद की मूर्ति
के चित्र में फेर बदल करके दिखाया तो इटली की सरकार और संग्रहालय के अद्धिकारियों
ने आपत्ति की। दाऊद को उसके गोफन के स्थान पर एक सैनिक के समान कंधे पर राइफल लिए
हुए दिखाना उस कलाकृति का उल्लंघन करना था – मानो उस पर हथौड़े से प्रहार, या उससे
भी बदतर कुछ किया गया।
प्रथम
शताब्दी के यरूशलेम में दाऊद को एक चरवाहे-भजनकार और सैनिक-राजा के रूप में स्मरण
किया जाता था, और इस्राएल के लोगों की महानतम आशाएं इस्राएल के उस प्रीय जन के
वंशज से गहराई से जुड़ी हुई थीं। परमेश्वर के वचन बाइबल में इस्राएल के
भविष्यद्वाकताओं ने भविष्यवाणी की थी कि दाऊद का वंशज इस्राएल के शत्रुओं को सदा
के लिए पराजित कर देगा। इसलिए जब सदियों के बाद, जब भीड़ ने प्रभु यीशु मसीह का “दाऊद
की संतान” (मत्ती 21:6-9) के रूप में स्वागत किया, तो उनकी आशा थी कि वह रोमी
साम्राज्य के विरुद्ध विद्रोह का नेतृत्व करेगा और उनकी सत्ता को पलट देगा। परन्तु
प्रभु यीशु ने मंदिर में जाकर वहाँ व्यापार करने वालों की चौकियाँ पलट दीं जिससे
परमेश्वर पिता का वह भवन सभी के लिए प्रार्थना का घर बन कर रहे। यह वो मसीहा और
“दाऊद की संतान” नहीं था जिसकी उन्हें प्रतीक्षा थी। इसलिए बिना इस बात पर ध्यान
किए कि वे क्या कर रहे हैं, उन्होंने प्रभु को पकड़कर रोमी शासकों के हवाले कर दिया
जिससे इस्राएल की वास्तविक महिमा, प्रभु यीशु, के हाथों और पांवों पर हथोड़े चला कर
उसे कीलों से क्रूस पर ठोक दिया जाए।
प्रभु
ने भी उन्हें रोकने के स्थान पर, अपने आप को क्रूस पर ठोके जाने, अपने आप को
अपमानित किया जाने, और अपना स्वरूप बिगाड़े दिया जाने दिया। प्रभु यीशु के मृतकों
में से पुनरुत्थान के द्वारा ही लोगों को पता चला कि वास्तव में दाऊद की उस संतान
ने शत्रु शैतान की सभी योजनाओं को, सभी मनुष्यों के प्रति अपने प्रेम और बलिदान के
द्वारा, पराजित कर दिया, और अपने अनुयायियों को यह बीड़ा दिया कि वे सारे संसार में
जाकर उनके इस प्रेम और उद्धार के सुसमाचार को लोगों को बताएं। - मार्ट डी हॉन
प्रभु यीशु दिखाते हैं कि परमेश्वर सदा ही
हमारी अपेक्षाओं से कहीं बढ़कर अच्छा रहता है।
और जो भीड़ आगे आगे जाती और पीछे पीछे चली
आती थी, पुकार पुकार कर कहती थी, कि
दाऊद की सन्तान को होशाना; धन्य है वह जो प्रभु के नाम से
आता है, आकाश में होशाना। - मत्ती 21:9
बाइबल पाठ: मत्ती 21:12-16
Matthew 21:12 यीशु ने परमेश्वर के मन्दिर
में जा कर, उन सब को, जो मन्दिर में
लेन देन कर रहे थे, निकाल दिया; और
सर्राफों के पीढ़े और कबूतरों के बेचने वालों की चौकियां उलट दीं।
Matthew 21:13 और उन से कहा, लिखा है, कि मेरा घर प्रार्थना का घर कहलाएगा;
परन्तु तुम उसे डाकुओं की खोह बनाते हो।
Matthew 21:14 और अन्धे और लंगड़े, मन्दिर में उसके पास लाए, और उसने उन्हें चंगा किया।
Matthew 21:15 परन्तु जब महायाजकों और शास्त्रियों
ने इन अद्भुत कामों को, जो उसने किए, और
लड़कों को मन्दिर में दाऊद की सन्तान को होशाना पुकारते हुए देखा, तो क्रोधित हो कर उस से कहने लगे, क्या तू सुनता है
कि ये क्या कहते हैं?
Matthew 21:16 यीशु ने उन से कहा, हां; क्या तुम ने यह कभी नहीं पढ़ा, कि बालकों और दूध पीते बच्चों के मुंह से तु ने स्तुति सिद्ध कराई?
एक साल में बाइबल:
- निर्गमन 27-28
- मत्ती 21:1-22
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें