सिंगापुर एक छोटा सा द्वीप-देश है; वह आकार में इतना छोटा है कि संसार के नक्शों में उसे देख पाना कठिन होता है - यदि आप नहीं जानते हैं कि सिंगापुर कहाँ स्थित है तो संसार के नक्शे पर उसे ढूँढ़ कर देखें। क्योंकि सिंगापुर सघन आबादी वाला स्थान है, इसलिए वहाँ रहने वालों को एक दूसरे के प्रति ध्यानपूर्वक रहना होता है। एक व्यक्ति ने अपनी मंगेतर को, जो पहली बार सिंगापुर आ रही थी लिखा, "यहाँ स्थान बहुत सीमित है, इसलिए तुम्हें सदा ही अपने चारों ओर के स्थान का ध्यान रखना होगा। तुम्हें सदा ही यह ध्यान करना होगा कि कहीं तुम किसी अन्य के लिए बाधा तो नहीं बन रही हो। इस प्रकार ध्यान रखना ही यहाँ रहने की कुँजी है।"
परमेश्वर के वचन बाइबल में प्रेरित पौलुस ने युवा पास्टर तीतुस को लिखा: "लोगों को सुधि दिला, कि हाकिमों और अधिकारियों के आधीन रहें, और उन की आज्ञा मानें, और हर एक अच्छे काम के लिये तैयार रहें। किसी को बदनाम न करें; झगडालू न हों: पर कोमल स्वभाव के हों, और सब मनुष्यों के साथ बड़ी नम्रता के साथ रहें" (तीतुस 3:1-2)। हम मसीही विश्वासियों के लिए यह कहा जाता है कि, "संभव है कि हमारे जीवन ही वह एकमात्र बाइबल हों जिसे लोग पढ़ते हैं।" संसार जानता है कि मसीही विश्वासी संसार के सामान्य लोगों से भिन्न होते हैं। यदि हम झगड़ालू, स्वार्थी और अशिष्ट होंगे तो फिर लोग मसीह यीशु और उस सुसमाचार के बारे में जिसका हम प्रचार करते हैं क्या सोचेंगे?
दूसरों के प्रति सजग रहना, उनका ध्यान रखना जीवन जीने के लिए एक अच्छा आदर्श है, और यदि हम प्रभु यीशु पर आधारित और निर्भर जीवन जीते हैं तो ऐसा करना संभव भी है। साथ ही ऐसा जीवन संसार के सामने प्रत्यक्ष प्रमाण भी है कि प्रभु यीशु ना केवल पाप क्षमा करके उद्धार करता है, वरन जीवन को परिवर्तित भी करता है। - पोह फैंग चिया
आपकी गवाही आपके जीवन चरित्र जितनी ही प्रभावी होती है।
और प्रभु के दास को झगड़ालू होना न चाहिए, पर सब के साथ कोमल और शिक्षा में निपुण, और सहनशील हो। - 2 तिमुथियुस 2:24
बाइबल पाठ: तीतुस 3:1-7
Titus 3:1 लोगों को सुधि दिला, कि हाकिमों और अधिकारियों के आधीन रहें, और उन की आज्ञा मानें, और हर एक अच्छे काम के लिये तैयार रहें।
Titus 3:2 किसी को बदनाम न करें; झगडालू न हों: पर कोमल स्वभाव के हों, और सब मनुष्यों के साथ बड़ी नम्रता के साथ रहें।
Titus 3:3 क्योंकि हम भी पहिले, निर्बुद्धि, और आज्ञा न मानने वाले, और भ्रम में पड़े हुए, और रंग रंग के अभिलाषाओं और सुखविलास के दासत्व में थे, और बैरभाव, और डाह करने में जीवन निर्वाह करते थे, और घृणित थे, और एक दूसरे से बैर रखते थे।
Titus 3:4 पर जब हमारे उद्धारकर्ता परमेश्वर की कृपा, और मनुष्यों पर उसकी प्रीति प्रगट हुई।
Titus 3:5 तो उसने हमारा उद्धार किया: और यह धर्म के कामों के कारण नहीं, जो हम ने आप किए, पर अपनी दया के अनुसार, नए जन्म के स्नान, और पवित्र आत्मा के हमें नया बनाने के द्वारा हुआ।
Titus 3:6 जिसे उसने हमारे उद्धारकर्ता यीशु मसीह के द्वारा हम पर अधिकाई से उंडेला।
Titus 3:7 जिस से हम उसके अनुग्रह से धर्मी ठहरकर, अनन्त जीवन की आशा के अनुसार वारिस बनें।
एक साल में बाइबल:
- यिर्मयाह 3-5
- 1 तिमुथियुस 4
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