हम जो मसीही विश्वासी हैं वे भी अपने उद्धारकर्ता प्रभु के नाम को धारण किए रहते हैं। परमेश्वर के वचन बाइबल में लूका ने लिखा "...और चेले सब से पहिले अन्ताकिया ही में मसीही कहलाए" (प्रेरितों ११:२६)। बाद में पतरस ने आरंभिक मसीही विश्वासियों को लिखी अपनी पत्री में लिखा "पर यदि मसीही होने के कारण दुख पाए, तो लज्ज़ित न हो, पर इस बात के लिये परमेश्वर की महिमा करे" (१ पतरस ४:१६)। प्रभु यीशु मसीह के चेलों के लिए अपमान और तिरिस्कार के भाव में प्रयुक्त शब्द "मसीही" को चेलों ने आदर के साथ अपना लिया और यह शब्द उनके अपने उद्धारकर्ता प्रभु के प्रति समर्पण का सूचक बन गया।
औकलैण्ड विश्वविद्यालय के प्राध्यापक ई. एम. ब्लेकलौक ने लिखा कि प्रथम शताब्दी में "मसीही" शब्द एक उचित अर्थ था; उन्होंने कहा, "इस शब्द में यथार्थ था, क्योंकि यह एक व्यक्ति अर्थात प्रभु यीशु मसीह के प्रति वफादारी, उसे समर्पित होना दिखाता था। आज भी इस शब्द का वास्तविक प्रयोग इसी बात को दिखाने के लिए होना चाहिए। मसीही वही है जो प्रभु यीशु मसीह के प्रभुत्व को अपने जीवन के प्रत्येक पहलू में उसकी पूरी गंभीरता और सभी अर्थों में स्वीकार करता है।"
यथार्थ में मसीह यीशु के अनुयायी वही हैं जो उसके नाम को अपने व्यक्तिगत उद्धारकर्ता, प्रभु और मित्र के रूप में ग्रहण करते हैं, स्वीकार करते हैं और उसे जी कर दिखाते हैं। - डेविड मैक्कैसलैंड
केवल नाम ही के मसीही न बने; यथार्थ में मसीही विश्वासी बनें।
...और चेले सब से पहिले अन्ताकिया ही में मसीही कहलाए। - प्रेरितों ११:२६
बाइबल पाठ: - प्रेरितों ११:१९-२६
Act 11:19 सो जो लोग उस क्लेश के मारे जो स्तिफनुस के कारण पड़ा था, तित्तर बित्तर हो गए थे, वे फिरते फिरते फीनीके और कुप्रुस और अन्ताकिया में पहुंचे परन्तु यहूदियों को छोड़ किसी और को वचन न सुनाते थे।
Act 11:20 परन्तु उन में से कितने कुप्रुसी और कुरेनी थे, जो अन्ताकिया में आकर युनानियों को भी प्रभु यीशु का सुसमचार की बातें सुनाने लगे।
Act 11:21 और प्रभु का हाथ उन पर था, और बहुत लोग विश्वास करके प्रभु की ओर फिरे।
Act 11:22 तब उन की चर्चा यरूशलेम की कलीसिया के सुनने में आई, और उन्होंने बरनबास को अन्ताकिया भेजा।
Act 11:23 वह वहां पहुंचकर, और परमेश्वर के अनुग्रह को देखकर आनन्दित हुआ, और सब को उपदेश दिया कि तन मन लगाकर प्रभु से लिपटे रहो।
Act 11:24 क्योंकि वह एक भला मनुष्य था और पवित्र आत्मा से परिपूर्ण था : और और बहुत से लोग प्रभु में आ मिले।
Act 11:25 तब वह शाऊल को ढूंढने के लिये तरसुस को चला गया।
Act 11:26 और जब उस से मिला तो उसे अन्ताकिया में लाया, और ऐसा हुआ कि वे एक वर्ष तक कलीसिया के साथ मिलते और बहुत लोगों को उपदेश देते रहे, और चेले सब से पहिले अन्ताकिया ही में मसीही कहलाए।
एक साल में बाइबल:
- अय्युब २२-२४
- प्रेरितों ११
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें