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बुधवार, 22 मार्च 2017

परिवार


   1980 के दशक में, मृत्यु या तलाक के कारण अकेले हो गए लोगों में से बहुतेरों के लिए, हमारे चर्च में अयोजित की जाने वाली कक्षा ने एक करीबी संगठित परिवार का रूप ले लिया। यदि किसी का स्थानान्तरण होता तो कक्षा के सदस्य मिलकर उसका सामान बक्सों में बाँधते, उसके मेज़-कुर्सी उठाते और उसे भोजन सामग्री उपलब्ध कराते। जन्मदिन और छुट्टियाँ अब अकेले मनाए जाने के लिए नहीं रह गए थे, क्योंकि मसीही विश्वास और मित्रता में एक साथ मिलकर चलने ने प्रोत्साहित करने वाले घनिष्ठ संबंध बना दिए थे। उन अकेलेपन और परेशानी के दिनों में जो संबंध तीन दशक पहले बने थे, वे आज भी फल-फूल रहे हैं, तथा उन व्यक्तियों और उनके परिवारों को संभाल रहे हैं।

   परमेश्वर के वचन बाइबल में, थिस्सलुनीकिया में मसीह यीशु का अनुसरण करने वालों को पौलुस द्वारा लिखी गई पत्री में, परमेश्वर के परिवार के सदस्य होने के कारण उनमें परस्पर बनने वाले जीवन-दायक संबंधों के बारे में लिखा गया है: "परन्तु जिस तरह माता अपने बालकों का पालन-पोषण करती है, वैसे ही हम ने भी तुम्हारे बीच में रह कर कोमलता दिखाई है" (1 थिस्सलुनीकियों 2:7)। "क्योंकि, हे भाइयों, तुम हमारे परिश्रम और कष्‍ट को स्मरण रखते हो" (1 थिस्सलुनीकियों 2:9)। "जैसा पिता अपने बालकों के साथ बर्ताव करता है, वैसे ही हम तुम में से हर एक को भी उपदेश करते, और शान्‍ति देते, और समझाते थे" (1 थिस्सलुनीकियों 2:11)। क्योंकि थिस्सलुनीकिया के मसीही विश्वासी पौलुस और उसके साथियों को "प्यारे हो गए थे" इसलिए उनके साथ वे ना केवल सुसमाचार वरन अपना जीवन भी माता-पिता, भाई-बहन के समान साझा करने के लिए तैयार थे (1 थिस्सलुनीकियों 2:8)।

   मसीही विश्वास से बने परमेश्वर के परिवार में वह हमें माँ, बाप, बहिनें और भाई; अर्थात संपूर्ण परिवार उपलब्ध करवाता है। जब हम परमेश्वर के अनुग्रह और प्रेम में होकर, उसके परिवार में अपने जीवन एक दूसरे के साथ साझा करते हैं, तो परमेश्वर अपना आनन्द हमारे जीवनों में भर देता है। - डेविड मैक्कैसलैण्ड


परमेश्वर आपसे और मुझसे प्रेम करता है;
 आईए हम भी एक दूसरे से प्रेम करें।

पर अब तो मसीह यीशु में तुम जो पहिले दूर थे, मसीह के लोहू के द्वारा निकट हो गए हो। क्योंकि वही हमारा मेल है, जिसने दोनों को एक कर लिया: और अलग करने वाली दीवार को जो बीच में थी, ढा दिया। - इफिसियों 2:13-14

बाइबल पाठ: 1 थिस्सलुनीकियों 2:1-14
1 Thessalonians 2:1 हे भाइयों, तुम आप ही जानते हो कि हमारा तुम्हारे पास आना व्यर्थ न हुआ। 
1 Thessalonians 2:2 वरन तुम आप ही जानते हो, कि पहिले पहल फिलिप्पी में दुख उठाने और उपद्रव सहने पर भी हमारे परमेश्वर ने हमें ऐसा हियाव दिया, कि हम परमेश्वर का सुसमाचार भारी विरोधों के होते हुए भी तुम्हें सुनाएं। 
1 Thessalonians 2:3 क्योंकि हमारा उपदेश न भ्रम से है और न अशुद्धता से, और न छल के साथ है। 
1 Thessalonians 2:4 पर जैसा परमेश्वर ने हमें योग्य ठहराकर सुसमाचार सौंपा, हम वैसा ही वर्णन करते हैं; और इस में मनुष्यों को नहीं, परन्तु परमेश्वर को, जो हमारे मनों को जांचता है, प्रसन्न करते हैं। 
1 Thessalonians 2:5 क्योंकि तुम जानते हो, कि हम न तो कभी लल्लोपत्तो की बातें किया करते थे, और न लोभ के लिये बहाना करते थे, परमेश्वर गवाह है। 
1 Thessalonians 2:6 और यद्यपि हम मसीह के प्रेरित होने के कारण तुम पर बोझ डाल सकते थे, तौभी हम मनुष्यों से आदर नहीं चाहते थे, और न तुम से, न और किसी से। 
1 Thessalonians 2:7 परन्तु जिस तरह माता अपने बालकों का पालन-पोषण करती है, वैसे ही हम ने भी तुम्हारे बीच में रह कर कोमलता दिखाई है। 
1 Thessalonians 2:8 और वैसे ही हम तुम्हारी लालसा करते हुए, न केवल परमेश्वर का सुसमाचार, पर अपना अपना प्राण भी तुम्हें देने को तैयार थे, इसलिये कि तुम हमारे प्यारे हो गए थे। 
1 Thessalonians 2:9 क्योंकि, हे भाइयों, तुम हमारे परिश्रम और कष्‍ट को स्मरण रखते हो, कि हम ने इसलिये रात दिन काम धन्‍धा करते हुए तुम में परमेश्वर का सुसमाचार प्रचार किया, कि तुम में से किसी पर भार न हों। 
1 Thessalonians 2:10 तुम आप ही गवाह हो: और परमेश्वर भी, कि तुम्हारे बीच में जो विश्वास रखते हो हम कैसी पवित्रता और धामिर्कता और निर्दोषता से रहे। 
1 Thessalonians 2:11 जैसे तुम जानते हो, कि जैसा पिता अपने बालकों के साथ बर्ताव करता है, वैसे ही हम तुम में से हर एक को भी उपदेश करते, और शान्‍ति देते, और समझाते थे। 
1 Thessalonians 2:12 कि तुम्हारा चाल चलन परमेश्वर के योग्य हो, जो तुम्हें अपने राज्य और महिमा में बुलाता है।
1 Thessalonians 2:13 इसलिये हम भी परमेश्वर का धन्यवाद निरन्‍तर करते हैं; कि जब हमारे द्वारा परमेश्वर के सुसमाचार का वचन तुम्हारे पास पहुंचा, तो तुम ने उसे मनुष्यों का नहीं, परन्तु परमेश्वर का वचन समझकर (और सचमुच यह ऐसा ही है) ग्रहण किया: और वह तुम में जो विश्वास रखते हो, प्रभावशाली है। 
1 Thessalonians 2:14 इसलिये कि तुम, हे भाइयो, परमेश्वर की उन कलीसियाओं की सी चाल चलने लगे, जो यहूदिया में मसीह यीशु में हैं, क्योंकि तुम ने भी अपने लोगों से वैसा ही दुख पाया, जैसा उन्होंने यहूदियों से पाया था।

एक साल में बाइबल: 
  • यहोशू 10-12
  • लूका 1:39-56


मंगलवार, 21 मार्च 2017

न्यायी शरणस्थान


   जब कोई अभियुक्त अदालत में न्यायी के सामने खड़ा होता है, तो वह अदालत के न्याय और रहम दोनों पर निर्भर होता है। यदि अभियुक्त निर्दोष है तो अदालत और न्यायी को उसे सुरक्षा देने वाले शरणस्थान के समान होना चाहिए। परन्तु यदि वह दोषी है तो अदालत तथा न्यायी से आशा की जाती है कि वे उसको उचित दण्ड दें।

   परमेश्वर के वचन बाइबल के पुराने नियम खण्ड में नहूम की पुस्तक में, निनवे शहर के संदर्भ में, हम परमेश्वर को उपरोक्त दोनों ही - न्यायी और शरणस्थान, रूपों में देखते हैं। वहाँ परमेश्वर के विषय लिखा है, "यहोवा भला है; संकट के दिन में वह दृढ़ गढ़ ठहरता है, और अपने शरणागतों की सुधी रखता है" (नहूम 1:7)। और इससे अगली ही पद में परमेश्वर के विषय लिखा है, "परन्तु वह उमड़ती हुई धारा से उसके स्थान का अन्त कर देगा, और अपने शत्रुओं को खदेड़ कर अन्धकार में भगा देगा" (नहूम 1:8)। इससे लगभग 100 वर्ष पहले, योना के वहाँ परमेश्वर का प्रचार करने पर, निनवे के लोगों ने पश्चाताप किया था, परमेश्वर की क्षमा को पाया था और सुरक्षित हो गए थे (योना 3:10)। परन्तु अब नहूम के दिन आने पर, निनवे के लोग परमेश्वर के विरुद्ध योजना बना रहे थे (नहूम 1:9, 11)। नहूम की पुस्तक के तीसरे अध्याय में हम निनवे के नाश का वर्णन पाते हैं।

   अनेकों लोग मनुष्यों के साथ परमेश्वर के व्यवहार का केवल एक ही पहलू जानते हैं दूसरा नहीं। वे या तो यह सोचते हैं कि परमेश्वर केवल पवित्र है और हम अपवित्र मनुष्यों को दण्ड देना चाहता है; या यह कि परमेश्वर दयालु है और केवल दया और करुणा के साथ ही कार्य करता है। सत्य यह है कि परमेश्वर न्यायी भी है और शरण्स्थान भी। पतरस ने लिखा कि प्रभु यीशु "...अपने आप को सच्चे न्यायी के हाथ में सौपता था" (1 पतरस 2:23)। तभी तो, "वह आप ही हमारे पापों को अपनी देह पर लिये हुए क्रूस पर चढ़ गया जिस से हम पापों के लिये मर कर के धामिर्कता के लिये जीवन बिताएं: उसी के मार खाने से तुम चंगे हुए" (1 पतरस 2:24)।

   परमेश्वर के बारे मे संपूर्ण सत्य, सुसमाचार है! परमेश्वर न्यायी है, परन्तु प्रभु यीशु के क्रूस पर दिए गए बलिदान एवं पुनरुत्थान के कारण, हम परमेश्वर के पास उसे अपना शरस्थान बनाकर जा सकते हैं। - डेव ब्रैनन


परमेश्वर का न्याय और करुणा कलवरी के क्रूस पर
 प्रभु यीशु के बलिदान में दिखाई देते हैं।

क्योंकि हमारा ऐसा महायाजक नहीं, जो हमारी निर्बलताओं में हमारे साथ दुखी न हो सके; वरन वह सब बातों में हमारी नाईं परखा तो गया, तौभी निष्‍पाप निकला। इसलिये आओ, हम अनुग्रह के सिंहासन के निकट हियाव बान्‍धकर चलें, कि हम पर दया हो, और वह अनुग्रह पाएं, जो आवश्यकता के समय हमारी सहायता करे। - इब्रानियों 4:15-16

बाइबल पाठ: नहूम 1:1-15
Nahum 1:1 नीनवे के विषय में भारी वचन। एल्कोशी नहूम के दर्शन की पुस्तक।
Nahum 1:2 यहोवा जल उठने वाला और बदला लेने वाला ईश्वर है; यहोवा बदला लेने वाला और जलजलाहट करने वाला है; यहोवा अपने द्रोहियों से बदला लेता है, और अपने शत्रुओं का पाप नहीं भूलता। 
Nahum 1:3 यहोवा विलम्ब से क्रोध करने वाला और बड़ा शक्तिमान है; वह दोषी को किसी प्रकार निर्दोष न ठहराएगा। यहोवा बवंडर और आंधी में हो कर चलता है, और बादल उसके पांवों की धूलि है। 
Nahum 1:4 उसके घुड़कने से महानद सूख जाते हैं, और समुद्र भी निर्जल हो जाता है; बाशान और कर्म्मैल कुम्हलाते और लबानोन की हरियाली जाती रहती है। 
Nahum 1:5 उसके स्पर्श से पहाड़ कांप उठते हैं और पहाडिय़ां गल जाती हैं; उसके प्रताप से पृथ्वी वरन सारा संसार अपने सब रहने वालों समेत थरथरा उठता है।
Nahum 1:6 उसके क्रोध का साम्हना कौन कर सकता है? और जब उसका क्रोध भड़कता है, तब कौन ठहर सकता है? उसकी जलजलाहट आग की नाईं भड़क जाती है, और चट्टानें उसकी शक्ति से फट फटकर गिरती हैं। 
Nahum 1:7 यहोवा भला है; संकट के दिन में वह दृढ़ गढ़ ठहरता है, और अपने शरणागतों की सुधी रखता है। 
Nahum 1:8 परन्तु वह उमड़ती हुई धारा से उसके स्थान का अन्त कर देगा, और अपने शत्रुओं को खदेड़ कर अन्धकार में भगा देगा। 
Nahum 1:9 तुम यहोवा के विरुद्ध क्या कल्पना कर रहे हो? वह तुम्हारा अन्त कर देगा; विपत्ति दूसरी बार पड़ने न पाएगी। 
Nahum 1:10 क्योंकि चाहे वे कांटों से उलझे हुए हों, और मदिरा के नशे में चूर भी हों, तौभी वे सूखी खूंटी की नाईं भस्म किए जाएंगे। 
Nahum 1:11 तुझ में से एक निकला है, जो यहोवा के विरुद्ध कल्पना करता और नीचता की युक्ति बान्धता है।
Nahum 1:12 यहोवा यों कहता है, चाहे वे सब प्रकार के सामर्थी हों, और बहुत भी हों, तौभी पूरी रीति से काटे जाएंगे और शून्य हो जाएंगे। मैं ने तुझे दु:ख दिया है, परन्तु फिर न दूंगा। 
Nahum 1:13 क्योंकि अब मैं उसका जूआ तेरी गर्दन पर से उतार कर तोड़ डालूंगा, और तेरा बन्धन फाड़ डालूंगा।
Nahum 1:14 यहोवा ने तेरे विषय में यह आज्ञा दी है कि आगे को तेरा वंश न चले; मैं तेरे देवालयों में से ढली और गढ़ी हुई मूरतों को काट डालूंगा, मैं तेरे लिये कबर खोदूंगा, क्योंकि तू नीच है।
Nahum 1:15 देखो, पहाड़ों पर शुभसमाचार का सुनाने वाला और शान्ति का प्रचार करने वाला आ रहा है! अब हे यहूदा, अपने पर्व मान, और अपनी मन्नतें पूरी कर, क्योंकि वह ओछा फिर कभी तेरे बीच में हो कर न चलेगा, और पूरी रीति से नाश हुआ है।

एक साल में बाइबल: 
  • यहोशू 7-9
  • लूका 1:21-38


सोमवार, 20 मार्च 2017

आशा


   सन 2013 में फिलिपीन्स देश के टाकलोबान शहर से होकर एक शक्तिशाली चक्रवाधी तूफान निकला, जिससे लगभग 10,000 लोग मारे गए, और जो बच गए उनमें से अनेकों बेघर, बेरोज़गार हो गए। जीवन यापन की आवश्यकताएं मिलना दुर्लभ हो गया। इसके तीन माह पश्चात, अभी शहर उस विनाश से निकल पाने के प्रयासों में लगा हुआ ही था, जब तेज़ हवाओं और मूसलाधार बारिश में टाकलोबान की एक सड़क के किनारे एक शिशु का जन्म हुआ। यद्यपि मौसम ने उस तूफान की उन पीड़ादायक यादों को ताज़ा कर दिया था, परन्तु फिर भी निवासियों ने मिलकर बच्चे के जन्म में सहायता के लिए दाई का प्रयोजन किया और माँ तथा नवजात शिशु को एक क्लिनिक तक पहुँचाया। वह बच्चा बच गया, बढ़ता गया, और हताशा के उस समय में आशा का प्रतीक बन गया।

