एक बुद्धिमान मित्र ने मुझे सलाह दी कि कभी
भी किसी भी बहस में शब्द “तुम हमेशा” या “तुम कभी नहीं” का प्रयोग मत करना –
विशेषकर परिवार जनों के साथ। अपने आस-पास के लोगों की आलोचना करना, और जिन से हम
प्रेम करते हैं उनके प्रति उदासीन हो जाना कितना सरल होता है। परन्तु हमारे प्रति
परमेश्वर के प्रेम में कभी कोई परिवर्तन नहीं होता है।
परमेश्वर
के वचन बाइबल में भजन 145 शब्द ‘सब, सभों’ से भरा पड़ा है। “यहोवा
सभों के लिये भला है, और उसकी
दया उसकी सारी सृष्टि पर है” (पद 9)। “तेरा राज्य युग
युग का और तेरी प्रभुता सब पीढ़ियों तक बनी रहेगी। यहोवा सब गिरते हुओं को संभालता
है, और सब झुके हुओं को सीधा
खड़ा करता है” (पद 13-14)। “वह अपने डरवैयों की इच्छा
पूरी करता है, ओर उनकी दुहाई
सुन कर उनका उद्धार करता है” (पद 20)।
इस
भजन में एक दर्जन बार हमें स्मरण करवाया गया है कि परमेश्वर के प्रेम की न तो कोई
सीमा है और न ही वह कोई पक्षपात करता है। और नया नियम प्रकट करता है कि इसका
सर्वोत्तम उदाहरण प्रभु यीशु मसीह में दिखाई देता है: “क्योंकि परमेश्वर ने जगत
से ऐसा प्रेम रखा कि उसने अपना इकलौता पुत्र दे दिया, ताकि जो कोई उस पर विश्वास करे, वह नाश न हो, परन्तु अनन्त जीवन पाए” (यूहन्ना 3:16)।
भजन
145 बताता है कि, “जितने यहोवा को
पुकारते हैं, अर्थात जितने उसको
सच्चाई से पुकारते हैं; उन सभों के वह
निकट रहता है। वह अपने डरवैयों की इच्छा पूरी करता है, ओर उनकी दुहाई सुन कर उनका उद्धार करता है” (पद 18-19)।
हमारे प्रति परमेश्वर का प्रेम सर्वदा बना रहता है, और कभी नहीं बदलता है।
हमारे लिए परमेश्वर के सर्वदा बने रहने वाले
प्रेम में कभी कोई परिवर्तन नहीं होता है।
और जो प्रेम परमेश्वर हम से रखता है, उसको हम जान गए, और हमें उसका विश्वास है; परमेश्वर
प्रेम है: जो प्रेम में बना रहता है, वह परमेश्वर में बना रहता है; और परमेश्वर उस में बना रहता है। - 1यूहन्ना 4:16
बाइबल पाठ: भजन 145:8-21
भजन 145:8 यहोवा अनुग्रहकारी और दयालु, विलम्ब से क्रोध करने वाला और अति करुणामय है।
भजन 145:9 यहोवा सभों के लिये भला है, और उसकी दया उसकी सारी सृष्टि पर है।
भजन 145:10 हे यहोवा, तेरी सारी सृष्टि
तेरा धन्यवाद करेगी, और तेरे भक्त लोग
तुझे धन्य कहा करेंगे!
भजन 145:11 वे तेरे राज्य की महिमा की चर्चा करेंगे, और तेरे पराक्रम के विषय में बातें करेंगे;
भजन 145:12 कि वे आदमियों पर तेरे पराक्रम के काम और तेरे राज्य के प्रताप की महिमा प्रगट
करें।
भजन 145:13 तेरा राज्य युग युग का और तेरी प्रभुता सब पीढ़ियों तक बनी रहेगी।
भजन 145:14 यहोवा सब गिरते हुओं को संभालता है, और सब झुके हुओं को सीधा खड़ा करता है।
भजन 145:15 सभों की आंखें तेरी ओर लगी रहती हैं, और तू उन को आहार समय पर देता है।
भजन 145:16 तू अपनी मुट्ठी खोल कर, सब प्राणियों
को आहार से तृप्त करता है।
भजन 145:17 यहोवा अपनी सब गति में धर्मी और अपने सब कामों में करुणामय है।
भजन 145:18 जितने यहोवा को पुकारते हैं, अर्थात जितने उसको सच्चाई से पुकारते हैं; उन सभों के वह निकट रहता है।
भजन 145:19 वह अपने डरवैयों की इच्छा पूरी करता है, ओर उनकी दुहाई सुन कर उनका उद्धार करता है।
भजन 145:20 यहोवा अपने सब प्रेमियों की तो रक्षा करता, परन्तु सब दुष्टों को सत्यानाश करता है।
भजन 145:21 मैं यहोवा की स्तुति करूंगा, और सारे प्राणी उसके पवित्र नाम को सदा सर्वदा धन्य
कहते रहें।
- भजन 57-59
- रोमियों 4
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