मेरी सास की मृत्यु के पश्चात, मेरी पत्नि और
मैंने उनके घर की एक अलमारी में रखे एक पैसे के सिक्कों से भरा एक डिब्बा पाया।
उन्हें सिक्के जमा करने का शौक नहीं था; परन्तु वे उस समय की थीं जब ये सिक्के
प्रचलित थे, और उन्होंने उपयोग के लिए कुछ एकत्रित कर लिए थे। उनमें से कुछ सिक्के
बहुत अच्छी हालत में हैं; और अन्य इतने अच्छे हाल में नहीं हैं, उनका आकार बिगड़
गया है और वे भद्दे हो गए हैं। कुछ इतने घिस गए हैं और धुंधले पड़ गए हैं कि उन पर
छपे हुए को कठिनाई से ही देखा जा सकता है। यद्यपि आजकल एक पैसे की कोई कीमत नहीं
है, और अधिकांश लोग उन्हें बेकार समझते हैं, परन्तु अपने समय में उस एक सिक्के से
एक अखबार खरीदा जा सकता था; और, वे चाहे घिसे और बिगड़े हुए ही क्यों न हों, फिर भी
सिक्के संग्रह करने वाले आज भी उनमें कुछ कीमत पाते हैं।
संभव है कि आप अपने आप को भद्दा, घिसा हुआ,
पुराना, या अनुपयोगी समझते हों; परन्तु परमेश्वर आप में फिर भी कुछ मूल्यवान देखता
है। इस सृष्टि के सृष्टिकर्ता को आपकी आवश्यकता है – आपके मस्तिष्क, या शरीर, या
कपड़ों, या उपलब्धियों, या व्यक्तित्व, अथवा आपकी अन्य किसी वस्तु के लिए नहीं, वरन
इसलिए क्योंकि आप एकमात्र हैं, आपके जैसा कोई और है ही नहीं! वह आपको अपना बनाने
के लिए किसी भी सीमा तक जा सकता है, आपके लिए कोई भी कीमत चुका सकता है “क्योंकि
दाम देकर मोल लिये गए हो, इसलिये अपनी देह के
द्वारा परमेश्वर की महिमा करो” (1 कुरिन्थियों 6:20)।
वास्तविकता यही है कि उसने ऐसा कर भी दिया है।
वह स्वर्ग छोड़ कर पृथ्वी पर आ गया, और आपके उद्धार के लिए अपने आप को क्रूस पर
बलिदान कर दिया (रोमियों 5:6, 8-9)। उसका यह अपने आप को बलिदान करने के लिए स्वर्ग
की महिमा को छोड़ कर आना, आपके प्रति उसके प्रेम का, उसकी दृष्टि में आपकी कीमत का सूचक है। आप उसकी दृष्टि में बहुमूल्य हैं; वह
आप से बहुत प्रेम करता है। - डेविड रोपर
प्रभु
यीशु का बलिदान, आपके लिए परमेश्वर के प्रेम का सूचक है।
क्योंकि
परमेश्वर ने जगत से ऐसा प्रेम रखा कि उसने अपना एकलौता पुत्र दे दिया,
ताकि जो कोई उस पर विश्वास करे, वह नाश न हो,
परन्तु अनन्त जीवन पाए। - यूहन्ना 3:16
बाइबल
पाठ: रोमियों 5:6-11
Romans
5:6 क्योंकि जब हम निर्बल ही थे, तो मसीह ठीक
समय पर भक्तिहीनों के लिये मरा।
Romans
5:7 किसी धर्मी जन के लिये कोई मरे, यह तो
र्दुलभ है, परन्तु क्या जाने किसी भले मनुष्य के लिये कोई
मरने का भी हियाव करे।
Romans
5:8 परन्तु परमेश्वर हम पर अपने प्रेम की भलाई इस रीति से प्रगट
करता है, कि जब हम पापी ही थे तभी मसीह हमारे लिये मरा।
Romans
5:9 सो जब कि हम, अब उसके लोहू के कारण धर्मी
ठहरे, तो उसके द्वारा क्रोध से क्यों न बचेंगे?
Romans
5:10 क्योंकि बैरी होने की दशा में तो उसके पुत्र की मृत्यु के
द्वारा हमारा मेल परमेश्वर के साथ हुआ फिर मेल हो जाने पर उसके जीवन के कारण हम
उद्धार क्यों न पाएंगे?
Romans 5:11 और केवल यही नहीं,
परन्तु हम अपने प्रभु यीशु मसीह के द्वारा जिस के द्वारा हमारा मेल
हुआ है, परमेश्वर के विषय में घमण्ड भी करते हैं।
एक साल में बाइबल:
- उत्पत्ति 27-28
- मत्ती 8:18-34
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