ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

सोमवार, 26 अक्टूबर 2020

चरमोत्कर्ष


         मेरे माता-पिता ने मुझे हर प्रकार के संगीत, लोक-संगीत से लेकर शास्त्रीय संगीत तक, की सराहना करना सिखाया था। इसलिए जब मैं रूस के एक भव्य संगीत हॉल में मॉस्को राष्ट्रीय सिम्फनी द्वारा प्रस्तुत किए जा रहे संगीत समारोह का आनन्द लेने जा रहा था, तो मेरे हृदय की धड़कनें बढ़ रही थीं। संगीत मण्डली के संचालक ने संगीत वाद्य बजाने वालों द्वारा, रूस के प्रसिद्ध संगीतकार चाईकोव्स्की, की संगीत रचना बजाने का संचालन करना आरंभ किया, और धुन विकसित होते-होते एक प्रबल चरमोत्कर्ष तक पहुँच गई। वह एक जादुई पल था, और समापन होते ही सभी श्रोताओं ने खड़े होकर ऊँची आवाज़ में उस उत्तम प्रस्तुतीकरण का अनुमोदन किया।

         परमेश्वर के वचन बाइबल में वचन के लेख इतिहास के चरमोत्कर्ष के पल की ओर बढ़ते हैं: प्रभु यीशु मसीह का क्रूस और पुनरुत्थान। अदन की वाटिका में आदम और हव्वा के पाप में गिरने के कुछ ही समय बाद, परमेश्वर ने प्रतिज्ञा दी कि एक मुक्तिदाता आएगा (उत्पत्ति 3:15), और संपूर्ण पुराने नियम में यह विषय विकसित होता रहता है। इस प्रतिज्ञा की पूर्ति की पूर्व-झलक हम फसह के पर्व के मेमने के बलिदान में (निर्गमन 12:21), और भविष्यद्वक्ताओं की आशा में (1 पतरस 1:10), और परमेश्वर के लोगों की लालसा में देखते हैं।

         पहला यूहन्ना 4:14 पुष्टि करता है कि वह कहानी किस ओर बढ़ रही थी: “और हम ने देख भी लिया और गवाही देते हैं, कि पिता ने पुत्र को जगत का उद्धारकर्ता कर के भेजा है” कैसे? परमेश्वर ने इस पाप से ग्रसित संसार के उद्धार की अपनी प्रतिज्ञा की पूर्ति प्रभु यीशु के क्रूस पर बलिदान और मृतकों में से उसके पुनरुत्थान के द्वारा की, जिससे संसार के उद्धार का मार्ग बन गया, और प्रभु यीशु ने हम मनुष्यों का परमेश्वर के साथ पुनर्मिलन का मार्ग तैयार कर के दे दिया। अब जो कोई उसके इस बलिदान और पाप क्षमा के मार्ग को स्वीकार करता है, उससे अपने पापों की क्षमा मांगकर अपने जीवन उसे समर्पित करता है, वह प्रभु परमेश्वर से पापों की क्षमा प्राप्त कर के, अनंतकाल तक उसके साथ स्वर्ग में रहने की प्रतिज्ञा को प्राप्त कर लेता है। एक दिन प्रभु यीशु आकर अपने विश्वासियों को अपने साथ स्वर्ग ले जाएगा।

         जब हम स्मरण करते हैं कि परमेश्वर के पुत्र ने हमारे लिए क्या किया है, तो हम हम पापी मनुष्यों के लिए परमेश्वर द्वारा किए गए कार्यों के चरमोत्कर्ष को प्रभु यीशु में होकर प्राप्त होने वाले अनुग्रह और छुटकारे में देखते हैं। - बिल क्राउडर

 

प्रभु के अनुग्रह और प्रेम की भेंट का आनन्द मनाएँ।


इसी उद्धार के विषय में उन भविष्यद्वक्ताओं ने बहुत ढूंढ़-ढांढ़ और जांच-पड़ताल की, जिन्होंने उस अनुग्रह के विषय में जो तुम पर होने को था, भविष्यवाणी की थी। - 1 पतरस 1:10

बाइबल पाठ: 1 यूहन्ना 4:14-21

1 यूहन्ना 4:14 और हम ने देख भी लिया और गवाही देते हैं, कि पिता ने पुत्र को जगत का उद्धारकर्ता कर के भेजा है।

1 यूहन्ना 4:15 जो कोई यह मान लेता है, कि यीशु परमेश्वर का पुत्र है: परमेश्वर उस में बना रहता है, और वह परमेश्वर में।

1 यूहन्ना 4:16 और जो प्रेम परमेश्वर हम से रखता है, उसको हम जान गए, और हमें उस की प्रतीति है; परमेश्वर प्रेम है: जो प्रेम में बना रहता है, वह परमेश्वर में बना रहता है; और परमेश्वर उस में बना रहता है।

1 यूहन्ना 4:17 इसी से प्रेम हम में सिद्ध हुआ, कि हमें न्याय के दिन हियाव हो; क्योंकि जैसा वह है, वैसे ही संसार में हम भी हैं।

1 यूहन्ना 4:18 प्रेम में भय नहीं होता, वरन सिद्ध प्रेम भय को दूर कर देता है, क्योंकि भय से कष्ट होता है, और जो भय करता है, वह प्रेम में सिद्ध नहीं हुआ।

1 यूहन्ना 4:19 हम इसलिये प्रेम करते हैं, कि पहिले उसने हम से प्रेम किया।

1 यूहन्ना 4:20 यदि कोई कहे, कि मैं परमेश्वर से प्रेम रखता हूं; और अपने भाई से बैर रखे; तो वह झूठा है: क्योंकि जो अपने भाई से, जिसे उसने देखा है, प्रेम नहीं रखता, तो वह परमेश्वर से भी जिसे उसने नहीं देखा, प्रेम नहीं रख सकता।

1 यूहन्ना 4:21 और उस से हमें यह आज्ञा मिली है, कि जो कोई अपने परमेश्वर से प्रेम रखता है, वह अपने भाई से भी प्रेम रखे।

 

एक साल में बाइबल: 

  • यिर्मयाह 9-11
  • 1 तिमुथियुस 6

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें