अमेरिका में स्थित ह्यूरॉन झील में मिशिगन की ओर स्थित सागीनौ खाड़ी में Charity Island (कृपा द्वीप) सबसे बड़ा द्वीप है। अनेकों वर्षों से उस द्वीप पर एक प्रकाशस्तंभ कार्य कर रहा है और यह द्वीप उस क्षेत्र में जल यात्रा कर रहे लोगों के लिए दिशा निर्देश तथा सुरक्षित बन्दरगाह प्रदान करता है। उस द्वीप को यह नाम इसलिए दिया गया क्योंकि वहाँ के नाविकों का मानना था कि परमेश्वर ने अपनी कृपा में होकर वह द्वीप उनकी भलाई और सहायता लिए वहाँ बनाया है।
हमें भी जीवन में कभी कठिन परिस्थितियों से होकर निकलना पड़ता है; और उन नाविकों के समान हमें भी किसी सुरक्षित स्थान और सही मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है। परमेश्वर के वचन बाइबल में भजन संहिता पुस्तक में हम पाते हैं कि भजनकार ने यह समझ लिया कि परमेश्वर ही है जो अशान्ति में भी शान्ति ला सकता है, और सुरक्षित स्थानों तक पहुँचने के लिए सही मार्गदर्शन प्रदान कर सकता है। भजनकार ने लिखा, "वह आंधी को थाम देता है और तरंगें बैठ जाती हैं। तब वे उनके बैठने से आनन्दित होते हैं, और वह उन को मन चाहे बन्दर स्थान में पहुंचा देता है" (भजन 107:29-30)।
यह सत्य है कि कोई अपने जीवन में आंधियाँ, अशान्ति के समय, देखना नहीं चाहता है; परन्तु न चाहते हुए भी उन परिस्थितियों का सामना हमें करना ही पड़ता है। परन्तु यही आंधियाँ परमेश्वर द्वारा प्रदान की जाने वली सहायता और सुरक्षा के प्रति हमारी सराहना को कई गुणा बढ़ा सकते हैं। उसके निःस्वार्थ प्रेम में हम अपेक्षित सुरक्षित बन्दरगाह पाते हैं; उसके वचन से हम मार्गदर्शन पाते हैं, और उसका पवित्र आत्मा हमारे अंधियारों को ज्योतिर्मय करता है। प्रभु परमेश्वर ही हमारा सदैव सहजता से उपलब्ध "कृपा द्वीप" है। - डेनिस फिशर
हमारा जीवित प्रभु परमेश्वर सदैव हमारा सुरक्षित आश्रय-स्थल रहेगा।
तेरा वचन मेरे पांव के लिये दीपक, और मेरे मार्ग के लिये उजियाला है। - भजन 119:105
बाइबल पाठ: भजन 107:23-32
Psalms 107:23 जो लोग जहाजों में समुद्र पर चलते हैं, और महासागर पर हो कर व्यापार करते हैं;
Psalms 107:24 वे यहोवा के कामों को, और उन आश्चर्यकर्मों को जो वह गहिरे समुद्र में करता है, देखते हैं।
Psalms 107:25 क्योंकि वह आज्ञा देता है, वह प्रचण्ड बयार उठ कर तरंगों को उठाती है।
Psalms 107:26 वे आकाश तक चढ़ जाते, फिर गहराई में उतर आते हैं; और क्लेश के मारे उनके जी में जी नहीं रहता;
Psalms 107:27 वे चक्कर खाते, और मत वाले के समान लड़खड़ाते हैं, और उनकी सारी बुद्धि मारी जाती है।
Psalms 107:28 तब वे संकट में यहोवा की दोहाई देते हैं, और वह उन को सकेती से निकालता है।
Psalms 107:29 वह आंधी को थाम देता है और तरंगें बैठ जाती हैं।
Psalms 107:30 तब वे उनके बैठने से आनन्दित होते हैं, और वह उन को मन चाहे बन्दर स्थान में पहुंचा देता है। Psalms 107:31 लोग यहोवा की करूणा के कारण, और उन आश्चर्यकर्मों के कारण जो वह मनुष्यों के लिये करता है, उसका धन्यवाद करें।
Psalms 107:32 और सभा में उसको सराहें, और पुरनियों के बैठक में उसकी स्तुति करें।
एक साल में बाइबल:
- यिर्मयाह 46-47
- इब्रानियों 6
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