छोटे बच्चों को सिखाई जाने वाली अंग्रेज़ी कविता, Little Jack Horner, को लेकर मैं सदा ही उलझन में रहा हूँ। कविता की पंक्तियाँ कहती हैं कि छोटा बालक जैक हॉर्नर एक कोने में बैठ कर पाइ नामक वयंजन खा रहा था; उसने अपना अंगूठा पाइ में डाला, पाइ में से एक आलूबुखारा निकाला और बोला "देखो मैं कितना अच्छा हूँ!" यह मुझे बड़ा अटपटा लगता है, कि जैक एक कोने में बैठा यह सब कर रहा था और अपने आप को अच्छा कह रहा था, जबकि कोने में तो उन बच्चों को बैठने के लिए कहा जाता है जो कुछ बुरा करते हैं। मेरी उलझन है कि उस कविता में बयान किए गए जैक के कार्यों में आपस में कोई तालमेल नहीं था, तो क्या जैक अपने प्रति लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए यह सब कर रहा था?
अपनी ओर लोगों का ध्यान आकर्षित करना और अपनी उपलब्धियों तथा योग्यताओं को लोगों के सामने प्रदर्षित करना हमारी स्वाभाविक प्रतिक्रिया होती है। हम हर बात का श्रेय लेने की लालसा रखते हैं और चाहते हैं कि सभी लोग हमारा ध्यान रख कर ही कार्य करें, हम ही सभी गतिविधियों का केन्द्र बिन्दु बने रहें। लेकिन इस प्रकार अपने आप को हर बात का केन्द्र बनाकर जीवन जीना अपने आप को धोखा देना और एक निकृष्ट जीवन जीना है। सच्चाई यह है कि हमारे पापों ने हमें परमेश्वर के सामने दोषी ठहराकर हमें एक ’कोने में’ खड़ा कर दिया है, अर्थात दण्ड का भागी बना दिया है। अब फैसला हमारा है कि हम अपने पापों में बने रह कर दण्ड भोगते रहने को तैयार रहेंगे, अथवा परमेश्वर द्वारा प्रभु यीशु में मिलने वाली पापों की क्षमा का लाभ उठाकर उस दण्ड को भोगते रहने से बच निकलेंगे।
प्रेरित पौलुस ने इस स्थिति के संबंध में हमारे लिए अपनी गवाही के द्वारा एक सही दृष्टिकोण रखा है। सांसारिक दृष्टि से पौलुस एक बहुत गुणी, ज्ञानी और प्रभावशाली व्यक्ति था। लेकिन पौलुस ने पहचाना के उसका यह सांसारिक ज्ञान, स्थान और उपलब्धियां परमेश्वर के सामने उसे पाप के दोष से मुक्त ठहराने के लिए कतई सक्षम नहीं थे; वह अपने पापों में ही जी रहा था और उनके दण्ड का भागी था। सत्य तथा वास्तविक वस्तुस्थिति का बोध होते ही पौलुस ने उस अनन्त काल के दण्ड से बचने के एकमात्र उपाय को सहर्ष अपना लेने में कोई समय नहीं गंवाया; उसने प्रभु यीशु के प्रभुत्व को सहर्ष स्वीकार किया, और जिन बातों को वह पहले अपने लाभ की मानता था, उन्हें प्रभु यीशु के आधीन कर दिया - "परन्तु जो जो बातें मेरे लाभ की थीं, उन्हीं को मैं ने मसीह के कारण हानि समझ लिया है। वरन मैं अपने प्रभु मसीह यीशु की पहिचान की उत्तमता के कारण सब बातों को हानि समझता हूं: जिस के कारण मैं ने सब वस्तुओं की हानि उठाई, और उन्हें कूड़ा समझता हूं, जिस से मैं मसीह को प्राप्त करूं" (फिलिप्पियों 3:7-8)।
जिस वास्तविकता को पौलुस ने पहचाना, उसे संसार के लोगों को आज भी पौलुस के समान ही पहचानने की आवश्यकता है - हमारे गुण, योग्यताएं, स्थान और उपलब्धियां हमें हमारे पापों के दोष एवं दण्ड से मुक्त नहीं करेंगे। पाप के दोष एवं दण्ड से बचने का एकमात्र उपाय है प्रभु यीशु पर किया गया विश्वास और समर्पण। उसके बाद फिर अपने ऊपर किसी प्रकार का घमण्ड करने या अपनी ओर ध्यान आकर्षित करने का कोई स्थान नहीं रह जाता है, वरन फिर "जैसा लिखा है, वैसा ही हो, कि जो घमण्ड करे वह प्रभु में घमण्ड करे" (1 कुरिन्थियों 1:31)। - जो स्टोवैल
हम प्रभु यीशु के बिना कुछ भी नहीं हैं, इसलिए सारा आदर और श्रेय प्रभु यीशु को ही दें।
सो यदि कोई मसीह में है तो वह नई सृष्टि है: पुरानी बातें बीत गई हैं; देखो, वे सब नई हो गईं। - 2 कुरिन्थियों 5:17
बाइबल पाठ: फिलिप्पियों 3:1-11
Philippians 3:1 निदान, हे मेरे भाइयो, प्रभु में आनन्दित रहो: वे ही बातें तुम को बार बार लिखने में मुझे तो कोई कष्ट नहीं होता, और इस में तुम्हारी कुशलता है।
Philippians 3:2 कुत्तों से चौकस रहो, उन बुरे काम करने वालों से चौकस रहो, उन काट कूट करने वालों से चौकस रहो।
Philippians 3:3 क्योंकि खतना वाले तो हम ही हैं जो परमेश्वर के आत्मा की अगुवाई से उपासना करते हैं, और मसीह यीशु पर घमण्ड करते हैं और शरीर पर भरोसा नहीं रखते।
Philippians 3:4 पर मैं तो शरीर पर भी भरोसा रख सकता हूं यदि किसी और को शरीर पर भरोसा रखने का विचार हो, तो मैं उस से भी बढ़कर रख सकता हूं।
Philippians 3:5 आठवें दिन मेरा खतना हुआ, इस्त्राएल के वंश, और बिन्यामीन के गोत्र का हूं; इब्रानियों का इब्रानी हूं; व्यवस्था के विषय में यदि कहो तो फरीसी हूं।
Philippians 3:6 उत्साह के विषय में यदि कहो तो कलीसिया का सताने वाला; और व्यवस्था की धामिर्कता के विषय में यदि कहो तो निर्दोष था।
Philippians 3:7 परन्तु जो जो बातें मेरे लाभ की थीं, उन्हीं को मैं ने मसीह के कारण हानि समझ लिया है।
Philippians 3:8 वरन मैं अपने प्रभु मसीह यीशु की पहिचान की उत्तमता के कारण सब बातों को हानि समझता हूं: जिस के कारण मैं ने सब वस्तुओं की हानि उठाई, और उन्हें कूड़ा समझता हूं, जिस से मैं मसीह को प्राप्त करूं।
Philippians 3:9 और उस में पाया जाऊं; न कि अपनी उस धामिर्कता के साथ, जो व्यवस्था से है, वरन उस धामिर्कता के साथ जो मसीह पर विश्वास करने के कारण है, और परमेश्वर की ओर से विश्वास करने पर मिलती है।
Philippians 3:10 और मैं उसको और उसके मृत्युंजय की सामर्थ को, और उसके साथ दुखों में सहभागी हाने के मर्म को जानूँ, और उस की मृत्यु की समानता को प्राप्त करूं।
Philippians 3:11 ताकि मैं किसी भी रीति से मरे हुओं में से जी उठने के पद तक पहुंचूं।
एक साल में बाइबल:
- 1 राजा 20-22
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