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सोमवार, 29 अक्टूबर 2018

प्रार्थना



      हमारे शहर के एक व्यक्ति, एलेन ननिंगा के देहांत होने पर छापी गई उनकी निधन-सूचना में उन्हें “सर्वप्रथम, मसीह का एक समर्पित गवाह” कहा गया। उनके पारिवारिक जीवन और जीविका-कार्य के वर्णन के उपरान्त, उस लेख में उनके लगभग एक दशक तक बिगड़ते चले आ रहे स्वास्थ्य के बारे में बताया गया, और लेख के अन्त में लिखा हुआ था, “उनके बारम्बार अस्पताल में भर्ती होते रहने और वहाँ जो गवाही उन्होंने रखी, उसके कारण उन्हें ‘प्रार्थना करते रहने वाला मरीज़’ उपनाम मिला।” अन्य मरीजों के लिए की गई उनकी सेवा, और अपने कष्टों के बावजूद, अपने चारों ओर विद्यमान अन्य लोगों के दुखों में उनके लिए प्रार्थनाएं करने के कारण वे अस्पताल में इस उपनाम से जाने जाते थे।

      परमेश्वर के वचन बाइबल में हम देखते हैं कि यहूदा इस्करियोती द्वारा धोखा देकर पकड़वाए जाने के कुछ ही घंटे पहले प्रभु यीशु ने अपने शिष्यों के लिए प्रार्थना की, और उस प्रार्थना में कहा, “मैं आगे को जगत में न रहूंगा, परन्तु ये जगत में रहेंगे, और मैं तेरे पास आता हूं; हे पवित्र पिता, अपने उस नाम से जो तू ने मुझे दिया है, उन की रक्षा कर, कि वे हमारे समान एक हों” (यूहन्ना 17:11)। यह जानते हुए भी कि उनके साथ कुछ ही समय में क्या होने जा रहा है, प्रभु ने अपनी नहीं, अपने शिष्यों और मित्रों तथा अन्य लोगों की चिंता की।

      अपनी बीमारी और परेशानी में हम औरों की प्रार्थनाओं के लालायित रहते हैं। वे प्रार्थनाएं हमें प्रोत्साहित करती हैं, हमारी सहायता करती हैं। परन्तु अपने प्रभु परमेश्वर के समान, हम भी अपने चारों ओर के लोगों की आवश्यकताओं के लिए प्रार्थना करें। - डेविड मैक्कैस्लैंड


हमारी परेशानियां हमारी प्रार्थनाओं में औरों के लिए प्रेम और सहानुभूति भर सकती हैं।

निरन्‍तर प्रार्थना मे लगे रहो। - 1 थिस्सलुनीकियों 5:17

बाइबल पाठ: यूहन्ना 17:6-19
John 17:6 मैं ने तेरा नाम उन मनुष्यों पर प्रगट किया जिन्हें तू ने जगत में से मुझे दिया: वे तेरे थे और तू ने उन्हें मुझे दिया और उन्होंने तेरे वचन को मान लिया है।
John 17:7 अब वे जान गए हैं, कि जो कुछ तू ने मुझे दिया है, सब तेरी ओर से है।
John 17:8 क्योंकि जो बातें तू ने मुझे पहुंचा दीं, मैं ने उन्हें उन को पहुंचा दिया और उन्होंने उन को ग्रहण किया: और सच सच जान लिया है, कि मैं तेरी ओर से निकला हूं, और प्रतीति कर ली है कि तू ही ने मुझे भेजा।
John 17:9 मैं उन के लिये बिनती करता हूं, संसार के लिये बिनती नहीं करता हूं परन्तु उन्‍हीं के लिये जिन्हें तू ने मुझे दिया है, क्योंकि वे तेरे हैं।
John 17:10 और जो कुछ मेरा है वह सब तेरा है; और जो तेरा है वह मेरा है; और इन से मेरी महिमा प्रगट हुई है।
John 17:11 मैं आगे को जगत में न रहूंगा, परन्तु ये जगत में रहेंगे, और मैं तेरे पास आता हूं; हे पवित्र पिता, अपने उस नाम से जो तू ने मुझे दिया है, उन की रक्षा कर, कि वे हमारे समान एक हों।
John 17:12 जब मैं उन के साथ था, तो मैं ने तेरे उस नाम से, जो तू ने मुझे दिया है, उन की रक्षा की, मैं ने उन की चौकसी की और विनाश के पुत्र को छोड़ उन में से काई नाश न हुआ, इसलिये कि पवित्र शास्त्र की बात पूरी हो।
John 17:13 परन्तु अब मैं तेरे पास आता हूं, और ये बातें जगत में कहता हूं, कि वे मेरा आनन्द अपने में पूरा पाएं।
John 17:14 मैं ने तेरा वचन उन्हें पहुंचा दिया है, और संसार ने उन से बैर किया, क्योंकि जैसा मैं संसार का नहीं, वैसे ही वे भी संसार के नहीं।
John 17:15 मैं यह बिनती नहीं करता, कि तू उन्हें जगत से उठा ले, परन्तु यह कि तू उन्हें उस दुष्‍ट से बचाए रख।
John 17:16 जैसे मैं संसार का नहीं, वैसे ही वे भी संसार के नहीं।
John 17:17 सत्य के द्वारा उन्हें पवित्र कर: तेरा वचन सत्य है।
John 17:18 जैसे तू ने जगत में मुझे भेजा, वैसे ही मैं ने भी उन्हें जगत में भेजा।
John 17:19 और उन के लिये मैं अपने आप को पवित्र करता हूं ताकि वे भी सत्य के द्वारा पवित्र किए जाएं।


एक साल में बाइबल: 
  • यिर्मयाह 18-19
  • 2 तिमुथियुस 3



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