ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें : rozkiroti@gmail.com / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

बुधवार, 7 मार्च 2018

आदर



   इस्राएल के नागरिकों को सरकार से कुछ समस्या हो रही थी। यह 500 ईसवीं-पूर्व का समय था, और यहूदी लोग 586 ईसा-पूर्व में बैबिलौन द्वारा ध्वस्त किए गए अपने मंदिर को पुनः बना लेने के लिए आतुर थे। परन्तु उनके इलाके का राज्यपाल इस बात के लिए निश्चित नहीं था कि उन्हें ऐसा करना चाहिए, इसलिए उसने राजा दारा के पास इस संबंध में एक पत्र भेजा (एज्रा 5:6-17)।

   उस पत्र में, राज्यपाल ने लिखा कि उसने यहूदियों को मंदिर पर कार्य करते हुए पाया था, और राजा से जानना चाहा कि क्या उन्हें राजा से ऐसा करने की अनुमति थी कि नहीं? उस पत्र के साथ ही यहूदियों का राजा के लिए सादर प्रत्युत्तर भी संलग्न था, कि उन्हें ऐसा करने की अनुमति एक पूर्व राजा, कुस्रू, ने दी थी। जब राजा दारा ने उनकी इस बात की सत्यता जांचने के लिए खोज करवाई, तो यहूदियों की बात सत्य पाई गई। राजा कुस्रू ने वास्तव में कहा था कि वे मंदिर का पुनःनिर्माण कर सकते हैं। इसलिए दारा राजा ने न केवल उन्हें मंदिर को बनाने की अनुमति दी, परन्तु उसके निर्माण के खर्चे को उठाने का भी निर्णय लिया (एज्रा 6:1-12)। जब यहूदियों ने उस मंदिर को बना कर पूरा कर लिया तो उन्होंने आनन्द के साथ इसका उत्सव मनाया, क्योंकि उन्हें एहसास था कि परमेश्वर ने ही राजा के मन को उनके पक्ष में कर दिया है (6:22)।

   जब हम किसी ऐसी परिस्थिति को देखते हैं, जिसका निवारण होना आवश्यक है, तब हम संबंधित अधिकारियों के सम्मुख अपनी बात को सादर प्रस्तुत कर के, प्रत्येक परिस्थिति पर परमेश्वर के नियंत्रण को स्वीकार कर के, परमेश्वर द्वारा प्रदान कि गए निवारण तथा समाधान के लिए उसका धन्यावाद कर के, परमेश्वर का आदर करते हैं। - डेव ब्रैनन


अधिकारियों के प्रति सम्मान परमेश्वर को आदर देता है।

हर एक व्यक्ति प्रधान अधिकारियों के आधीन रहे; क्योंकि कोई अधिकार ऐसा नहीं, जो परमेश्वर की ओर से न हो; और जो अधिकार हैं, वे परमेश्वर के ठहराए हुए हैं। इस से जो कोई अधिकार का विरोध करता है, वह परमेश्वर की विधि का साम्हना करता है, और साम्हना करने वाले दण्ड पाएंगे। - रोमियों 13:1-2

बाइबल पाठ: एज्रा 5:6-17
Ezra 5:6 जो चिट्ठी महानद के इस पार के अधिपति तत्तनै और शतर्बोजनै और महानद के इस पार के उनके सहचरी अपार्सकियों ने राजा दारा के पास भेजी उसकी नकल यह है;
Ezra 5:7 उन्होंने उसको एक चिट्ठी लिखी, जिस में यह लिखा था: कि राजा दारा का कुशल क्षेम सब प्रकार से हो।
Ezra 5:8 राजा को विदित हो, कि हम लोग यहूदा नाम प्रान्त में महान परमेश्वर के भवन के पास गए थे, वह बड़े बड़े पत्थरों से बन रहा है, और उसकी भीतों में कडिय़ां जुड़ रही हैं; और यह काम उन लोगों से फुतीं के साथ हो रहा है, और सफल भी होता जाता है।
Ezra 5:9 इसलिये हम ने उन पुरनियों से यों पूछा, कि यह भवन बनवाने, और यह शहरपनाह खड़ी करने की आाज्ञा किस ने तुम्हें दी?
Ezra 5:10 और हम ने उनके नाम भी पूछे, कि हम उनके मुख्य पुरुषों के नाम लिख कर तुझ को जता सकें।
Ezra 5:11 और उन्होंने हमें यों उत्तर दिया, कि हम तो आकाश और पृथ्वी के परमेश्वर के दास हैं, और जिस भवन को बहुत वर्ष हुए इस्राएलियों के एक बड़े राजा ने बना कर तैयार किया था, उसी को हम बना रहे हैं।
Ezra 5:12 जब हमारे पुरखाओं ने स्वर्ग के परमेश्वर को रिस दिलाई थी, तब उसने उन्हें बाबेल के कसदी राजा नबूकदनेस्सर के हाथ में कर दिया था, और उसने इस भवन को नाश किया और लोगों को बन्धुआ कर के बाबेल को ले गया।
Ezra 5:13 परन्तु बाबेल के राजा कुस्रू के पहिले वर्ष में उसी कुस्रू राजा ने परमेश्वर के इस भवन के बनाने की आज्ञा दी
Ezra 5:14 और परमेश्वर के भवन के जो सोने और चान्दी के पात्र नबूकदनेस्सर यरूशलेम के मन्दिर में से निकलवा कर बाबेल के मन्दिर में ले गया था, उन को राजा कुस्रू ने बाबेल के मन्दिर में से निकलवा कर शेशबस्सर नामक एक पुरुष को जिसे उसने अधिपति ठहरा दिया था, सौंप दिया।
Ezra 5:15 और उसने उस से कहा, ये पात्र ले जा कर यरूशलेम के मन्दिर में रख, और परमेश्वर का वह भवन अपने स्थान पर बनाया जाए।
Ezra 5:16 तब उसी शेशबस्सर ने आकर परमेश्वर के भवन की जो यरूशलेम में है नेव डाली; और तब से अब तक यह बन रहा है, परन्तु अब तक नहीं बन पाया।
Ezra 5:17 अब यदि राजा को अच्छा लगे तो बाबेल के राजभणडार में इस बात की खोज की जाए, कि राजा कुस्रू ने सचमुच परमेश्वर के भवन के जो यरूशलेम में है बनवाने की आज्ञा दी थी, था नहीं। तब राजा इस विषय में अपनी इच्छा हम को बताए।


एक साल में बाइबल: 
  • व्यवस्थाविवरण 3-4
  • मरकुस 10:32-52



मंगलवार, 6 मार्च 2018

संगीत



   सन 1965 में रिलीज़ की गई अंग्रेज़ी फिल्म The Sound of Music फिल्म इतिहास की सबसे सफल संगीत-प्रधान फिल्मों में से एक है। इस फिल्म ने बहुत प्रशंसा कमाई तथा पाँच एकेडमी पुरुस्कार, और सँसार भर के लोगों के मनों को जीत लिया। आज, फिल्म को रिलीज़ हुई अर्ध-शताब्दी के बाद भी, उस फिल्म के विशेष प्रदर्शन के समय लोग अपने पसंदीदा चरित्र के समान वस्त्र पहन कर बड़े चाव से उसे देखने आते हैं, और प्रदर्शन के दौरान उसके गीत-संगीत को गाने में सम्मिलित होते हैं।

   संगीत हमारे मनों में गहरी पैठ रखता है। हम मसीही विश्वासियों के लिए, हमारे विश्वास की यात्रा में, एक दूसरे को प्रोत्साहित करते रहने के लिए संगीत एक प्रबल साधन है। पौलुस ने कुलुस्से के विश्वासियों से आग्रह किया, “मसीह के वचन को अपने हृदय में अधिकाई से बसने दो; और सिद्ध ज्ञान सहित एक दूसरे को सिखाओ, और चिताओ, और अपने अपने मन में अनुग्रह के साथ परमेश्वर के लिये भजन और स्‍तुतिगान और आत्मिक गीत गाओ” (कुलुस्सियों 3:16)।

   एक साथ मिलकर प्रभु परमेश्वर के लिए गीत गाना, संगीत बजाना, हमारे मन और मस्तिष्क में उसके प्रेम के सन्देश को गहराई से बसा देता है। यह शिक्षा और प्रोत्साहन देने की ऐसी प्रबल सेवकाई है, जिसमें हम सब साथ सम्मिलित होते हैं। चाहे हमारे हृदय पुकारें, “हे परमेश्वर, मेरे अन्दर शुद्ध मन उत्पन्न कर...” (भजन 51:10), या आनन्द के साथ आवाज़ उठाएँ, “...जगत का राज्य हमारे प्रभु का, और उसके मसीह का हो गया” (प्रकाशिवाक्य 11:15), संगीत की वह सामर्थ्य जो परमेश्वर को ऊँचे पर विराजमान करती है, वही हमारी आत्माओं को पुलकित कर के हमें शान्ति भी देती है।

   प्रभु परमेश्वर के लिए स्तुतिगान गाना भला है; प्रभु की स्तुति और संगीत में संलग्न रहें। - डेविड मैकैस्लैंड


संगीत दैनिक जीवन की धूल को आत्मा से धो डालता है।

याह की स्तुति करो, क्योंकि यहोवा भला है; उसके नाम का भजन गाओ, क्योंकि यह मन भाऊ है! – भजन 135:3

बाइबल पाठ: कुलुस्सियों 3:12-17
Colossians 3:12 इसलिये परमेश्वर के चुने हुओं के समान जो पवित्र और प्रिय हैं, बड़ी करूणा, और भलाई, और दीनता, और नम्रता, और सहनशीलता धारण करो।
Colossians 3:13 और यदि किसी को किसी पर दोष देने को कोई कारण हो, तो एक दूसरे की सह लो, और एक दूसरे के अपराध क्षमा करो: जैसे प्रभु ने तुम्हारे अपराध क्षमा किए, वैसे ही तुम भी करो।
Colossians 3:14 और इन सब के ऊपर प्रेम को जो सिद्धता का कटिबन्‍ध है बान्‍ध लो।
Colossians 3:15 और मसीह की शान्‍ति जिस के लिये तुम एक देह हो कर बुलाए भी गए हो, तुम्हारे हृदय में राज्य करे, और तुम धन्यवादी बने रहो।
Colossians 3:16 मसीह के वचन को अपने हृदय में अधिकाई से बसने दो; और सिद्ध ज्ञान सहित एक दूसरे को सिखाओ, और चिताओ, और अपने अपने मन में अनुग्रह के साथ परमेश्वर के लिये भजन और स्‍तुतिगान और आत्मिक गीत गाओ।
Colossians 3:17 और वचन से या काम से जो कुछ भी करो सब प्रभु यीशु के नाम से करो, और उसके द्वारा परमेश्वर पिता का धन्यवाद करो।


एक साल में बाइबल: 
  • व्यवस्थाविवरण 1-2
  • मरकुस 10:1-31



सोमवार, 5 मार्च 2018

समक्ष


   जब टेलीफोन, ई-मेल, और मोबाइल फोन नहीं थे, तब समाचार को एक से दूसरे स्थान संप्रेषित करने का सबसे तीव्र साधन टेलीग्राम हुआ करता था। केवल बहुत महत्वपूर्ण समाचार ही टेलीग्राम द्वारा भेजे जाते थे, और बहुधा, यह समाचार दुखद ही होता था। इसलिए कहा जाने लगा कि “टेलीग्राम वाला बुरी खबर ही लाता है।”

   परमेश्वर के वचन बाइबल में हम इस्राएल के इतिहास से संबंधित एक घटना को देखते हैं, जब यहूदा का राजा हिजकिय्याह था। अश्शूर के राजा सन्हेरीब ने यहूदा पर चढ़ाई की और यहूदा के नगरों को कब्ज़े में ले लिया। फिर उसने हिजकिय्याह को, अपने सेनापति रबशाके के हाथों, एक पत्र भेजा, एक बुरे समाचार का “टेलीग्राम” और उससे समर्पण कर देने को कहा। हिजकिय्याह ने उस दिन के विषय कहा कि “...आज का दिन संकट, और उलहने, और निन्दा का दिन है...” (2 राजा 19:3)।

   निन्दा और उपहास के शब्दों का प्रयोग करते हुए सन्हेरीब ने अपने अन्य सैन्य अभियानों की शेखी बघारी और इस्राएल के परमेश्वर को तुच्छ समझा, तथा समर्पण न करने की स्थिति में होने वाले युद्ध में यहूदा पर भयानक विनाश ढाने की धमकी दी (पद 11-13)। उस विकट स्थिति और भयावह घड़ी में हिजकिय्याह ने उस बुरे समाचार वाले पत्र के साथ कुछ आसामान्य किया – “तब यहोवा के भवन में जा कर उसको यहोवा के साम्हने फैला दिया” (पद 14)। फिर उसने परमेश्वर से आग्रह-पूर्वक प्राथना की, अपनी उदासीन स्थिति पर परमेश्वर की सामर्थ्य और नियंत्रण को स्वीकार किया, और उससे सहायता माँगी। परमेश्वर ने हिजकिय्याह की प्रार्थना के उत्तर में परिस्थति में सामर्थी रूप से हस्तक्षेप किया, और उन्हें सन्हेरीब के हाथों से बचा लिया (पद 35-36)।

   बुरा समाचार हमारे पास कभी भी आ सकता है। ऐसी परिस्थितियों में हिजकिय्याह का उदाहरण हमारे लिए अनुकरणीय है। उस समाचार को प्रार्थना में परमेश्वर के समक्ष ले आएँ उसके सामने फैला दें, परमेश्वर से उसकी सामर्थ्य और समाधान का अनुरोध करें, और उसके आश्वासन “...जो प्रार्थना तू ने अश्शूर के राजा सन्हेरीब के विषय मुझ से की, उसे मैं ने सुना है” (2 राजा 19: 20) में आश्वस्त रहें। - लौरेंस दर्मानी


प्रार्थना असहाय बच्चे की पिता के कानों के लिए पुकार है।

अब, हे प्रभु, उन की धमकियों को देख; और अपने दासों को यह वरदान दे, कि तेरा वचन बड़े हियाव से सुनाएं। - प्रेरितों 4:29

बाइबल पाठ: 2 राजा 19:8-20
2 Kings 19:8 तब रबशाके ने लौटकर अश्शूर के राजा को लिब्ना नगर से युद्ध करते पाया, क्योंकि उसने सुना था कि वह लाकीश के पास से उठ गया है।
2 Kings 19:9 और जब उसने कूश के राजा तिर्हाका के विष्य यह सुना, कि वह मुझ से लड़ने को निकला है, तब उसने हिजकिय्याह के पास दूतों को यह कह कर भेजा,
2 Kings 19:10 तुम यहूदा के राजा हिजकिय्याह से यों कहना: तेरा परमेश्वर जिसका तू भरोसा करता है, यह कह कर तुझे धोखा न देने पाए, कि यरूशलेम अश्शूर के राजा के वश में न पड़ेगा।
2 Kings 19:11 देख, तू ने तो सुना है अश्शूर के राजाओं ने सब देशों से कैसा व्यवहार किया है उन्हें सत्यानाश कर दिया है। फिर क्या तू बचेगा?
2 Kings 19:12 गोजान और हारान और रेसेप और तलस्सार में रहने वाले एदेनी, जिन जातियों को मेरे पुरखाओं ने नाश किया, क्या उन में से किसी जाति के देवताओं ने उसको बचा लिया?
2 Kings 19:13 हमात का राजा, और अर्पाद का राजा, और समवैंम नगर का राजा, और हेना और इव्वा के राजा ये सब कहां रहे? इस पत्री को हिजकिय्याह ने दूतों के हाथ से ले कर पढ़ा।
2 Kings 19:14 तब यहोवा के भवन में जा कर उसको यहोवा के साम्हने फैला दिया।
2 Kings 19:15 और यहोवा से यह प्रार्थना की, कि हे इस्राएल के परमेश्वर यहोवा! हे करूबों पर विराजने वाले ! पृथ्वी के सब राज्यों के ऊपर केवल तू ही परमेश्वर है। आकाश और पृथ्वी को तू ही ने बनाया है।
2 Kings 19:16 हे यहोवा! कान लगाकर सुन, हे यहोवा आंख खोल कर देख, और सन्हेरीब के वचनों को सुन ले, जो उसने जीवते परमेश्वर की निन्दा करने को कहला भेजे हैं।
2 Kings 19:17 हे यहोवा, सच तो है, कि अश्शूर के राजाओं ने जातियों को और उनके देशों को उजाड़ा है।
2 Kings 19:18 और उनके देवताओं को आग में झोंका है, क्योंकि वे ईश्वर न थे; वे मनुष्यों के बनाए हुए काठ और पत्थर ही के थे; इस कारण वे उन को नाश कर सके।
2 Kings 19:19 इसलिये अब हे हमारे परमेश्वर यहोवा तू हमें उसके हाथ से बचा, कि पृथ्वी के राज्य राज्य के लोग जान लें कि केवल तू ही यहोवा है।
2 Kings 19:20 तब आमोस के पुत्र यशायाह ने हिजकिय्याह के पास यह कहला भेजा, कि इस्राएल का परमेश्वर यहोवा यों कहता है, कि जो प्रार्थना तू ने अश्शूर के राजा सन्हेरीब के विषय मुझ से की, उसे मैं ने सुना है।


एक साल में बाइबल: 
  • गिनती 34-36
  • मरकुस 9:30-50


रविवार, 4 मार्च 2018

समय


   जब दक्षिण-अफ्रीका के पास्टर एंड्रयु मर्रे 1895  में इंग्लैण्ड की यात्रा पर थे, तो पीठ पर लगी एक पुरानी चोट के कारण दर्द अनुभव करने लगे। स्वास्थ्य लाभ के लिए विश्राम करते हुए, उनकी मेज़बान महिला ने उन्हें बताया कि एक महिला बहुत परेशानी में है और उनसे परामर्श लेना चाहती है। मर्रे ने  कहा, “उन्हें यह कागज़ दे दे दीजिए, जिसे मैं अपने ही प्रोत्साहन के लिए लिख रहा हूँ। संभव है कि इस से उनकी सहायता होगी।” उस कागज़ पर मर्रे ने यह लिखा  हुआ था: 
“परेशानी के अवसरों पर यह कहिए:
प्रथम – परमेश्वर मुझे यहाँ लेकर आया है। इस कठिनाई में भी मैं उसकी इच्छा के अनुसार ही हूँ। मैं इसी में विश्राम पाऊँगा।

अगला – वह मुझे अपने प्रेम में सुरक्षित रखेगा और इस परिक्षा में अनुग्रह प्रदान करेगा कि मैं उसकी सन्तान होने के अनुसार व्यवहार कर सकूँ।

फिर – वह इस परिक्षा को आशीष बना देगा, मुझे वे पाठ सिखाएगा जो वह सिखाना चाहता है, और जो अनुग्रह वह मुझे प्रदान करना चाहता हैउसे मेर अन्दर कार्यान्वित करेगा।

अन्त में – अपने भले समय में वह मुझे इस में से निकाल लेगा – कब और कैसे, यह वह ही जानता है।

 मैं यहाँ परमेश्वर की नियुक्ति के अनुसार हूँ, उसकी सुरक्षा में हूँ, उसके प्रशिक्षण में हूँ, उसके द्वारा निर्धारित समय के लिए हूँ।”

   हम तुरंत समाधान चाहते हैं, हर बात का त्वरित ठीक किया जाना; परन्तु कुछ बातें ऐसी होती हैं जिन्हें इतनी सरलता से समझा नहीं जा सकता है; उन्हें केवल स्वीकार ही किया जा सकता है। परमेश्वर अपने प्रेम में हमें संभाले रहता है; उसके अनुग्रह में होकर हम उसमें विश्राम प्राप्त करते हैं। - डेविड रोपर


जब परमेश्वर क्लेश आने देता है, 
वह साथ ही उपयुक्त सुविधा और सांत्वना भी देता है।

इस कारण मैं मसीह के लिये निर्बलताओं, और निन्‍दाओं में, और दरिद्रता में, और उपद्रवों में, और संकटों में, प्रसन्न हूं; क्योंकि जब मैं निर्बल होता हूं, तभी बलवन्‍त होता हूं। - 2 कुरिन्थियों 12:10

बाइबल पाठ: याकूब 1:2-4
James 1:2 हे मेरे भाइयों, जब तुम नाना प्रकार की परीक्षाओं में पड़ो
James 1:3 तो इसको पूरे आनन्द की बात समझो, यह जान कर, कि तुम्हारे विश्वास के परखे जाने से धीरज उत्पन्न होता है।
James 1:4 पर धीरज को अपना पूरा काम करने दो, कि तुम पूरे और सिद्ध हो जाओ और तुम में किसी बात की घटी न रहे।


एक साल में बाइबल: 
  • गिनती 31-33
  • मरकुस 9:1-29



शनिवार, 3 मार्च 2018

विश्वास और समर्पण



   मेरे पडौस में धार्मिक लिखावटें बहुत देखने को मिलती हैं – पट्टियों, दीवारों, चौखटों, वाहनों पर, और यहाँ तक कि व्यवस्याओं के नाम में भी। एक मिनी-बस पर लिखा था, By The Grace of God (परमेश्वर के अनुग्रह से); एक किताबों की दूकान पर लिखा था God’s Divine Favor Bookshop (ईश्वरीय कृपा किताबों की दूकान); और एक दिन मैंने एक मर्सिडीज-बेंज़ कार पर लिखा देखा Keep Off – Angesl on Guard! (दूर रहो – स्वर्गदूत रक्षक हैं), जिसे पढ़ कर मैं मुस्कुराए बिना नहीं रह सका।

   लेकिन धार्मिक लेख, वे चाहे दीवारों पर लगी पट्टियों पर हों, या आभाशुणों और वस्त्रों पर, किसी भी व्यक्ति के परमेश्वर के प्रति वास्तविक प्रेम के सच्चे सूचक नहीं होते हैं। जिनका महत्व और अर्थ होता है वह बाहर लिखे हुए शब्द नहीं, परन्तु वह सत्य है जो हम अपने अन्दर लेकर चलते हैं। वही दिखाता है कि हम परमेश्वर द्वारा परिवर्तित किए जाने के लिए कितने इच्छुक हैं।

   मुझे एक स्थानीय मसीही सेवकाई द्वारा चलाया गया कार्यक्रम ध्यान में आता है जिसके अन्तर्गत लोगों को परमेश्वर के वचन को स्मरण करवाने के लिए बाइबल के पदों को कार्ड्स के दोनों ओर छपवाकर लोगों में वितृत किया गया था। यह परमेश्वर के निर्देश पर मूसा द्वारा इस्राएलियों को सिखाई गई बात के अनुरूप है कि उन्हें इन वचनों को, “अपने अपने घर के चौखट की बाजुओं और अपने फाटकों पर लिखना” (व्यवस्थाविवरण 6:9) था। हमें परमेश्वर के वचन को अपने हृदयों में बसा लेना है, उन्हें अपने बच्चों के मनों में भर देना है, और यात्रा में, सोते, उठते समय उसके बारे में वार्तालाप करना है (पद 6, 7)।

   प्रभु करे कि उसके प्रति हमारा विश्वास सच्चा और समर्पण खरा हो, जिससे हम वास्तव में अपने प्रभु परमेश्वर से अपने सारे हृदय, प्राण और शक्ति से प्रेम रख सकें। - लौरेंस दर्मानी


जब परमेश्वर का वचन हमारे हृदयों में बसा रहेग, 
तो उसके मार्ग हमारे मार्ग बन जाएँगे।

