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मंगलवार, 18 जनवरी 2011

अविश्वास का खतरा

फ्रांस एवं जर्मनी के सन १८७०-७१ में युद्ध के समय एक ग्रहस्थ को अपने घर के निकट दो तोप के गोले मिले जो फटे नहीं थे। उनके खतरे से अन्भिज्ञ, उसने उन्हें उठाकर साफ किया, चमकाया और अपने घर में कमरा गरम करने को आग जलाने के स्थान के ऊपर की ताक पर सजा कर रख लिया। कुछ दिनों पश्चात उसका एक मित्र, जो युद्ध सामग्री का विशेषज्ञ था, उससे मिलने आया और उस ग्रहस्थ ने बड़े गर्व से अपने सजाए हुए उन तोप के गोलों को उसे दिखाया। उस मित्र ने कौतूहलवश उन गोलों की जांच करी और पाया कि वे अभी भी फट सकने के योग्य थे। उसने अपने ग्रहस्थ मित्र से कहा, "इन्हें तुरन्त आग के पास से दूर करो, ये अभी भी उतने ही घातक हैं जितने के अपने निर्माण के दिन थे।" अपने और परिवार के लिये उपस्थित भयानक खतरे से अनभिज्ञ वह ग्रहस्थ, स्वयं द्वारा उत्पन्न बहुत खतरनाक परिस्थिति में, सन्तोष से जी रहा था।

ऐसे ही बहुत से लोग, अपनी अज्ञानता से उत्पन्न इससे भी कहीं अधिक खतरनाक परिस्थिति में जीवन व्यतीत करे जा रहे हैं - नरक में मसीह रहित अनन्तकाल बिताने का खतरा। जान बूझकर अविश्वास के अपने निर्णय से उत्पन्न खतरे को पहचाने बिना, वे अपने ऊपर किसी भी क्षण आने वाले सर्वनाश के प्रति ज़रा भी चिंतित नहीं हैं।

प्रभु यीशु द्वारा मत्ती १३:३६-४३ में कहे गए शब्द, बाइबल में पाई जाने वाली सबसे गंभीर चेतावनियों में से हैं। ये "जीवते परमेश्वर के हाथों में पड़ना भयानक बात है" (इब्रानियों १०:३१) की सच्चाई को व्यक्त करते हैं। प्रभु यीशु ने नरक को भयानक अंधकार और पीड़ा का बाहरी स्थान (मत्ती २२:१३) और अनन्त आग का स्थान (मत्ती १८:८-९) बताया है।

हम प्रभु द्वारा बताए गए अविश्वास के खतरे और भयानक परिणामों को ज़रा भी हलका करके नहीं आंक सकते। प्रभु और उससे मिलने वाले उद्धार की भेंट के प्रति किया गया हमारा व्यक्तिगत निर्णय ही हमारे अनन्त भविष्य को निर्धारित करता है।

आपका निर्णय क्या है? आप अनन्त कहां बिताएंगे? - हेनरी बौश


प्रभु यीशु से उद्धार ग्रहण करने के विष्य में जो हिचकिचता है, वह अनन्त विनाश के खतरे में है।

और जो परमेश्वर को नहीं पहचानते, और हमारे प्रभु यीशु के सुसमाचार को नहीं मानते उन से पलटा लेगा। वे प्रभु के साम्हने से, और उसकी शक्ति के तेज से दूर होकर अनन्‍त विनाश का दण्‍ड पाएंगे। - २ थिस्सलोनिकियों १:८-९

बाइबल पाठ: मत्ती १३:३६-४३

तब वह भीड़ को छोड़ कर घर में आया, और उसके चेलों ने उसके पास आ कर कहा, खेत के जंगली दाने का दृष्‍टान्‍त हमें समझा दे।
उस ने उन को उत्तर दिया, कि अच्‍छे बीज का बोने वाला मनुष्य का पुत्र है।
खेत संसार है, अच्‍छा बीज राज्य के सन्‍तान, और जंगली बीज दुष्‍ट के सन्‍तान हैं।
जिस बैरी ने उन को बोया वह शैतान है; कटनी जगत का अन्‍त है: और काटने वाले स्‍वर्गदूत हैं।
सो जैसे जंगली दाने बटोरे जाते और जलाए जाते हैं वैसा ही जगत के अन्‍त में होगा।
मनुष्य का पुत्र अपने स्‍वर्गदूतों को भेजेगा, और वे उसके राज्य में से सब ठोकर के कारणों को और कुकर्म करने वालों को इकट्ठा करेंगे।
और उन्‍हें आग के कुंड में डालेंगे, वहां रोना और दांत पीसना होगा।
उस समय धर्मी अपने पिता के राज्य में सूर्य की नाई चमकेंगे; जिस के कान हों वह सुन ले।

एक साल में बाइबल:
  • उत्पत्ति ४३-४५
  • मत्ती १२:२४-५०

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