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शुक्रवार, 10 अप्रैल 2020

मार्ग



     इस पवित्र सप्ताह में, हम प्रभु यीशु के क्रूस पर चढ़ाए जाने के ठीक पहले के दिनों की घटनाओं को स्मरण करते हैं। क्रूस पर चढ़ाए जाने के लिए प्रभु यीशु, रात भर की ताड़ना और कोड़ों की मार से लहू-लुहान स्थिति में अपना क्रूस उठाए हुए यरूशलेम के जिस मार्ग से होकर क्रूसित किए जाने के स्थान, गुलगुता, तक गए थे उसे आज ‘विया डोलोरोसा’ अर्थात ‘दुखों का मार्ग’ कहा जाता है।

     परन्तु परमेश्वर के वचन बाइबल में इब्रानियों की पत्री के लेखक ने उसे दुखों के मार्ग से बढ़कर देखा। प्रभु यीशु ने स्वेच्छा से क्रूसित किए जाने के लिए जिस दुखों के मार्ग पर गुलगुता तक की यात्रा की, उसने हमारे लिए परमेश्वर तक पहुँचने के लिए एक नया और जीवित मार्ग बना कर दे दिया (इब्रानियों 10:20)।

     सदियों से लोगों के प्रयास रहे थे कि पशुओं के बलिदानों तथा व्यवस्था को पूरा करने के द्वारा उन्हें परमेश्वर की उपस्थिति में आने का माध्यम मिल सके। परन्तु, “क्योंकि व्यवस्था जिस में आने वाली अच्छी वस्‍तुओं का प्रतिबिम्ब है, पर उन का असली स्‍वरूप नहीं, इसलिये उन एक ही प्रकार के बलिदानों के द्वारा, जो प्रति वर्ष अचूक चढ़ाए जाते हैं, पास आने वालों को कदापि सिद्ध नहीं कर सकती”; “क्योंकि अनहोना है, कि बैलों और बकरों का लोहू पापों को दूर करे” (पद 1, 4)।

     उस दुःख के मार्ग से प्रभु यीशु की यात्रा उनको मृत्यु और फिर पुनरुत्थान तक ले कर गई, और हमारे लिए जीवन का मार्ग बन गया। उनके स्वेच्छा से दिए गए बलिदान के द्वारा, हम जब उन पर विश्वास कर के, उनसे अपने पापों की क्षमा मांगकर उन्हें अपने जीवन समर्पित करते हैं, हम पवित्र और परमेश्वर की दृष्टि में धर्मी ठहरते हैं। और तब, हमें किसी भी व्यवस्था के पालन अथवा पूर्ति की आवश्यकता नहीं रहती है, हम बिना किसी भय और संकोच के परमेश्वर के समक्ष आ सकते हैं, इस बात के लिए पूर्णतः आश्वस्त कि प्रभु यीशु मसीह में होकर हम परमेश्वर को स्वीकार्य तथा उसके प्रेम के पात्र हो गए हैं (पद 10, 22)।

     प्रभु के दुखों के मार्ग ने समस्त संसार के प्रत्येक व्यक्ति के लिए परमेश्वर तक पहुँचने का मार्ग खोल दिया है – इसलिए प्रभु द्वारा उपलब्ध करवाए गए इस मार्ग से होकर निःसंकोच चले आईए, प्रभु आपका स्वागत करने की प्रतीक्षा में है। - एमी पीटर्सन

मसीह यीशु का बलिदान ही वह था जिसे परमेश्वर चाहता था और जो हमारी आवश्यकता थी।

सो जब हम विश्वास से धर्मी ठहरे, तो अपने प्रभु यीशु मसीह के द्वारा परमेश्वर के साथ मेल रखें। - रोमियों 5:1

बाइबल पाठ: इब्रानियों 10:1-10
इब्रानियों 10:1 क्योंकि व्यवस्था जिस में आने वाली अच्छी वस्‍तुओं का प्रतिबिम्ब है, पर उन का असली स्‍वरूप नहीं, इसलिये उन एक ही प्रकार के बलिदानों के द्वारा, जो प्रति वर्ष अचूक चढ़ाए जाते हैं, पास आने वालों को कदापि सिद्ध नहीं कर सकतीं।
इब्रानियों 10:2 नहीं तो उन का चढ़ाना बन्‍द क्यों न हो जाता? इसलिये कि जब सेवा करने वाले एक ही बार शुद्ध हो जाते, तो फिर उन का विवेक उन्हें पापी न ठहराता।
इब्रानियों 10:3 परन्तु उन के द्वारा प्रति वर्ष पापों का स्मरण हुआ करता है।
इब्रानियों 10:4 क्योंकि अनहोना है, कि बैलों और बकरों का लोहू पापों को दूर करे।
इब्रानियों 10:5 इसी कारण वह जगत में आते समय कहता है, कि बलिदान और भेंट तू ने न चाही, पर मेरे लिये एक देह तैयार किया।
इब्रानियों 10:6 होम-बलियों और पाप-बलियों से तू प्रसन्न नहीं हुआ।
इब्रानियों 10:7 तब मैं ने कहा, देख, मैं आ गया हूं, (पवित्र शास्त्र में मेरे विषय में लिखा हुआ है) ताकि हे परमेश्वर तेरी इच्छा पूरी करूं।
इब्रानियों 10:8 ऊपर तो वह कहता है, कि न तू ने बलिदान और भेंट और होम-बलियों और पाप-बलियों को चाहा, और न उन से प्रसन्न हुआ; यद्यपि ये बलिदान तो व्यवस्था के अनुसार चढ़ाए जाते हैं।
इब्रानियों 10:9 फिर यह भी कहता है, कि देख, मैं आ गया हूं, ताकि तेरी इच्छा पूरी करूं; निदान वह पहिले को उठा देता है, ताकि दूसरे को नियुक्त करे।
इब्रानियों 10:10 उसी इच्छा से हम यीशु मसीह की देह के एक ही बार बलिदान चढ़ाए जाने के द्वारा पवित्र किए गए हैं।

एक साल में बाइबल: 
  • 1 शमुएल 15-16
  • लूका 10:25-42



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