मसीह के वचन को अपने हृदय में अधिकाई से बसने दो; और सिद्ध ज्ञान सहित एक दूसरे को सिखाओ, और चिताओ, और अपने अपने मन में अनुग्रह के साथ परमेश्वर के लिये भजन और स्‍तुतिगान और आत्मिक गीत गाओ। - कुलुस्सियों 3:16

बाइबल पाठ: व्यवस्थाविवरण 6:1-12
Deuteronomy 6:1 यह वह आज्ञा, और वे विधियां और नियम हैं जो तुम्हें सिखाने की तुम्हारे परमेश्वर यहोवा ने आज्ञा दी है, कि तुम उन्हें उस देश में मानो जिसके अधिकारी होने को पार जाने पर हो;
Deuteronomy 6:2 और तू और तेरा बेटा और तेरा पोता यहोवा का भय मानते हुए उसकी उन सब विधियों और आज्ञाओं पर, जो मैं तुझे सुनाता हूं, अपने जीवन भर चलते रहें, जिस से तू बहुत दिन तक बना रहे।
Deuteronomy 6:3 हे इस्राएल, सुन, और ऐसा ही करने की चौकसी कर; इसलिये कि तेरा भला हो, और तेरे पितरों के परमेश्वर यहोवा के वचन के अनुसार उस देश में जहां दूध और मधु की धाराएं बहती हैं तुम बहुत हो जाओ।
Deuteronomy 6:4 हे इस्राएल, सुन, यहोवा हमारा परमेश्वर है, यहोवा एक ही है;
Deuteronomy 6:5 तू अपने परमेश्वर यहोवा से अपने सारे मन, और सारे जीव, और सारी शक्ति के साथ प्रेम रखना।
Deuteronomy 6:6 और ये आज्ञाएं जो मैं आज तुझ को सुनाता हूं वे तेरे मन में बनी रहें;
Deuteronomy 6:7 और तू इन्हें अपने बाल-बच्चों को समझाकर सिखाया करना, और घर में बैठे, मार्ग पर चलते, लेटते, उठते, इनकी चर्चा किया करना।
Deuteronomy 6:8 और इन्हें अपने हाथ पर चिन्हानी कर के बान्धना, और ये तेरी आंखों के बीच टीके का काम दें।
Deuteronomy 6:9 और इन्हें अपने अपने घर के चौखट की बाजुओं और अपने फाटकों पर लिखना।
Deuteronomy 6:10 और जब तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे उस देश में पहुंचाए जिसके विषय में उसने इब्राहीम, इसहाक, और याकूब नाम, तेरे पूर्वजों से तुझे देने की शपथ खाई, और जब वह तुझ को बड़े बड़े और अच्छे नगर, जो तू ने नहीं बनाए,
Deuteronomy 6:11 और अच्छे अच्छे पदार्थों से भरे हुए घर, जो तू ने नहीं भरे, और खुदे हुए कुंए, जो तू ने नहीं खोदे, और दाख की बारियां और जलपाई के वृक्ष, जो तू ने नहीं लगाए, ये सब वस्तुएं जब वह दे, और तू खाके तृप्त हो,
Deuteronomy 6:12 तब सावधान रहना, कहीं ऐसा न हो कि तू यहोवा को भूल जाए, जो तुझे दासत्व के घर अर्थात मिस्र देश से निकाल लाया है।


एक साल में बाइबल: 
  • गिनती 28-30
  • मरकुस 8:22-38



शुक्रवार, 2 मार्च 2018

भरोसा



   हमारी बाल्यावस्था में, 1960 के दशक में, हम लोग अफ्रीका के घाना देश के ग्रामीण इलाके में रहा करते थे। वहाँ पर हमारे साथ खेलने के लिए कभी-कभी हमारे पिता झाडियों में छुपकर, शेर के समान गुर्राने की आवाज़ निकालकर हमें डराने का नाटक करते थे, और मैं तथा मेरा भाई हंसते हुए उस आवाज़ के स्त्रोत को ढूँढ़ने के लिए झाड़ियों की ओर भागते थे, क्योंकि हम जानते थे के पिताजी के साथ खेलने का समय आ गया है, और इस इलाके में शेर के होने का कोई ख़तरा नहीं है।

   एक दिन हमारा एक मित्र हमसे मिलने आया हुआ था। उसके साथ खेलते हुए हमने वह जानी-पहचानी गुर्राने की आवाज़ सुनी। हमारा मित्र डर के मारे चिल्ला कर तेज़ी से भागने लगा। मैं और मेरा भाई भली-भांति जानते थे कि कोई ख़तरा नहीं है, वह आवाज़ काल्पनिक शेर की है; परन्तु एक विचित्र बात हुई, हम दोनों भी उस मित्र के साथ चिल्लाते हुए भाग निकले! हम सब ने कुछ पाठ सीखे – मेरे पिता को बहुत बुरा लगा कि हमारा मित्र डर कर भागा गया; मैंने और मेरे भाई ने सीखा कि दूसरों के भय से प्रभावित होकर घबरा नहीं जाना चाहिए।

   परमेश्वर के वचन बाइबल में हम कालेब और यहोशू के विषय में पढ़ते हैं, जो औरों के घबराने से स्वयं नहीं घबराए और परमेश्वर पर अपने भरोसे में दृढ़ खड़े रहे। इस्राएल के वाचा के देश में प्रवेश करने की कगार पर आने का समय आने पर, मूसा ने 12 लोगों को देश की छानबीन करके आने को भेजा जिससे वे स्वयं जान सकें कि परमेश्वर उन्हें कितने उत्तम देश में बसाने के लिए ले जा रहा है। उन बारहों ने देश की उत्तमता और उपजाऊ होने को तो देखा, परन्तु उन में से दस ने बाधाओं और कठिनाइयों पर ध्यान केंद्रित किया और वापस आकर शेष मण्डली को भी घबरा दिया (गिनती 13:27-33), जिससे वे सब डर कर वापस लौटने का प्रयास करने लगे (गिनती 14:1-4)। केवल कालेब और यहोशू ने परिस्थिति का सही आँकलन किया (पद 6-9), पिता परमेश्वर की बीते समय की विश्वासयोग्यता और उन्हें सफलता दिलवाते रहने की प्रवृत्ति पर भरोसा किया।

   कुछ “शेर” वास्तव में ख़तरा होते हैं; परन्तु अन्य केवल काल्पनिक होते हैं। हम मसीही विश्वासियों के जीवनों में आने वाले ये “शेर” चाहे वास्तविक हों अथवा काल्पनिक, हमारा भरोसा सदा अपने उस प्रभु परमेश्वर पर होना चाहिए जिसकी आवाज़ और कार्यों को हम भली-भांति जानते हैं; जिसपर हमने भरोसा किया है। - टिम गुस्ताफ्सन


दुष्ट लोग जब कोई पीछा नहीं करता तब भी भागते हैं
परन्तु धर्मी लोग जवान सिहों के समान निडर रहते हैं। (नीतिवचन 28:1)

मेरी भेड़ें मेरा शब्द सुनती हैं, और मैं उन्हें जानता हूं, और वे मेरे पीछे पीछे चलती हैं। और मैं उन्हें अनन्त जीवन देता हूं, और वे कभी नाश न होंगी, और कोई उन्हें मेरे हाथ से छीन न लेगा। - यूहन्ना 10:27-28

बाइबल पाठ: गिनती 14:1-9
Numbers 14:1 तब सारी मण्डली चिल्ला उठी; और रात भर वे लोग रोते ही रहे।
Numbers 14:2 और सब इस्राएली मूसा और हारून पर बुड़बुड़ाने लगे; और सारी मण्डली उसने कहने लगी, कि भला होता कि हम मिस्र ही में मर जाते! वा इस जंगल ही में मर जाते!
Numbers 14:3 और यहोवा हम को उस देश में ले जा कर क्यों तलवार से मरवाना चाहता है? हमारी स्त्रियां और बाल-बच्चे तो लूट में चलें जाएंगे; क्या हमारे लिये अच्छा नहीं कि हम मिस्र देश को लौट जाएं?
Numbers 14:4 फिर वे आपस में कहने लगे, आओ, हम किसी को अपना प्रधान बना लें, और मिस्र को लौट चलें।
Numbers 14:5 तब मूसा और हारून इस्राएलियों की सारी मण्डली के साम्हने मुंह के बल गिरे।
Numbers 14:6 और नून का पुत्र यहोशू और यपुन्ने का पुत्र कालेब, जो देश के भेद लेने वालों में से थे, अपने अपने वस्त्र फाड़कर,
Numbers 14:7 इस्राएलियों की सारी मण्डली से कहने लगे, कि जिस देश का भेद लेने को हम इधर उधर घूम कर आए हैं, वह अत्यन्त उत्तम देश है।
Numbers 14:8 यदि यहोवा हम से प्रसन्न हो, तो हम को उस देश में, जिस में दूध और मधु की धाराएं बहती हैं, पहुंचाकर उसे हमे दे देगा।
Numbers 14:9 केवल इतना करो कि तुम यहोवा के विरुद्ध बलवा न करो; और न तो उस देश के लोगों से डरो, क्योंकि वे हमारी रोटी ठहरेंगे; छाया उनके ऊपर से हट गई है, और यहोवा हमारे संग है; उन से न डरो।


एक साल में बाइबल: 
  • गिनती 26-27
  • मरकुस 8:1-21



गुरुवार, 1 मार्च 2018

ज्योति



   एक दिन मुझे ट्यूलिप फूलों का एक गुलदस्ता भेंट में दिया गया। मैंने घर लाकर उन्हें एक फूलदान में सजाया और रसोई की मेज़ के मध्य में रख दिया। अगले दिन मैंने देखा के उन फूलों का रुख उससे भिन्न था जैसा मैंने रखा था; अपनी अपनी डंडियों पर बजाए सीधे ऊपर की ओर होने के, अब वे निकट की एक खिड़की से आने वाले सूर्य के प्रकाश की ओर झुके हुए थे।

   एक रीति से हम सभी उन फूलों के समान बने हुए हैं – परमेश्वर के प्रेम की ज्योति की ओर मुड़ने के लिए। परमेश्वर के वचन, बाइबल, में प्रेरित पतरस लिखता है कि परमेश्वर ने हमें अन्धकार से अपनी अद्भुत ज्योति में बुलाया है (1 पतरस 2:9)। प्रभु परमेश्वर को जानने से पहले हम पाप और मृत्यु के अन्धकार में जीवन व्यतीत कर रहे थे, और इसके कारण परमेश्वर से पृथक थे (इफिसियों 2:1-7)। परन्तु अपनी करुणा और प्रेम के कारण, परमेश्वर ने प्रभु यीशु की मृत्यु और पुनरुत्थान के द्वारा हमारे लिए मार्ग बना कर दिया कि हम उस आत्मिक अन्धकार से बच कर निकल सकें (कुलुस्सियों 1:13-14)।

   प्रभु यीशु मसीह ही सँसार की ज्योति हैं, और वह प्रत्येक जन जो पापों की क्षमा के लिए उनपर विश्वास करता है, उनके अनुग्रह से उनसे अनन्त जीवन का दान प्राप्त करता है। हम जितना अधिक प्रभु की ओर झुकते हैं, हम उसकी भलाई और सत्य को उतना अधिक सँसार के सामने प्रतिबिंबित करते हैं (इफिसियों 5:8-9)।

   हम सदा प्रभु के प्रेम और क्षमा की ज्योति की ओर झुकते रहें, लोगों को उसकी ओर संकेत करते रहें। - जेनिफर बेन्सन शुल्ट


पाप से उद्धार पाने का अर्थ है आत्मिक अन्धकार से परमेश्वर की ज्योति में आ जाना।

उसी ने हमें अन्धकार के वश से छुड़ाकर अपने प्रिय पुत्र के राज्य में प्रवेश कराया। जिस में हमें छुटकारा अर्थात पापों की क्षमा प्राप्त होती है। - कुलुस्सियों 1:13-14

बाइबल पाठ: 1 पतरस 2: 1-10
1 Peter 2:1 इसलिये सब प्रकार का बैर भाव और छल और कपट और डाह और बदनामी को दूर करके।
1 Peter 2:2 नये जन्मे हुए बच्‍चों के समान निर्मल आत्मिक दूध की लालसा करो, ताकि उसके द्वारा उद्धार पाने के लिये बढ़ते जाओ।
1 Peter 2:3 यदि तुम ने प्रभु की कृपा का स्‍वाद चख लिया है।
1 Peter 2:4 उसके पास आकर, जिसे मनुष्यों ने तो निकम्मा ठहराया, परन्तु परमेश्वर के निकट चुना हुआ, और बहुमूल्य जीवता पत्थर है।
1 Peter 2:5 तुम भी आप जीवते पत्थरों के समान आत्मिक घर बनते जाते हो, जिस से याजकों का पवित्र समाज बन कर, ऐसे आत्मिक बलिदान चढ़ाओ, जो यीशु मसीह के द्वारा परमेश्वर को ग्राह्य हों।
1 Peter 2:6 इस कारण पवित्र शास्त्र में भी आया है, कि देखो, मैं सिय्योन में कोने के सिरे का चुना हुआ और बहुमूल्य पत्थर धरता हूं: और जो कोई उस पर विश्वास करेगा, वह किसी रीति से लज्ज़ित नहीं होगा।
1 Peter 2:7 सो तुम्हारे लिये जो विश्वास करते हो, वह तो बहुमूल्य है, पर जो विश्वास नहीं करते उन के लिये जिस पत्थर को राजमिस्त्रीयों ने निकम्मा ठहराया था, वही कोने का सिरा हो गया।
1 Peter 2:8 और ठेस लगने का पत्थर और ठोकर खाने की चट्टान हो गया है: क्योंकि वे तो वचन को न मान कर ठोकर खाते हैं और इसी के लिये वे ठहराए भी गए थे।
1 Peter 2:9 पर तुम एक चुना हुआ वंश, और राज-पदधारी याजकों का समाज, और पवित्र लोग, और (परमेश्वर की) निज प्रजा हो, इसलिये कि जिसने तुम्हें अन्धकार में से अपनी अद्भुत ज्योति में बुलाया है, उसके गुण प्रगट करो।
1 Peter 2:10 तुम पहिले तो कुछ भी नहीं थे, पर अब परमेश्वर ही प्रजा हो: तुम पर दया नहीं हुई थी पर अब तुम पर दया हुई है।


एक साल में बाइबल: 
  • गिनती 23-25
  • मरकुस 7:14-37