   परमेश्वर के वचन बाइबल में दर्ज इस्त्राएल के इतिहास की एक घटना है - चालीस वर्ष तक पलिश्तियों द्वारा इस्त्राएलियों का दमन उनके राष्ट्रीय इतिहास में बहुत कठिनाई का समय था। इस समय में एक स्वर्गदूत ने एक इस्त्राएली महिला को सूचना दी कि वह एक विशेष बालक को जन्म देगी (न्यायियों 13:3)। स्वर्गदूत के अनुसार, वह बालक जन्म से नाज़िर - अर्थात परमेश्वर के लिए पृथक किया हुआ होगा, और "...इस्राएलियों को पलिश्तियों के हाथ से छुड़ाने में वही हाथ लगाएगा" (पद 5)। वह शिशु, शिमशोन, कठिन समयों में इस्त्राएल के लिए आशा का उपहार था।

   पाप और शैतान के चँगुल में पड़े संसार की कठिन परिस्थितियों से बचने के लिए प्रभु यीशु मसीह परमेश्वर द्वारा दिया गया उपाय है, क्योंकि शैतान पर केवल वही जयवंत है। प्रभु यीशु के जन्म के उद्देश्य के विषय बाइबल कहती है: "कि अन्धकार और मृत्यु की छाया में बैठने वालों को ज्योति दे, और हमारे पांवों को कुशल के मार्ग में सीधे चलाए" (लूका 1:79)। प्रभु यीशु ही संसार की एकमात्र आशा है। - जेनिफर बेन्सन शुल्ट


प्रभु यीशु वह आशा है जो जीवन के तूफानों को शान्त कर देता है।

जब वह इन बातों के सोच ही में था तो प्रभु का स्वर्गदूत उसे स्‍वप्‍न में दिखाई देकर कहने लगा; हे यूसुफ दाऊद की सन्तान, तू अपनी पत्‍नी मरियम को अपने यहां ले आने से मत डर; क्योंकि जो उसके गर्भ में है, वह पवित्र आत्मा की ओर से है। वह पुत्र जनेगी और तू उसका नाम यीशु रखना; क्योंकि वह अपने लोगों का उन के पापों से उद्धार करेगा। - मत्ती 1:20-21

बाइबल पाठ: न्यायियों 13:1-7
Judges 13:1 और इस्राएलियों ने फिर यहोवा की दृष्टि में बुरा किया; इसलिये यहोवा ने उन को पलिश्तियों के वश में चालीस वर्ष के लिये रखा।
Judges 13:2 दानियों के कुल का सोरावासी मानोह नाम एक पुरूष था, जिसकी पत्नी के बांझ होने के कारण कोई पुत्र न था। 
Judges 13:3 इस स्त्री को यहोवा के दूत ने दर्शन देकर कहा, सुन, बांझ होने के कारण तेरे बच्चा नहीं; परन्तु अब तू गर्भवती होगी और तेरे बेटा होगा। 
Judges 13:4 इसलिये अब सावधान रह, कि न तो तू दाखमधु वा और किसी भांति की मदिरा पीए, और न कोई अशुद्ध वस्तु खाए, 
Judges 13:5 क्योंकि तू गर्भवती होगी और तेरे एक बेटा उत्पन्न होगा। और उसके सिर पर छूरा न फिरे, क्योंकि वह जन्म ही से परमेश्वर का नाजीर रहेगा; और इस्राएलियों को पलिश्तियों के हाथ से छुड़ाने में वही हाथ लगाएगा। 
Judges 13:6 उस स्त्री ने अपने पति के पास जा कर कहा, परमेश्वर का एक जन मेरे पास आया था जिसका रूप परमेश्वर के दूत का सा अति भययोग्य था; और मैं ने उस से न पूछा कि तू कहां का है? और न उसने मुझे अपना नाम बताया; 
Judges 13:7 परन्तु उसने मुझ से कहा, सुन तू गर्भवती होगी और तेरे एक बेटा होगा; इसलिये अब न तो दाखमधु वा और किसी भांति की मदिरा पीना, और न कोई अशुद्ध वस्तु खाना, क्योंकि वह लड़का जन्म से मरण के दिन तक परमेश्वर का नाजीर रहेगा।

एक साल में बाइबल: 
  • यहोशू 4-6
  • लूका 1:1-20


रविवार, 19 मार्च 2017

स्थान


   समय, घटनाओं, और लोगों के हज़ारों धागों से बुना गया होता है वह जिसे हम ’स्थान’ कहते हैं। वह केवल घर नहीं है, वरन उस से भी बढ़कर, ’स्थान’ वह है जहाँ निःस्वार्थ प्रेम में ढंपे हुए अपनापन, सुरक्षा तथा अर्थपूर्ण संबंध एक साथ होते हैं। ’स्थान’ हमारे मनों में गहराई से बसी अपनी यादों के द्वारा हमें आकर्षित करता है। चाहे वह ’स्थान’ सिद्ध ना भी हो, परन्तु हम पर उसका वश नाटकीय होता है और उसके प्रति हमारा आकर्षण चुम्बकीय।

   परमेश्वर का वचन बाइबल बहुधा स्थान के बारे में बात करती है। इसका एक उदाहरण हम नहेम्याह की यरुशलेम के पुनः बसाए जाने की लालसा में देखते हैं (नहेम्याह 1:3-4; 2:2)। इसलिए यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि प्रभु यीशु ने भी हमें शान्ति और सांत्वना देने के लिए एक स्थान का उल्लेख किया है। प्रभु ने आरंभ किया, "तुम्हारा मन व्याकुल न हो, तुम परमेश्वर पर विश्वास रखते हो मुझ पर भी विश्वास रखो" (यूहन्ना 14:1) और फिर उसने इस विषय में आगे कहा, "मेरे पिता के घर में बहुत से रहने के स्थान हैं, यदि न होते, तो मैं तुम से कह देता क्योंकि मैं तुम्हारे लिये जगह तैयार करने जाता हूं" (यूहन्ना 14:2)।

   उनके लिए जो किसी सांसारिक स्थान से आकर्षित और जुड़े हुए हैं, प्रभु की इस प्रतिज्ञा को समझना कठिन नहीं है, और वे सरलता से उस स्थान की बाट जोह सकते हैं जिसके बारे में प्रभु बात कर रहा था। और, उनके लिए जिनके स्थान शान्ति और सुरक्षा से जुड़े नहीं थे, प्रभु यीशु की प्रतिज्ञा है कि एक दिन वे उस स्थान में रहकर मधुर संगीत सुनेंगे, क्योंकि वे उसके साथ वहाँ निवास करेंगे।

   आपका संघर्ष चाहे कोई भी हो, आपकी मसीही विश्वास की जीवन यात्रा में चाहे कोई भी अस्थिरता हो, चाहे आपके कदम कहीं भी डगमगाएं, सदा यह स्मरण रखें कि आपके लिए प्रभु यीशु ने स्वर्ग में एक स्थान बना कर तैयार रखा हुआ है, ऐसा स्थान जो आपके लिए सर्वथा उपयुक्त है, और वह आपके साथ वहाँ अनन्तकाल तक निवास करेगा। यदि यह सत्य नहीं होता, तो प्रभु यीशु आपसे इसके बारे में कदापि नहीं कहता (यूहन्ना 14:3)। - रैंडी किल्गोर


पृथ्वी के हमारे घर की यादें आशा के साथ हमें हमारे स्वर्गीय घर की ओर प्रेरणा दें।

और यदि मैं जा कर तुम्हारे लिये जगह तैयार करूं, तो फिर आकर तुम्हें अपने यहां ले जाऊंगा, कि जहां मैं रहूं वहां तुम भी रहो। - यूहन्ना 14:3 

बाइबल पाठ: नहेम्याह 1
Nehemiah 1:1 हकल्याह के पुत्र नहेमायाह के वचन। बीसवें वर्ष के किसलवे नाम महीने में, जब मैं शूशन नाम राजगढ़ में रहता था, 
Nehemiah 1:2 तब हनानी नाम मेरा एक भाई और यहूदा से आए हुए कई एक पुरुष आए; तब मैं ने उन से उन बचे हुए यहूदियों के विषय जो बन्धुआई से छूट गए थे, और यरूशलेम के विष्य में पूछा। 
Nehemiah 1:3 उन्होंने मुझ से कहा, जो बचे हुए लोग बन्धुआई से छूटकर उस प्रान्त में रहते हैं, वे बड़ी दुर्दशा में पड़े हैं, और उनकी निन्दा होती है; क्योंकि यरूशलेम की शहरपनाह टूटी हुई, और उसके फाटक जले हुए हैं। 
Nehemiah 1:4 ये बातें सुनते ही मैं बैठकर रोने लगा और कितने दिन तक विलाप करता; और स्वर्ग के परमेश्वर के सम्मुख उपवास करता और यह कह कर प्रार्थना करता रहा। 
Nehemiah 1:5 हे स्वर्ग के परमेश्वर यहोवा, हे महान और भययोग्य ईश्वर! तू जो अपने प्रेम रखने वाले और आज्ञा मानने वाले के विष्य अपनी वाचा पालता और उन पर करुणा करता है; 
Nehemiah 1:6 तू कान लगाए और आंखें खोले रह, कि जो प्रार्थना मैं तेरा दास इस समय तेरे दास इस्राएलियों के लिये दिन रात करता रहता हूँ, उसे तू सुन ले। मैं इस्राएलियों के पापों को जो हम लोगों ने तेरे विरुद्ध किए हैं, मान लेता हूँ। मैं और मेरे पिता के घराने दोनों ने पाप किया है। 
Nehemiah 1:7 हम ने तेरे साम्हने बहुत बुराई की है, और जो आज्ञाएं, विधियां और नियम तू ने अपने दास मूसा को दिए थे, उन को हम ने नहीं माना। 
Nehemiah 1:8 उस वचन की सुधि ले, जो तू ने अपने दास मूसा से कहा था, कि यदि तुम लोग विश्वासघात करो, तो मैं तुम को देश देश के लोगों में तितर बितर करूंगा। 
Nehemiah 1:9 परन्तु यदि तुम मेरी ओर फिरो, और मेरी आज्ञाएं मानो, और उन पर चलो, तो चाहे तुम में से निकाले हुए लोग आकाश की छोर में भी हों, तौभी मैं उन को वहां से इकट्ठा कर के उस स्थान में पहुंचाऊंगा, जिसे मैं ने अपने नाम के निवास के लिये चुन लिया है। 
Nehemiah 1:10 अब वे तेरे दास और तेरी प्रजा के लोग हैं जिन को तू ने अपनी बड़ी सामर्थ और बलवन्त हाथ के द्वारा छुड़ा लिया है। 
Nehemiah 1:11 हे प्रभु बिनती यह है, कि तू अपने दास की प्रार्थना पर, और अपने उन दासों की प्रार्थना पर, जो तेरे नाम का भय मानना चाहते हैं, कान लगा, और आज अपने दास का काम सफल कर, और उस पुरुष को उस पर दयालु कर। (मैं तो राजा का पियाऊ था।)

एक साल में बाइबल: 
  • यहोशू 1-3
  • मरकुस 16


शनिवार, 18 मार्च 2017

प्रलोभन


   मेरे देश में हाल ही में हुए चुनावों में, घर चलाने के लिए संघर्षरत एक माँ ने, जिसे मैं जानता हूँ, एक पैकिट बच्चों के लंगोटों के लिए अपना वोट बेच दिया। हम चुनाव के लिए खड़े होने वाले सभी प्रत्याशियों के गुणों के बारे में चर्चा कर चुके थे, इसलिए उसने जिस प्रत्याशी को वोट दिया, उसके लिए मुझे दुःख हुआ। मैंने उससे पूछा, "तुम्हारे दृढ़ निश्चय का क्या हुआ?" परन्तु वह शान्त खड़ी रही। उसके द्वारा जिसे वोट दिया गया था वह प्रत्याशी जीत गया; और उसकी जीत के छः महीने के बाद करों में बढ़ोतरी कर दी गई, जिससे सभी वस्तुओं की कीमतें बढ़ गईं, लंगोट के पैकिट की भी, और उसके लिए घर चलना और भी अधिक कठिन हो गया।

   सारे संसार भर में अनेकों देशों में राजनैतिक भ्रष्टाचार कोई नई बात नहीं है। इसी प्रकार आत्मिक भ्रष्टाचार भी कोई नई बात नहीं है। शैतान ने तो प्रभु यीशु को भी अपनी चाल में फंसाने का प्रयास किया, कि वह अपनी दृढ़ निश्चयता को बेच दे (मत्ती 4:1-10)। जब प्रभु यीशु चालीस दिन के उपवास के बाद थके हुए और भूखे थे तो शैतान उनके पास तत्कालिक संतुष्टि के प्रलोभन लेकर आया - सहितान ने उन्हें तुरंत उपलब्ध हो जाने वाली रोटी, चमकत्कारिक छुटकारा, और संसार भर के राज्यों का वैभव देने का प्रस्ताव किया।

   परन्तु प्रभु यीशु वास्तविकता को बेहतर जानते थे। वे जानते थे कि समझौतों और जल्दबाज़ी में किए गए निर्णय खतरनाक शत्रु होते हैं। उनसे किसी दुःख के मार्ग का प्रस्ताव तो मिल सकता है, परन्तु उस मार्ग के अन्त में मिलने वाला दुःख, किसी भी कल्पना से बढ़कर होता है। शैतान द्वारा लाए गए प्रत्येक प्रलोभन के लिए प्रभु यीशु ने उसे परमेश्वर के वचन बाइबल की बात से उत्तर देकर निरुत्तर किया; प्रभु ने हर प्रलोभन के विषय शैतान से कहा "लिखा है..."; वह उस बात पर अडिग रहे जिसे वह जानते थे कि परमेश्वर के वचन में लिखी है और परमेश्वर की ओर से सत्य है।

   हम जब भी प्रलोभनों और परीक्षाओं में पड़ें, परमेश्वर हमारी सहायता करने को तत्पर और तैयार रहता है, यदि हम उसकी बात मानें और उसकी आज्ञाकारिता में बने रहें। उसके वचन बाइबल के सत्य हमें हर बात में सच्चा मार्गदर्शन देते हैं। - कीला ओकोआ


परमेश्वर के मार्ग सरल नहीं हैं, 
परन्तु वे अक्षय अनन्त आनन्द तक ले जाते हैं।

तेरे उपदेशों के कारण मैं समझदार हो जाता हूं, इसलिये मैं सब मिथ्या मार्गों से बैर रखता हूं। तेरा वचन मेरे पांव के लिये दीपक, और मेरे मार्ग के लिये उजियाला है। - भजन 119:104-105

बाइबल पाठ: मत्ती 4:1-10
Matthew 4:1 तब उस समय आत्मा यीशु को जंगल में ले गया ताकि इब्‍लीस से उस की परीक्षा हो। 
Matthew 4:2 वह चालीस दिन, और चालीस रात, निराहार रहा, अन्‍त में उसे भूख लगी। 
Matthew 4:3 तब परखने वाले ने पास आकर उस से कहा, यदि तू परमेश्वर का पुत्र है, तो कह दे, कि ये पत्थर रोटियां बन जाएं। 
Matthew 4:4 उसने उत्तर दिया; कि लिखा है कि मनुष्य केवल रोटी ही से नहीं, परन्तु हर एक वचन से जो परमेश्वर के मुख से निकलता है जीवित रहेगा। 
Matthew 4:5 तब इब्‍लीस उसे पवित्र नगर में ले गया और मन्दिर के कंगूरे पर खड़ा किया। 
Matthew 4:6 और उस से कहा यदि तू परमेश्वर का पुत्र है, तो अपने आप को नीचे गिरा दे; क्योंकि लिखा है, कि वह तेरे विषय में अपने स्‍वर्गदूतों को आज्ञा देगा; और वे तुझे हाथों हाथ उठा लेंगे; कहीं ऐसा न हो कि तेरे पांवों में पत्थर से ठेस लगे। 
Matthew 4:7 यीशु ने उस से कहा; यह भी लिखा है, कि तू प्रभु अपने परमेश्वर की परीक्षा न कर। 
Matthew 4:8 फिर शैतान उसे एक बहुत ऊंचे पहाड़ पर ले गया और सारे जगत के राज्य और उसका वैभव दिखाकर 
Matthew 4:9 उस से कहा, कि यदि तू गिरकर मुझे प्रणाम करे, तो मैं यह सब कुछ तुझे दे दूंगा। 
Matthew 4:10 तब यीशु ने उस से कहा; हे शैतान दूर हो जा, क्योंकि लिखा है, कि तू प्रभु अपने परमेश्वर को प्रणाम कर, और केवल उसी की उपासना कर।

एक साल में बाइबल: 
  • व्यवस्थाविवरण 32-34
  • मरकुस 15:26-47


शुक्रवार, 17 मार्च 2017

परीक्षा


   हाल ही में, हमारे बेटे और बहू ने हमें बड़ी घबराहट में फोन किया। पिछली रात को उन्हें घर के अन्दर दो चमगादड़ दिखाई दिए थे। मैं जानता हूँ कि पर्यावरण को सुचारू बनाए रखने में चमगादड़ों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, परन्तु फिर भी परमेश्वर के प्राणियों में वे मेरे प्रीय प्राणियों में सम्मिलिय नहीं हैं; विशेषकर तब जब वे घर के अन्दर उड़ रहे हों। परन्तु मैं और मेरी पत्नि धन्यवादी थे कि हम जाकर अपने बच्चों की सहायता कर सके। घर के उन छेदों को बन्द करने में हमने उनकी सहायता करी, जिनमें से वे चमगादड़ अन्दर आ सकते थे।

   हमारे जीवनों में भी इसी प्रकार दुःख या परेशानियाँ अनायास ही आ जाती हैं। जब इस प्रकार की परीक्षाएं आती हैं तो हम बड़ी सरलता से घबारा जाते या हताश हो जाते हैं। परन्तु यही कठिन परिस्थितियाँ वे उपकरण हो सकते हैं जिन्हें हमारा प्रेमी परमेश्वर पिता हमें और अधिक हमारे प्रभु यीशु मसीह की समानता में ढालने के लिए उपयोग करता है। इसीलिए परमेश्वर के वचन बाइबल में याकूब ने लिखा, "हे मेरे भाइयों, जब तुम नाना प्रकार की परीक्षाओं में पड़ो, तो इसको पूरे आनन्द की बात समझो, यह जान कर, कि तुम्हारे विश्वास के परखे जाने से धीरज उत्पन्न होता है। पर धीरज को अपना पूरा काम करने दो, कि तुम पूरे और सिद्ध हो जाओ और तुम में किसी बात की घटी न रहे" (याकूब 1:2-4)।

   हमसे यह आशा नहीं रखी जाती है कि हम परीक्षाओं का मज़ा लें या दुःख का उत्सव मनाएं। परन्तु जब ये अनचाही परिस्थितियाँ आती हैं, तो हम उनमें भी परमेश्वर के हाथ को देख सकते हैं और इस विश्वास में आश्वस्त रह सकते हैं कि हमारा परमेश्वर पिता उन परीक्षाओं के द्वारा हमें हमारे और जगत के उद्धारकर्ता प्रभु यीशु मसीह की समानता में ढाल रहा है। - बिल क्राउडर


परीक्षाएं हमारे पास कभी कभी आती हैं, 
परन्तु परमेश्वर हमारे साथ सदा बना रहता है।

धन्य हो तुम, जब मनुष्य के पुत्र के कारण लोग तुम से बैर करेंगे, और तुम्हें निकाल देंगे, और तुम्हारी निन्‍दा करेंगे, और तुम्हारा नाम बुरा जानकर काट देंगे। उस दिन आनन्‍दित हो कर उछलना, क्योंकि देखो, तुम्हारे लिये स्वर्ग में बड़ा प्रतिफल है: उन के बाप-दादे भविष्यद्वक्ताओं के साथ भी वैसा ही किया करते थे। - लूका 6:22-23

बाइबल पाठ: याकूब 1:2-12
James 1:2 हे मेरे भाइयों, जब तुम नाना प्रकार की परीक्षाओं में पड़ो 
James 1:3 तो इसको पूरे आनन्द की बात समझो, यह जान कर, कि तुम्हारे विश्वास के परखे जाने से धीरज उत्पन्न होता है। 
James 1:4 पर धीरज को अपना पूरा काम करने दो, कि तुम पूरे और सिद्ध हो जाओ और तुम में किसी बात की घटी न रहे।
James 1:5 पर यदि तुम में से किसी को बुद्धि की घटी हो, तो परमेश्वर से मांगे, जो बिना उलाहना दिए सब को उदारता से देता है; और उसको दी जाएगी। 
James 1:6 पर विश्वास से मांगे, और कुछ सन्‍देह न करे; क्योंकि सन्‍देह करने वाला समुद्र की लहर के समान है जो हवा से बहती और उछलती है। 
James 1:7 ऐसा मनुष्य यह न समझे, कि मुझे प्रभु से कुछ मिलेगा। 
James 1:8 वह व्यक्ति दुचित्ता है, और अपनी सारी बातों में चंचल है।
James 1:9 दीन भाई अपने ऊंचे पद पर घमण्‍ड करे। 
James 1:10 और धनवान अपनी नीच दशा पर: क्योंकि वह घास के फूल की नाईं जाता रहेगा। 
James 1:11 क्योंकि सूर्य उदय होते ही कड़ी धूप पड़ती है और घास को सुखा देती है, और उसका फूल झड़ जाता है, और उस की शोभा जाती रहती है; उसी प्रकार धनवान भी अपने मार्ग पर चलते चलते धूल में मिल जाएगा। 
James 1:12 धन्य है वह मनुष्य, जो परीक्षा में स्थिर रहता है; क्योंकि वह खरा निकल कर जीवन का वह मुकुट पाएगा, जिस की प्रतिज्ञा प्रभु ने अपने प्रेम करने वालों को दी है।

एक साल में बाइबल: 
  • व्यवस्थाविवरण 30-31
  • मरकुस 15:1-25


गुरुवार, 16 मार्च 2017

नाम


   चार्ल्स पॉन्ज़ी का नाम सदा आर्थिक धोखेबाज़ी के साथ, जिसे उसने जीवन-शैली बना लिया था, जुड़ा रहेगा। कुछ छोटे वित्तीय अपराधों और थोड़ा समय जेल में बिताने के पश्चात, उसने निवेशकों को उनके द्वारा निवेश किए गए धन का 45 दिनों में 50% और 90 दिनों में 100% मुनाफे का प्रस्ताव दिया। यद्यपि लोगों को ऐसा हो पाना संभव प्रतीत नहीं होता था, परन्तु फिर भी निवेशकों द्वारा पैसा बहुतायत से आने लगा। पॉन्ज़ी ने नए निवशकों के पैसे से पुराने निवेशकों को पैसा दिया और अपनी खर्चीली जीवन शैली में व्यय किया। जब तक अगस्त 1920 में उसकी धोखेबाज़ी का पर्दाफाश हुआ, निवेशक 2 करोड़ डॉलर गँवा चुके थे और पाँच बैंक डूब गए थे। पॉन्ज़ी ने 3 वर्ष जेल में बिताए, फिर उसे इटली निर्वासित कर दिया गया, जहाँ 1949 में 66 वर्ष की आयु में, कंगाली में उसका देहांत हो गया।

   परमेश्वर के वचन बाइबल के पुराने नियम खण्ड में, नीतिवचन नामक पुस्तक में बुद्धिमान और मूर्ख लोगों की प्रसिद्धि की तुलना कई बार की गई है: "धर्मी को स्मरण कर के लोग आशीर्वाद देते हैं, परन्तु दुष्टों का नाम मिट जाता है। जो खराई से चलता है वह निडर चलता है, परन्तु जो टेढ़ी चाल चलता है उसकी चाल प्रगट हो जाती है" (नीतिवचन 10:7, 9)। सुलेमान ने इसका सार बताते हुए कहा, "बड़े धन से अच्छा नाम अधिक चाहने योग्य है, और सोने चान्दी से औरों की प्रसन्नता उत्तम है" (नीतिवचन 22:1)।

   हम एक अच्छे नाम को चाहते हैं, अपने आप को सम्मानित करने के लिए नहीं परन्तु हमारे प्रभु परमेशवर यीशु मसीह के साथ हमारा नाम जुड़े होने के कारण क्योंकि उसका नाम सब नामों में सर्वश्रेष्ठ और सबसे ऊपर है। डेविड मैक्कैसलैण्ड


अच्छा नाम हमारे महान परमेश्वर का आदर करता है।

जो उसने मसीह के विषय में किया, कि उसको मरे हुओं में से जिलाकर स्‍वर्गीय स्थानों में अपनी दाहिनी ओर। सब प्रकार की प्रधानता, और अधिकार, और सामर्थ, और प्रभुता के, और हर एक नाम के ऊपर, जो न केवल इस लोक में, पर आने वाले लोक में भी लिया जाएगा, बैठाया। - इफिसियों 1:20-21

बाइबल पाठ: नीतिवचन 10:1-15
Proverbs 10:1 सुलैमान के नीतिवचन।। बुद्धिमान पुत्र से पिता आनन्दित होता है, परन्तु मूर्ख पुत्र के कारण माता उदास रहती है। 
Proverbs 10:2 दुष्टों के रखे हुए धन से लाभ नहीं होता, परन्तु धर्म के कारण मृत्यु से बचाव होता है। 
Proverbs 10:3 धर्मी को यहोवा भूखों मरने नहीं देता, परन्तु दुष्टों की अभिलाषा वह पूरी होने नहीं देता। 
Proverbs 10:4 जो काम में ढिलाई करता है, वह निर्धन हो जाता है, परन्तु कामकाजी लोग अपने हाथों के द्वारा धनी होते हैं। 
Proverbs 10:5 जो बेटा धूपकाल में बटोरता है वह बुद्धि से काम करने वाला है, परन्तु जो बेटा कटनी के समय भारी नींद में पड़ा रहता है, वह लज्जा का कारण होता है। 
Proverbs 10:6 धर्मी पर बहुत से आर्शीवाद होते हैं, परन्तु उपद्रव दुष्टों का मुंह छा लेता है। 
Proverbs 10:7 धर्मी को स्मरण कर के लोग आशीर्वाद देते हैं, परन्तु दुष्टों का नाम मिट जाता है। 
Proverbs 10:8 जो बुद्धिमान है, वह आज्ञाओं को स्वीकार करता है, परन्तु जो बकवादी और मूढ़ है, वह पछाड़ खाता है। 
Proverbs 10:9 जो खराई से चलता है वह निडर चलता है, परन्तु जो टेढ़ी चाल चलता है उसकी चाल प्रगट हो जाती है। 
Proverbs 10:10 जो नैन से सैन करता है उस से औरों को दुख मिलता है, और जो बकवादी और मूढ़ है, वह पछाड़ खाता है। 
Proverbs 10:11 धर्मी का मुंह तो जीवन का सोता है, परन्तु उपद्रव दुष्टों का मुंह छा लेता है। 
Proverbs 10:12 बैर से तो झगड़े उत्पन्न होते हैं, परन्तु प्रेम से सब अपराध ढंप जाते हैं। 
Proverbs 10:13 समझ वालों के वचनों में बुद्धि पाई जाती है, परन्तु निर्बुद्धि की पीठ के लिये कोड़ा है। 
Proverbs 10:14 बुद्धिमान लोग ज्ञान को रख छोड़ते हैं, परन्तु मूढ़ के बोलने से विनाश निकट आता है। 
Proverbs 10:15 धनी का धन उसका दृढ़ नगर है, परन्तु कंगाल लोग निर्धन होने के कारण विनाश होते हैं।

एक साल में बाइबल: 
  • व्यवस्थाविवरण 28-29
  • मरकुस 14:54-72