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शुक्रवार, 15 फ़रवरी 2019

पाप



      चार-वर्षीय छोटे एलियास की माँ ने देखा कि वह बिल्ली के नवजात बच्चों के पास से भागकर जा रहा है; एलियास की माँ ने उसे उन बच्चों को छूने से मना किया था। माँ ने पूछा, “क्या तुम ने बिल्ली के उन बच्चों को छूआ है?” उसने बड़ी सच्चाई दिखाते हुए कहा, “नहीं तो!” तो माँ ने एक और प्रश्न किया, “क्या वे मुलायम थे?” एलियास बोल उठा, “हाँ! और काले वाले ने म्याऊँ भी बोला!”

      एक बच्चे के विषय हम इस दोगलेपन को लेकर मुस्कुराते हैं; परन्तु एलियास की यह दशा” हम सभी मनुष्यों की दशा है। चार वर्ष के बच्चे को कोई झूठ बोलना नहीं सिखाता है; यह उसकी स्वाभाविक प्रतिक्रया होती है। परमेश्वर के वचन बाइबल में दाऊद ने अपने पाप को स्वीकार करते हुए लिखा, “देख, मैं अधर्म के साथ उत्पन्न हुआ, और पाप के साथ अपनी माता के गर्भ में पड़ा” (भजन 51:5)। प्रेरित पुलुस कहता है, “इसलिये जैसा एक मनुष्य के द्वारा पाप जगत में आया, और पाप के द्वारा मृत्यु आई, और इस रीति से मृत्यु सब मनुष्यों में फैल गई, इसलिये कि सब ने पाप किया” (रोमियों 5:12); और यह निराशाजनक समाचार सभी पर लागू होता है, चाहे कोई राजा हो या बालक, आप हों या मैं।

      परन्तु सभी के लिए पर्याप्त आशा है! पौलुस ने लिखा, “और व्यवस्था बीच में आ गई, कि अपराध बहुत हो, परन्तु जहां पाप बहुत हुआ, वहां अनुग्रह उस से भी कहीं अधिक हुआ” (रोमियों 5:20)।

      परमेश्वर इस प्रतीक्षा में नहीं रहता है कि हम गलती करें और वह दण्ड देने के लिए हम पर टूट पड़े। परमेश्वर तो अनुग्रह, क्षमा, और बहाली के कार्य में लगा रहता है। हमें यह पहचानने की आवश्यकता है कि हमारे पाप न तो प्यारा लगने वाले होते हैं और न ही क्षमा करने योग्य; परन्तु यह परमेश्वर का अनुग्रह ही है कि वह हमें क्षमा करता है। इसलिए आज और अभी, समय रहते हम उसके पास पश्चाताप के साथ आएँ और प्रभु यीशु मसीह पर विश्वास लाकर, उससे पापों की क्षमा प्राप्त करके। - टिम गुस्ताफ्सन


सो अब जो मसीह यीशु में हैं, उन पर दण्ड की आज्ञा नहीं: क्योंकि वे शरीर के अनुसार नहीं वरन आत्मा के अनुसार चलते हैं। - रोमियों 8:1

बाइबल पाठ:रोमियों 5:12-21
Romans 5:12 इसलिये जैसा एक मनुष्य के द्वारा पाप जगत में आया, और पाप के द्वारा मृत्यु आई, और इस रीति से मृत्यु सब मनुष्यों में फैल गई, इसलिये कि सब ने पाप किया।
Romans 5:13 क्योंकि व्यवस्था के दिए जाने तक पाप जगत में तो था, परन्तु जहां व्यवस्था नहीं, वहां पाप गिना नहीं जाता।
Romans 5:14 तौभी आदम से ले कर मूसा तक मृत्यु ने उन लोगों पर भी राज्य किया, जिन्हों ने उस आदम के अपराध के सामान जो उस आने वाले का चिन्ह है, पाप न किया।
Romans 5:15 पर जैसा अपराध की दशा है, वैसी अनुग्रह के वरदान की नहीं, क्योंकि जब एक मनुष्य के अपराध से बहुत लोग मरे, तो परमेश्वर का अनुग्रह और उसका जो दान एक मनुष्य के, अर्थात यीशु मसीह के अनुग्रह से हुआ बहुतेरे लागों पर अवश्य ही अधिकाई से हुआ।
Romans 5:16 और जैसा एक मनुष्य के पाप करने का फल हुआ, वैसा ही दान की दशा नहीं, क्योंकि एक ही के कारण दण्ड की आज्ञा का फैसला हुआ, परन्तु बहुतेरे अपराधों से ऐसा वरदान उत्पन्न हुआ, कि लोग धर्मी ठहरे।
Romans 5:17 क्योंकि जब एक मनुष्य के अपराध के कराण मृत्यु ने उस एक ही के द्वारा राज्य किया, तो जो लोग अनुग्रह और धर्म रूपी वरदान बहुतायत से पाते हैं वे एक मनुष्य के, अर्थात यीशु मसीह के द्वारा अवश्य ही अनन्त जीवन में राज्य करेंगे।
Romans 5:18 इसलिये जैसा एक अपराध सब मनुष्यों के लिये दण्ड की आज्ञा का कारण हुआ, वैसा ही एक धर्म का काम भी सब मनुष्यों के लिये जीवन के निमित धर्मी ठहराए जाने का कारण हुआ।
Romans 5:19 क्योंकि जैसा एक मनुष्य के आज्ञा न मानने से बहुत लोग पापी ठहरे, वैसे ही एक मनुष्य के आज्ञा मानने से बहुत लोग धर्मी ठहरेंगे।
Romans 5:20 और व्यवस्था बीच में आ गई, कि अपराध बहुत हो, परन्तु जहां पाप बहुत हुआ, वहां अनुग्रह उस से भी कहीं अधिक हुआ।
Romans 5:21 कि जैसा पाप ने मृत्यु फैलाते हुए राज्य किया, वैसा ही हमारे प्रभु यीशु मसीह के द्वारा अनुग्रह भी अनन्त जीवन के लिये धर्मी ठहराते हुए राज्य करे।

एक साल में बाइबल: 
  • लैव्यवस्था 17-18
  • मत्ती 27:27-50



गुरुवार, 14 फ़रवरी 2019

प्रेम



      जब ओंटारियो के वेल्लैंड नगर में अनेकों स्थानों पर गुलाबी रंग के “मैं तुम से प्रेम करता हूँ” लिखे हुए दिखाई देने लगे तो स्थानीय पत्रकार मेरिएन फर्त ने इसकी पड़ताल करने का निर्णय लिया। किन्तु उसकी खोजबीन का कुछ परिणाम नहीं निकला। कुछ सप्ताह के बाद कुछ नए लेख दिखाई देने लगे जिन पर समय और तिथि के साथ एक स्थानीय उद्यान का पता लिखा हुआ था।

      नगर के जिज्ञासु लोगों की भीड़ के संग मेरिएन भी निर्धारित दिन और समय पर उस उद्यान में पहुँची। वहाँ उसे एक पुरुष मिला जिसने अपना चेहरा चुतराई से छिपा रखा था। उसके अचरज की कल्पना कीजिए जब उस पुरुष ने मेरिएन को फूलों का गुलदस्ता दिया और उससे विवाह करने का प्रस्ताव किया। वह रहस्यमय पुरुष मेरिएन का प्रेमी, रेयान सेंट डेनिस था; और मेरिएन ने सहर्ष उसका प्रस्ताव स्वीकार कर लिया।

       अपनी प्रेमिका के प्रति रेयान सेंट डेनिस का प्रेम-प्रगटीकरण कुछ अजीब एवं आवश्यकता से अधिक नाटकीय प्रतीत हो सकता है, परन्तु हमारे प्रति परमेश्वर के प्रेम की अभिव्यक्ति अद्भुत और विलक्षण से ज़रा भी कम नहीं है। परमेश्वर के वचन बाइबल में लिखा है, “जो प्रेम परमेश्वर हम से रखता है, वह इस से प्रगट हुआ, कि परमेश्वर ने अपने एकलौते पुत्र को जगत में भेजा है, कि हम उसके द्वारा जीवन पाएं” (1 यूहन्ना 4:9)।

      प्रेम प्रगट करने के लिए एक दूसरे को दिए जाने लाल या गुलाबी गुलाब के फूल के समान प्रभु यीशु केवल प्रेम का प्रतीक मात्र ही नहीं हैं। वे वह दिव्य मनुष्य हैं जिन्होंने समस्त मानव जाति के लिए अपने प्राण बलिदान किए जिससे जो कोई भी उनपर विश्वास कर के पापों की क्षमा प्राप्त करता है वह उद्धार तथा परमेश्वर के साथ अनन्तकाल के लिए उसकी सन्तान होने का संबंध प्राप्त करता है। और फिर परमेश्वर के प्रेम से किसी मसीही विश्वासी को कभी कोई पृथक नहीं कर सकता है (रोमियों 8:39)। - जेनिफर बेन्सन शुल्ट


क्योंकि परमेश्वर ने अपने पुत्र को हमारे बचाए जाने के लिए भेजा, इससे हम हमारे प्रति उसके प्रेम की महानता को जान सकते हैं।

परन्तु जितनों ने उसे [प्रभु यीशु को] ग्रहण किया, उसने उन्हें परमेश्वर के सन्तान होने का अधिकार दिया, अर्थात उन्हें जो उसके नाम पर विश्वास रखते हैं। - यूहन्ना 1:12

