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रविवार, 7 जून 2015

रक्षक


   मैं कई वर्षों तक अपने स्थानीय चर्च में व्यसकों के लिए परमेश्वर के वचन बाइबल का अध्ययन लेता था, और उनके प्रश्नों के उत्तर देने के लिए बाइबल की बातों को स्वयं बड़े ध्यान और यत्न से अध्ययन करता था। बाद में मैंने बाइबल कॉलेज में दाखिला ले लिया; वहाँ अपने एक पाठ में मैंने जो सीखा उसके आधार पर मुझे ध्यान आया कि मैंने एक महिला को उसके द्वारा पूछे गए एक गंभीर प्रश्न का उचित उत्तर नहीं दिया था। मुझे इससे बड़ी ग्लानि हुई; साथ ही मैं अपने मन में निश्चित था कि वह महिला मेरे द्वारा दिए गए गलत उत्तर के कारण पिछले दो वर्षों से कष्ट में होगी, और मैं अपनी इस गलती को सुधारना चाहता था।

   मैं फुर्ती से घर गया, उस महिला को फोन लगाया और तुरंत ही अपनी गलती के लिए उससे क्षमा माँगने लगा। फोन पर दूसरी ओर एक लंबी खामोशी बनी रही, फिर उस महिला ने बड़े असमंजस के साथ मुझसे कहा, "मुझे क्षमा कीजिए किंतु मैं समझ नहीं पा रही हूँ कि आप किस बात के लिए क्षमा माँग रहे हैं, और मुझे किस बात की सफाई दे रहे हैं।" मैंने जितना अपने आप को समझा था, मैं उतना स्मरण रखने के योग्य या हानि पहुँचाने वाला निकला नहीं। तब मुझे एहसास हुआ कि हम जब परमेश्वर के वचन का अध्ययन करते, उसकी गहराईयों में बढ़ते और उन्हें दूसरों तक पहुँचाने के यत्न करते हैं तो साथ ही परमेश्वर भी अपने वचन की सत्यता और खराई की रक्षा करने के कार्य में लगा रहता है। चाहे मैंने अनजाने में, सत्य को ही बताने के अपने पूरे प्रयत्न के बावजूद, उस महिला को कुछ गलत बता दिया था; परन्तु परमेश्वर ने मेरी उस गलती को उस महिला के लिए किसी हानि का कारण बनने नहीं दिया, उसकी रक्षा करी।

   हम मसीही विश्वासी भी मनुष्य ही हैं और अपने कार्यों तथा बातों में गलती कर सकते हैं। लेकिन यह हमारा कर्तव्य है कि हम परमेश्वर के वचन की बातों को पूरी मेहनत के साथ सीखें, उन्हें दूसरों के साथ बाँटते समय पूरी सावधानी बर्तें और सदा अपने आप को सुधारने के लिए, और यदि कोई गलती हो जाए तो उसे मानने के लिए तैयार रहें (2 तिमुथियुस 2:15)। साथ ही हम प्रार्थना करें कि परमेश्वर का आत्मा परमेश्वर के वचन की, तथा ना केवल हमारे मनों की वरन सुनने वालों के मनों की भी प्रत्येक संभावित गलती से रक्षा करे। जब परमेश्वर अपने वचन का और हमारे वचन बाँटने के प्रयासों का रक्षक रहेगा तब हम साहस के साथ परमेश्वर के वचन को बाँटने पाएंगे और उसकी सेवकाई करने पाएंगे। - रैंडी किलगोर


होनें दें कि परमेश्वर का वचन आपकी याद में बस जाए, आपके मन पर राज्य करे और आपके शब्दों को मार्गदर्शित करे।

परन्तु हम ने लज्ज़ा के गुप्‍त कामों को त्याग दिया, और न चतुराई से चलते, और न परमेश्वर के वचन में मिलावट करते हैं, परन्तु सत्य को प्रगट कर के, परमेश्वर के साम्हने हर एक मनुष्य के विवेक में अपनी भलाई बैठाते हैं। - 2 कुरिन्थियों 4:2 

बाइबल पाठ: 2 तिमुथियुस 2:10-18
2 Timothy 2:10 इस कारण मैं चुने हुए लोगों के लिये सब कुछ सहता हूं, कि वे भी उस उद्धार को जो मसीह यीशु में हैं अनन्त महिमा के साथ पाएं। 
2 Timothy 2:11 यह बात सच है, कि यदि हम उसके साथ मर गए हैं तो उसके साथ जीएंगे भी। 
2 Timothy 2:12 यदि हम धीरज से सहते रहेंगे, तो उसके साथ राज्य भी करेंगे: यदि हम उसका इन्कार करेंगे तो वह भी हमारा इन्कार करेगा। 
2 Timothy 2:13 यदि हम अविश्वासी भी हों तौभी वह विश्वास योग्य बना रहता है, क्योंकि वह आप अपना इन्कार नहीं कर सकता। 
2 Timothy 2:14 इन बातों की सुधि उन्हें दिला, और प्रभु के साम्हने चिता दे, कि शब्‍दों पर तर्क-वितर्क न किया करें, जिन से कुछ लाभ नहीं होता; वरन सुनने वाले बिगड़ जाते हैं। 
2 Timothy 2:15 अपने आप को परमेश्वर का ग्रहणयोग्य और ऐसा काम करने वाला ठहराने का प्रयत्न कर, जो लज्ज़ित होने न पाए, और जो सत्य के वचन को ठीक रीति से काम में लाता हो। 
2 Timothy 2:16 पर अशुद्ध बकवाद से बचा रह; क्योंकि ऐसे लोग और भी अभक्ति में बढ़ते जाएंगे। 
2 Timothy 2:17 और उन का वचन सड़े-घाव की नाईं फैलता जाएगा: हुमिनयुस और फिलेतुस उन्‍हीं में से हैं। 
2 Timothy 2:18 जो यह कह कर कि पुनरुत्थान हो चुका है सत्य से भटक गए हैं, और कितनों के विश्वास को उलट पुलट कर देते हैं।

एक साल में बाइबल: 
  • 2 इतिहास 28-29
  • यूहन्ना 17


सोमवार, 29 अप्रैल 2013

सर्वसामर्थी


   हम में से जितने किसी त्रासदी से होकर निकले हैं और फिर इसके बारे में परमेश्वर से प्रश्न पूछने का साहस किया है, उन सब के लिए परमेश्वर के वचन बाइबल में अय्यूब की पुस्तक के 38वें अध्याय में विचार करने के लिए बहुत कुछ है। ज़रा कल्पना कीजिए कि अपने इलाके की जानी-मानी हस्ती अय्यूब को कैसा अनुभव हुआ होगा जब एक आंधी में से उसे परमेश्वर कि वाणी सुनाई दी और "तब यहोवा ने अय्यूब को आँधी में से यूं उत्तर दिया, यह कौन है जो अज्ञानता की बातें कहकर युक्ति को बिगाड़ना चाहता है? पुरुष की नाईं अपनी कमर बान्ध ले, क्योंकि मैं तुझ से प्रश्न करता हूँ, और तू मुझे उत्तर दे" (अय्यूब 38:1-3) - उसका तो गला सूख गया होगा; अय्यूब ने अपने को चींटी के समान छोटा सा अनुभव किया होगा।

   इसके आगे के पदों में अय्यूब से किए गए परमेश्वर के प्रश्न ना केवल अनपेक्षित थे वरन हिला देने वाली सामर्थ भी रखते थे। परमेश्वर ने अय्यूब के अपनी त्रासदी से संबंधित उसके द्वारा उठाए "ऐसा क्यों?" वाले किसी भी प्रश्न का उत्तर नहीं दिया; वरन परमेश्वर ने अय्यूब का ध्यान अपनी सृजने की शक्ति जिससे उसने इस सृष्टि की रचना करी तथा सृष्टि को संभालने की अपनी सामर्थ की ओर खींचा और उसे जताया कि वही है जो इस संपूर्ण सृष्टि की हर बात को नियंत्रित एवं संचालित करता है। तात्पर्य था कि अय्यूब समझ सके कि यह सब स्पष्ट प्रमाण है कि उसे अपनी परिस्थितियों और जीवन के लिए परमेश्वर पर पूरा पूरा भरोसा रखना चाहिए।

   परमेश्वर ने ना केवल इस पृथ्वी की रचना और संचालन और इस पर विद्यमान एवं कार्यकारी विभिन्न प्राकृतिक शक्तियों की ओर अय्यूब का ध्यान खींचा, वरन आकाश के तारागण और विभिन्न नक्षत्र समूहों की ओर भी उसे देखने को कहा और पूछा कि क्या वह समझता है कि कैसे ये सब आपस में तालमेल के साथ बने रहते हैं तथा अपने अपने उद्देश्य पूरे करते रहते हैं? अद्भुत सृष्टि और विशाल आकाश के भव्य तारागण के सामने मनुष्य कितना गौण है!

   किंतु जो परमेश्वर उन तारगणों को अपने हाथों में रख कर नियंत्रित एवं संचालित करता है, वह मनुष्य की गति को भी उतनी ही कुशलता और बारीकी से नियंत्रित तथा संचालित करता है। उसकी दृष्टि से एक भी चीज़ पल भर के लिए भी ओझल नहीं होती; वह वास्तव में सर्वसामर्थी है। इसीलिए जो जीवन उसके हाथों में समर्पित कर दिया गया है, वही सबसे सुरक्षित है और उस जीवन के लिए अन्ततः हर बात के द्वारा परमेश्वर भलाई ही उत्पन्न करेगा। - डेव ब्रैनन


वह जो अंतरिक्ष में नक्षत्रों को थामे रहता है, पृथ्वी पर अपने लोगों को भी वैसे ही थामे रहता है।

इस कारण मैं इन दुखों को भी उठाता हूं, पर लजाता नहीं, क्योंकि मैं उसे जिस की मैं ने प्रतीति की है, जानता हूं; और मुझे निश्‍चय है, कि वह मेरी थाती की उस दिन तक रखवाली कर सकता है। - 2 तिमुथियुस 1:12 

बाइबल पाठ: अय्यूब 38:1-11;31-33
Job 38:1 तब यहोवा ने अय्यूब को आँधी में से यूं उत्तर दिया,
Job 38:2 यह कौन है जो अज्ञानता की बातें कहकर युक्ति को बिगाड़ना चाहता है?
Job 38:3 पुरुष की नाईं अपनी कमर बान्ध ले, क्योंकि मैं तुझ से प्रश्न करता हूँ, और तू मुझे उत्तर दे।
Job 38:4 जब मैं ने पृथ्वी की नेव डाली, तब तू कहां था? यदि तू समझदार हो तो उत्तर दे।
Job 38:5 उसकी नाप किस ने ठहराई, क्या तू जानता है उस पर किस ने सूत खींचा?
Job 38:6 उसकी नेव कौन सी वस्तु पर रखी गई, वा किस ने उसके कोने का पत्थर बिठाया,
Job 38:7 जब कि भोर के तारे एक संग आनन्द से गाते थे और परमेश्वर के सब पुत्र जयजयकार करते थे?
Job 38:8 फिर जब समुद्र ऐसा फूट निकला मानो वह गर्भ से फूट निकला, तब किस ने द्वार मूंदकर उसको रोक दिया;
Job 38:9 जब कि मैं ने उसको बादल पहिनाया और घोर अन्धकार में लपेट दिया,
Job 38:10 और उसके लिये सिवाना बान्धा और यह कहकर बेंड़े और किवाड़ें लगा दिए, कि
Job 38:11 यहीं तक आ, और आगे न बढ़, और तेरी उमंडने वाली लहरें यहीं थम जाएं?
Job 38:31 क्या तू कचपचिया का गुच्छा गूंथ सकता वा मृगशिरा के बन्धन खोल सकता है?
Job 38:32 क्या तू राशियों को ठीक ठीक समय पर उदय कर सकता, वा सप्तर्षि को साथियों समेत लिये चल सकता है?
Job 38:33 क्या तू आकाशमण्डल की विधियां जानता और पृथ्वी पर उनका अधिकार ठहरा सकता है?

एक साल में बाइबल: 
  • 1 राजा 6-7 
  • लूका 20:27-47


शुक्रवार, 31 अगस्त 2012

बचाए गए


   लौरेन घबरा भी रही थी और साथ ही उत्तेजित भी थी; वह आज एक ही व्यक्ति द्वारा चलाई जाने वाली नौका में बैठकर तेज़ बहने वाली पहाड़ी नदी के उछलते उफनते पानी में एक दल के साथ नौकाविहार के लिए जा रही थी। उसने अपने आप को नौका में सुरक्षित किया और अपने दल के साथ दल के मार्गदर्शक के पीछे पानी के तेज़ प्रवाह में चल निकली।

   थोड़ी दूर जाने पर जब सामने एक जलप्रपात दिखाई दिया तो लौरेन की घबराहट और बढ़ गई। उस तेज़ बहते और उछलते पानी में अचानक ही नौका डगमगाई और पलट गई। उन्हें अच्छे से सिखाया गया था कि यदि ऐसा हो तो नौका से निकल कर तुरंत पानी की सतह पर कैसे पहुँचना है, लेकिन पानी में अपने आप को पलटी हुई पड़ी देख उसके होश उड़ गए और उसे कुछ समझ नहीं आया कि वह क्या करे और कैसे करे। उसे बस इतना ध्यान था कि कुछ ही पलों में उसकी सांस टूट जाएगी और फिर वह इस संसार से कूच करके अपने आप को अपने प्रभु परमेश्वर के सामने खड़ा पाएगी। इन कुछ पलों ही में कोई उसकी सहायता को आया और उसे डूबने से बचा लिया। लौरेन शारीरिक मृत्यु से बचाए जाने के लिए अपने रक्षक के प्रति बहुत धन्यवादी और कृतज्ञ हुई।

   शारीरिक मृत्यु तो देर-सवेर सब को आनी है; जो आज किसी दुर्घटना या बिमारी या अन्य किसी जान के जोखिम से बचा है, वह कल किसी अन्य बात के कारण संसार से कूच करेगा - महत्व मृत्यु का नहीं वरन इस बात का है कि फिर उसके बाद क्या होगा? हर किसी को अपने जीवन का हिसाब देने परमेश्वर के सामने खड़ा होना होगा, और जो पापों की क्षमा पाए बिना संसार से जाएंगे वे अपने आप को एक दुसरी मृत्यु - आत्मिक मृत्यु के भागी पाएंगे, अर्थात अनन्तकाल के लिए परमेश्वर से दूर नरक में अपने पापों का दण्ड भोगे जाने के लिए पड़ा हुआ पाएंगे।

   पाप में पड़े और डूबते इस संसार के प्रत्येक जन के लिए परमेश्वर ने बचाए जाने का मार्ग दिया है, मार्गदर्शक दिया है - प्रभु यीशु। उसके मिलने वाली सहायता और रक्षा का हाथ संसार के सभी लोगों की ओर बढ़ा हुआ है। जो कोई भी उसके हाथ को थामता है, उसपर विश्वास लाता है वह पापों से क्षमा और अनन्त जीवन पाता है - केवल सच्चे मन से उसे किए गए समर्पण और उसपर लाए गए साधारण विश्वास द्वारा ही; और कुछ भी करने की कोई आवश्यक्ता नहीं है। अपने क्रूस पर दिए गए बलिदान और मृतकों में से पुनरुत्थान के द्वारा उसने सब के लिए अनन्त जीवन सुनिश्चित कर लिया है; आवश्यक्ता है तो केवल उस अनन्त जीवन को स्वेच्छा से और व्यक्तिगत रीति से ग्रहण कर लेने की।

   जिन्होंने पापों की क्षमा और अनन्त जीवन प्राप्त कर लिया है उन का कर्तव्य है कि वे अपने रक्षक और उद्धारकर्ता के प्रति अपना धन्यवाद और कृतज्ञता दिखाने के लिए पाप में डूबते अन्य लोगों को भी उसके बारे में बताते रहें। - ऐने सेटास


जो बचाए गए हैं उन्हें अन्य लोगों को भी बचाने में योगदान देने के लिए तत्पर रहना चाहिए।

परन्‍तु परमेश्वर ने जो दया का धनी है, अपने उस बड़े प्रेम के कारण, जिस से उस ने हम से प्रेम किया; जब हम अपराधों के कारण मरे हुए थे, तो हमें मसीह के साथ जिलाया; (अनुग्रह ही से तुम्हारा उद्धार हुआ है)। - इफिसीयों २:४-५

बाइबल पाठ: इफिसीयों २:१-१०
Eph 2:1  और उस ने तुम्हें भी जिलाया, जो अपने अपराधों और पापों के कारण मरे हुए थे। 
Eph 2:2  जिन में तुम पहिले इस संसार की रीति पर, और आकाश के अधिकार के हाकिम अर्थात उस आत्मा के अनुसार चलते थे, जो अब भी आज्ञा न मानने वालों में कार्य करता है। 
Eph 2:3 इन में हम भी सब के सब पहिले अपने शरीर की लालसाओं में दिन बिताते थे, और शरीर, और मन की मनसाएं पूरी करते थे, और और लोगों के समान स्‍वभाव ही से क्रोध की सन्‍तान थे। 
Eph 2:4 परन्‍तु परमेश्वर ने जो दया का धनी है, अपने उस बड़े प्रेम के कारण, जिस से उस ने हम से प्रेम किया; 
Eph 2:5  जब हम अपराधों के कारण मरे हुए थे, तो हमें मसीह के साथ जिलाया; (अनुग्रह ही से तुम्हारा उद्धार हुआ है)। 
Eph 2:6 और मसीह यीशु में उसके साथ उठाया, और स्‍वर्गीय स्थानों में उसके साथ बैठाया। 
Eph 2:7  कि वह अपनी उस कृपा से जो मसीह यीशु में हम पर है, आने वाले समयों में अपने अनुग्रह का असीम धन दिखाए। 
Eph 2:8  क्‍योंकि विश्वास के द्वारा अनुग्रह ही से तुम्हारा उद्धार हुआ है, और यह तुम्हारी ओर से नहीं, वरन परमेश्वर का दान है। 
Eph 2:9  और न कर्मों के कारण, ऐसा न हो कि कोई घमण्‍ड करे। 
Eph 2:10  क्‍योंकि हम उसके बनाए हुए हैं, और मसीह यीशु में उन भले कामों के लिये सृजे गए जिन्‍हें परमेश्वर ने पहिले से हमारे करने के लिये तैयार किया।

एक साल में बाइबल: 
  • भजन १३२-१३४ 
  • १ कुरिन्थियों ११

शुक्रवार, 13 अप्रैल 2012

सदैव जागरूक

   सभी स्तनधारी जीवों में, जिराफ सबसे कम सोता है। जिराफ के सोने का समय, २४ घंटों में से १०मिनिट से २ घंटे के बीच, और औसतन १.९ घंटे प्रतिदिन का ही होता है। लगभग लगातार ही जागते रहने वाले इस जीव की हम मनुष्यों के साथ इस मामले में कोई समानता नहीं है। यदि किसी मनुष्य में इतना कम सोने की प्रवृति हो तो उसे अनिद्रारोग (Insomnia) माना जाता है और चिकित्सा लेने की आवश्यक्ता पड़ती है। किंतु जिराफ के लिए यह "कम" सोना कोई रोग नहीं है, परमेश्वर ने उसे ऐसा ही बनाया है, यह उसके लिए सामन्य है।

   यदि आप सोचते हैं कि २४ में से केवल १.९ घंटे की नींद कोई खास नींद नहीं है, तो अपने सृष्टिकर्ता परमेश्वर के बारे में सोचिए जो कभी नहीं सोता, सदा अपनी सृष्टि के लिए जागरूक रहता है।

   हमारे प्रति परमेश्वर के लगातार बने रहने वाले ध्यान के लिए परमेश्वर के वचन बाइबल में भजनकार कहता है, "वह तेरे पांव को टलने न देगा, तेरा रक्षक कभी न ऊंघेगा" (भजन १२१:३)। इस भजन में भजनकार स्पष्ट करता है कि परमेश्वर का यह सदैव जागरूक रहना हमारी भलाई के लिए है। इसी भजन के ५वें पद में भजनकार परमेश्वर को हमारा रक्षक बताता है। परमेश्वर हमें संभाले रहता है, हमारी चिंता करता है, हमारी रक्षा करता है। हमारा सदैव जागरूक परमेश्वर सदैव हमारी भलाई ही में लगा रहता है। एक स्तुति गीत में जैसे गीतकार ने लिखा: "वह ना कभी सोता है, ना कभी ऊँघता है; वह रात-दिन मेरी रखवाली करता है"।

   क्या आज आप परेशानियों का सामना कर रहे हैं? उसकी ओर मुड़िए जो आपके लिए सदैव जागरूक रहता है। अपना जीवन और अपने जीवन का हर पल उस परमेश्वर के हाथों में समर्पित कर दीजिए क्योंकि, "यहोवा तेरे आने जाने में तेरी रक्षा अब से लेकर सदा तक करता रहेगा" (भजन १२१:८)। - बिल क्राउडर


वह जो सृष्टि को थामे और संभाले हुए है, आपको भी कभी अस्थिर होने या गिरने नहीं देगा।

वह तेरे पांव को टलने न देगा, तेरा रक्षक कभी न ऊंघेगा। - भजन १२१:३
 
बाइबल पाठ: भजन १२१
Psa 121:1  मैं अपनी आंखें पर्वतों की ओर लगाऊंगा। मुझे सहायता कहां से मिलेगी?
Psa 121:2  मुझे सहायता यहोवा की ओर से मिलती है, जो आकाश और पृथ्वी का कर्त्ता है।
Psa 121:3  वह तेरे पांव को टलने न देगा, तेरा रक्षक कभी न ऊंघेगा।
Psa 121:4  सुन, इस्राएल का रक्षक, न ऊंघेगा और न सोएगा।
Psa 121:5  यहोवा तेरा रक्षक है; यहोवा तेरी दहिनी ओर तेरी आड़ है।
Psa 121:6  न तो दिन को धूप से, और न रात को चांदनी से तेरी कुछ हानि होगी।
Psa 121:7  यहोवा सारी विपत्ति से तेरी रक्षा करेगा; वह तेरे प्राण की रक्षा करेगा।
Psa 121:8  यहोवा तेरे आने जाने में तेरी रक्षा अब से लेकर सदा तक करता रहेगा।
 
एक साल में बाइबल: 
  • १ शमूएल २२-२४ 
  • लूका १२:१-३१

शुक्रवार, 21 जनवरी 2011

उद्धारकर्ता मेमना और न्यायी सिंह

प्रभु यीशु हमारे पापों के लिये अपने प्राण देने आया, और जो कोई उस पर विश्वास लाता है, वह उसे पाप के दण्ड से बचा लेता है। लेकिन एक समय आएगा जब पृथ्वी के लोगों के लिये पापों से उद्धार के लिये दिया गया यह अवसर जाता रहेगा। तब वह मेमना जो पापों के लिये बलिदान हुआ, फिर सिंह बन कर न्याय सिंहासन पर बैठेगा, और जितनों ने उसके उद्धार के प्रस्ताव को ठुकराया था वे सब उसके न्याय के आधीन होंगे।

बाइबल शिक्षक और लेखक वॉरन रिस्बी ने अपनी एक पुस्तक "Discover Yourself in the Psalms" में एक प्रचारक द्वारा सुनाई गई छोटी कहानी बताई: "एक घोड़ा बिदक गया और उससे जुति हुई बघ्घी लेकर भाग निकला। उस बघ्घी में एक बच्चा बैठा था। बच्चे की जान खतरे में देखकर एक नौजवान ने अपनी जान जोखिम में डाली और घोड़े को पकड़ कर काबू में कर लिया। यह बच्चा आगे चलकर बड़ा अपराधी हो गया। एक दिन वह पकड़ा गया और न्यायाधीश के सामने दण्ड के लिये लाया गया। उस अपराधी ने अपने न्यायाधीश को पहिचान लिया कि वह वही व्यक्ति था जिसने कई साल पहले उसकी जान बचाई थी। अपने उस अनुभव का उल्लेख करके अपराधी ने न्यायाधीश से पुनः अपने प्राणों के रक्षा की याचना करी। लेकिन न्यायाधीश ने उत्तर दिया: "ऐ जवान, उस समय की स्थिति में मैं तुम्हारा रक्षक था और मैंने तुम्हारी रक्षा करी, परन्तु आज मैं तुम्हारा न्यायी हूँ और मुझे तुम्हारी आज की स्थिति के आधार पर ही तुम्हारा न्याय करना है। तुम्हारे अपराधों के लिये मैं तुम्हें मृत्यु दण्ड की आज्ञा देता हूँ।"

आज प्रभु यीशु हमारे पापों के लिये मारा गया मेमना है, और उसका उद्धार का अवसर हमारे लिये खुला है। लेकिन अगर हम विश्वास में उसकी ओर नहीं मुड़ते और उसके उद्धार के प्रस्ताव को नहीं अपनाते, तो एक दिन वह हमारा न्यायी होगा जो खराई से हमारे उन पापों के अनुसार हमारा न्याय करेगा, जिनकी क्षमा के अवसर का हमने लाभ नहीं उठाया। वह तब कहेगा : "पृथ्वी पर मैं तुम्हारा उद्धारकर्ता था परन्तु तुमने मुझ पर विश्वास नहीं किया। अब यहां मैं तुम्हारा न्यायी हूँ, और तुम्हारे पापों में बने रहने की दशा के अनुसार, न्याय की मांग है कि अपने पापों के दण्ड के लिये तुम अनन्तकाल के नरक में डाले जाओ।"

जो अभी मेमने पर विश्वास लाएंगे, बाद में उन्हें न्यायासन पर विराजमन सिंह के न्याय का सामना नहीं करना पड़ेगा। - डेव एगनर


पृथ्वी पर रहकर जो हम मसीह के साथ करते हैं वही निर्धारित करता है कि स्वर्ग में मसीह हमारे साथ क्या करेगा।

तब उन प्राचीनों में से एक ने मुझे से कहा, मत रो, देख, यहूदा के गोत्र का वह सिंह, जो दाऊद का मूल है, उस पुस्‍तक को खोलने और उसकी सातों मुहर तोड़ने के लिये जयवन्‍त हुआ है। और मैं ने उस सिंहासन और चारों प्राणियों और उन प्राचीनों के बीच में, मानों एक वध किया हुआ मेम्ना खड़ा देखा: उसके सात सींग और सात आंखे थीं, ये परमेश्वर की सातों आत्माएं हैं, जो सारी पृथ्वी पर भेजी गई हैं। - प्रकाशितवाक्य ५:५, ६


बाइबल पाठ: प्रकाशितवाक्य ५

और जो सिंहासन पर बैठा था, मैं ने उसके दाहिने हाथ में एक पुस्‍तक देखी, जो भीतर और बाहर लिखी हुई थी, और वह सात मुहर लगाकर बन्‍द की गई थी।
फिर मैं ने एक बलवन्‍त स्‍वर्गदूत को देखा जो ऊंचे शब्‍द से यह प्रचार करता था कि इस पुस्‍तक के खोलने और उस की मुहरें तोड़ने के योग्य कौन है?
और न स्‍वर्ग में, न पृथ्वी पर, न पृथ्वी के नीचे कोई उस पुस्‍तक को खोलने या उस पर दृष्‍टि डालने के योग्य निकला।
और मैं फूट फूट कर रोने लगा, क्‍योंकि उस पुस्‍तक के खोलने, या उस पर दृष्‍टि करने के योग्य कोई न मिला।
तब उन प्राचीनों में से एक ने मुझे से कहा, मत रो, देख, यहूदा के गोत्र का वह सिंह, जो दाऊद का मूल है, उस पुस्‍तक को खोलने और उसकी सातों मुहर तोड़ने के लिये जयवन्‍त हुआ है।
और मैं ने उस सिंहासन और चारों प्राणियों और उन प्राचीनों के बीच में, मानों एक वध किया हुआ मेम्ना खड़ा देखा: उसके सात सींग और सात आंखे थीं, ये परमेश्वर की सातों आत्माएं हैं, जो सारी पृथ्वी पर भेजी गई हैं।
उस ने आकर उसके दाहिने हाथ से जो सिंहासन पर बैठा था, वह पुस्‍तक ले ली,
और जब उस ने पुस्‍तक ले ली, तो वे चारों प्राणी और चौबीसों प्राचीन उस मेम्ने के साम्हने गिर पड़े, और हर एक के हाथ में वीणा और धूप से भरे हुए सोने के कटोरे थे, ये तो पवित्र लोगों की प्रार्थनाएं हैं।
और वे यह नया गीत गाने लगे, कि तू इस पुस्‍तक के लेने, और उसकी मुहरें खोलने के योग्य है क्‍योंकि तू ने वध होकर अपने लोहू से हर एक कुल, और भाषा, और लोग, और जाति में से परमेश्वर के लिये लोगों को मोल लिया है।
और उन्‍हें हमारे परमेश्वर के लिये एक राज्य और याजक बनाया और वे पृथ्वी पर राज्य करते हैं।
और जब मैं ने देखा, तो उस सिंहासन और उन प्राणियों और उन प्राचीनों की चारों ओर बहुत से स्‍वर्गदूतों का शब्‍द सुना, जिन की गिनती लाखों और करोड़ों की थी।
और वे ऊंचे शब्‍द से कहते थे, कि वध किया हुआ मेम्ना ही सामर्थ, और धन, और ज्ञान, और शक्ति, और आदर, और महिमा, और धन्यवाद के योग्य है।
फिर मैं ने स्‍वर्ग में, और पृथ्वी पर, और पृथ्वी के नीचे, और समुद्र की सब सृजी हुई वस्‍तुओं को, और सब कुछ को जो उन में हैं, यह कहते सुना, कि जो सिंहासन पर बैठा है, उसका, और मेम्ने का धन्यवाद, और आदर, और महिमा, और राज्य, युगानुयुग रहे।
और चारों प्राणियों ने आमीन कहा, और प्राचीनों ने गिरकर दण्‍डवत किया।

एक साल में बाइबल:
  • निर्गमन १-३
  • मत्ती १४:१-२१