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सोमवार, 19 जुलाई 2021

कौन है?

 

          हम अपने हनीमून की यात्रा से वापस लौट रहे थे, और हवाई-अड्डे पर अपन सामान को वायु-यान में चढ़ाने के लिए सौंपे जाने की अपनी बारी की प्रतीक्षा कर रहे थे। मैंने हम से कुछ ही दूर खड़े एक व्यक्ति को देखा और अपने पति को कोहनी मार कर उसकी ओर देखने का संकेत किया। मेरे पति ने उसे ध्यान से देखने का प्रयास किया और फिर मुझ से पूछा “कौन है?” मैंने बताया कि वह एक प्रसिद्ध फ़िल्म कलाकार है और उसकी कई फिल्मों और उनमें उसके द्वारा निभाई गई भूमिकाओं की एक लम्बी सूची उस सूना दी। फिर मैंने अपने पति से कहा कि वे हमारी एक फोटो लें, और जाकर उस कलाकार के साथ खड़ी हो गई। इस बात को चौबीस वर्ष हो चुके हैं, किन्तु आज भी मुझे इस घटना का वर्णन करना अच्छा लगता है, मैं बड़े आनन्द के साथ उस दिन के बारे में बताती हूँ जब मैं एक फिल्म कलाकार से मिली थी।

          किसी प्रसिद्ध कलाकार को पहचानना एक बात है, लेकिन एक और है जो सभी मनुष्यों से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है, और मैं उसकी कृतज्ञ हूँ, कि अब मैं उसे व्यक्तिगत रीति से जानती हूँ। परमेश्वर के वचन बाइबल में दाऊद ने पूछा “वह प्रतापी राजा कौन है?” (भजन 24:8)। भजनकार दाऊद सर्वशक्तिमान प्रभु की ओर संकेत करता है, जो सृष्टिकर्ता, संभालने वाला, और सभी पर राज्य करने वाला है। दाऊद कहता है, पृथ्वी और जो कुछ उस में है यहोवा ही का है; जगत और उस में निवास करने वाले भी। क्योंकि उसी ने उसकी नींव समुद्रों के ऊपर दृढ़ कर के रखी, और महानदों के ऊपर स्थिर किया है” (भजन 24:1-2)। दाऊद विस्मय से अभिभूत होकर घोषित करता है कि परमेश्वर सबसे महान है, किन्तु फिर भी हम उसके निकट जा सकते हैं (पद 3-4)। जब हम परमेश्वर के लिए जीवन व्यतीत करते हैं, तो हम न केवल उसे घनिष्ठता से जान सकते हैं, वरन उससे सामर्थ्य प्राप्त कर सकते हैं, और भरोसा रख सकते हैं कि वह हमारी ओर से लड़ेगा (पद 8)।

          प्रभु परमेश्वर हमें अवसर प्रदान करता है कि हम बता सकें कि केवल एक वही ऐसा सुप्रसिद्ध है जिसका औरों से वर्णन करना सर्वथा उपयुक्त है। जब हमारे जीवनों में से उसका चरित्र प्रतिबिंबित होता है, तब जो लोग उसे नहीं जानते हैं, उनके पास भी अवसर होता है कि वे हम से पूछें कि हमारा यह प्रभु परमेश्वर “कौन है?” दाऊद के समान, हम भी अपने अद्भुत सर्वशक्तिमान, सबसे महान परमेश्वर के बारे में बता सकते हैं कि वह “कौन है?” – सोहचील डिक्सन

 

प्रभु आपका धन्यवाद प्रतिदिन के उन अवसरों के लिए 

जिनमें हम आपके बारे में लोगों को बता सकते हैं।


अन्यजातियों में तुम्हारा चालचलन भला हो; इसलिये कि जिन जिन बातों में वे तुम्हें कुकर्मी जान कर बदनाम करते हैं, वे तुम्हारे भले कामों को देख कर; उन्‍हीं के कारण कृपा दृष्टि के दिन परमेश्वर की महिमा करें। - 1 पतरस 2:12

बाइबल पाठ: भजन 24

भजन 24:1 पृथ्वी और जो कुछ उस में है यहोवा ही का है; जगत और उस में निवास करने वाले भी।

भजन 24:2 क्योंकि उसी ने उसकी नींव समुद्रों के ऊपर दृढ़ कर के रखी, और महानदों के ऊपर स्थिर किया है।

भजन 24:3 यहोवा के पर्वत पर कौन चढ़ सकता है? और उसके पवित्र स्थान में कौन खड़ा हो सकता है?

भजन 24:4 जिसके काम निर्दोष और हृदय शुद्ध है, जिसने अपने मन को व्यर्थ बात की ओर नहीं लगाया, और न कपट से शपथ खाई है।

भजन 24:5 वह यहोवा की ओर से आशीष पाएगा, और अपने उद्धार करने वाले परमेश्वर की ओर से धर्मी ठहरेगा।

भजन 24:6 ऐसे ही लोग उसके खोजी हैं, वे तेरे दर्शन के खोजी याकूब वंशी हैं।

भजन 24:7 हे फाटकों, अपने सिर ऊंचे करो। हे सनातन के द्वारों, ऊंचे हो जाओ। क्योंकि प्रतापी राजा प्रवेश करेगा।

भजन 24:8 वह प्रतापी राजा कौन है? परमेश्वर जो सामर्थी और पराक्रमी है, परमेश्वर जो युद्ध में पराक्रमी है!

भजन 24:9 हे फाटकों, अपने सिर ऊंचे करो हे सनातन के द्वारों तुम भी खुल जाओ! क्योंकि प्रतापी राजा प्रवेश करेगा!

भजन 24:10 वह प्रतापी राजा कौन है? सेनाओं का यहोवा, वही प्रतापी राजा है।

 

एक साल में बाइबल: 

  • भजन 23-25
  • प्रेरितों 21:18-40

रविवार, 25 नवंबर 2018

प्रसिद्धि



      हम में से अनेकों प्रसिद्धि से आसक्त हैं – या तो स्वयं प्रसिद्ध होने के लिए या फिर प्रसिद्ध लोगों के जीवनों के ब्यौरे की प्रत्येक जानकारी, जैसे कि उन लोगों के अंतर्राष्ट्रीय फिल्म या पुस्तक दौरे, उनके द्वारा रेडियो अथवा टेलिविज़न कार्यक्रमों में उपस्थिति और कथन, सोशल मीडिया जैसे कि ट्विटर, फेसबुक आदि पर उनके लेख और उनके प्रशंसकों की संख्या आदि की जानकारी रखना, आदि।

      हाल ही में अमेरिका में किए गए एक शोध में शोधकर्ताओं ने इंटरनेट के माध्यम से विशेष रीति से बनाए गए कार्यक्रम द्वारा संसार के लोगों द्वारा इंटरनेट के माध्यम से प्रसिद्ध लोगों की खोज को सूचीबद्ध किया। उनके इस शोध में इतिहास में सबसे अधिक प्रसिद्ध हस्ती प्रभु यीशु मसीह थे।

      परन्तु फिर भी तथ्य यही है कि प्रभु यीशु मसीह ने कभी अपनी प्रसिद्धि नहीं चाही। जब वे पृथ्वी पर थे, तब भी उन्होंने प्रसिद्धि नहीं चाही (मत्ती 9:30; यूहन्ना 6:15); परन्तु फिर भी प्रसिद्धि उनके पीछे-पीछे आती थी, और उनके विषय जानकारी उनके इलाके में तुरंत फैल गई (मरकुस 1:28; लूका 4:37)।

      प्रभु यीशु जहाँ भी जाते थे, भीड़ उनके पीछे हो लेती थी; जो आश्चर्यकर्म वे करते थे, उससे लोग उनकी ओर आकर्षित होते थे। परन्तु जब उन लोगों ने उन्हें जबरन अपना राजा बनाना चाहा, तो तब प्रभु यीशु चुपचाप उनके मध्य में से निकल गए (यूहन्ना 6:15)। अपने पृथ्वी पर आने के उद्देश्य के विषय वे स्वर्गीय पिता से एक मन रहकर, सदा हर बात को पिता ही की इच्छा और समय पर छोड़ देते थे (यूहन्ना 4:34; 8:29; 12:23)। और पिता की इसी इच्छा के अन्तर्गत उन्होंने “मनुष्य के रूप में प्रगट हो कर अपने आप को दीन किया, और यहां तक आज्ञाकारी रहा, कि मृत्यु, हां, क्रूस की मृत्यु भी सह ली” (फिलिप्पियों 2:8)।

      प्रसिद्धि पाना कभी भी प्रभु यीशु का उद्देश्य नहीं था; उनका तो सीधा सा उद्देश्य था: परमेश्वर का पुत्र होने के नाते उन्होंने नम्रता और समर्पण के साथ अपने आप को परमेश्वर पिता का आज्ञाकारी बनाए रखा और सँसार के सभी लोगों के उद्धार एवँ पापों की क्षमा के लिए अपने आप को बलिदान कर दिया। वे सँसार के पापों के लिए मारे गए, गाड़े गए और तीसरे दिन मृतकों में से जी भी उठे। प्रभु यीशु का उद्देश्य प्रसिद्धि नहीं, पापियों का उद्धार तथा पापों की क्षमा प्रदान करना था। - सिंडी हैस कैस्पर


प्रभु यीशु मसीह प्रसिद्ध होने के लिए नहीं, 
वरन सँसार के पापों के लिए बलिदान होने के लिए आए थे।

इसी कारण वह जगत में आते समय कहता है, कि बलिदान और भेंट तू ने न चाही, पर मेरे लिये एक देह तैयार किया। होम-बलियों और पाप-बलियों से तू प्रसन्न नहीं हुआ। तब मैं ने कहा, देख, मैं आ गया हूं, (पवित्र शास्त्र में मेरे विषय में लिखा हुआ है) ताकि हे परमेश्वर तेरी इच्छा पूरी करूं। - इब्रानियों 10:5-7

बाइबल पाठ: फिलिप्पियों 2:1-11
Philippians 2:1 सो यदि मसीह में कुछ शान्‍ति और प्रेम से ढाढ़स और आत्मा की सहभागिता, और कुछ करूणा और दया है।
Philippians 2:2 तो मेरा यह आनन्द पूरा करो कि एक मन रहो और एक ही प्रेम, एक ही चित्त, और एक ही मनसा रखो।
Philippians 2:3 विरोध या झूठी बड़ाई के लिये कुछ न करो पर दीनता से एक दूसरे को अपने से अच्छा समझो।
Philippians 2:4 हर एक अपनी ही हित की नहीं, वरन दूसरों के हित की भी चिन्‍ता करे।
Philippians 2:5 जैसा मसीह यीशु का स्‍वभाव था वैसा ही तुम्हारा भी स्‍वभाव हो।
Philippians 2:6 जिसने परमेश्वर के स्‍वरूप में हो कर भी परमेश्वर के तुल्य होने को अपने वश में रखने की वस्तु न समझा।
Philippians 2:7 वरन अपने आप को ऐसा शून्य कर दिया, और दास का स्‍वरूप धारण किया, और मनुष्य की समानता में हो गया।
Philippians 2:8 और मनुष्य के रूप में प्रगट हो कर अपने आप को दीन किया, और यहां तक आज्ञाकारी रहा, कि मृत्यु, हां, क्रूस की मृत्यु भी सह ली।
Philippians 2:9 इस कारण परमेश्वर ने उसको अति महान भी किया, और उसको वह नाम दिया जो सब नामों में श्रेष्ठ है।
Philippians 2:10 कि जो स्वर्ग में और पृथ्वी पर और जो पृथ्वी के नीचे है; वे सब यीशु के नाम पर घुटना टेकें।
Philippians 2:11 और परमेश्वर पिता की महिमा के लिये हर एक जीभ अंगीकार कर ले कि यीशु मसीह ही प्रभु है।


एक साल में बाइबल: 
  • यहेजकेल 24-26
  • 1 पतरस 2



बुधवार, 7 सितंबर 2016

ध्यान


   मेरी सेवकाई के आरंभिक वर्षों में, मैं एक चर्च का पास्टर था, जब मेरी बेटी लिब्बी ने मुझसे पूछा, "पिताजी क्या हम प्रसिद्ध हैं?" मैंने उत्तर दिया, "नहीं लिब्बी, हम प्रसिद्ध नहीं हैं"। लिब्बी ने थोड़ा सोच कर खिसियाई हुई आवाज़ में उत्तर दिया, "हम प्रसिद्ध हो जाते यदि और लोग हमारे बारे में जानते!"

   बेचारी लिब्बी, केवल 7 वार्ष की आयु, और अभी से उस बात को लेकर परेशान जिसे लेकर हम में से बहुतेरे सारी उम्र परेशान रहते हैं: हमें कौन पहिचानता है, कौन जानता है और क्या हम वह पहिचान तथा प्रसिद्धी पा रहे हैं जिसके हम हकदार हैं?

   पहचान पाने के लिए हमारा यह संघर्ष समस्या ना होता यदि हम इसके कारण अपने जीवन के ध्यान का केंद्र होने से प्रभु यीशु को विस्थापित नहीं करते। लेकिन जब हम अपने आप पर ध्यान लगाने लगते हैं, प्रभु यीशु पर से हमारा ध्यान स्वतः ही हट जाता है।

   जीवन में यह संभव नहीं है कि हम एक साथ अपने ऊपर भी तथा प्रभु यीशु के ऊपर भी अपना पूरा-पूरा ध्यान लगाए रखें। इसीलिए, परमेश्वर के वचन में बाइबल में प्रेरित पौलुस का कथन, "वरन मैं अपने प्रभु मसीह यीशु की पहिचान की उत्तमता के कारण सब बातों को हानि समझता हूं: जिस के कारण मैं ने सब वस्‍तुओं की हानि उठाई, और उन्हें कूड़ा समझता हूं, जिस से मैं मसीह को प्राप्त करूं" (फिलिप्पियों 3:8) हमारे मसीही जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। पौलुस के सामने एक चुनाव था - प्रभु यीशु या फिर वह स्वयं, और पौलुस ने जानते-बूझते हुए उन सभी बातों का तिरिस्कार कर दिया जो उसकी ओर ध्यान खींचतीं जिससे कि वह प्रभु यीशु को और गहराई से जान सके, अनुभव कर सके (पद 7-8, 10)।

   हमारे सामने भी आज यही निर्णय विद्यमान है; क्या हम अपनी ओर लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए जीएंगे? या फिर हमारे अपने ध्यान का केंद्र प्रभु यीशु होगा जिससे कि हम उसे और निकटता से जान तथा अनुभव कर सकें! - जो स्टोवैल


हमारे चुनाव किसको महिमा देते हैं, परमेश्वर को या हमें?

यहोवा यों कहता है, बुद्धिमान अपनी बुद्धि पर घमण्ड न करे, न वीर अपनी वीरता पर, न धनी अपने धन पर घमण्ड करे; परन्तु जो घमण्ड करे वह इसी बात पर घमण्ड करे, कि वह मुझे जानता और समझता हे, कि मैं ही वह यहोवा हूँ, जो पृथ्वी पर करुणा, न्याय और धर्म के काम करता है; क्योंकि मैं इन्हीं बातों से प्रसन्न रहता हूँ। - यिर्मयाह 9:23-24

बाइबल पाठ: फिलिप्पियों 3:1-11
Philippians 3:1 निदान, हे मेरे भाइयो, प्रभु में आनन्‍दित रहो: वे ही बातें तुम को बार बार लिखने में मुझे तो कोई कष्‍ट नहीं होता, और इस में तुम्हारी कुशलता है। 
Philippians 3:2 कुत्तों से चौकस रहो, उन बुरे काम करने वालों से चौकस रहो, उन काट कूट करने वालों से चौकस रहो। 
Philippians 3:3 क्योंकि खतना वाले तो हम ही हैं जो परमेश्वर के आत्मा की अगुवाई से उपासना करते हैं, और मसीह यीशु पर घमण्‍ड करते हैं और शरीर पर भरोसा नहीं रखते। 
Philippians 3:4 पर मैं तो शरीर पर भी भरोसा रख सकता हूं यदि किसी और को शरीर पर भरोसा रखने का विचार हो, तो मैं उस से भी बढ़कर रख सकता हूं। 
Philippians 3:5 आठवें दिन मेरा खतना हुआ, इस्त्राएल के वंश, और बिन्यामीन के गोत्र का हूं; इब्रानियों का इब्रानी हूं; व्यवस्था के विषय में यदि कहो तो फरीसी हूं। 
Philippians 3:6 उत्‍साह के विषय में यदि कहो तो कलीसिया का सताने वाला; और व्यवस्था की धामिर्कता के विषय में यदि कहो तो निर्दोष था। 
Philippians 3:7 परन्तु जो जो बातें मेरे लाभ की थीं, उन्‍हीं को मैं ने मसीह के कारण हानि समझ लिया है। 
Philippians 3:8 वरन मैं अपने प्रभु मसीह यीशु की पहिचान की उत्तमता के कारण सब बातों को हानि समझता हूं: जिस के कारण मैं ने सब वस्‍तुओं की हानि उठाई, और उन्हें कूड़ा समझता हूं, जिस से मैं मसीह को प्राप्त करूं। 
Philippians 3:9 और उस में पाया जाऊं; न कि अपनी उस धामिर्कता के साथ, जो व्यवस्था से है, वरन उस धामिर्कता के साथ जो मसीह पर विश्वास करने के कारण है, और परमेश्वर की ओर से विश्वास करने पर मिलती है। 
Philippians 3:10 और मैं उसको और उसके मृत्युंजय की सामर्थ को, और उसके साथ दुखों में सहभागी हाने के मर्म को जानूँ, और उस की मृत्यु की समानता को प्राप्त करूं। 
Philippians 3:11 ताकि मैं किसी भी रीति से मरे हुओं में से जी उठने के पद तक पहुंचूं।

एक साल में बाइबल: 
  • नीतिवचन 1-2
  • 1 कुरिन्थियों 16


शनिवार, 13 फ़रवरी 2016

चरित्र या ख्याति?


   प्रसिद्ध बास्केटबॉल प्रशिक्षक जौन वुडन (1910-2010) का मानना था कि चरित्र ख्याति से कहीं अधिक महत्वपूर्ण है। वे अकसर अपने खिलाड़ियों से कहा करते थे कि, "आपकी ख्याति वह है जैसा दूसरे लोग आपको देखते हैं; परन्तु आपका चरित्र वह है जो आप वास्तव में हैं। केवल आप ही हैं जो अपने चरित्र को जानते हैं। आप दूसरों को धोखा दे सकते हैं, लेकिन अपने आप को धोखा नहीं दे सकते।"

   परमेश्वर के वचन बाइबल में प्रकाशितवाक्य नामक पुस्तक में हम पुनरुथित प्रभु यीशु द्वारा सात मसीही मण्डलियों को उनके बारे में कही गई बातें पाते हैं। सरदीस की मण्डली के लिए प्रभु यीशु ने कहा, "और सरदीस की कलीसिया के दूत को लिख, कि, जिस के पास परमेश्वर की सात आत्माएं और सात तारे हैं, यह कहता है, कि मैं तेरे कामों को जानता हूं, कि तू जीवता तो कहलाता है, पर, है मरा हुआ" (प्रकाशितवाक्य 3:1)। प्रभु उनकी हकीकत को जानता था, और निःसन्देह उस मण्डली के लोग स्वयं भी अपनी इस हकीकत को जानते थे। प्रभु यीशु ने उन्हें सचेत किया कि वे जागरूक हों और अपने आत्मिक जीवन को सुदृढ़ करें जो समाप्त होने को था (पद 2)। इसके लिए प्रभु ने उन से अनुरोध किया कि वे उस सत्य को स्मरण करें जो उन्हें दिया गया था, उसका पालन करें और पुनः सच्चाई की ओर फिरकर नई दिशा में अग्रसर हों (पद 3)।

   जब प्रभु हमें दिखाता है कि हमारे जीवनों में क्या गलत है, तो साथ ही वह उस गलती को सुधारने का मार्ग भी बताता है। जब भी हम अपने पापों से फिरकर पश्चाताप में उसके पास आते हैं, वह हमें क्षमा करता है और हमें सामर्थ देता है कि हम एक नई शुरुआत कर सकें।

   प्रभु यीशु को जानने और मानने से होने वाला परिवर्तन, एक आडंबरी एवं झूठी आत्मिक ख्याति का एक सच्चे और खरे चरित्र में परिवर्तित होना, कितना उन्मुक्त कर देने वाला होता है, यह अनुभव से ही जाना जा सकता है। - डेविड मैक्कैसलैंड


हमारे चरित्र का सही आँकलन वे कार्य हैं जो हम तब करते हैं जब हमें कोई नहीं देख रहा होता है।

और हे मेरे पुत्र सुलैमान! तू अपने पिता के परमेश्वर का ज्ञान रख, और खरे मन और प्रसन्न जीव से उसकी सेवा करता रह; क्योंकि यहोवा मन को जांचता और विचार में जो कुछ उत्पन्न होता है उसे समझता है। यदि तू उसकी खोज में रहे, तो वह तुझ को मिलेगा; परन्तु यदि तू उसको त्याग दे तो वह सदा के लिये तुझ को छोड़ देगा। - 1 इतिहास 28:9

बाइबल पाठ: प्रकाशितवाक्य 3:1-6
Revelation 3:1 और सरदीस की कलीसिया के दूत को लिख, कि, जिस के पास परमेश्वर की सात आत्माएं और सात तारे हैं, यह कहता है, कि मैं तेरे कामों को जानता हूं, कि तू जीवता तो कहलाता है, पर, है मरा हुआ। 
Revelation 3:2 जागृत रह, और उन वस्‍तुओं को जो बाकी रह गई हैं, और जो मिटने को थी, उन्हें दृढ़ कर; क्योंकि मैं ने तेरे किसी काम को अपने परमेश्वर के निकट पूरा नहीं पाया। 
Revelation 3:3 सो चेत कर, कि तू ने किस रीति से शिक्षा प्राप्त की और सुनी थी, और उस में बना रह, और मन फिरा: और यदि तू जागृत न रहेगा, तो मैं चोर की नाईं आ जाऊंगा और तू कदापि न जान सकेगा, कि मैं किस घड़ी तुझ पर आ पडूंगा। 
Revelation 3:4 पर हां, सरदीस में तेरे यहां कुछ ऐसे लोग हैं, जिन्हों ने अपने अपने वस्‍त्र अशुद्ध नहीं किए, वे श्वेत वस्‍त्र पहिने हुए मेरे साथ घूमेंगे क्योंकि वे इस योग्य हैं। 
Revelation 3:5 जो जय पाए, उसे इसी प्रकार श्वेत वस्‍त्र पहिनाया जाएगा, और मैं उसका नाम जीवन की पुस्‍तक में से किसी रीति से न काटूंगा, पर उसका नाम अपने पिता और उसके स्‍वर्गदूतों के साम्हने मान लूंगा। 
Revelation 3:6 जिस के कान हों, वह सुन ले कि आत्मा कलीसियाओं से क्या कहता है।

एक साल में बाइबल: 
  • लैव्यवस्था 14
  • मत्ती 26:51-75


गुरुवार, 30 जुलाई 2015

प्रभावी व्यक्ति


   यदि आप गूगल में जाकर इंटरनैट पर "प्रभावशाली व्यक्ति" वाक्यांश द्वारा खोज करें तो आपके सामने संसार के अनेक प्रभावशाली व्यक्तियों की विभिन्न सूचियाँ आएंगी। इन सूचियों में सामान्यतः राजनीतिक नेताओं, व्यवसायिक उद्द्यमियों, प्रसिद्ध खिलाड़ियों, विभिन्न वैज्ञानिकों, कला तथा मनोरंजन में ख्याति प्राप्त लोगों आदि के नाम मिलेंगे। लेकिन इन नामों की सूचियों के साथ उन प्रसिद्ध लोगों के लिए काम करने वाले सेवकों, रसोईयों या सफाई कर्मचारियों के नाम कभी नहीं मिलेंगे; जबकि इन "छोटे पदों" पर कार्य करने वालों का उन प्रसिद्ध लोगों के जीवनों में बड़ा योगदान एवं प्रभाव होता है।

   परमेश्वर के वचन बाइबल में हम नामान नामक एक सेनापति की कहानी पाते हैं जो कोढ़ से ग्रसित था, जिसके कारण उसकी नौकरी जा सकती थी और जीवन नाश हो सकता था। इस प्रसिद्ध सेनापति के साथ ही उस कहानी में दो राजाओं और परमेश्वर के एक नबी का भी उल्लेख है (2 राजा 5:1-15)। लेकिन फिर भी नामान कि चंगाई के पीछे ये प्रसिद्ध और प्रभावशाली व्यक्ति नहीं वरन उसके सेवक थे। पहला व्यक्ति जिसने नामान को चंगाई पाने का मार्ग बताया एक छोटी बालिका थी जिसे इस्त्राएल से बंदी बनाकर लाया गया था और जो नामान की पत्नि की सेवा करती थी। उस छोटी लड़की ने ही उसे बन्दी बनाकर लाने वाले की भलाई के लिए अपनी स्वामिनी को बताया कि सामारिया में एक भविष्यद्वक्ता है जो नामान को चंगा कर सकता है। जब उस लड़की की बात पर विश्वास कर के नामान सामारिया में परमेश्वर के नबी एलीशा के पास पहुँचा तो एलीशा ने उससे बिना मिले ही उसे सन्देशा पहुँचवा दिया कि वह जाकर सात बार यरदन नदी में डुबकी लगा ले तो चंगा हो जाएगा। एलीशा द्वारा अपनी इस उपेक्षा से क्रोधित होकर जब नामान वापस घर लौट रहा था तो उसके सेवकों ने उसे समझाया कि एलीशा की बात मान लेने में कोई हर्ज नहीं है, और उन सेवकों के कहने पर नामान ने एलीशा के निर्देशों का पालन किया, और चंगा हो गया; तब नामान ने कहा, "...समस्त पृथ्वी में इस्राएल को छोड़ और कहीं परमेश्वर नहीं है..." (2 राजा 5:15)।

   हम मसीही विश्वासियों की भूमिका का यह कितना उत्तम चित्रण है - हमें मसीह के सेवक होने के लिए बुलाया गया है, ऐसे सेवक जो औरों को मसीह यीशु की ओर आकर्षित कर सकें; उसकी ओर जो उन लोगों के जीवन को सुधार और संवार सकता है, उन्हें पाप के कोढ़ से छुड़ाकर अनन्त विनाश से बचा सकता है। हमें ख्यातिवान या प्रसिद्ध होने के लिए नहीं वरन दूसरों के जीवन में प्रभावी व्यक्ति होने के लिए बुलाया और ठहराया गया है। - डेविड मैक्कैसलैंड


मसीह यीशु हमें संसार में भेजता है जिससे कि हम औरों को उसके पास ला सकें।

विरोध या झूठी बड़ाई के लिये कुछ न करो पर दीनता से एक दूसरे को अपने से अच्छा समझो। हर एक अपनी ही हित की नहीं, वरन दूसरों की हित की भी चिन्‍ता करे। - फिलिप्पियों 2:3-4

बाइबल पाठ: 2 राजा 5:1-15
2 Kings 5:1 अराम के राजा का नामान नाम सेनापति अपने स्वामी की दृष्टि में बड़ा और प्रतिष्ठित पुरुष था, क्योंकि यहोवा ने उसके द्वारा अरामियों को विजयी किया था, और यह शूरवीर था, परन्तु कोढ़ी था। 
2 Kings 5:2 अरामी लोग दल बान्ध कर इस्राएल के देश में जा कर वहां से एक छोटी लड़की बन्धुवाई में ले आए थे और वह नामान की पत्नी की सेवा करती थी। 
2 Kings 5:3 उसने अपनी स्वामिन से कहा, जो मेरा स्वामी शोमरोन के भविष्यद्वक्ता के पास होता, तो क्या ही अच्छा होता! क्योंकि वह उसको कोढ़ से चंगा कर देता। 
2 Kings 5:4 तो किसी ने उसके प्रभु के पास जा कर कह दिया, कि इस्राएली लड़की इस प्रकार कहती है। 
2 Kings 5:5 अराम के राजा ने कहा, तू जा, मैं इस्राएल के राजा के पास एक पत्र भेजूंगा; तब वह दस किक्कार चान्दी और छ: हजार टुकड़े सोना, और दस जोड़े कपड़े साथ ले कर रवाना हो गया। 
2 Kings 5:6 और वह इस्राएल के राजा के पास वह पत्र ले गया जिस में यह लिखा था, कि जब यह पत्र तुझे मिले, तब जानना कि मैं ने नामान नाम अपने एक कर्मचारी को तेरे पास इसलिये भेजा है, कि तू उसका कोढ़ दूर कर दे। 
2 Kings 5:7 इस पत्र के पढ़ने पर इस्राएल का राजा अपने वस्त्र फाड़ कर बोला, क्या मैं मारने वाला और जिलाने वाला परमेश्वर हूँ कि उस पुरुष ने मेरे पास किसी को इसलिये भेजा है कि मैं उसका कोढ़  दूर करूं? सोच विचार तो करो, वह मुझ से झगड़े का कारण ढूंढ़ता होगा। 
2 Kings 5:8 यह सुनकर कि इस्राएल के राजा ने अपने वस्त्र फाड़े हैं, परमेश्वर के भक्त एलीशा ने राजा के पास कहला भेजा, तू ने क्यों अपने वस्त्र फाड़े हैं? वह मेरे पास आए, तब जान लेगा, कि इस्राएल में भविष्यद्वक्ता तो है। 
2 Kings 5:9 तब नामान घोड़ों और रथों समेत एलीशा के द्वार पर आकर खड़ा हुआ। 
2 Kings 5:10 तब एलीशा ने एक दूत से उसके पास यह कहला भेजा, कि तू जा कर यरदन में सात बार डुबकी मार, तब तेरा शरीर ज्यों का त्यों हो जाएगा, और तू शुद्ध होगा। 
2 Kings 5:11 परन्तु नामान क्रोधित हो यह कहता हुआ चला गया, कि मैं ने तो सोचा था, कि अवश्य वह मेरे पास बाहर आएगा, और खड़ा हो कर अपने परमेश्वर यहोवा से प्रार्थना कर के कोढ़ के स्थान पर अपना हाथ फेर कर कोढ़ को दूर करेगा! 
2 Kings 5:12 क्या दमिश्क की अबाना और पर्पर नदियां इस्राएल के सब जलाशयों से अत्तम नहीं हैं? क्या मैं उन में स्नान कर के शुद्ध नहीं हो सकता हूँ? इसलिये वह जलजलाहट से भरा हुआ लौट कर चला गया। 
2 Kings 5:13 तब उसके सेवक पास आकर कहने लगे, हे हमारे पिता यदि भविष्यद्वक्ता तुझे कोई भारी काम करने की आज्ञा देता, तो क्या तू उसे न करता? फिर जब वह कहता है, कि स्नान कर के शुद्ध हो जा, तो कितना अधिक इसे मानना चाहिये। 
2 Kings 5:14 तब उसने परमेश्वर के भक्त के वचन के अनुसार यरदन को जा कर उस में सात बार डुबकी मारी, और उसका शरीर छोटे लड़के का सा हो गया; उौर वह शुद्ध हो गया। 
2 Kings 5:15 तब वह अपने सब दल बल समेत परमेश्वर के भक्त के यहां लौट आया, और उसके सम्मुख खड़ा हो कर कहने लगा सुन, अब मैं ने जान लिया है, कि समस्त पृथ्वी में इस्राएल को छोड़ और कहीं परमेश्वर नहीं है। इसलिये अब अपने दास की भेंट ग्रहण कर।

एक साल में बाइबल: 
  • भजन 51-53
  • रोमियों 2


सोमवार, 15 नवंबर 2010

परमेश्वर से प्रतिफल

लोकप्रीय चित्रकार ऐन्डी वारहोल ने एक बार कहा, "भविष्य में ऐसा समय आएगा ज्ब हर कोई १५ मिनिट के लिये प्रसिद्ध होगा।" परन्तु यह सही नहीं है। ऐसे लाखों लोग हैं जो कभी अपनी प्रसिद्धी पाने के अवसर को थामते नहीं, बस अपनी ज़िम्मेवारी को पूरा करते रहते हैं। उन में से कुछ ऐसे स्त्री और पुरुष हैं जो पूरी लगन और मेहन्त के साथ अपना काम करते रहने में ही अपना जीवन व्यतीत कर देते हैं, या अपने बच्चों को परमेश्वर के भय और धार्मिकता में बड़ा करते हैं, या दूसरों के लिये प्रार्थनाएं करते हैं, या प्रभु यीशु में अपने विश्वास को उनके साथ बांटते हैं जो अभी भी प्रभु यीशु को नहीं जानते। वे लोगों को परमेश्वर के वचन की शिक्षाएं सिखाते हैं, बीमारों को भोजन पहुंचाते हैं, बुज़ुर्गों को डाकटरों के पास ले जाते हैं और प्रेम तथा भलाई के ऐसे ही अनेक कार्य खामोशी और गुमनामी में करते रहते हैं।

ऐसे लोग अपने मित्रों और कुटुमबियों के बाहर सम्भवतः कभी जाने न जाएं। उनके नाम प्रसिद्ध नहीं होंगे। और यद्यपि वे निस्वार्थ भाव से और बहुत त्याग सहित अपने आप को ऐसी सेवा में दे देते हैं, तो भी उनकी प्रशंसा करने या उन्हें धन्यवाद कहने वाला शायद ही कोई होता होगा। लेकिन परमेश्वर उनकी यह विश्वासयोग्यता जानता है और उनकी इस आज्ञाकारिता से प्रसन्न होता है, "तब धर्मी उस को उत्तर देंगे कि हे प्रभु, हम ने कब तुझे भूखा देखा और खिलाया या प्यासा देखा, और पिलाया? हम ने कब तुझे परदेशी देखा और अपने घर में ठहराया या नंगा देखा, और कपड़े पहिनाए? हम ने कब तुझे बीमार या बन्‍दीगृह में देखा और तुझ से मिलने आए? तब राजा उन्‍हें उत्तर देगा, मैं तुम से सच कहता हूं, कि तुम ने जो मेरे इन छोटे से छोटे भाइयों में से किसी एक के साथ किया, वह मेरे ही साथ किया।" (मती २५:३७-४०)

पौलुस २ कुरिन्थियों ५:९ में कहता है कि हम अपने जीवन का ध्येय बना लें कि हम परमेश्वर को प्रसन्न करने वाले बनेंगे। जब हम उसमें विश्वास करके अपने जीवन उसे समर्पित कर देते हैं और अपने जीवन उसकी सेवकाई में बिताते हैं, तो वह हमसे प्रसन्न होता है। जिससे परमेश्वर प्रसन्न होता है, वह उसे प्रतिफल भी देता है, और उसका प्रतिफल मनुष्यों द्वारा दी गई किसी भी ख्याति से कहीं बढ़कर और भला होता है।

आप किससे प्रतिफल और ख्याति पाना चाहते हैं - संसार से अथवा परमेश्वर से? - सिंडी हैस कैसपर


जिन कार्यों से परमेश्वर प्रसन्न होता है, वे उसकी आज्ञाकारिता और सेवाकाई में किये जाने वाले कार्य हैं।

मैं तुम से सच कहता हूं, कि तुम ने जो मेरे इन छोटे से छोटे भाइयों में से किसी एक के साथ किया, वह मेरे ही साथ किया। - मती २५:४०


बाइबल पाठ : मत्ती २५:३१-४६

जब मनुष्य का पुत्र अपनी महिमा में आएगा, और सब स्‍वर्ग दूत उसके साथ आएंगे तो वह अपनी महिमा के सिहांसन पर विराजमान होगा।
और सब जातियां उसके साम्हने इकट्ठी की जाएंगी, और जैसा चरवाहा भेड़ों को बकिरयों से अलग कर देता है, वैसा ही वह उन्‍हें एक दूसरे से अलग करेगा।
और वह भेड़ों को अपनी दाहिनी ओर और बकिरयों को बाईं और खड़ी करेगा।
तब राजा अपनी दाहिनी ओर वालों से कहेगा, हे मेरे पिता के धन्य लोगों, आओ, उस राज्य के अधिकारी हो जाओ, जो जगत के आदि से तुम्हारे लिये तैयार किया हुआ है।
कयोंकि मैं भूखा था, और तुम ने मुझे खाने को दिया, मैं प्यासा था, और तुम ने मुझे पानी पिलाया, मैं परदेशी था, तुम ने मुझे अपने घर में ठहराया।
मैं नंगा था, तुम ने मुझे कपड़े पहिनाए, मैं बीमार था, तुम ने मेरी सुधि ली, मैं बन्‍दीगृह में था, तुम मुझ से मिलने आए।
तब धर्मी उस को उत्तर देंगे कि हे प्रभु, हम ने कब तुझे भूखा देखा और खिलाया या पियासा देखा, और पिलाया?
हम ने कब तुझे परदेशी देखा और अपने घर में ठहराया या नंगा देखा, और कपड़े पहिनाए?
हम ने कब तुझे बीमार या बन्‍दीगृह में देखा और तुझ से मिलने आए?
तब राजा उन्‍हें उत्तर देगा, मैं तुम से सच कहता हूं, कि तुम ने जो मेरे इन छोटे से छोटे भाइयों में से किसी एक के साथ किया, वह मेरे ही साथ किया।
तब वह बाईं ओर वालों से कहेगा, हे श्रापित लोगों, मेरे साम्हने से उस अनन्‍त आग में चले जाओ, जो शैतान और उसके दूतों के लिये तैयार की गई है।
क्‍योंकि मैं भूखा था, और तुम ने मुझे खाने को नहीं दिया, मैं प्यासा था, और तुम ने मुझे पानी नहीं पिलाया।
मैं परदेशी था, और तुम ने मुझे अपने घर में नहीं ठहराया, मैं नंगा था, और तुम ने मुझे कपड़े नहीं पहिनाए, बीमार और बन्‍दीगृह में था, और तुम ने मेरी सुधि न ली।
तब वे उत्तर देंगे, कि हे प्रभु, हम ने तुझे कब भूखा, या पियासा, या परदेशी, या नंगा, या बीमार, या बन्‍दीगृह में देखा, और तेरी सेवा टहल न की?
तब वह उन्‍हें उत्तर देगा, मैं तुम से सच कहता हूं कि तुम ने जो इन छोटे से छोटों में से किसी एक के साथ नहीं किया, वह मेरे साथ भी नहीं किया।
और यह अनन्‍त दण्‍ड भोगेंगे परन्‍तु धर्मी अनन्‍त जीवन में प्रवेश करेंगे।

एक साल में बाइबल:
  • यहेजेकेल १, २
  • इब्रानियों ११:१-१९