बाइबल पाठ: 1 यूहन्ना 4: 7-16
1 John 4:7 हे प्रियों, हम आपस में प्रेम रखें; क्योंकि प्रेम परमेश्वर से है: और जो कोई प्रेम करता है, वह परमेश्वर से जन्मा है; और परमेश्वर को जानता है।
1 John 4:8 जो प्रेम नहीं रखता, वह परमेश्वर को नहीं जानता है, क्योंकि परमेश्वर प्रेम है।
1 John 4:9 जो प्रेम परमेश्वर हम से रखता है, वह इस से प्रगट हुआ, कि परमेश्वर ने अपने एकलौते पुत्र को जगत में भेजा है, कि हम उसके द्वारा जीवन पाएं।
1 John 4:10 प्रेम इस में नहीं कि हम ने परमेश्वर ने प्रेम किया; पर इस में है, कि उसने हम से प्रेम किया; और हमारे पापों के प्रायश्‍चित्त के लिये अपने पुत्र को भेजा।
1 John 4:11 हे प्रियो, जब परमेश्वर ने हम से ऐसा प्रेम किया, तो हम को भी आपस में प्रेम रखना चाहिए।
1 John 4:12 परमेश्वर को कभी किसी ने नहीं देखा; यदि हम आपस में प्रेम रखें, तो परमेश्वर हम में बना रहता है; और उसका प्रेम हम में सिद्ध हो गया है।
1 John 4:13 इसी से हम जानते हैं, कि हम उस में बने रहते हैं, और वह हम में; क्योंकि उसने अपने आत्मा में से हमें दिया है।
1 John 4:14 और हम ने देख भी लिया और गवाही देते हैं, कि पिता ने पुत्र को जगत का उद्धारकर्ता कर के भेजा है।
1 John 4:15 जो कोई यह मान लेता है, कि यीशु परमेश्वर का पुत्र है: परमेश्वर उस में बना रहता है, और वह परमेश्वर में।
1 John 4:16 और जो प्रेम परमेश्वर हम से रखता है, उसको हम जान गए, और हमें उस की प्रतीति है; परमेश्वर प्रेम है: जो प्रेम में बना रहता है, वह परमेश्वर में बना रहता है; और परमेश्वर उस में बना रहता है।
                                                                                                                                                        
एक साल में बाइबल: 
  • लैव्यवस्था 15-16
  • मत्ती 27:1-26



बुधवार, 13 फ़रवरी 2019

विश्वास



      हमें उसे संदेही थोमा भी बुलाते हैं (देखें यूहन्ना 20:24-29), परन्तु उसे यह कहना ठीक कदापि नहीं है। आख़िरकार, हम में से कितने इस बात पर विश्वास कर लेंगे कि मारा गया हमारा अगुवा फिर से जीवित हो उठा है? हमें तो उसे “साहसी थोमा” कहना चाहिए; क्योंकि जब प्रभु यीशु, उन्हें उनकी मृत्यु तक ले जाने वाली घटनाओं की ओर उद्देश्यपूर्ण होकर बढ़ रहे थे, तो थोमा ही था जिसने प्रभावशाली साहस दिखाया था।

      परमेश्वर के वचन बाइबल में लाज़र की मृत्यु के समय, जब प्रभु यीशु ने अपने शिष्यों से कहा “आओ, हम फिर से यहूदिया को चलें” (यूहन्ना 11:7) तो शिष्यों ने प्रतिरोध व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “हे रब्बी, अभी तो यहूदी तुझे पत्थरवाह करना चाहते थे, और क्या तू फिर भी वहीं जाता है?” (पद 8)। थोमा ही था जिसने यह भी कहा, “...आओ, हम भी उसके साथ मरने को चलें।” (पद 16)।

      किन्तु थोमा के केवल ये विचार ही, उसके कार्यों से अधिक उत्तम निकले। प्रभु यीशु के पकड़वाए जाने के समय, थोमा भी औरों के साथ भाग निकला (मत्ती 26:56), और केवल पतरस और यूहन्ना ही महायाजक के आँगन तक गए, और उनमें से भी केवल यूहन्ना ही प्रभु यीशु के साथ, उसके क्रूसित होने के स्थान तक गया।

      लाज़र के पुनरुत्थान का गवाह होने के बावजूद (यूहन्ना 11:38-44) थोमा फिर भी विश्वास नहीं कर सका कि क्रूसित हुए प्रभु ने मृत्यु पर विजय पा ली है। जब तक कि उसकी संदेह करने वाले मानव प्रवृत्ति ने पुनरुत्थान हुए प्रभु को देख नहीं लिया वह यह नहीं कहा सका कि “हे मेरे प्रभु, हे मेरे परमेश्वर” (यूहन्ना 20:28)। प्रभु यीशु की प्रतिक्रिया: “तू ने तो मुझे देखकर विश्वास किया है, धन्य वे हैं जिन्हों ने बिना देखे विश्वास किया” (यूहन्ना 20:29) से उस संदेह करने वाले को आश्वासन और आज हम सब को अपार शान्ति और सांत्वना प्राप्त होती है।
      प्रभु यीशु का पुनरुत्थान हमारे मसीही विश्वास का आधार है। - टिम गुस्ताफ्सन


वास्तविक संदेह सच्चाई की ज्योति खोज करता है; 
अविश्वास अपने अन्धकार में ही संतुष्ट रहता है।

और यदि मसीह नहीं जी उठा, तो तुम्हारा विश्वास व्यर्थ है; और तुम अब तक अपने पापों में फंसे हो। - 1 कुरिन्थियों 15:17

