एक मिशनरी महिला, विदेशों में हुए अपने अनुभवों का वर्णन कर रही थी। उसने अपने एक ऐसे देश में सीमा पार करने के अनुभव को बताया जहाँ के निवासियों को कोई भी धर्म मानने की स्वतंत्रता नहीं थी। सीमा चौकी पर तैनात अधिकारी ने प्रवेश की अनुमति देने से पहले उससे पूछा, "क्या आपके पास बन्दूक, नशीले पदार्थ या बाइबल में से कुछ भी है?"
उन्हें यह लगा होगा की बन्दुक और नशीले पदार्थों के सामान बाइबल भी उनके लिए खतरनाक हो सकती है। वे सीमा प्रहरी शायद बाइबल के इब्रानियों ४:१२ (क्योंकि परमेश्वर का वचन जीवित, और प्रबल, और हर एक दोधारी तलवार से भी बहुत चोखा है, और जीव और आत्मा को, और गांठ गांठ और गूदे गूदे को अलग करके, आर पार छेदता है, और मन की भावनाओं और विचारों को जांचता है) को जानने वाले रहे होंगे!
क्योंकि बाइबल प्रत्येक असत्य को उजागर करके नष्ट करने की क्षमता रखती है, इसलिए अत्याचार और क्रूरता से लोगों पर राज करने या उन्हें काबू में रखने के प्रयास करने वाले उससे डरते हैं। बाइबल ऐसे लोगों की सामर्थ और नियंत्रण के खोखलेपन को प्रगट करके लोगों को वह देती है, जो कोई भी सरकार कभी नहीं दे सकती, विशेष कर नास्तिक कम्युनिस्ट सरकार तो कभी भी नहीं - उन्मुक्त मानव आत्मा, मन में आशा और जीवन में शाँति की भरपूरी। इसी लिए किसी कम्युनिस्ट शासन को यह बन्दूक और नशीले पदार्थों के समान खतरनाक लगती है।
भजन ११९ में भजनकार ने अपने जीवन में परमेश्वर के वचन के कुछ सामर्थी प्रभावों को बताया: वचन उसे जिलाता है (पद २५); सम्भालता है (पद २८); सत्य का मार्ग दिखाता है (पद ३०); हिम्मत बढ़ाता है (पद ३२)। भजनकार को तो केवल पुराने नियम का भी थोड़ा ही भाग उपलब्ध था, शेष लिखा जा रहा था और संकलित भी नहीं हुआ था, लेकिन परमेश्वर के वचन का यह थोड़ा भाग ही उसके जीवन में अद्भुत परिवर्तन और सामर्थ के लिए काफी था।
आज हमारे पास पूरी बाइबल आसानी से अपनी ही भाषा में उपलब्ध है। यह संपूर्ण संकलित बाइबल परमेश्वर द्वारा दिया गया अपना सिद्ध तथा संपूर्ण प्रकाशन है। जब हम विश्वास के साथ इस अद्भुत और सामर्थी पुस्तक के सन्देश को ग्रहण कर के उस पर मनन और उनका पालन करते हैं तो अपने जीवनों में इसके प्रभाव को स्पष्ट अनुभव कर सकते हैं क्योंकि परमेश्वर का आत्मा जो प्रत्येक विश्वासी के अन्दर निवास करता है, इसे प्रत्येक विश्वासी के लिए सजीव और प्रभावकारी बना देता है।
बन्दूक, नशीले पदार्थ और बाइबल, तीनों ही अति प्रतापी और प्रभावकारी हैं, लेकिन केवल बाइबल ही है जो असत्य को प्रकट करके उसका नाश करती है और सत्य को स्थिर करती तथा बढ़ाती है और जीवन को सही दिशा में ले चलती है। - डेनिस डी हॉन
क्योंकि परमेश्वर का वचन जीवित, और प्रबल, और हर एक दोधारी तलवार से भी बहुत चोखा है, और जीव और आत्मा को, और गांठ गांठ और गूदे गूदे को अलग करके, आर पार छेदता है, और मन की भावनाओं और विचारों को जांचता है। - इब्रानियों ४:१२
बाइबल पाठ: भजन ११९:२५-३२
Psa 119:25 मैं धूल में पड़ा हूं, तू अपने वचन के अनुसार मुझ को जिला!
Psa 119:26 मैं ने अपनी चालचलन का तुझ से वर्णन किया है और तू ने मेरी बात मान ली है; तू मुझ को अपनी विधियां सिखा!
Psa 119:27 अपने उपदेशों का मार्ग मुझे बता, तब मैं तेरे आशचर्यकर्मों पर ध्यान करूंगा।
Psa 119:28 मेरा जीवन उदासी के मारे गल चला है, तू अपने वचन के अनुसार मुझे सम्भाल!
Psa 119:29 मुझ को झूठ के मार्ग से दूर कर और करूणा करके अपनी व्यवस्था मुझे दे।
Psa 119:30 मैं ने सच्चाई का मार्ग चुन लिया है, तेरे नियमों की ओर मैं चित्त लगाए रहता हूं।
Psa 119:31 मैं तेरी चितौनियों में लौलीन हूं, हे यहोवा, मेरी आशा न तोड़!
Psa 119:32 जब तू मेरा हियाव बढ़ाएगा, तब मैं तेरी आज्ञाओं के मार्ग में दौडूंगा।
एक साल में बाइबल:
उन्हें यह लगा होगा की बन्दुक और नशीले पदार्थों के सामान बाइबल भी उनके लिए खतरनाक हो सकती है। वे सीमा प्रहरी शायद बाइबल के इब्रानियों ४:१२ (क्योंकि परमेश्वर का वचन जीवित, और प्रबल, और हर एक दोधारी तलवार से भी बहुत चोखा है, और जीव और आत्मा को, और गांठ गांठ और गूदे गूदे को अलग करके, आर पार छेदता है, और मन की भावनाओं और विचारों को जांचता है) को जानने वाले रहे होंगे!
क्योंकि बाइबल प्रत्येक असत्य को उजागर करके नष्ट करने की क्षमता रखती है, इसलिए अत्याचार और क्रूरता से लोगों पर राज करने या उन्हें काबू में रखने के प्रयास करने वाले उससे डरते हैं। बाइबल ऐसे लोगों की सामर्थ और नियंत्रण के खोखलेपन को प्रगट करके लोगों को वह देती है, जो कोई भी सरकार कभी नहीं दे सकती, विशेष कर नास्तिक कम्युनिस्ट सरकार तो कभी भी नहीं - उन्मुक्त मानव आत्मा, मन में आशा और जीवन में शाँति की भरपूरी। इसी लिए किसी कम्युनिस्ट शासन को यह बन्दूक और नशीले पदार्थों के समान खतरनाक लगती है।
भजन ११९ में भजनकार ने अपने जीवन में परमेश्वर के वचन के कुछ सामर्थी प्रभावों को बताया: वचन उसे जिलाता है (पद २५); सम्भालता है (पद २८); सत्य का मार्ग दिखाता है (पद ३०); हिम्मत बढ़ाता है (पद ३२)। भजनकार को तो केवल पुराने नियम का भी थोड़ा ही भाग उपलब्ध था, शेष लिखा जा रहा था और संकलित भी नहीं हुआ था, लेकिन परमेश्वर के वचन का यह थोड़ा भाग ही उसके जीवन में अद्भुत परिवर्तन और सामर्थ के लिए काफी था।
आज हमारे पास पूरी बाइबल आसानी से अपनी ही भाषा में उपलब्ध है। यह संपूर्ण संकलित बाइबल परमेश्वर द्वारा दिया गया अपना सिद्ध तथा संपूर्ण प्रकाशन है। जब हम विश्वास के साथ इस अद्भुत और सामर्थी पुस्तक के सन्देश को ग्रहण कर के उस पर मनन और उनका पालन करते हैं तो अपने जीवनों में इसके प्रभाव को स्पष्ट अनुभव कर सकते हैं क्योंकि परमेश्वर का आत्मा जो प्रत्येक विश्वासी के अन्दर निवास करता है, इसे प्रत्येक विश्वासी के लिए सजीव और प्रभावकारी बना देता है।
बन्दूक, नशीले पदार्थ और बाइबल, तीनों ही अति प्रतापी और प्रभावकारी हैं, लेकिन केवल बाइबल ही है जो असत्य को प्रकट करके उसका नाश करती है और सत्य को स्थिर करती तथा बढ़ाती है और जीवन को सही दिशा में ले चलती है। - डेनिस डी हॉन
शैतान के भण्डार का कोई भी शस्त्र परमेश्वर की आत्मा की तलवार, परमेश्वर का वचन - बाइबल, का कभी नाश नहीं कर सकता।
क्योंकि परमेश्वर का वचन जीवित, और प्रबल, और हर एक दोधारी तलवार से भी बहुत चोखा है, और जीव और आत्मा को, और गांठ गांठ और गूदे गूदे को अलग करके, आर पार छेदता है, और मन की भावनाओं और विचारों को जांचता है। - इब्रानियों ४:१२
बाइबल पाठ: भजन ११९:२५-३२
Psa 119:25 मैं धूल में पड़ा हूं, तू अपने वचन के अनुसार मुझ को जिला!
Psa 119:26 मैं ने अपनी चालचलन का तुझ से वर्णन किया है और तू ने मेरी बात मान ली है; तू मुझ को अपनी विधियां सिखा!
Psa 119:27 अपने उपदेशों का मार्ग मुझे बता, तब मैं तेरे आशचर्यकर्मों पर ध्यान करूंगा।
Psa 119:28 मेरा जीवन उदासी के मारे गल चला है, तू अपने वचन के अनुसार मुझे सम्भाल!
Psa 119:29 मुझ को झूठ के मार्ग से दूर कर और करूणा करके अपनी व्यवस्था मुझे दे।
Psa 119:30 मैं ने सच्चाई का मार्ग चुन लिया है, तेरे नियमों की ओर मैं चित्त लगाए रहता हूं।
Psa 119:31 मैं तेरी चितौनियों में लौलीन हूं, हे यहोवा, मेरी आशा न तोड़!
Psa 119:32 जब तू मेरा हियाव बढ़ाएगा, तब मैं तेरी आज्ञाओं के मार्ग में दौडूंगा।
एक साल में बाइबल:
- नहेम्याह १-३
- प्रेरितों २:१-२१
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें