कैन्सस प्रांत की २००९ प्रांतीय हाई-स्कूल स्पर्धाओं में एक बड़ी विचित्र घटना घटी। जिस टीम ने 3,200 मीटर महिला रिले दौड़ में जीत पाई उसे अयोग्य ठहराकर पदक लेने से रोक दिया गया। जो इसके बाद हुआ वह और भी विचित्र था, जिस टीम को विजयी घोषित करके स्वर्ण पदक दिया गया, उन्होंने अपने पदक जाकर अयोग्य ठहराई गई टीम को दे दिए।
हुआ यूँ था कि पहले विजय पाने वाली सेन्ट मेरीस कोलगन स्कूल की टीम को नीरिक्षण करने वाले अम्पायरों ने इसलिए अयोग्य ठहराया क्योंकि रिले का डंडा थमाते हुए एक लड़की ने अपना ट्रैक छोड़ दिया था। इस कारण दूसरे नंबर पर आने वाली मरानथा एकैडमी कि टीम को प्रथम स्थान पर घोषित किया गया और उन्हें स्वर्ण पदक का हकदार माना गया। जब मरानथा एकैडमी की लड़कियों ने सेन्ट मेरीस कोलगन की लड़कियों के उतरे हुए उदास चेहरे देखे तो उन्होंने वे पदक जाकर उन्हें दे दिए।
उन लड़कीयों ने ऐसा क्यों किया? मरानथा एकैडमी की प्रशिक्षिका ने बताया, इस वर्ष हमारा उद्देश्य था कि हम अपनी नहीं परमेश्वर की महिमा के लिए स्पर्धाओं में भाग लेंगे। और उनके इस कार्य से उनका यह ध्येय पूरा भी हुआ क्योंकि इस घटना की चर्चा सारे प्रांत में दूर दूर तक हुई और परमेश्वर के नाम को महिमा मिली।
जब हम अपने स्वार्थ और उपलब्धियों की नहीं वरन दूसरों के हित की चिन्ता करके कार्य करते हैं तो परमेश्वर के नाम को महिमा मिलने के अवसर बनते हैं। दूसरों के साथ प्रेम और करुणा में होकर व्यवहार करना हमारे प्रेमी और करुणामय परमेश्वर पिता के बारे में उनकी रुचि जागृत करने का एक अच्छा तरीका है। - डेव ब्रैनन
यदि हम परमेश्वर से प्रेम करते हैं तो लोगों की सेवा भी करेंगे।
और तुम इसी के लिये बुलाए भी गए हो क्योंकि मसीह भी तुम्हारे लिये दुख उठा कर, तुम्हें एक आदर्श दे गया है, कि तुम भी उसके चिन्ह पर चलो। - 1 पतरस 2:21
बाइबल पाठ: फिलिप्पियों 2:4-11
Philippians 2:4 हर एक अपनी ही हित की नहीं, वरन दूसरों की हित की भी चिन्ता करे।
Philippians 2:5 जैसा मसीह यीशु का स्वभाव था वैसा ही तुम्हारा भी स्वभाव हो।
Philippians 2:6 जिसने परमेश्वर के स्वरूप में हो कर भी परमेश्वर के तुल्य होने को अपने वश में रखने की वस्तु न समझा।
Philippians 2:7 वरन अपने आप को ऐसा शून्य कर दिया, और दास का स्वरूप धारण किया, और मनुष्य की समानता में हो गया।
Philippians 2:8 और मनुष्य के रूप में प्रगट हो कर अपने आप को दीन किया, और यहां तक आज्ञाकारी रहा, कि मृत्यु, हां, क्रूस की मृत्यु भी सह ली।
Philippians 2:9 इस कारण परमेश्वर ने उसको अति महान भी किया, और उसको वह नाम दिया जो सब नामों में श्रेष्ठ है।
Philippians 2:10 कि जो स्वर्ग में और पृथ्वी पर और जो पृथ्वी के नीचे है; वे सब यीशु के नाम पर घुटना टेकें।
Philippians 2:11 और परमेश्वर पिता की महिमा के लिये हर एक जीभ अंगीकार कर ले कि यीशु मसीह ही प्रभु है।
एक साल में बाइबल:
- न्यायीयों 4-6
- लूका 4:31-44
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