बाइबल पाठ: यूहन्ना 11: 1-16
John 11:1 मरियम और उस की बहिन मारथा के गांव बैतनिय्याह का लाज़र नाम एक मनुष्य बीमार था।
John 11:2 यह वही मरियम थी जिसने प्रभु पर इत्र डालकर उसके पांवों को अपने बालों से पोंछा था, इसी का भाई लाज़र बीमार था।
John 11:3 सो उस की बहिनों ने उसे कहला भेजा, कि हे प्रभु, देख, जिस से तू प्रीति रखता है, वह बीमार है।
John 11:4 यह सुनकर यीशु ने कहा, यह बीमारी मृत्यु की नहीं, परन्तु परमेश्वर की महिमा के लिये है, कि उसके द्वारा परमेश्वर के पुत्र की महिमा हो।
John 11:5 और यीशु मारथा और उस की बहन और लाज़र से प्रेम रखता था।
John 11:6 सो जब उसने सुना, कि वह बीमार है, तो जिस स्थान पर वह था, वहां दो दिन और ठहर गया।
John 11:7 फिर इस के बाद उसने चेलों से कहा, कि आओ, हम फिर यहूदिया को चलें।
John 11:8 चेलों ने उस से कहा, हे रब्बी, अभी तो यहूदी तुझे पत्थरवाह करना चाहते थे, और क्या तू फिर भी वहीं जाता है?
John 11:9 यीशु ने उत्तर दिया, क्या दिन के बारह घंटे नहीं होते यदि कोई दिन को चले, तो ठोकर नहीं खाता है, क्योंकि इस जगत का उजाला देखता है।
John 11:10 परन्तु यदि कोई रात को चले, तो ठोकर खाता है, क्योंकि उस में प्रकाश नहीं।
John 11:11 उसने ये बातें कहीं, और इस के बाद उन से कहने लगा, कि हमारा मित्र लाज़र सो गया है, परन्तु मैं उसे जगाने जाता हूं।
John 11:12 तब चेलों ने उस से कहा, हे प्रभु, यदि वह सो गया है, तो बच जाएगा।
John 11:13 यीशु ने तो उस की मृत्यु के विषय में कहा था: परन्तु वे समझे कि उसने नींद से सो जाने के विषय में कहा।
John 11:14 तब यीशु ने उन से साफ कह दिया, कि लाज़र मर गया है।
John 11:15 और मैं तुम्हारे कारण आनन्‍दित हूं कि मैं वहां न था जिस से तुम विश्वास करो, परन्तु अब आओ, हम उसके पास चलें।
John 11:16 तब थोमा ने जो दिदुमुस कहलाता है, अपने साथ के चेलों से कहा, आओ, हम भी उसके साथ मरने को चलें।
                                                                                                                                                        
एक साल में बाइबल: 
  • लैव्यवस्था 14
  • मत्ती 26:51-75



मंगलवार, 12 फ़रवरी 2019

संसाधन



      वह लड़का केवल आठ वर्ष का ही था जब उसने अपने माता-पिता के मित्र, वॉली, को बताया, “मैं प्रभु यीशु से प्रेम करता हूँ और कभी परमेश्वर की सेवा विदेश में करना चाहता हूँ।” अगले दस वर्ष तक वॉली उसके लिए प्रार्थना करता रहा और उसे बढ़ते हुए देखता रहा। जब बाद में इस जवान ने एक मिशन एजेंसी में माली देश में जाकर सेवकाई करने के लिए आवेदन दिया, तो वॉली ने उससे कहा, “अब इसका समय आ गया है! जब मैंने सुना कि तुम क्या करना चाहते हो, तो मैंने कुछ पैसा तुम्हारे लिए निवेश कर दिया, और मैं उसे इस अच्छे समाचार को सुनने के लिए बचाकर रखे हुए हूँ।” वॉली के पास औरों की सहायता करने वाला हृदय है, और परमेश्वर के सुसमाचार को औरों तक पहुँचाने वाला भी।

      परमेश्वर के वचन बाइबल में हम देखते हैं कि प्रभु यीशु और उसके साथियों को एक से दूसरे नगर जाने और परमेश्वर के राज्य के सुसमाचार को बताने के लिए आर्थिक संसाधनों की आवश्यकता थी (लूका 8:1-3)। उन स्त्रियों का एक समूह, जिन्हें दुष्टात्माओं और बीमारियों से चंगाई मिली थी, अपनी संपत्ति से प्रभु की सेवा करती थीं (पद 3); उनमें से एक मरियम मगदलीनी थी जिस में से सात दुष्टात्माएं निकाली गईं थीं। एक अन्य योअन्ना थी, जो हेरोदेस के भण्‍डारी खोजा की पत्‍नी थी। “सूसन्नाह और बहुत सी और स्‍त्रियां” के विषय में कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है, परन्तु हम यह जानते हैं कि प्रभु ने उनकी आत्मिक आवश्यकताओं को पूरा किया था। और अब वे अपने सांसारिक और आर्थिक संसाधनों द्वारा उसकी सहायता कर रही थीं।

      जब हम उस सब का ध्यान करते हैं जो प्रभु यीशु ने हम सबके लिए किया है, तो औरों के लिए उसके हृदय के भाव हमारे अन्दर भी उत्पन्न होते हैं। हम परमेश्वर से प्रार्थना में पूछें कि उसकी सेवकाई के लिए, उसके द्वारा हमें प्रदान किए गए संसाधनों का हम प्रयोग कैसे कर सकते हैं। - ऐनी सेटास


प्रभु यीशु ने अपना सर्वस्व हमारे लिए बलिदान कर दिया; 
वह हमारे सर्वस्व का हकदार है।

सो जैसे हर बात में अर्थात विश्वास, वचन, ज्ञान और सब प्रकार के यत्‍न में, और उस प्रेम में, जो हम से रखते हो, बढ़ते जाते हो, वैसे ही इस दान के काम में भी बढ़ते जाओ। - 2 कुरिन्थियों 8:7

बाइबल पाठ: लूका 8:1-8
Luke 8:1 इस के बाद वह नगर नगर और गांव गांव प्रचार करता हुआ, और परमेश्वर के राज्य का सुसमाचार सुनाता हुआ, फिरने लगा।
Luke 8:2 और वे बारह उसके साथ थे: और कितनी स्‍त्रियां भी जो दुष्टात्माओं से और बीमारियों से छुड़ाई गई थीं, और वे यह हैं, मरियम जो मगदलीनी कहलाती थी, जिस में से सात दुष्टात्माएं निकली थीं।
Luke 8:3 और हेरोदेस के भण्‍डारी खोजा की पत्‍नी योअन्ना और सूसन्नाह और बहुत सी और स्‍त्रियां: ये तो अपनी सम्पत्ति से उस की सेवा करती थीं।
Luke 8:4 जब बड़ी भीड़ इकट्ठी हुई, और नगर नगर के लोग उसके पास चले आते थे, तो उसने दृष्‍टान्‍त में कहा।
Luke 8:5 कि एक बोने वाला बीज बोने निकला: बोते हुए कुछ मार्ग के किनारे गिरा, और रौंदा गया, और आकाश के पक्षियों ने उसे चुग लिया।
Luke 8:6 और कुछ चट्टान पर गिरा, और उपजा, परन्तु तरी न मिलने से सूख गया।
Luke 8:7 कुछ झाड़ियों के बीच में गिरा, और झाड़ियों ने साथ साथ बढ़कर उसे दबा लिया।
Luke 8:8 और कुछ अच्छी भूमि पर गिरा, और उगकर सौ गुणा फल लाया: यह कहकर उसने ऊंचे शब्द से कहा; जिस के सुनने के कान हों वह सुन ले।
                                                                                                                                                        
एक साल में बाइबल: 
  • लैव्यवस्था 13
  • मत्ती 26:26-50



सोमवार, 11 फ़रवरी 2019

जानता



      हमारे पुत्र और बहु के सामने एक विकट स्थिति थी; हमारा पोता निमोनिया और ब्रोंकाइटिस से ग्रस्त था और उन्हें उसे अस्पताल लेकर जाना था। उन्होंने हम से पूछ कि क्या हम उनके पाँच वर्षीय बेटे, नेथन, को स्कूल से घर ले कर आ सकते हैं? मैं और मेरी पत्नि इसके लिए सहर्ष तैयार हो गए।

      जब नेथन कार में चढ़ा, तो मेरी पत्नि ने उससे पूछा, “तुम्हें अचरज नहीं हुआ कि आज हम तुम्हें लेने आए हैं?” उसने उत्तर दिया, “नहीं!” जब हमने उससे पूछा कि ऐसा क्यों, तो उसने कहा, “क्योंकि मैं सब जानता हूँ!”

      पाँच वर्ष का एक बालक सब कुछ जानने का दावा कर सकता है, परंतु हम में सो व्यस्क हैं वे इससे बेहतर जानते हैं। हमारे पास अकसर प्रश्न अधिक और उत्तर कम होते हैं। हम बहुधा जीवन के क्यों, कब, और कैसे की चिन्ता करते रहते हैं – बिना इस बात का ध्यान करे कि हम चाहे सब कुछ नहीं जानते हैं परन्तु हम उस परमेश्वर को जानते हैं जो सब कुछ जानता है।

      परमेश्वर के वचन बाइबल में भजन 139:1, 3 में हमारे सर्वज्ञानी परमेश्वर के विषय बताया गया है जो हमारे बारे में सब कुछ बहुत गहराई से जानता है। दाऊद लिखता है, “हे यहोवा, तू ने मुझे जांच कर जान लिया है... मेरे चलने और लेटने की तू भली भांति छानबीन करता है, और मेरी पूरी चालचलन का भेद जानता है” यह कितना सांत्वना प्रदान करने वाला है कि परमेश्वर हम से सिद्ध प्रेम करता है, उसे वह सब कुछ पता है जो आज हम अनुभव करने वाले हैं, और वह जानता है कि जीवन की परिस्थितियों में  हमारी सहायता करने का सबसे अच्छा तरीका क्या है।

      हमारा ज्ञान तो सदा ही सीमित रहेगा, परन्तु परमेश्वर को जानना ही सबसे महत्वपूर्ण बात है। जो हमारे बारे में और हमारे जीवन की प्रत्येक परिस्थिति के बारे में भली-भांति जानता है, उसपर हम पूर्ण भरोसा रख सकते हैं। - बिल क्राउडर


परमेश्वर को जानना ही सबसे महत्वपूर्ण बात है।

इस कारण मैं इन दुखों को भी उठाता हूं, पर लजाता नहीं, क्योंकि मैं उसे जिस की मैं ने प्रतीति की है, जानता हूं; और मुझे निश्‍चय है, कि वह मेरी थाती की उस दिन तक रखवाली कर सकता है। - 2 तिमुथियुस 1:12

बाइबल पाठ: भजन 139:1-18
Psalms 139:1 हे यहोवा, तू ने मुझे जांच कर जान लिया है।
Psalms 139:2 तू मेरा उठना बैठना जानता है; और मेरे विचारों को दूर ही से समझ लेता है।
Psalms 139:3 मेरे चलने और लेटने की तू भली भांति छानबीन करता है, और मेरी पूरी चालचलन का भेद जानता है।
Psalms 139:4 हे यहोवा, मेरे मुंह में ऐसी कोई बात नहीं जिसे तू पूरी रीति से न जानता हो।
Psalms 139:5 तू ने मुझे आगे पीछे घेर रखा है, और अपना हाथ मुझ पर रखे रहता है।
Psalms 139:6 यह ज्ञान मेरे लिये बहुत कठिन है; यह गम्भीर और मेरी समझ से बाहर है।
Psalms 139:7 मैं तेरे आत्मा से भाग कर किधर जाऊं? वा तेरे साम्हने से किधर भागूं?
Psalms 139:8 यदि मैं आकाश पर चढूं, तो तू वहां है! यदि मैं अपना बिछौना अधोलोक में बिछाऊं तो वहां भी तू है!
Psalms 139:9 यदि मैं भोर की किरणों पर चढ़ कर समुद्र के पार जा बसूं,
Psalms 139:10 तो वहां भी तू अपने हाथ से मेरी अगुवाई करेगा, और अपने दाहिने हाथ से मुझे पकड़े रहेगा।
Psalms 139:11 यदि मैं कहूं कि अन्धकार में तो मैं छिप जाऊंगा, और मेरे चारों ओर का उजियाला रात का अन्धेरा हो जाएगा,
Psalms 139:12 तौभी अन्धकार तुझ से न छिपाएगा, रात तो दिन के तुल्य प्रकाश देगी; क्योंकि तेरे लिये अन्धियारा और उजियाला दोनों एक समान हैं।
Psalms 139:13 मेरे मन का स्वामी तो तू है; तू ने मुझे माता के गर्भ में रचा।
Psalms 139:14 मैं तेरा धन्यवाद करूंगा, इसलिये कि मैं भयानक और अद्भुत रीति से रचा गया हूं। तेरे काम तो आश्चर्य के हैं, और मैं इसे भली भांति जानता हूं।
Psalms 139:15 जब मैं गुप्त में बनाया जाता, और पृथ्वी के नीचे स्थानों में रचा जाता था, तब मेरी हडि्डयां तुझ से छिपी न थीं।
Psalms 139:16 तेरी आंखों ने मेरे बेडौल तत्व को देखा; और मेरे सब अंग जो दिन दिन बनते जाते थे वे रचे जाने से पहिले तेरी पुस्तक में लिखे हुए थे।
Psalms 139:17 और मेरे लिये तो हे ईश्वर, तेरे विचार क्या ही बहुमूल्य हैं! उनकी संख्या का जोड़ कैसा बड़ा है।
Psalms 139:18 यदि मैं उन को गिनता तो वे बालू के किनकों से भी अधिक ठहरते। जब मैं जाग उठता हूं, तब भी तेरे संग रहता हूं।
                                                                                                                                                        
एक साल में बाइबल: 
  • लैव्यवस्था 11-12
  • मत्ती 26:1-25



रविवार, 10 फ़रवरी 2019

सहारा



      कभी-कभी जब मैं रात को सोने के लिए अपना सिर तकिए पर रखता हूँ तो कल्पना करता हूँ के मैं यीशु पर सिर रखकर उसका सहारा ले रहा हूँ। ऐसा करते समय मुझे परमेश्वर के वचन बाइबल में प्रेरित यूहन्ना का स्मरण हो आता है। स्वयँ यूहन्ना ने अपने विषय में लिखा कि कैसे वह उस रात्रि, प्रभु यीशु के पकड़वाए जाने के पहले के अंतिम भोज के समय, प्रभु के बहुत निकट बैठा था: “उसके चेलों में से एक जिस से यीशु प्रेम रखता था, यीशु की छाती की ओर झुका हुआ बैठा था” (यूहन्ना 13:23)।

      यूहन्ना ने अपने लिए “[चेला] जिस से यीशु प्रेम करता था” शब्दों का प्रयोग किया। वह उस समय के इस्राएल के भोज की विधि को भी बताता है, जब भोज की मेज़ हमारी आज की मेज़ से बहुत नीची होती थी, लगभग घुटनों तक की ऊँचाई की। उस मेज़ के चारों ओर लोग चट्टाइयों अथवा गद्दियों पर बैठते थे। यूहन्ना प्रभु यीशु के इतने समीप बैठा था कि उसके लिए कहा गया है कि “तब उसने उसी तरह यीशु की छाती की ओर झुक कर पूछा” (यूहन्ना 13:25)।

      यूहन्ना की उस समय की प्रभु यीशु के साथ की निकटता आज हमारे जीवनों में सहायता के लिए एक उदाहरण प्रदान करती है। आज चाहे हम प्रभु यीशु को सशरीर स्पर्श नहीं कर सकते हैं, परन्तु हम निःसंकोच उस पर अपने जीवन की सबसे भारी समस्या भी रख सकते हैं, हर बात के लिए उसकी सहायता और उसका सहारा ले सकते हैं। प्रभु यीशु ने कहा, “हे सब परिश्रम करने वालों और बोझ से दबे लोगों, मेरे पास आओ; मैं तुम्हें विश्राम दूंगा” (मत्ती 11:28)।

      हम मसीही विश्वासी कितने धन्य हैं कि हमारा ऐसा मुक्तिदाता है जो हमारे जीवनों की प्रत्येक परिस्थिति में हमारे प्रति भरोसेमंद बना रहता है! क्या आपने प्रभु यीशु मसीह को अपने जीवन का सहारा बना लिया है? – जेम्स बैंक्स


हमारी प्रत्येक आवश्यकता और शान्ति के लिए प्रभु यीशु पर्याप्त है।

क्योंकि मैं ने थके हुए लोगों का प्राण तृप्त किया, और उदास लोगों के प्राण को भर दिया है। - यिर्मयाह 31:25

बाइबल पाठ: यूहन्ना 13:12-26
John 13:12 जब वह उन के पांव धो चुका और अपने कपड़े पहनकर फिर बैठ गया तो उन से कहने लगा, क्या तुम समझे कि मैं ने तुम्हारे साथ क्या किया?
John 13:13 तुम मुझे गुरू, और प्रभु, कहते हो, और भला कहते हो, क्योंकि मैं वही हूं।
John 13:14 यदि मैं ने प्रभु और गुरू हो कर तुम्हारे पांव धोए; तो तुम्हें भी एक दुसरे के पांव धोना चाहिए।
John 13:15 क्योंकि मैं ने तुम्हें नमूना दिखा दिया है, कि जैसा मैं ने तुम्हारे साथ किया है, तुम भी वैसा ही किया करो।
John 13:16 मैं तुम से सच सच कहता हूं, दास अपने स्‍वामी से बड़ा नहीं; और न भेजा हुआ अपने भेजने वाले से।
John 13:17 तुम तो ये बातें जानते हो, और यदि उन पर चलो, तो धन्य हो।
John 13:18 मैं तुम सब के विषय में नहीं कहता: जिन्हें मैं ने चुन लिया है, उन्हें मैं जानता हूं: परन्तु यह इसलिये है, कि पवित्र शास्त्र का यह वचन पूरा हो, कि जो मेरी रोटी खाता है, उसने मुझ पर लात उठाई।
John 13:19 अब मैं उसके होने से पहिले तुम्हें जताए देता हूं कि जब हो जाए तो तुम विश्वास करो कि मैं वहीं हूं।
John 13:20 मैं तुम से सच सच कहता हूं, कि जो मेरे भेजे हुए को ग्रहण करता है, वह मुझे ग्रहण करता है, और जो मुझे ग्रहण करता है, वह मेरे भेजने वाले को ग्रहण करता है।
John 13:21 ये बातें कहकर यीशु आत्मा में व्याकुल हुआ और यह गवाही दी, कि मैं तुम से सच सच कहता हूं, कि तुम में से एक मुझे पकड़वाएगा।
John 13:22 चेले यह संदेह करते हुए, कि वह किस के विषय में कहता है, एक दूसरे की ओर देखने लगे।
John 13:23 उसके चेलों में से एक जिस से यीशु प्रेम रखता था, यीशु की छाती की ओर झुका हुआ बैठा था।
John 13:24 तब शमौन पतरस ने उस की ओर सैन कर के पूछा, कि बता तो, वह किस के विषय में कहता है
John 13:25 तब उसने उसी तरह यीशु की छाती की ओर झुक कर पूछा, हे प्रभु, वह कौन है? यीशु ने उत्तर दिया, जिसे मैं यह रोटी का टुकड़ा डुबोकर दूंगा, वही है।
John 13:26 और उसने टुकड़ा डुबोकर शमौन के पुत्र यहूदा इस्करियोती को दिया।
                                                                                                                                                        
एक साल में बाइबल: 
  • लैव्यवस्था 8-10
  • मत्ती 25:31-46



शनिवार, 9 फ़रवरी 2019

सहायक



      जून 1962 में फ्लोरिडा की एक जेल की कोठरी से, क्लैरेंस अर्ल गिडियन ने अमेरिका के सर्वोच्च न्यायालय को दरख्वास्त लिखी कि उसके दण्ड पर पुनःविचार किया जाए क्योंकि उसने अपराध किया ही नहीं था। उसने यह भी लिखा कि उसके पास उसका मुकद्दमा लड़ने के लिए वकील करने के लिए पैसे नहीं हैं।

      एक वर्ष पश्चात, ऐतिहासिक गिडियन बनाम वेनराईट मुकद्दमे में, सर्वोच्च न्यायालय ने निर्णय दिया कि जो लोग अपने बचाव के लिए वकील कर सकने की आर्थिक स्थिति में नहीं हैं उन्हें सरकार द्वारा वकील दिया जाना चाहिए। इस निर्णय के साथ, और सरकार द्वारा प्रदान किए गए वकील की सहायता से, क्लैरेंस अर्ल गिडियन के मुकद्दमे को पुनः लड़ा गया और वह बरी हो गया।

      परन्तु यदि हम निर्दोष नहीं हों तो क्या? परमेश्वर के वचन बाइबल में प्रेरित पौलुस ने लिखा कि सभी मनुष्य पाप के दोषी हैं; पाप से निर्दोष कोई भी नहीं है। परन्तु स्वर्ग का न्यायालय हमारे लिए एक सहायक प्रदान करता है, जो परमेश्वर द्वारा चुकाई गई कीमत पर हमारी आत्मा को बचाने के लिए कार्य करता है (1 यूहन्ना 2:2)। हमारे स्वर्गीय पिता परमेश्वर की ओर से प्रभु यीशु हमारी सहायता के लिए आता है और एक ऐसी अद्भुत स्वतंत्रता का प्रस्ताव देता है जो पृथ्वी पर कहीं उपलब्ध नहीं है – हृदय और मन की स्वतंत्रता।

      चाहे हम हमारे प्रति, या, हमारे द्वारा किए गए अन्यायों के कारण दुःख उठा रहे हों, प्रभु यीशु मसीह हम सभी की सहायता करने को तैयार है। सर्वोच्च अधिकार के अन्तर्गत वह दया, क्षमा और शान्ति के प्रत्येक निवेदन का उत्तर देता है।

      हमारा सहायक प्रभु यीशु खोई हुई आशा, भय, या पछतावे की कैद को अपनी उपस्थिति तथा आनन्द का स्थान बना सकता है। - मार्ट डीहान


जो हमारे स्थान पर बलिदान हुआ था, वही अब हमारा सहायक बनकर जीवित है।

फिर कौन है जो दण्ड की आज्ञा देगा? मसीह वह है जो मर गया वरन मुर्दों में से जी भी उठा, और परमेश्वर की दाहिनी ओर है, और हमारे लिये निवेदन भी करता है। - रोमियों 8:34

बाइबल पाठ: 1 यूहन्ना 1:5-2:2
1 John 1:5 जो समाचार हम ने उस से सुना, और तुम्हें सुनाते हैं, वह यह है; कि परमेश्वर ज्योति है: और उस में कुछ भी अन्धकार नहीं।
1 John 1:6 यदि हम कहें, कि उसके साथ हमारी सहभागिता है, और फिर अन्धकार में चलें, तो हम झूठे हैं: और सत्य पर नहीं चलते।
1 John 1:7 पर यदि जैसा वह ज्योति में है, वैसे ही हम भी ज्योति में चलें, तो एक दूसरे से सहभागिता रखते हैं; और उसके पुत्र यीशु का लोहू हमें सब पापों से शुद्ध करता है।
1 John 1:8 यदि हम कहें, कि हम में कुछ भी पाप नहीं, तो अपने आप को धोखा देते हैं: और हम में सत्य नहीं।
1 John 1:9 यदि हम अपने पापों को मान लें, तो वह हमारे पापों को क्षमा करने, और हमें सब अधर्म से शुद्ध करने में विश्वासयोग्य और धर्मी है।
1 John 1:10 यदि कहें कि हम ने पाप नहीं किया, तो उसे झूठा ठहराते हैं, और उसका वचन हम में नहीं है।
1 John 2:1 हे मेरे बालकों, मैं ये बातें तुम्हें इसलिये लिखता हूं, कि तुम पाप न करो; और यदि कोई पाप करे, तो पिता के पास हमारा एक सहायक है, अर्थात धार्मिक यीशु मसीह।
1 John 2:2 और वही हमारे पापों का प्रायश्‍चित्त है: और केवल हमारे ही नहीं, वरन सारे जगत के पापों का भी।
                                                                                                                                                        
एक साल में बाइबल: 
  • लैव्यवस्था 6-7
  • मत्ती 25:1-30