कला के इतिहासकार सेमोर स्लाइव ने हॉलेन्ड के महान कलाकार रेमब्रान्ट को उजियाले और परछाईयों के प्रयोग से अपनी चित्रकला के द्वारा कहानी सुनाने में ऐसा दक्ष कलाकार बताया है जो आपको अपनी रचना से मोह कर उसके साथ बाँध ले। रेम्ब्रान्ट का बनाया हुआ एक चित्र जिसका शीर्षक है ’The Adoration of the Shepherds' प्रभु यीशु के जन्म की घटनाओं पर आधारित है। इस चित्र में बेतलहेम की वह गौशाला दिखाई गई है जिसमें प्रभु यीशु का जन्म हुआ। चित्र में हम चरनी के निकट, जिसमें शिशु यीशु को रखा गया था, दो चरवाहों को घुटने टेके बैठा हुआ देखते हैं जबकि अन्य लोग दूर पीछे को खड़े हैं। एक के हाथ में लालटेन है, परन्तु सबसे अधिक रौशनी उसकी लालटेन से नहीं वरन शिशु यीशु से आ रही है और जो यीशु के निकट हैं उन्हें रौशन कर रही है।
प्रभु यीशु के जन्म से सात शताब्दी पूर्व परमेश्वर के भविष्यद्वक्ता यशायाह ने उजियाले और अन्धकार का उपयोग करके आने वाले मुक्तिदाता प्रभु यीशु के संबंध में भविष्यवाणी करी जो परमेश्वर के वचन बाइबल में यशायाह की पुस्तक में लिखी मिलती है: "जो लोग अन्धियारे में चल रहे थे उन्होंने बड़ा उजियाला देखा; और जो लोग घोर अन्धकार से भरे हुए मृत्यु के देश में रहते थे, उन पर ज्योति चमकी।...क्योंकि हमारे लिये एक बालक उत्पन्न हुआ, हमें एक पुत्र दिया गया है; और प्रभुता उसके कांधे पर होगी, और उसका नाम अद्भुत, युक्ति करने वाला, पराक्रमी परमेश्वर, अनन्तकाल का पिता, और शान्ति का राजकुमार रखा जाएगा" (यशायाह 9:2, 6)।
रेम्ब्रान्ट के उस चित्र को देखने वाला प्रत्येक व्यक्ति उसमें कोई भिन्न कहानी देख सकता है, लेकिन हम में से हर एक का प्रतिरूप उस चित्र में विद्यमान है - हम यीशु के निकट और उसके समक्ष घुटने टेके हुए हो सकते हैं या पीछे परछाईयों में संकोच के अन्धेरों में छिपे खड़े हो सकते हैं, या उसके सब कुछ रौशन कर देने वाले उजियाले के होते हुए भी अपना ही कोई फीका सा उजियाला लेकर उसके सामने खड़े रहने वाले हो सकते हैं; यह हमारे अपने देखने और जाँचने की बात है कि प्रभु यीशु और उसके उजियाले के सामने हम कैसे हैं!
क्रिसमस का समय हमें अवसर देता है कि हम अपने आप को जाँचें और अपने अन्धकार से निकल कर जीवन के उजियाले में खड़े हों, प्रभु यीशु के उजियाले को अपने हृदयों में चमकने दें, अपने आप को उसे समर्पित कर दें। - डेविड मैक्कैसलैंड
मसीह यीशु में लाया गया विश्वास अन्धकार में लगाई छलाँग नहीं वरन अन्धियारे से उजियाले में कदम बढ़ाना है।
तब यीशु ने फिर लोगों से कहा, जगत की ज्योति मैं हूं; जो मेरे पीछे हो लेगा, वह अन्धकार में न चलेगा, परन्तु जीवन की ज्योति पाएगा। - यूहन्ना 8:12
बाइबल पाठ: यशायाह 9:1-7
Isaiah 9:1 तौभी संकट-भरा अन्धकार जाता रहेगा। पहिले तो उसने जबूलून और नप्ताली के देशों का अपमान किया, परन्तु अन्तिम दिनों में ताल की ओर यरदन के पार की अन्यजातियों के गलील को महिमा देगा।
Isaiah 9:2 जो लोग अन्धियारे में चल रहे थे उन्होंने बड़ा उजियाला देखा; और जो लोग घोर अन्धकार से भरे हुए मृत्यु के देश में रहते थे, उन पर ज्योति चमकी।
Isaiah 9:3 तू ने जाति को बढ़ाया, तू ने उसको बहुत आनन्द दिया; वे तेरे साम्हने कटनी के समय का सा आनन्द करते हैं, और ऐसे मगन हैं जैसे लोग लूट बांटने के समय मगन रहते हैं।
Isaiah 9:4 क्योंकि तू ने उसकी गर्दन पर के भारी जूए और उसके बहंगे के बांस, उस पर अंधेर करने वाले की लाठी, इन सभों को ऐसा तोड़ दिया है जेसे मिद्यानियों के दिन में किया था।
Isaiah 9:5 क्योंकि युद्ध में लड़ने वाले सिपाहियों के जूते और लोहू में लथड़े हुए कपड़े सब आग का कौर हो जाएंगे।
Isaiah 9:6 क्योंकि हमारे लिये एक बालक उत्पन्न हुआ, हमें एक पुत्र दिया गया है; और प्रभुता उसके कांधे पर होगी, और उसका नाम अद्भुत, युक्ति करने वाला, पराक्रमी परमेश्वर, अनन्तकाल का पिता, और शान्ति का राजकुमार रखा जाएगा।
Isaiah 9:7 उसकी प्रभुता सर्वदा बढ़ती रहेगी, और उसकी शान्ति का अन्त न होगा, इसलिये वे उसको दाऊद की राजगद्दी पर इस समय से ले कर सर्वदा के लिये न्याय और धर्म के द्वारा स्थिर किए ओर संभाले रहेगा। सेनाओं के यहोवा की धुन के द्वारा यह हो जाएगा।
एक साल में बाइबल:
- मीका 4-5
- प्रकाशितवाक्य 12
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें