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सोमवार, 15 फ़रवरी 2016

महान सृष्टिकर्ता


   कुछ वर्ष पहले स्की करते हुए मैं गंभीर रूप से दुर्घटनाग्रस्त हो गया, और मेरी एक टांग के अन्दर की माँसपेशियाँ फट गईं; मेरे चिकित्सक ने मुझे बताया कि टांग के अन्दर खून का काफी रिसाव भी हुआ। इन सब चोटों से ठीक होकर निकलने की प्रक्रिया पीड़ादायक, धीमी और लंबी थी; किंतु पूर्णतया ठीक हो जाने की प्रतीक्षा का मेरा यह समय अपने महान सृष्टिकर्ता परमेश्वर के महान कार्य पर अचरज करते हुए व्यतीत हुआ (कुलुस्सियों 1:16)।

   मैंने अपने जीवन में कारों को क्षति पहुँचाई है; मेरे हाथों से गिरकर कुछ बर्तन और तश्तरियाँ टूटे हैं, लेकिन ये सभी मानव-कृतियाँ एक बार बिगड़ीं या टूटीं तो बिगड़ी या टूटी ही रह गईं; इनमें से कोई भी अपने-आप से ठीक कभी नहीं हुई। लेकिन मेरी टांग के साथ ऐसा नहीं था। जैसे ही अन्दर से माँसपेशियाँ फटीं, मेरे शरीर में प्रभु यीशु ने जो आन्तरिक उपचार और सुधार प्रणाली डाली है, उसने अपना कार्य करना आरंभ कर दिया और अन्दर ही अन्दर मेरी टांग का सुधार और उपचार होने लगा। कुछ समय के बाद मैं खड़ा होने और फिर चलने-फिरने, अन्ततः फिर से भागने लगा; मेरे इस प्रकार ठीक होने से मुझे परमेश्वर के वचन बाइबल में भजनकार द्वारा कही गई बात, "मैं तेरा धन्यवाद करूंगा, इसलिये कि मैं भयानक और अद्भुत रीति से रचा गया हूं। तेरे काम तो आश्चर्य के हैं, और मैं इसे भली भांति जानता हूं" (भजन 139:14) एक नई रीति से समझ में आई।

   कभी-कभी किसी बीमारी या चोट के द्वारा हमें ज्ञात होता और समझ में आता है कि हम कैसी अद्भुत रचना अपने शरीरों में लिए हुए हैं। इसलिए अगली बार जब भी आपको अपने जीवन में किसी अनेपक्षित और अनचाही अड़चन के कारण - चाहे उसका कारण और स्वरूप कुछ भी हो, रुकना पड़े या आराम करना पड़े, तो अपना ध्यान अपने महान सृष्टिकर्ता प्रभु यीशु पर केंद्रित करें, उसके प्रेम पर मन लगाएं, और उसे अवसर दें कि वह आपके मन को कृतज्ञतापूर्ण आराधना के लिए उभार सके, आपकी उस पीड़ा और परेशानी में भी। - जो स्टोवैल


कृतज्ञ मन से ही महान सृष्टिकर्ता की सच्ची आराधना हो सकती है।

क्योंकि उसी में सारी वस्‍तुओं की सृष्‍टि हुई, स्वर्ग की हो अथवा पृथ्वी की, देखी या अनदेखी, क्या सिंहासन, क्या प्रभुतांए, क्या प्रधानताएं, क्या अधिकार, सारी वस्तुएं उसी के द्वारा और उसी के लिये सृजी गई हैं। - कुलुस्सियों 1:16 

बाइबल पाठ: भजन 139:1-16
Psalms 139:1 हे यहोवा, तू ने मुझे जांच कर जान लिया है।
Psalms 139:2 तू मेरा उठना बैठना जानता है; और मेरे विचारों को दूर ही से समझ लेता है। 
Psalms 139:3 मेरे चलने और लेटने की तू भली भांति छानबीन करता है, और मेरी पूरी चालचलन का भेद जानता है। 
Psalms 139:4 हे यहोवा, मेरे मुंह में ऐसी कोई बात नहीं जिसे तू पूरी रीति से न जानता हो। 
Psalms 139:5 तू ने मुझे आगे पीछे घेर रखा है, और अपना हाथ मुझ पर रखे रहता है। 
Psalms 139:6 यह ज्ञान मेरे लिये बहुत कठिन है; यह गम्भीर और मेरी समझ से बाहर है। 
Psalms 139:7 मैं तेरे आत्मा से भाग कर किधर जाऊं? वा तेरे साम्हने से किधर भागूं? 
Psalms 139:8 यदि मैं आकाश पर चढूं, तो तू वहां है! यदि मैं अपना बिछौना अधोलोक में बिछाऊं तो वहां भी तू है! 
Psalms 139:9 यदि मैं भोर की किरणों पर चढ़ कर समुद्र के पार जा बसूं, 
Psalms 139:10 तो वहां भी तू अपने हाथ से मेरी अगुवाई करेगा, और अपने दाहिने हाथ से मुझे पकड़े रहेगा। 
Psalms 139:11 यदि मैं कहूं कि अन्धकार में तो मैं छिप जाऊंगा, और मेरे चारों ओर का उजियाला रात का अन्धेरा हो जाएगा, 
Psalms 139:12 तौभी अन्धकार तुझ से न छिपाएगा, रात तो दिन के तुल्य प्रकाश देगी; क्योंकि तेरे लिये अन्धियारा और उजियाला दोनों एक समान हैं। 
Psalms 139:13 मेरे मन का स्वामी तो तू है; तू ने मुझे माता के गर्भ में रचा। 
Psalms 139:14 मैं तेरा धन्यवाद करूंगा, इसलिये कि मैं भयानक और अद्भुत रीति से रचा गया हूं। तेरे काम तो आश्चर्य के हैं, और मैं इसे भली भांति जानता हूं। 
Psalms 139:15 जब मैं गुप्त में बनाया जाता, और पृथ्वी के नीचे स्थानों में रचा जाता था, तब मेरी हडि्डयां तुझ से छिपी न थीं। 
Psalms 139:16 तेरी आंखों ने मेरे बेडौल तत्व को देखा; और मेरे सब अंग जो दिन दिन बनते जाते थे वे रचे जाने से पहिले तेरी पुस्तक में लिखे हुए थे।

एक साल में बाइबल: 
  • लैव्यवस्था 17-18
  • मत्ती 27:27-50


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