मैं कुछ लोगों के साथ एक समूह में व्यायाम करने जाया करती थी। मेरे लिए उस व्यायाम सत्र का सबसे आकर्षक भाग होता था सत्र के अन्तिम पाँच मिनिट; उन पाँच मिनिटों में हम चटाई पर सुस्ताने के लिए अपनी पीठ के बल लेट जाते थे और रौशनी धीमी कर दी जाती थी जिससे हम विश्राम कर सकें। ऐसे ही एक सत्र के अन्त में, उस विश्राम समय के दौरान हमारे प्रशिक्षक ने धीमी आवाज़ में एक बहुत गंभीर बात कही, "कोई ऐसा अन्तःस्थान भी ढूंढें जहाँ आप विश्राम के लिए छुप सकें।"
मैं अपने प्रशिक्षक की बात पर विचार करने लगी और क्लेलैण्ड बी० मैकैफी द्वारा लिखित भजन "Near to the Heart of God" (परमेश्वर के हृदय के निकट) के बोल मुझे स्मरण हो आए:
एक शांत विश्राम का स्थान है,
परमेश्वर के हृदय के निकट,
एक ऐसा स्थान जहाँ पाप परेशान नहीं कर सकता,
परमेश्वर के हृदय के निकट,
हे यीशु महान मुक्तिदाता,
परमेश्वर के हृद्य से भेजे गए,
हमें जो तेरे सम्मुख ठहरे हुए हैं थाम कर रख,
परमेश्वर के हृदय के निकट.
यह भजन क्लेलैण्ड बी० मैकैफी ने 1901 में अपने भाई और उसके परिवार के लिए परमेश्वर में आशा बनाए रखने तथा परमेश्वर की देखभाल के प्रति आश्वस्त रहने के लिए लिखा था। उस समय भजन लेखक की दो भतीजीयों की डिप्थीरीया रोग से मृत्यु हो गई थी, और रोग को संक्रमण द्वारा फैलने से रोकने के लिए उस परिवार और घर को संगरोधित कर दिया गया था जिससे कोई वहाँ से निश्चित समय तक अन्दर या बाहर नहीं हो सकता था। ऐसे में उसके चर्च के लोगों ने इस भजन को उसके भाई के घर के बाहर खड़े होकर उनके लिए गाया था।
प्रेरित पौलुस बताता है कि परमेश्वर का हृद्य हमारे प्रति प्रेम से परिपूर्ण है (रोमियों 8:31-39); और कुछ भी - क्लेश, या संकट, या उपद्रव, या अकाल, या नंगाई, या जोखिम, या तलवार, या मृत्यु, या स्वर्गदूत, या प्रधानताएं, या अधिकार, या ऊँचाई, या गहराई - हमें परमेश्वर के प्रेम से अलग कर सकती है; "... यदि परमेश्वर हमारी ओर है, तो हमारा विरोधी कौन हो सकता है?" (रोमियों 8:31)
हमारे कष्ट या चिंताएं कुछ भी हों, परमेश्वर का हृदय ही हमारे लिए वह विश्राम का स्थान है जहाँ हम कभी भी, हर हाल तथा परिस्थिति में प्रवेश करके शांति और विश्राम पा सकते हैं। इसीलिए प्रेरित पतरस ने अपनी पत्री में लिखा है: "और अपनी सारी चिन्ता उसी पर डाल दो, क्योंकि उसको तुम्हारा ध्यान है (1 पतरस 5:7)। - ऐने सेटास
जब आप जीवन के संघर्षों में थक जाएं तो परमेश्वर के हृद्य में अपना विश्राम पाएं
हे सब परिश्रम करने वालों और बोझ से दबे लोगों, मेरे पास आओ; मैं तुम्हें विश्राम दूंगा। - मत्ती 11:28
बाइबल पाठ: रोमियों 8:31-39
Romans 8:31 सो हम इन बातों के विषय में क्या कहें? यदि परमेश्वर हमारी ओर है, तो हमारा विरोधी कौन हो सकता है?
Romans 8:32 जिसने अपने निज पुत्र को भी न रख छोड़ा, परन्तु उसे हम सब के लिये दे दिया: वह उसके साथ हमें और सब कुछ क्योंकर न देगा?
Romans 8:33 परमेश्वर के चुने हुओं पर दोष कौन लगाएगा? परमेश्वर वह है जो उन को धर्मी ठहराने वाला है।
Romans 8:34 फिर कौन है जो दण्ड की आज्ञा देगा? मसीह वह है जो मर गया वरन मुर्दों में से जी भी उठा, और परमेश्वर की दाहिनी ओर है, और हमारे लिये निवेदन भी करता है।
Romans 8:35 कौन हम को मसीह के प्रेम से अलग करेगा? क्या क्लेश, या संकट, या उपद्रव, या अकाल, या नंगाई, या जोखिम, या तलवार?
Romans 8:36 जैसा लिखा है, कि तेरे लिये हम दिन भर घात किए जाते हैं; हम वध होने वाली भेंडों की नाईं गिने गए हैं।
Romans 8:37 परन्तु इन सब बातों में हम उसके द्वारा जिसने हम से प्रेम किया है, जयवन्त से भी बढ़कर हैं।
Romans 8:38 क्योंकि मैं निश्चय जानता हूं, कि न मृत्यु, न जीवन, न स्वर्गदूत, न प्रधानताएं, न वर्तमान, न भविष्य, न सामर्थ, न ऊंचाई,
Romans 8:39 न गहिराई और न कोई और सृष्टि, हमें परमेश्वर के प्रेम से, जो हमारे प्रभु मसीह यीशु में है, अलग कर सकेगी।
एक साल में बाइबल:
- अय्युब 5-7
- प्रेरितों 8:1-25
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें