अपनी पुस्तक क्रिसमस 1945 में लेखक मैथ्यु लिट्ट दूसरे विश्वयुद्ध की समाप्ति के बाद, शान्तिकाल के पहले क्रिसमस उत्सव के बारे में बताते हैं। उस समय के एक प्रमुख अखबार, ’द न्यूयॉर्क डेली न्यू’ में खबर छपी कि लोग न्यू यॉर्क बन्दरगाह पर एक विशाल नौसैनिक बेड़े के आगमन के लिए तैयार रहें: "क्रिसमस के दिन एक शक्तिशाली नौसैनिक बेड़ा आएगा जिसमें 4 युद्धपोत, 6 वायुयान वाहक पोत, 7 जंगी जहाज़ और 24 विध्वंसक जहाज़ होंगे।" लेकिन यह विशाल और शक्तिशाली बेड़ा युद्ध के लिए नहीं वरन 1000 ज़रूरतमन्द बच्चों की मेज़बानी करने के लिए आ रहा था।
उन बच्चों के कपड़ों के नाप पहले से ही लिए जा चुके थे और उनके लिए नौसेना के गहरे नीले रंग के कोट तथा गरम टोपियाँ बनवाकर तैयार करी गईं थी ताकि जैसे ही वे बच्चे उन जहाज़ों पर आएं उन्हें वे वस्त्र भेंट किए जाएं। उस दिन वे युद्धपोत अनुकंपा के वाहक बन गए थे।
परमेश्वर के वचन बाइबल में यशायाह नबी की पुस्तक में प्रभु यीशु मसीह के सारे संसार पर आने वाले शान्तिमय राज्य के बारे में भविष्यवाणी है: "वह जाति जाति का न्याय करेगा, और देश देश के लोगों के झगड़ों को मिटाएगा; और वे अपनी तलवारें पीट कर हल के फाल और अपने भालों को हंसिया बनाएंगे; तब एक जाति दूसरी जाति के विरुद्ध फिर तलवार न चलाएगी, न लोग भविष्य में युद्ध की विद्या सीखेंगे" (यशायाह 2:4)। क्रिसमस का यह समय हमें स्मरण दिलाता है कि शान्ति का राजकुमार प्रभु यीशु मसीह अन्ततः सारे विश्व में शान्ति तथा अनुग्रह का समय लेकर आएगा।
अभी जब हम शान्ति के राजकुमार के प्रथम आगमन के उत्सव को मनाते हैं और दूसरे आगमन की बाट जोहते हैं, तो साथ ही इस बात को भी ना भूलें कि प्रभु यीशु ने हम मसीही विश्वासियों को अपनी शान्ति के वाहक बनाकर इस पृथ्वी पर रखा है, और उसकी इस शान्ति को हमें संसार के सभी लोगों तक पहुँचाना है। - डेनिस फिशर
संसार में सच्ची शान्ति, शान्ति के राजकुमार द्वारा ही स्थापित हो सकती है।
उसकी प्रभुता सर्वदा बढ़ती रहेगी, और उसकी शान्ति का अन्त न होगा, इसलिये वे उसको दाऊद की राजगद्दी पर इस समय से ले कर सर्वदा के लिये न्याय और धर्म के द्वारा स्थिर किए ओर संभाले रहेगा। सेनाओं के यहोवा की धुन के द्वारा यह हो जाएगा। - यशायाह 9:7
बाइबल पाठ: यशायाह 2:1-4
Isaiah 2:1 आमोस के पुत्र यशायाह का वचन, जो उसने यहूदा और यरूशलेम के विषय में दर्शन में पाया।।
Isaiah 2:2 अन्त के दिनों में ऐसा होगा कि यहोवा के भवन का पर्वत सब पहाड़ों पर दृढ़ किया जाएगा, और सब पहाडिय़ों से अधिक ऊंचा किया जाएगा; और हर जाति के लागे धारा की नाईं उसकी ओर चलेंगें।
Isaiah 2:3 और बहुत देशों के लोग आएंगे, और आपस में कहेंगे: आओ, हम यहोवा के पर्वत पर चढ़कर, याकूब के परमेश्वर के भवन में जाएं; तब वह हम को अपने मार्ग सिखाएगा, और हम उसके पथों पर चलेंगे। क्योंकि यहोवा की व्यवस्था सिय्योन से, और उसका वचन यरूशलेम से निकलेगा।
Isaiah 2:4 वह जाति जाति का न्याय करेगा, और देश देश के लोगों के झगड़ों को मिटाएगा; और वे अपनी तलवारें पीट कर हल के फाल और अपने भालों को हंसिया बनाएंगे; तब एक जाति दूसरी जाति के विरुद्ध फिर तलवार न चलाएगी, न लोग भविष्य में युद्ध की विद्या सीखेंगे।
एक साल में बाइबल:
- 1 यूहन्ना 1-2
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