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गुरुवार, 3 दिसंबर 2020

कृतज्ञ

 

         मैं एक कैंसर इलाज केंद्र में अपनी माँ की देखभाल कर रही थी; वहाँ पर मेरी भेंट एक और स्त्री, लोरी से हुई जो अपने पति की देखभाल कर रही थी, और हम मित्र बन गए। हम दोनों साथ बातें करते, हंसते, अपने दिल की भड़ास एक-दूसरे के सामने निकालते, रोते, और प्रार्थना करते थे। अपने प्रिय जनों के देखभाल करते हुए हमें एक दूसरे की सहायता करते रहने में आनन्द आता था।

         एक दिन मैं कैंसर केंद्र से दुकानों तक आने-जाने के लिए देखभाल करने वालों के लिए उपलब्ध करवाई गई मुफ्त बस सेवा में जाने से चुक गई। लोरी ने प्रस्ताव किया कि वह मुझे शाम को अपनी कार में दुकानों तक खरीददारी के लिए ले जाएगी। कृतज्ञता के आँसुओं के साथ, मैंने उसके प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया। मैंने उस से कहा, “जो तुम हो, उसके लिए बहुत धन्यवाद” मैं वास्तव में जो वह थी उसके लिए उसकी बहुत सराहना करती थी, न कि केवल उस सहायता के लिए जो मुझे उससे मिलती थी।

         परमेश्वर के वचन बाइबल में भजन 100 में भजनकार परमेश्वर के प्रति अपनी कृतज्ञता को व्यक्त करता है, उस सब के लिए जो परमेश्वर है, न कि केवल उसके लिए जो वह करता है। इस भजन में भजनकार “सारी पृथ्वी के लोगों को” (पद 1) “आनन्द से यहोवा की आराधना” करने के लिए निमंत्रण देता है (पद 2), इस बात में भरोसा रखते हुए कि “यहोवा ही परमेश्वर है” (पद 3)। हमारा सृजनहार हमें अपनी उपस्थिति में आमंत्रित करता है कि हम आकर धन्यवाद दें और उसकी स्तुति करें (पद 4)। हमारा प्रभु परमेश्वर हमारे निरंतर धन्यवाद का पात्र है क्योंकि “वह भला है,” “उसकी करुणा सदा की है,” और “उसकी सच्चाई पीढ़ी से पीढ़ी तक बनी रहती है (पद 5)”।

         परमेश्वर सदा ही जगत का सृजनहार और पालनहार, तथा हमारा बहुतायत से प्रेम करते रहने वाला प्रेमी पिता रहेगा। जो वह है, उसके लिए वह हमारी कृतज्ञता का पात्र है। - सोहचील डिक्सन

 

आज आप किसे के साथ परमेश्वर के प्रेम को बाँट सकते हैं?


हर बात में धन्यवाद करो: क्योंकि तुम्हारे लिये मसीह यीशु में परमेश्वर की यही इच्छा है। - 1 थिस्स्लुनीकियों 5:18

बाइबल पाठ: भजन  100

भजन संहिता 100:1 हे सारी पृथ्वी के लोगों यहोवा का जयजयकार करो!

भजन संहिता 100:2 आनन्द से यहोवा की आराधना करो! जयजयकार के साथ उसके सम्मुख आओ!

भजन संहिता 100:3 निश्चय जानो, कि यहोवा ही परमेश्वर है। उसी ने हम को बनाया, और हम उसी के हैं; हम उसकी प्रजा, और उसकी चराई की भेड़ें हैं।

भजन संहिता 100:4 उसके फाटकों से धन्यवाद, और उसके आंगनों में स्तुति करते हुए प्रवेश करो, उसका धन्यवाद करो, और उसके नाम को धन्य कहो!

भजन संहिता 100:5 क्योंकि यहोवा भला है, उसकी करुणा सदा के लिये, और उसकी सच्चाई पीढ़ी से पीढ़ी तक बनी रहती है।

 

एक साल में बाइबल: 

  • यहेजकेल 45-46
  • 1 यूहन्ना 2

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