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शनिवार, 15 मई 2021

आशा

 

          छः ही महीनों में जेराल्ड का जीवन बिखर गया। एक आर्थिक संकट ने उसके व्यवसाय और संपत्ति को नष्ट कर दिया; और एक दुखद दुर्घटना में उसके पुत्र का देहांत हो गया। इन बातों के आघात से उसकी माँ को दिला का दौरा पड़ा और उनकी भी मृत्यु हो गई, और उसकी पत्नी विषाद (depression) में चली गई, तथा उसके दो तरुण बेटियाँ शोक से व्यथित रहने लगीं। वह बस परमेश्वर के वचन बाइबल में भजनकार द्वारा कहे गए शब्द ही दोहरा सका,हे मेरे परमेश्वर, हे मेरे परमेश्वर, तू ने मुझे क्यों छोड़ दिया?” (भजन 22:1)।

          वह एकमात्र बात जिसके सहारे जेराल्ड संभला रहा, कार्य करता रहा, थी उसकी आशा, कि जिस परमेश्वर ने प्रभु यीशु को फिर से जीवित किया था, वही एक दिन उसे और उसके परिवार को भी उनके दुःख में से उभारेगा और अनन्तकाल के आनन्द के जीवन में ले जाएगा। उसकी आशा थी कि परमेश्वर सहायता के लिए उसकी पुकार का उत्तर देगा। भजनकार दाऊद के समान, अपनी निराशा में भी, अपनी सभी दुखद परिस्थितियों में भी वह परमेश्वर पर अपना विश्वास बनाए रखने में दृढ़ बना रहा, और इस आशा को थामे रहा कि परमेश्वर उसे छुड़ाएगा और बचा लेगा (पद 4-5 )।

          उसकी इसी दृढ़ आशा ने जेराल्ड को संभाल का रखा, और जब भी कोई उससे पूछता कि वह कैसा है, तो वह इतना ही कह पाता था, “परमेश्वर पर मेरा भरोसा अभी बना हुआ है।”

          परमेश्वर ने उस भरोसे का आदर किया, जेराल्ड को दिलासा दी, वर्षों तक इन कठिन परिस्थितियों में स्थिर बने रहने का साहस और सामर्थ्य दी। उसका परिवार धीरे-धीरे इन त्रासदियों से उभर सका, और फिर जेराल्ड को उसके पहले नाती के जन्म का आनन्द भी प्राप्त हुआ। अब उसकी पुकार परमेश्वर की विश्वासयोग्यता के लिए गवाही है, अब वह कहता है, “अब मैं यह नहीं पूछता हूँ कि तू ने मुझे क्यों छोड़ दिया? परमेश्वर ने मुझे आशीष दी है।”

          जब ऐसा लगे कि कुछ भी शेष नहीं रहा है, आशा तब भी रहती है। - लेस्ली कोह

 

मसीह का पुनरुत्थान हमारे अनन्तकाल के स्थाई आनन्द की आशा है।

जब तू जल में हो कर जाए, मैं तेरे संग संग रहूंगा और जब तू नदियों में हो कर चले, तब वे तुझे न डुबा सकेंगी; जब तू आग में चले तब तुझे आंच न लगेगी, और उसकी लौ तुझे न जला सकेगी। - यशायाह 43:2

बाइबल पाठ: भजन 22:1-5

भजन 22:1 हे मेरे परमेश्वर, हे मेरे परमेश्वर, तू ने मुझे क्यों छोड़ दिया? तू मेरी पुकार से और मेरी सहायता करने से क्यों दूर रहता है? मेरा उद्धार कहां है?

भजन 22:2 हे मेरे परमेश्वर, मैं दिन को पुकारता हूं परन्तु तू उत्तर नहीं देता; और रात को भी मैं चुप नहीं रहता।

भजन 22:3 परन्तु हे तू जो इस्राएल की स्तुति के सिंहासन पर विराजमान है, तू तो पवित्र है।

भजन 22:4 हमारे पुरखा तुझी पर भरोसा रखते थे; वे भरोसा रखते थे, और तू उन्हें छुड़ाता था।

भजन 22:5 उन्होंने तेरी दोहाई दी और तू ने उन को छुड़ाया वे तुझी पर भरोसा रखते थे और कभी लज्जित न हुए।

 

एक साल में बाइबल: 

  • 2 राजाओं 22-23
  • यूहन्ना 4:31-54

शनिवार, 14 नवंबर 2020

प्रोत्साहन

 

         स्टीवन थॉम्पसन स्मृति क्रॉस-कंट्री दौड़ प्रतियोगिता, किसी भी अन्य क्रॉस-कंट्री दौड़ प्रतियोगिता से भिन्न है। इस तीन मील की दौड़ की प्रतियोगिता में सात सदस्यों की टीम को दौड़ना आरंभ करना होता है, और वे पहले दो मील तक एक रस्सी को पकड़े हुए टीम के रूप में साथ मिलकर दौड़ते हैं और फिर रस्सी को छोड़कर शेष दूरी व्यक्तिगत दौड़ से पूरी करते हैं। इसलिए प्रत्येक प्रतियोगी का समय उसकी टीम के समय और व्यक्तिगत समय का मेल होता है।

         इस वर्ष की प्रतियोगिता में मेरी बेटी जिस टीम का भाग थी, उसने ऐसी योजना बनाई जो मैंने पहले कभी कार्यान्वित होते नहीं देखी थी। उन्होंने निर्णय किया कि वे अपने सबसे तेज़ धावक को सबसे आगे रखेंगे, और सब से धीमे दौड़ने वाले को ठीक उसके पीछे रखेंगे। उसने समझाया कि उनका उद्देश्य था कि सबसे अच्छा धावक सबसे कमजोर धावक के इतना पास रहना चाहिए कि वह उसे प्रोत्साहित करता रहे, हिम्मत बढ़ाता रहे।

         उनकी इस योजना से मुझे परमेश्वर के वचन बाइबल में इब्रानियों की पुस्तक में लिखा एक खण्ड स्मरण हो आया। इब्रानियों का लेखक लिखता है कि हम अपनी “आशा के अंगीकार को दृढ़ता से थामें” (इब्रानियों 10:23), और “प्रेम और भले कामों में एक-दूसरे को उकसाने के लिए हम एक दूसरे की चिंता” करते रहें (पद 24)। यह करने की निःसंदेह अनेकों विधियां हैं, परन्तु लेखक ने एक को प्रमुख किया: “ और एक दूसरे के साथ इकट्ठा होना ने छोड़ें, जैसे कि कितनों की रीति है, पर एक दूसरे को समझाते रहें; और ज्यों ज्यों उस दिन को निकट आते देखो, त्यों त्यों और भी अधिक यह किया करो” (पद 25)। जैसा संभव हो, अन्य विश्वासियों के साथ एकत्रित होना मसीही विश्वास के जीवन का एक अति-महत्वपूर्ण भाग है।

         हो सकता है कि हमें लगे कि जीवन की दौड़ अब हमारे बस की बात नहीं रही है, और हम निराश होकर हमें औरों के साथ जोड़ने वाली रस्सी को छोड़ने का मन बना लें। परन्तु जब हम अन्य मसीही विश्वासियों के साथ मिलकर इस दौड़ में भागते रहेंगे, हमें एक-दूसरे से प्रोत्साहन भी मिलेगा, तथा हमें भी औरों को प्रोत्साहित करते रहना है, जिससे सब अपनी अपनी दौड़ भली-भांति पूरी कर सकें। - कर्स्टन होल्मबर्ग

 

प्रोत्साहन आत्मा के लिए ताजगी देने वाला जल है।


हे भाइयों, यदि कोई मनुष्य किसी अपराध में पकड़ा भी जाए, तो तुम जो आत्मिक हो, नम्रता के साथ ऐसे को संभालो, और अपनी भी चौकसी रखो, कि तुम भी परीक्षा में न पड़ो। तुम एक दूसरे के भार उठाओ, और इस प्रकार मसीह की व्यवस्था को पूरी करो। - गलातियों 6:1-2

बाइबल पाठ: इब्रानियों 10:19-25

इब्रानियों 10:19 सो हे भाइयों, जब कि हमें यीशु के लहू के द्वारा उस नए और जीवते मार्ग से पवित्र स्थान में प्रवेश करने का हियाव हो गया है।

इब्रानियों 10:20 जो उसने परदे अर्थात अपने शरीर में से हो कर, हमारे लिये अभिषेक किया है,

इब्रानियों 10:21 और इसलिये कि हमारा ऐसा महान याजक है, जो परमेश्वर के घर का अधिकारी है।

इब्रानियों 10:22 तो आओ; हम सच्चे मन, और पूरे विश्वास के साथ, और विवेक को दोष दूर करने के लिये हृदय पर छिड़काव ले कर, और देह को शुद्ध जल से धुलवा कर परमेश्वर के समीप जाएं।

इब्रानियों 10:23 और अपनी आशा के अंगीकार को दृढ़ता से थामें रहें; क्योंकि जिसने प्रतिज्ञा किया है, वह सच्चा है।

इब्रानियों 10:24 और प्रेम, और भले कामों में उकसाने के लिये एक दूसरे की चिन्ता किया करें।

इब्रानियों 10:25 और एक दूसरे के साथ इकट्ठा होना ने छोड़ें, जैसे कि कितनों की रीति है, पर एक दूसरे को समझाते रहें; और ज्यों ज्यों उस दिन को निकट आते देखो, त्यों त्यों और भी अधिक यह किया करो।

 

एक साल में बाइबल: 

  • विलापगीत 3-5
  • इब्रानियों 10:19-39

रविवार, 8 सितंबर 2019

संभाल



      हाल ही में मुझे अपने कॉलेज के समय में लिखी गई डायरियां मिलीं, और मैं उन्हें फिर से पढ़ने लगी। उन डायरियों में लिखी बातों को पढ़ने से मुझे एहसास हुआ कि मैं अपने बारे में तब वैसे विचार नहीं रखती थे, जैसे आज रखती हूँ। उस समय अकेलेपन और मेरे मसीही विश्वासों के प्रति संदेह के संघर्ष मुझे बहुत विवश करने वाले प्रतीत होते थे। परन्तु अब जब मैं पीछे मुड़कर अपनी जीवन यात्रा के पड़ावों को देखती हूँ, तो मुझे स्पष्ट दिखाई देता है कि परमेश्वर मुझे कैसे संभाल कर लाया है। यह स्मरण करने से कि कैसे उस कठिन लगने वाले समय में भी परमेश्वर बड़ी कोमलता से मेरी अगुवाई एवँ सहायता करता आया था, मुझे भरोसा होता है कि आज जो अभिभूत करने वाला प्रतीत हो रहा है, वही कुछ समय के बाद उसके चँगा करने वाले और संभाले रखने वाले प्रेम की गाथा का एक भाग होगा।

      परमेश्वर के वचन बाइबल में भजन 30 एक उत्सव मनाने का भजन है, जहाँ भजनकार इसी प्रकार से पीछे मुड़कर जीवन के अनुभवों को देखता है और अचरज करता है, कृतज्ञ होता है, कि परमेश्वर कैसी सामर्थी रीति से संभाले रहा – रोग से निरोगी होने में, मृत्यु के जोखिम से जीवित निकाल लाने में, परमेश्वर के न्याय का सामना करने से उसकी कृपा का अनुभव करने में, शोक से आनन्द मनाने में (पद 2, 3, 11)।

      दाउद को इस भजन का लेखक माना जाता है, और दाऊद ने पवित्र-शास्त्र में कुछ अत्यंत शोकपूर्ण विलाप के भजन लिखे हैं। परन्तु दाऊद ने इतने अद्भुत बहाल किए जाने का भी अनुभव किया है, जिसके कारण वह लिख सका कि, “क्योंकि उसका क्रोध, तो क्षण भर का होता है, परन्तु उसकी प्रसन्नता जीवन भर की होती है। कदाचित् रात को रोना पड़े, परन्तु सबेरे आनन्द पहुंचेगा” (पद 5)। दाऊद द्वारा अनुभव किए गए उस दुःख और पीड़ा के साथ ही, उसने कुछ इससे भी बढ़कर अनुभव किया – परमेश्वर का चंगाई देने वाला सामर्थी हाथ।

      यदि आज आप दुखित हैं, और आपको संभाल तथा प्रोत्साहन की आवश्यकता है, तो अपने जीवन के उन समयों को स्मरण कीजिए जब परमेश्वर आपको संभाले रहा, और कठिन परिस्थितियों में से भी सुरक्षित निकाल लाया; वह पहले भी संभालता आया है, और आगे भी संभालता रहेगा। - मोनिका ब्रैंड्स


हमारे जीवन के दुखों में से भी परमेश्वर प्रेमपूर्वक हमें संभाले हुए,
 आनन्द और बहाली की ओर ले जा रहा है।

हे इस्राएल तेरा रचने वाला और हे याकूब तेरा सृजनहार यहोवा अब यों कहता है, मत डर, क्योंकि मैं ने तुझे छुड़ा लिया है; मैं ने तुझे नाम ले कर बुलाया है, तू मेरा ही है। जब तू जल में हो कर जाए, मैं तेरे संग संग रहूंगा और जब तू नदियों में हो कर चले, तब वे तुझे न डुबा सकेंगी; जब तू आग में चले तब तुझे आंच न लगेगी, और उसकी लौ तुझे न जला सकेगी। - यशायाह 43:1-2

बाइबल पाठ: भजन 30:1-12
Psalms 30:1 हे यहोवा मैं तुझे सराहूंगा, क्योंकि तू ने मुझे खींचकर निकाला है, और मेरे शत्रुओं को मुझ पर आनन्द करने नहीं दिया।
Psalms 30:2 हे मेरे परमेश्वर यहोवा, मैं ने तेरी दोहाई दी और तू ने मुझे चंगा किया है।
Psalms 30:3 हे यहोवा, तू ने मेरा प्राण अधोलोक में से निकाला है, तू ने मुझ को जीवित रखा और कब्र में पड़ने से बचाया है।
Psalms 30:4 हे यहोवा के भक्तों, उसका भजन गाओ, और जिस पवित्र नाम से उसका स्मरण होता है, उसका धन्यवाद करो।
Psalms 30:5 क्योंकि उसका क्रोध, तो क्षण भर का होता है, परन्तु उसकी प्रसन्नता जीवन भर की होती है। कदाचित् रात को रोना पड़े, परन्तु सबेरे आनन्द पहुंचेगा।
Psalms 30:6 मैं ने तो अपने चैन के समय कहा था, कि मैं कभी नहीं टलने का।
Psalms 30:7 हे यहोवा अपनी प्रसन्नता से तू ने मेरे पहाड़ को दृढ़ और स्थिर किया था; जब तू ने अपना मुख फेर लिया तब मैं घबरा गया।
Psalms 30:8 हे यहोवा मैं ने तुझी को पुकारा; और यहोवा से गिड़गिड़ाकर यह बिनती की, कि
Psalms 30:9 जब मैं कब्र में चला जाऊंगा तब मेरे लोहू से क्या लाभ होगा? क्या मिट्टी तेरा धन्यवाद कर सकती है? क्या वह तेरी सच्चाई का प्रचार कर सकती है?
Psalms 30:10 हे यहोवा, सुन, मुझ पर अनुग्रह कर; हे यहोवा, तू मेरा सहायक हो।
Psalms 30:11 तू ने मेरे लिये विलाप को नृत्य में बदल डाला, तू ने मेरा टाट उतरवाकर मेरी कमर में आनन्द का पटुका बान्धा है;
Psalms 30:12 ताकि मेरी आत्मा तेरा भजन गाती रहे और कभी चुप न हो। हे मेरे परमेश्वर यहोवा, मैं सर्वदा तेरा धन्यवाद करता रहूंगा।

एक साल में बाइबल: 
  • नीतिवचन 3-5
  • 2 कुरिन्थियों 1



गुरुवार, 3 जनवरी 2019

प्रतीत



      डॉन एक फ़ार्म पर रहने वाला, और फार्म के पशुओं की द्ख्भाल करने वाला कुत्ता है। एक दिन वह अपने मालिक, टॉम, के साथ फार्म के एक भाग में कुछ पशुओं को देखने के लिए निकला। वे दोनों एकसाथ फार्म पर काम आने वाले एक छोटे ट्रक में उस क्षेत्र तक गए, और वहाँ पहुँचने पर टॉम ट्रक से उतरा, परन्तु ट्रक का हैंड ब्रेक लगाना भूल गया। डॉन ट्रक के चालक की सीट पर था और ढलान पर होने के कारण वह ट्रक आगे बढ़ता चला गया और टीले के नीचे पहुँच कर, वहाँ से निकलने वाली सड़क को पार करके सुरक्षित रुक गया। सड़क पर जाने वाले लोगों को लग रहा था कि मानो कुत्ता ट्रक चला रहा है। सही है, हर बात वैसी नहीं होती है, जैसी वह प्रतीत होती है।

      परमेश्वर के वचन बाइबल की एक घटना है, प्रतीत हो रहा था कि परमेश्वर का भविष्यद्वक्ता एलीशा और उसका सेवक बन्दी बना कर आराम के राजा के पास ले जाए जाने वाले हैं। राजा की सेना ने उस नगर को घेर लिया था जिसमें एलीशा और उसका सेवक रहते थे। उस सेवक को लगा कि अब उनका अन्त निश्चित है, परन्तु एलीशा ने उसे आश्वस्त किया, “उसने कहा, मत डर; क्योंकि जो हमारी ओर हैं, वह उन से अधिक हैं, जो उनकी ओर हैं” (2 राजा 6:16)। फिर सेवक की सांत्वना के लिए एलीशा ने प्रार्थना की और वह सेवक उनके चारों ओर उपस्थित उन अलौकिक रक्षकों को देखने पाया जो उनकी सुरक्षा के लिए वहाँ परमेश्वर की ओर से तैनात किए गए थे।

      परिस्थितयाँ जो पूर्णतः आशाहीन दिखाई देती हैं, सदा ही वैसी नहीं होती हैं, जैसी हमें प्रतीत होती हैं। जब भी हम अभिभूत या असहाय अनुभव करें, हमें स्मरण करना चाहिए कि परमेश्वर हमारे साथ है, वह “क्योंकि वह अपने दूतों को तेरे निमित्त आज्ञा देगा, कि जहां कहीं तू जाए वे तेरी रक्षा करें” (भजन 91:11)। - जेनिफर बेन्सन शुल्ट


जब हम यह स्मरण रखें कि परमेश्वर सदैव हमारे साथ बना रहता है, 
तो परिस्थितयाँ सदा ही उससे बेहतर प्रतीत होती हैं,
 जैसे वे हमें पहले लगती थीं।

तुम्हारा स्‍वभाव लोभरिहत हो, और जो तुम्हारे पास है, उसी पर संतोष किया करो; क्योंकि उसने आप ही कहा है, कि मैं तुझे कभी न छोडूंगा, और न कभी तुझे त्यागूंगा। इसलिये हम बेधड़क हो कर कहते हैं, कि प्रभु, मेरा सहायक है; मैं न डरूंगा; मनुष्य मेरा क्या कर सकता है। - इब्रानियों13:5-6

बाइबल पाठ: 2 राजा 6: 8-17
2 Kings 6:8 ओैर अराम का राजा इस्राएल से युद्ध कर रहा था, और सम्मति कर के अपने कर्मचारियों से कहा, कि अमुक स्थान पर मेरी छावनी होगी।
2 Kings 6:9 तब परमेश्वर के भक्त ने इस्राएल के राजा के पास कहला भेजा, कि चौकसी कर और अमुक स्थान से हो कर न जाना क्योंकि वहां अरामी चढ़ाई करने वाले हैं।
2 Kings 6:10 तब इस्राएल के राजा ने उस स्थान को, जिसकी चर्चा कर के परमेश्वर के भक्त ने उसे चिताया था, भेज कर, अपनी रक्षा की; और उस प्रकार एक दो बार नहीं वरन बहुत बार हुआ।
2 Kings 6:11 इस कारण अराम के राजा का मन बहुत घबरा गया; सो उसने अपने कर्मचारियों को बुला कर उन से पूछा, क्या तुम मुझे न बताओगे कि हम लोगों में से कौन इस्राएल के राजा की ओर का है? उसके एक कर्मचारी ने कहा, हे मेरे प्रभु! हे राजा! ऐसा नहीं,
2 Kings 6:12 एलीशा जो इस्राएल में भविष्यद्वक्ता है, वह इस्राएल के राजा को वे बातें भी बताया करता है, जो तू शयन की कोठरी में बोलता है।
2 Kings 6:13 राजा ने कहा, जा कर देखो कि वह कहां है, तब मैं भेज कर उसे पकड़वा मंगाऊंगा। और उसको यह समाचार मिला कि वह दोतान में है।
2 Kings 6:14 तब उसने वहां घोड़ों और रथों समेत एक भारी दल भेजा, और उन्होंने रात को आकर नगर को घेर लिया।
2 Kings 6:15 भोर को परमेश्वर के भक्त का टहलुआ उठा और निकल कर क्या देखता है कि घोड़ों और रथों समेत एक दल नगर को घेरे हुए पड़ा है। और उसके सेवक ने उस से कहा, हाय! मेरे स्वामी, हम क्या करें?
2 Kings 6:16 उसने कहा, मत डर; क्योंकि जो हमारी ओर हैं, वह उन से अधिक हैं, जो उनकी ओर हैं।
2 Kings 6:17 तब एलीशा ने यह प्रार्थना की, हे यहोवा, इसकी आंखें खोल दे कि यह देख सके। तब यहोवा ने सेवक की आंखें खोल दीं, और जब वह देख सका, तब क्या देखा, कि एलीशा के चारों ओर का पहाड़ अग्निमय घोड़ों और रथों से भरा हुआ है।
                                                                                                                                                        

एक साल में बाइबल: 
  • उत्पत्ति 7-9
  • मत्ती 3



सोमवार, 17 सितंबर 2018

संभाल



      मैं स्विमिंग पूल के पास खड़ी थी; मैंने तैराकी प्रशिक्षक को एक प्रशिक्षणार्थी को, जो बहुत देर से पानी में था और थका हुआ सा लग रहा था, एक निर्देश देते हुए सुना। उसने कहा, “लगता है कि तुम थकने लगे हो। जब बिलकुल थक जाओ, और गहरे पानी में हो, तो तैरने की जीवन-रक्षा शैली का अभ्यास करना।”

      जीवन की कुछ परिस्थितियाँ ऐसी होती हैं जिनमें हमें अपनी मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक सामार्थ्य इतनी व्यय करनी पड़ जाती है कि हम अपने आपको संभाले नहीं रख पाते हैं। परमेश्वर के वचन बाइबल में दाऊद ने अपने जीवन के एक ऐसे समय के बारे में लिखा जब उसके शत्रु उसपर हावी होने के प्रयास कर रहे थे और वह उनके क्रोध के भावनात्मक दबाव को अनुभव कर पा रहा था। जिस कष्ट से होकर वह निकल रहा था, उसे उससे से बच निकलने की आवश्यकता थी।

      उसने अपनी भावनाओं का विश्लेषण किया, और अपनी कठिनाई के इस समय से उसे बचने का मार्ग दिखाई दिया। उस ने अपने इस अनुभव के आधार पर कहा, “अपना बोझ यहोवा पर डाल दे वह तुझे सम्भालेगा; वह धर्मी को कभी टलने न देगा” (भजन 55:22)। उसने पहचाना कि यदि हम अपनी परेशानियां प्रभु पर छोड़ दें, तो उनके निवारण में परमेश्वर हमारी सहायता करता है। हमें अपने जीवन की प्रत्येक परिस्थिति का नियंत्राण अपने ही हाथों में रखकर, स्वयं ही उसके निवारण का प्रयास नहीं करना चाहिए – इससे थकान ही उत्पन्न होती है। क्योंकि परमेश्वर हमारे जीवन की हर बात पर नियंत्रण रखता है, इसलिए, हमें हर बात उस ही के हाथों में छोड़ देनी चाहिए।

      हर बात, हर कार्य को अपने ही प्रयास द्वारा करने का प्रयास करने के स्थान पर, हम प्रभु परमेश्वर में विश्राम पा सकते हैं; वह हमें इस विश्राम के लिए आमंत्रित भी करता है (मत्ती 11:28)। बस हम अपनी हर बात को उसके सक्षम हाथों में समर्पित कर के, थका देने वाले अपने प्रयासों से थम जाएँ, उसमें पूर्ण भरोसे के साथ विश्राम करें, और इस बात का आनन्द लें कि वह हमें संभाले हुए है। - जेनिफर बेन्सन शुल्ट


प्रभु परमेश्वर सुरक्षित विश्राम-स्थान है।

प्रभु यीशु ने कहा: “हे सब परिश्रम करने वालों और बोझ से दबे लोगों, मेरे पास आओ; मैं तुम्हें विश्राम दूंगा।” (मत्ती 11:28)

बाइबल पाठ: भजन 55:4-23
Psalms 55:4 मेरा मन भीतर ही भीतर संकट में है, और मृत्यु का भय मुझ में समा गया है।
Psalms 55:5 भय और कंपकपी ने मुझे पकड़ लिया है, और भय के कारण मेरे रोंए रोंए खड़े हो गए हैं।
Psalms 55:6 और मैं ने कहा, भला होता कि मेरे कबूतर के से पंख होते तो मैं उड़ जाता और विश्राम पाता!
Psalms 55:7 देखो, फिर तो मैं उड़ते उड़ते दूर निकल जाता और जंगल में बसेरा लेता,
Psalms 55:8 मैं प्रचण्ड बयार और आन्धी के झोंके से बचकर किसी शरण स्थान में भाग जाता।
Psalms 55:9 हे प्रभु, उन को सत्यानाश कर, और उनकी भाषा में गड़बड़ी डाल दे; क्योंकि मैं ने नगर में उपद्रव और झगड़ा देखा है।
Psalms 55:10 रात दिन वे उसकी शहरपनाह पर चढ़कर चारों ओर घूमते हैं; और उसके भीतर दुष्टता और उत्पात होता है।
Psalms 55:11 उसके भीतर दुष्टता ने बसेरा डाला है; और अन्धेर, अत्याचार और छल उसके चौक से दूर नहीं होते।
Psalms 55:12 जो मेरी नामधराई करता है वह शत्रु नहीं था, नहीं तो मैं उसको सह लेता; जो मेरे विरुद्ध बड़ाई मारता है वह मेरा बैरी नहीं है, नहीं तो मैं उस से छिप जाता।
Psalms 55:13 परन्तु वह तो तू ही था जो मेरी बराबरी का मनुष्य मेरा परममित्र और मेरी जान पहचान का था।
Psalms 55:14 हम दोनों आपस में कैसी मीठी मीठी बातें करते थे; हम भीड़ के साथ परमेश्वर के भवन को जाते थे।
Psalms 55:15 उन को मृत्यु अचानक आ दबाए; वे जीवित ही अधोलोक में उतर जाएं; क्योंकि उनके घर और मन दोनों में बुराइयां और उत्पात भरा है।
Psalms 55:16 परन्तु मैं तो परमेश्वर को पुकारूंगा; और यहोवा मुझे बचा लेगा।
Psalms 55:17 सांझ को, भोर को, दोपहर को, तीनों पहर मैं दोहाई दूंगा और कराहता रहूंगा। और वह मेरा शब्द सुन लेगा।
Psalms 55:18 जो लड़ाई मेरे विरुद्ध मची थी उस से उसने मुझे कुशल के साथ बचा लिया है। उन्होंने तो बहुतों को संग ले कर मेरा साम्हना किया था।
Psalms 55:19 ईश्वर जो आदि से विराजमान है यह सुनकर उन को उत्तर देगा। ये वे हैं जिन में कोई परिवर्तन नहीं और उन में परमेश्वर का भय है ही नहीं।
Psalms 55:20 उसने अपने मेल रखने वालों पर भी हाथ छोड़ा है, उसने अपनी वाचा को तोड़ दिया है।
Psalms 55:21 उसके मुंह की बातें तो मक्खन सी चिकनी थी परन्तु उसके मन में लड़ाई की बातें थीं; उसके वचन तेल से अधिक नरम तो थे परन्तु नंगी तलवारें थीं।
Psalms 55:22 अपना बोझ यहोवा पर डाल दे वह तुझे सम्भालेगा; वह धर्मी को कभी टलने न देगा।
Psalms 55:23 परन्तु हे परमेश्वर, तू उन लोगों को विनाश के गड़हे में गिरा देगा; हत्यारे और छली मनुष्य अपनी आधी आयु तक भी जीवित न रहेंगे। परन्तु मैं तुझ पर भरोसा रखे रहूंगा।


एक साल में बाइबल: 
  • नीतिवचन 27-29
  • 2 कुरिन्थियों 10



रविवार, 5 अगस्त 2018

दृष्टि



      ब्राजील देश के रियो डी जनेरियो शहर में आप चाहे जहाँ चले जाएँ, आप प्रभु यीशु मसीह की प्रतिमा को देख सकते हैं। इस शहर से बहुत ऊँचे पर, 2,300 फुट ऊँचे पहाड़ पर खड़ी की गई, फैलाई हुई बाहों वाली यह 100 फुट ऊँची मूर्ति, जिसे Cristo Redentor (मसीह छुड़ाने वाला) कहा जाता है, दिन और रात उस फैले हुए विशाल सारे शहर के हर भाग से दिखाई देती रहती है।

      जो इसे देखने पाते हैं, उनके लिए यह मूर्ति चाहे जितनी भी शांतिदायक हो, परन्तु इससे भी बढ़कर शान्ति और सांत्वना इस सच्चाई में है कि वास्तविक प्रभु यीशु की दृष्टि हम पर सदा बनी रहती है। परमेश्वर के वचन बाइबल में भजन 34 में दाऊद ने इसे इस प्रकार समझाया: “यहोवा की आंखे धर्मियों पर लगी रहती हैं, और उसके कान भी उसकी दोहाई की ओर लगे रहते हैं” (पद 15)। उसने यह भी ध्यान दिलाया कि “धर्मी दोहाई देते हैं और यहोवा सुनता है, और उन को सब विपत्तियों से छुड़ाता है। यहोवा टूटे मन वालों के समीप रहता है, और पिसे हुओं का उद्धार करता है” (पद 17-18)।

      ये धर्मी जन कौन हैं? वे जो प्रभु यीशु मसीह में विश्वास लाते हैं, उससे अपने पापों की क्षमा माँग लेते हैं, और उसे अपना जीवन समर्पित कर देते हैं, उनके लिए मसीह यीशु ही “...धर्म, और पवित्रता, और छुटकारा” है (1 कुरिन्थियों 1:30)। प्रभु परमेश्वर हमारे जीवनों की चौकसी करता है, और जो उसे पुकारते हैं, उसपर विश्वास रखते हैं, उनकी सुनता है। हमारी आवश्यकता के समयों में वह हम मसीही विश्वासियों के साथ बना रहता है, हमें संभालता है।

      घबराएं नहीं और न ही विचलित हों; प्रभु की दृष्टि सदा हम पर बनी रहती है। - डेव ब्रैनन


प्रभु हमें कभी अपनी आँखों से ओझल नहीं होने देता है।

तू जो अपने दाहिने हाथ के द्वारा अपने शरणगतों को उनके विरोधियों से बचाता है, अपनी अद्भुत करूणा दिखा। अपनी आंखो की पुतली के समान सुरक्षित रख; अपने पंखों के तले मुझे छिपा रख – भजन 17:7-8

बाइबल पाठ: भजन 34:15-22
Psalms 34:15 यहोवा की आंखे धर्मियों पर लगी रहती हैं, और उसके कान भी उसकी दोहाई की ओर लगे रहते हैं।
Psalms 34:16 यहोवा बुराई करने वालों के विमुख रहता है, ताकि उनका स्मरण पृथ्वी पर से मिटा डाले।
Psalms 34:17 धर्मी दोहाई देते हैं और यहोवा सुनता है, और उन को सब विपत्तियों से छुड़ाता है।
Psalms 34:18 यहोवा टूटे मन वालों के समीप रहता है, और पिसे हुओं का उद्धार करता है।
Psalms 34:19 धर्मी पर बहुत सी विपत्तियां पड़ती तो हैं, परन्तु यहोवा उसको उन सब से मुक्त करता है।
Psalms 34:20 वह उसकी हड्डी हड्डी की रक्षा करता है; और उन में से एक भी टूटने नहीं पाती।
Psalms 34:21 दुष्ट अपनी बुराई के द्वारा मारा जाएगा; और धर्मी के बैरी दोषी ठहरेंगे।
Psalms 34:22 यहोवा अपने दासों का प्राण मोल ले कर बचा लेता है; और जितने उसके शरणागत हैं उन में से कोई भी दोषी न ठहरेगा।


एक साल में बाइबल: 
  • भजन 68-69
  • रोमियों 8:1-21



बुधवार, 25 अप्रैल 2018

बढ़कर



   परमेश्वर के वचन बाइबल के पुराने नियम खण्ड में 2 शमूएल नामक पुस्तक का प्रमुख विषय “जीवन गडबड़ी से भरा है” कहा जा सकता है। इस पुस्तक में वर्णित राजा दाऊद के जीवन से संबंधित घटनाओं को लेकर सरलता से टी.वी. के सीरियल्स की एक श्रंखला बनाने की क्षमता है। इस पुस्तक में दाउद द्वारा इस्राएल का राजा स्थापित होने, उसके सैनिक अभियानों और चुनौतियों, उससे संबंधित राजनैतिक षड्यंत्रों तथा परिवार एवँ मित्रगणों द्वारा किए गए विश्वासघात और स्वयं उसके अपने जीवन के अनैतिक कार्यों का वर्णन दिया गया है।

   परन्तु 2 शमूएल के अन्त की ओर पहुंचते समय हम इसी पुस्तक में दाऊद के द्वारा लिखा गया परमेश्वर की करुणा, दया, प्रेम और उससे मिलने वाले छुटकारे का स्तुति गीत भी पाते हैं, जहाँ दाऊद कहता है, “हे यहोवा, तू ही मेरा दीपक है, और यहोवा मेरे अन्धियारे को दूर कर के उजियाला कर देता है” (22:29)। अपनी अनेकों परेशानियों में दाऊद परमेश्वर की ओर मुड़ा और उससे कहा, “तेरी सहायता से मैं दल पर धावा करता, अपने परमेश्वर की सहायता से मैं शहरपनाह को फांद जाता हूँ” (पद 30)।

   संभवतः हम भी दाऊद के समान, उसके द्वारा अनुभव किए गए संघर्षों के साथ अपने आप को जुड़ा हुआ देख सकते हैं, क्योंकि हमारे समान ही वह भी सिद्ध नहीं था; परन्तु वह जानता था कि परमेश्वर उसके जीवन की हर गड़बड़ी से कहीं अधिक बढ़कर है, हर परिस्थति और परेशानी पर नियंत्रण तथा अधिकार रखता है, उन बातों को बदल भी सकता है, और उस स्थिति में अपने लोगों को संभाल कर सुरक्षित भी रख सकता है। इसलिए हम भी दाऊद के साथ कह सकते हैं: “ईश्वर की गति खरी है; यहोवा का वचन ताया हुआ है; वह अपने सब शरणागतों की ढाल है” (पद 31)।

   जीवन परेशानियों और परिस्थितियों से भरा हुआ अवश्य हो सकता है, परन्तु हमारा परमेश्वर उन सब से कहीं अधिक बढ़कर है। - डेविड मैक्कैस्लैंड


परमेश्वर के साथ नई शुरुआत करने में कभी कोई विलम्ब नहीं होता है।

यहोवा परमेश्वर मेरी ज्योति और मेरा उद्धार है; मैं किस से डरूं? यहोवा मेरे जीवन का दृढ़ गढ़ ठहरा है, मैं किस का भय खाऊं? – भजन 27:1

बाइबल पाठ: 2 शमूएल 22:26-37
2 Samuel 22:26 दयावन्त के साथ तू अपने को दयावन्त दिखाता; खरे पुरुष के साथ तू अपने को खरा दिखाता है;
2 Samuel 22:27 शुद्ध के साथ तू अपने को शुद्ध दिखाता; और टेढ़े के साथ तू तिरछा बनता है।
2 Samuel 22:28 और दीन लोगों को तो तू बचाता है, परन्तु अभिमानियों पर दृष्टि कर के उन्हें नीचा करता है।
2 Samuel 22:29 हे यहोवा, तू ही मेरा दीपक है, और यहोवा मेरे अन्धियारे को दूर कर के उजियाला कर देता है।
2 Samuel 22:30 तेरी सहायता से मैं दल पर धावा करता, अपने परमेश्वर की सहायता से मैं शहरपनाह को फांद जाता हूँ।
2 Samuel 22:31 ईश्वर की गति खरी है; यहोवा का वचन ताया हुआ है; वह अपने सब शरणागतों की ढाल है।
2 Samuel 22:32 यहोवा को छोड़ क्या कोई ईश्वर है? हमारे परमेश्वर को छोड़ क्या और कोई चट्टान है?
2 Samuel 22:33 यह वही ईश्वर है, जो मेरा अति दृढ़ क़िला है, वह खरे मनुष्य को अपने मार्ग में लिये चलता है।
2 Samuel 22:34 वह मेरे पैरों को हरिणियों के से बना देता है, और मुझे ऊंचे स्थानों पर खड़ा करता है।
2 Samuel 22:35 वह मेरे हाथों को युद्ध करना सिखाता है, यहां तक कि मेरी बांहें पीतल के धनुष को झुका देती हैं।
2 Samuel 22:36 और तू ने मुझ को अपने उद्धार की ढाल दी है, और तेरी नम्रता मुझे बढ़ाती है।
2 Samuel 22:37 तू मेरे पैरों के लिये स्थान चौड़ा करता है, और मेरे पैर नहीं फिसले।

एक साल में बाइबल: 
  • 2 शमूएल 21-22
  • लूका 18:24-43



शनिवार, 6 जनवरी 2018

साहस


   इंग्लैण्ड के लंडन शहर के वेस्टमिनिस्टर में स्थित घंटाघर में प्रसिद्ध बिग बेन घड़ी स्थापित है। परम्परानुसार उस घड़ी के घंटों की सुरीली लय हैंडल की सुप्रसिद्ध वाद्य रचना मस्सायाह (Messiah) के अंश “I Know That My Redeemer Liveth” से ली गई है। बाद में इस लय के साथ ये शब्द जोड़ दिए गए और उन्हें घंटों के कमरे में लिख कर लगा दिया गया:
     प्रभु, इस पल आप हमारे मार्गदर्शक हों;
     तब आपकी सामर्थ्य से कोई पग नहीं फिसलेगा।

   ये शब्द परमेश्वर के वचन बाइबल में भजन 37 के पदों की ओर संकेत करते हैं: “मनुष्य की गति यहोवा की ओर से दृढ़ होती है, और उसके चलन से वह प्रसन्न रहता है; चाहे वह गिरे तौभी पड़ा न रह जाएगा, क्योंकि यहोवा उसका हाथ थामे रहता है” (पद 23-24)। ध्यान कीजिए परमेश्वर अपने बच्चों के जीवन और अनुभवों में कितनी गहराई और रुचि के साथ संलग्न रहता है: “...क्योंकि यहोवा उसका हाथ थामे रहता है” (पद 23)। पद 31 इसमें आगे जोड़ता है: “उसके परमेश्वर की व्यवस्था उसके हृदय में बनी रहती है, उसके पैर नहीं फिसलते ।”

   हम मसीही विश्वासियों के लिए यह कितनी अद्भुत बात है! इस सृष्टि का सृष्टिकर्ता न केवल हमें संभाल कर रखता है और हमारी सहायता करता है, वरन सदा ही हमारे जीवन के हर पल पर बारीकी से नज़र बनाए रखता है। इसीलिए प्रेरित पतरस बड़े भरोसे के साथ हमें निमंत्रण दे सका: “और अपनी सारी चिन्‍ता उसी पर डाल दो, क्योंकि उसको तुम्हारा ध्यान है” (1 पतरस 5:7)। परमेश्वर की इसी देखभाल का अटल भरोसा हमें हर बात, हर परिस्थिति का सामना करने का साहस प्रदान करता है। - बिल क्राउडर


परमेश्वर के हाथों में रहने वाले व्यक्ति से अधिक सुरक्षित कोई हो नहीं सकता है।

यहोवा सब गिरते हुओं को संभालता है, और सब झुके हुओं को सीधा खड़ा करता है। - भजन 145:14

बाइबल पाठ: भजन 37:20-31
Psalms 37:20 दुष्ट लोग नाश हो जाएंगे; और यहोवा के शत्रु खेत की सुथरी घास के समान नाश होंगे, वे धूएं के समान लुप्त हो जाएंगे।
Psalms 37:21 दुष्ट ऋण लेता है, और भरता नहीं परन्तु धर्मीं अनुग्रह कर के दान देता है;
Psalms 37:22 क्योंकि जो उस से आशीष पाते हैं वे तो पृथ्वी के अधिकारी होंगे, परन्तु जो उस से श्रापित होते हैं, वे नाश हो जाएंगे।
Psalms 37:23 मनुष्य की गति यहोवा की ओर से दृढ़ होती है, और उसके चलन से वह प्रसन्न रहता है;
Psalms 37:24 चाहे वह गिरे तौभी पड़ा न रह जाएगा, क्योंकि यहोवा उसका हाथ थामे रहता है।
Psalms 37:25 मैं लड़कपन से ले कर बुढ़ापे तक देखता आया हूं; परन्तु न तो कभी धर्मी को त्यागा हुआ, और न उसके वंश को टुकड़े मांगते देखा है।
Psalms 37:26 वह तो दिन भर अनुग्रह कर कर के ऋण देता है, और उसके वंश पर आशीष फलती रहती है।
Psalms 37:27 बुराई को छोड़ भलाई कर; और तू सर्वदा बना रहेगा।
Psalms 37:28 क्योंकि यहोवा न्याय से प्रीति रखता; और अपने भक्तों को न तजेगा। उनकी तो रक्षा सदा होती है, परन्तु दुष्टों का वंश काट डाला जाएगा।
Psalms 37:29 धर्मी लोग पृथ्वी के अधिकारी होंगे, और उस में सदा बसे रहेंगे।
Psalms 37:30 धर्मी अपने मुंह से बुद्धि की बातें करता, और न्याय का वचन कहता है।
Psalms 37:31 उसके परमेश्वर की व्यवस्था उसके हृदय में बनी रहती है, उसके पैर नहीं फिसलते।


एक साल में बाइबल: 
  • उत्पत्ति 16-17
  • मत्ती 5:27-48



बुधवार, 29 नवंबर 2017

सहायक


   सुप्रसिद्ध मसीही लेखक सी. एस. ल्यूईस और उनके बड़े भाई वैरन कई वर्षों तक विनयार्ड नामक एक बोर्डिंग स्कूल में रहे और वहाँ उन्होंने बहुत कष्ट झेले क्योंकि उनका हैडमास्टर एक ऐसा क्रूर व्यक्ति था जिसने सबके लिए जीना दूभर कर रखा था। इस अनुभव से निकलने के दशकों बाद भी, वैरन ने अपनी व्यंगात्मक शैली में लिखा, "अब मैं 64 वर्ष से कुछ अधिक आयु का हूँ, और मैं कभी ऐसी परिस्थिति में नहीं पड़ा हूँ जहाँ मुझे इस बात का संतोष नहीं हुआ हो कि उस परिस्थिति में भी मैं विनयार्ड में होने की स्थिति से तो बेहतर ही हूँ।" हम में से अधिकांश अपने जीवनों में कोई न कोई ऐसा कठिन और अंधकारमय अवसर स्मरण कर सकते हैं जिसके कारण हम धन्यवादी हो सकते हैं कि हम उस परिस्थिति से तो फिर भी बेहतर स्थिति में ही हैं।

   परमेश्वर के वचन बाइबल में भजन 40:1-5 में दाऊदे के जीवन का एक ऐसा ही निम्न बिंदु दर्ज किया गया है, जब उसने प्रभु को पुकारा, और प्रभु ने उसे छुड़ाया। परमेश्वर ने उसे "सत्यानाश के गढ़हे" और "दलदल की कीच" से निकाला और उसे चट्टान पर स्थिर किया (पद 2)। दाऊद कहता है कि परमेश्वर ने "...मुझे एक नया गीत सिखाया जो हमारे परमेश्वर की स्तुति का है..." (पद 3)।

   परन्तु विषाद और निराशा से छुड़ाया जाना यदा-कदा ही एक बार में ही सदा के लिए किया गया कार्य होता हैं। भजन 40 में आगे दाऊद के परमेश्वर से पुनः किए गए आग्रह हैं कि परमेश्वर उसे उसके पाप से और शत्रुओं की धमकियों से छुड़ा ले, उस पर फिर से अपनी करुणा, भलाई, और सत्य को कार्यान्वित करे (पद 11-14)।

   दाऊद के साथ हम भी, अपने जीवन की प्रत्येक स्थिति और कठिनाई में कह सकते हैं: "मैं तो दीन और दरिद्र हूं, तौभी प्रभु मेरी चिन्ता करता है। तू मेरा सहायक और छुड़ाने वाला है" (पद 17)। - डेविड मैक्कैसलैंड


वह जो सारी सृष्टि को संभाले रहता है, आपको कभी नहीं छोड़ेगा।

मत डर, क्योंकि मैं तेरे संग हूं, इधर उधर मत ताक, क्योंकि मैं तेरा परमेश्वर हूं; मैं तुझे दृढ़ करूंगा और तेरी सहायता करूंगा, अपने धर्ममय दाहिने हाथ से मैं तुझे सम्हाले रहूंगा। - यशायाह 41:10

बाइबल पाठ: भजन 40
Psalms 40:1 मैं धीरज से यहोवा की बाट जोहता रहा; और उसने मेरी ओर झुककर मेरी दोहाई सुनी। 
Psalms 40:2 उसने मुझे सत्यानाश के गड़हे और दलदल की कीच में से उबारा, और मुझ को चट्टान पर खड़ा कर के मेरे पैरों को दृढ़ किया है। 
Psalms 40:3 और उसने मुझे एक नया गीत सिखाया जो हमारे परमेश्वर की स्तुति का है। बहुतेरे यह देखकर डरेंगे, और यहोवा पर भरोसा रखेंगे।
Psalms 40:4 क्या ही धन्य है वह पुरूष, जो यहोवा पर भरोसा करता है, और अभिमानियों और मिथ्या की ओर मुड़ने वालों की ओर मुंह न फेरता हो। 
Psalms 40:5 हे मेरे परमेश्वर यहोवा, तू ने बहुत से काम किए हैं! जो आश्चर्यकर्म और कल्पनाएं तू हमारे लिये करता है वह बहुत सी हैं; तेरे तुल्य कोई नहीं! मैं तो चाहता हूं की खोल कर उनकी चर्चा करूं, परन्तु उनकी गिनती नहीं हो सकती।
Psalms 40:6 मेलबलि और अन्नबलि से तू प्रसन्न नहीं होता तू ने मेरे कान खोदकर खोले हैं। होमबलि और पापबलि तू ने नहीं चाहा। 
Psalms 40:7 तब मैं ने कहा, देख, मैं आया हूं; क्योंकि पुस्तक में मेरे विषय ऐसा ही लिखा हुआ है। 
Psalms 40:8 हे मेरे परमेश्वर मैं तेरी इच्छा पूरी करने से प्रसन्न हूं; और तेरी व्यवस्था मेरे अन्त:करण में बनी है।
Psalms 40:9 मैं ने बड़ी सभा में धर्म के शुभ समाचार का प्रचार किया है; देख, मैं ने अपना मुंह बन्द नहीं किया हे यहोवा, तू इसे जानता है। 
Psalms 40:10 मैं ने तेरा धर्म मन ही में नहीं रखा; मैं ने तेरी सच्चाई और तेरे किए हुए उद्धार की चर्चा की है; मैं ने तेरी करूणा और सत्यता बड़ी सभा से गुप्त नहीं रखी।
Psalms 40:11 हे यहोवा, तू भी अपनी बड़ी दया मुझ पर से न हटा ले, तेरी करूणा और सत्यता से निरन्तर मेरी रक्षा होती रहे! 
Psalms 40:12 क्योंकि मैं अनगिनत बुराइयों से घिरा हुआ हूं; मेरे अधर्म के कामों ने मुझे आ पकड़ा और मैं दृष्टि नहीं उठा सकता; वे गिनती में मेरे सिर के बालों से भी अधिक हैं; इसलिये मेरा हृदय टूट गया।
Psalms 40:13 हे यहोवा, कृपा कर के मुझे छुड़ा ले! हे यहोवा, मेरी सहायता के लिये फुर्ती कर! 
Psalms 40:14 जो मेरे प्राण की खोज में हैं, वे सब लज्जित हों; और उनके मुंह काले हों और वे पीछे हटाए और निरादर किए जाएं जो मेरी हानि से प्रसन्न होते हैं। 
Psalms 40:15 जो मुझ से आहा, आहा, कहते हैं, वे अपनी लज्जा के मारे विस्मित हों।
Psalms 40:16 परन्तु जितने तुझे ढूंढ़ते हैं, वह सब तेरे कारण हर्षित और आनन्दित हों; जो तेरा किया हुआ उद्धार चाहते हैं, वे निरन्तर कहते रहें, यहोवा की बड़ाई हो! 
Psalms 40:17 मैं तो दीन और दरिद्र हूं, तौभी प्रभु मेरी चिन्ता करता है। तू मेरा सहायक और छुड़ाने वाला है; हे मेरे परमेश्वर विलम्ब न कर।

एक साल में बाइबल: 
  • यहेजकेल 35-36
  • 2 पतरस 1


गुरुवार, 12 अक्टूबर 2017

चिन्ता


   एक व्यक्ति को हर बात के लिए सदा चिन्ता करते रहने की आदत थी। फिर एक दिन उसके मित्रों ने उसे प्रसन्नचित और तनावमुक्त होकर सीटी बजाते हुए देखा। उन्होंने आश्चर्यचकित होकर उससे पूछा, "क्या हो गया?" उसने उत्तर दिया, अब मैंने अपनी चिन्ताएं करने के लिए किसी को नौकरी पर रख लिया है, और वही मेरी सभी चिन्ताएं किया करेगा। मित्रों ने पूछा, "इसके लिए तुम उसे कितनी तनख्वाह दे रहे हो?" तो व्यक्ति ने उत्तर दिया, "दो हज़ार डॉलर प्रति सप्ताह!" मित्रों फिर चकित होकर उससे पूछा, "वाह! लेकिन क्या तुम इतना दे सकते हो? इतनी बड़ी रकम उसे कैसे देने पाओगे?" तो उस व्यक्ति का उत्तर था, "मैं दे तो नहीं सकता हूँ; लेकिन कैसे दे पाऊँगा, इसकी चिन्ता करना अब उसका काम है!"

   वस्तविक जीवन में तनाव के समाधान के लिए यह हास्यस्पद विधि काम नहीं करती है; परन्तु हम मसीही विश्वासियों के लिए, क्योंकि हम परमेश्वर की सन्तान हैं, परमेश्वर ने हमारे लिए प्रावधान किया है कि हम अपनी सारी चिन्ताएं उसे सौंप सकते हैं जो सब कुछ को सदा नियंत्रण में रखता और संभालता है, विशेषकर तब जब हमें लगता है कि कुछ भी नियंत्रण में नहीं है।

   परमेश्वर के वचन बाइबल में यशायाह भविष्यद्वक्ता की पुस्तक हमें स्मरण करवाती है कि परमेश्वर सितारों को भी गिन-गिनकर निकालता है, और उन सबको नाम ले लेकर बुलाता है; "अपनी आंखें ऊपर उठा कर देखो, किस ने इन को सिरजा? वह इन गणों को गिन गिनकर निकालता, उन सब को नाम ले ले कर बुलाता है? वह ऐसा सामर्थी और अत्यन्त बली है कि उन में के कोई बिना आए नहीं रहता" (यशायाह 40:25-26)। और जैसे परमेश्वर सितारों को उनके नाम से जानता है, वैसे ही वह हमें भी व्यक्तिगत रीति से जानता है, और हम उसकी ध्यानपूर्वक देख-रेख में सदा बने रहते हैं (यशायाह 40:27)।

   यदि हम किसी बात के लिए चिन्ता करने की प्रवृत्ति रखते हैं तो उसे प्रभु परमेश्वर को सौंप सकते हैं। वह कभी थकता नहीं है जिससे हमारा ध्यान न रख सके। उसके पास सारी बुध्दिमता और सामर्थ्य है जिसका उपयोग वह हमारे लिए करना चाहता है। वह पवित्र परमेश्वर जो सितारों को संचालित करता है, वही हमें अपनी बाहों में भर कर भी रखता है; इसलिए हमें चिन्ता करने की कोई आवश्यकता नहीं है; अपने सारी चिन्ता उसी पर डाल दें। - पोह फैंग चिया


जहाँ विश्वास आरंभ होता है, चिन्ता वहीं पर समाप्त होती है।

अपना बोझ यहोवा पर डाल दे वह तुझे सम्भालेगा; वह धर्मी को कभी टलने न देगा। - भजन 55:22

बाइबल पाठ: यशायाह 40:25-31
Isaiah 40:25 सो तुम मुझे किस के समान बताओगे कि मैं उसके तुल्य ठहरूं? उस पवित्र का यही वचन है। 
Isaiah 40:26 अपनी आंखें ऊपर उठा कर देखो, किस ने इन को सिरजा? वह इन गणों को गिन गिनकर निकालता, उन सब को नाम ले ले कर बुलाता है? वह ऐसा सामर्थी और अत्यन्त बली है कि उन में के कोई बिना आए नहीं रहता।
Isaiah 40:27 हे याकूब, तू क्यों कहता है, हे इस्राएल तू क्यों बोलता है, मेरा मार्ग यहोवा से छिपा हुआ है, मेरा परमेश्वर मेरे न्याय की कुछ चिन्ता नहीं करता? 
Isaiah 40:28 क्या तुम नहीं जानते? क्या तुम ने नहीं सुना? यहोवा जो सनातन परमेश्वर और पृथ्वी भर का सिरजनहार है, वह न थकता, न श्रमित होता है, उसकी बुध्दि अगम है। 
Isaiah 40:29 वह थके हुए को बल देता है और शक्तिहीन को बहुत सामर्थ देता है। 
Isaiah 40:30 तरूण तो थकते और श्रमित हो जाते हैं, और जवान ठोकर खाकर गिरते हैं; 
Isaiah 40:31 परन्तु जो यहोवा की बाट जोहते हैं, वे नया बल प्राप्त करते जाएंगे, वे उकाबों के समान उड़ेंगे, वे दौड़ेंगे और श्रमित न होंगे, चलेंगे और थकित न होंगे।

एक साल में बाइबल: 
  • यशायाह 39-40
  • कुलुस्सियों 4


बुधवार, 20 सितंबर 2017

हाथों में


   मैं अस्पताल में ऑपरेशन के स्थान के प्रतीक्षालय में बैठा हुआ था; मेरे पास विचार करने के लिए समय था। कुछ समय पहले भी मैं यहीं पर था, और तब हमें हिला देने वाला समाचार दिया गया था, मेरा एकलौता भाई, जो मुझ से बहुत छोटा था, उसके मस्तिष्क ने काम करना बन्द कर दिया था। आज मैं यहाँ अपनी पत्नि के लिए बैठा हुआ था जिसे एक गंभीर ऑपरेशन से होकर निकलना पड़ रहा था, और मैं उसके परिणाम को सुनने के लिए वहाँ प्रतीक्षा में था, परमेश्वर की शान्त वाणी को सुन रहा था।

   अचानक ही समाचार आया; ऑपरेशन करने वाला सर्जन मुझ से मिलना चाहता था। मैं मिलने के उस एकान्त कमरे में गया। वहाँ मेज़ पर टिशू के दो डिब्बे रखे हुए थे। वे केवल बहती नाक पोंछने के लिए नहीं रखे गए थे, वरन उन कठोर भयावह वाक्यांशों के लिए रखे गए थे, जैसे कि मुझे तब सुनने पड़े थे जब मेरे भाई की मृत्यु हुई थी - "मस्तिष्क मर गया है", "हम कुछ नहीं कर सकते हैं।"

   दुःख और अनिश्चितता के ऐसे समयों में, परमेश्वर का वचन बाइबल दिलासा का अनुपम स्त्रोत है, विशेषकर उसमें भजन संहिता नामक खण्ड। ऐसी स्थिति में खराई से लिखे गए उन भजनों की ओर मुड़ना स्वाभाविक है। ऐसा ही एक भजन है, भजन 31, जो दाऊद द्वारा घोर दुःख के समय में लिखा गया है। दाऊद लिखता है, "मेरा जीवन शोक के मारे और मेरी अवस्था कराहते कराहते घट चली है" (पद 10); उसके इस दुःख को और अधिक बढ़ा देने वाली बात थी कि उसके मित्रों और पड़ौसियों ने उसे छोड़ दिया था (पद 11)।

   परन्तु दाऊद का दृढ़ भरोसा उस सच्चे और जीवते परमेश्वर पर था, जिसके हाथों में उसने अपने आप को छोड़ दिया था: "परन्तु हे यहोवा मैं ने तो तुझी पर भरोसा रखा है, मैं ने कहा, तू मेरा परमेश्वर है। मेरे दिन तेरे हाथ में है;" (पद 14-15)। इस कारण दुःखों का उसका विलाप, एक उत्साह और आशा की पुकार के साथ समाप्त होता है: "हे यहोवा पर आशा रखने वालों हियाव बान्धो और तुम्हारे हृदय दृढ़ रहें!" (भजन 31:24)।

   अब की बार, उस प्रतीक्षालय में सर्जन ने हमें अच्छा समाचार दिया: मेरी पत्नि के पूर्णतः ठीक होने की संभावना थी। परन्तु चाहे यह समाचार न भी आता, फिर भी हम जानते और मानते हैं कि हमारा समस्त समय परमेश्वर के सबल हाथों में सर्वदा सुरक्षित है। - टिम गुस्टाफसन


जब हम अपनी समस्याएं परमेश्वर के हाथों में डाल देते हैं, 
तब वह अपनी शान्ति हमारे हृदयों में डाल देता है।

अपना बोझ यहोवा पर डाल दे वह तुझे संभालेगा; वह धर्मी को कभी टलने न देगा। - भजन 55:22 

बाइबल पाठ: भजन 31:9-18
Psalms 31:9 हे यहोवा, मुझ पर अनुग्रह कर क्योंकि मैं संकट में हूं; मेरी आंखे वरन मेरा प्राण और शरीर सब शोक के मारे घुले जाते हैं। 
Psalms 31:10 मेरा जीवन शोक के मारे और मेरी अवस्था कराहते कराहते घट चली है; मेरा बल मेरे अधर्म के कारण जाता रह, और मेरी हडि्डयां घुल गई।
Psalms 31:11 अपने सब विरोधियों के कारण मेरे पड़ोसियों में मेरी नामधराई हुई है, अपने जान पहिचान वालों के लिये डर का कारण हूं; जो मुझ को सड़क पर देखते है वह मुझ से दूर भाग जाते हैं। 
Psalms 31:12 मैं मृतक के समान लोगों के मन से बिसर गया; मैं टूटे बर्तन के समान हो गया हूं। 
Psalms 31:13 मैं ने बहुतों के मुंह से अपना अपवाद सुना, चारों ओर भय ही भय है! जब उन्होंने मेरे विरुद्ध आपस में सम्मति की तब मेरे प्राण लेने की युक्ति की।
Psalms 31:14 परन्तु हे यहोवा मैं ने तो तुझी पर भरोसा रखा है, मैं ने कहा, तू मेरा परमेश्वर है। 
Psalms 31:15 मेरे दिन तेरे हाथ में है; तू मुझे मेरे शत्रुओं और मेरे सताने वालों के हाथ से छुड़ा। 
Psalms 31:16 अपने दास पर अपने मुंह का प्रकाश चमका; अपनी करूणा से मेरा उद्धार कर।
Psalms 31:17 हे यहोवा, मुझे लज्जित न होने दे क्योंकि मैं ने तुझ को पुकारा है; दुष्ट लज्जित हों और वे पाताल में चुपचाप पड़े रहें। 
Psalms 31:18 जो अंहकार और अपमान से धर्मी की निन्दा करते हैं, उनके झूठ बोलने वाले मुंह बन्द किए जाएं।

एक साल में बाइबल: 
  • सभोपदेशक 4-6
  • 2 कुरिन्थियों 12