मेरा
परिचित जन, जो वित्तीय सलाहकार का कार्य करता है, धन निवेश करने की वास्तविकता के
बारे में एक तथ्य बताता है। वह कहता है, “सर्वोत्तम की आशा रखो किन्तु सर्वाधिक
हानि के लिए तैयार रहो।” जीवन में हम जितने भी निर्णय करते हैं , उन सब के साथ
अंतिम परिणाम के विषय कुछ न कुछ अनिश्चितता जुड़ी ही रहती है। परन्तु फिर भी एक
मार्ग है जिसका अनुसरण कर के हम कभी हानि में नहीं रहेंगे, हमारा प्रयास कभी
व्यर्थ नहीं जाएगा; वह मार्ग है प्रभु यीशु मसीह को उद्धारकर्ता स्वीकार करके अपना
जीवन उसे समर्पित कर देना।
परमेश्वर
के वचन बाइबल में प्रेरित पौलुस ने भ्रष्ट और अनैतिक आचरण के लिए कुख्यात कोरिन्थ
शहर में मसीह यीशु के अनुयायियों के साथ एक वर्ष बिताया। वहाँ से जाने के पश्चात,
उसने उन्हें लिखे एक पत्र द्वारा प्रोत्साहित किया कि वे निराश न हों और यह न
समझें कि मसीह यीशु के लिए उनके जीवन की गवाही व्यर्थ रही है। पौलुस ने उन्हें
आश्वस्त किया कि वह दिन आ रहा है जब प्रभु यीशु लौट कर आएगा और तब मृत्यु भी
पराजित हो जाएगी (1 कुरिन्थियों 15:52-55)।
प्रभु
यीशु के प्रति वफादार बने रहना कठिन, निराशाजनक, और खतरनाक तो हो सकता है, परन्तु
कभी व्यर्थ और निर्थक नहीं होगा। हम जब प्रभु के साथ चलते हैं, हमारे जीवनों में
कार्यकारी उसकी उपस्थिति और सामर्थ्य की गवाही देते हैं, तो हमारे जीवन व्यर्थ
नहीं हैं! हम इसके विषय भरोसा रख सकते हैं। - डेविड मैक्कैस्लैंड
प्रभु यीशु मसीह के विषय हमारा जीवन और
गवाही व्यर्थ नहीं है।
क्योंकि हम जीते जी सर्वदा यीशु के कारण
मृत्यु के हाथ में सौंपे जाते हैं कि यीशु का जीवन भी हमारे मरनहार शरीर में प्रगट
हो। - 2 कुरिन्थियों 4:11
बाइबल पाठ: 1 कुरिन्थियों 15:50-58
1 Corinthians 15:50
हे भाइयों, मैं यह कहता हूं कि मांस और लोहू परमेश्वर के
राज्य के अधिकारी नहीं हो सकते, और न विनाश अविनाशी का
अधिकारी हो सकता है।
1 Corinthians 15:51
देखे, मैं तुम से भेद की बात कहता हूं: कि हम सब तो नहीं
सोएंगे, परन्तु सब बदल जाएंगे।
1 Corinthians 15:52
और यह क्षण भर में, पलक मारते ही पिछली तुरही फूंकते ही
होगा: क्योंकि तुरही फूंकी जाएगी और मुर्दे अविनाशी दशा में उठाए जांएगे, और हम बदल जाएंगे।
1 Corinthians 15:53
क्योंकि अवश्य है, कि यह नाशमान देह अविनाश को पहिन ले,
और यह मरनहार देह अमरता को पहिन ले।
1 Corinthians 15:54
और जब यह नाशमान अविनाश को पहिन लेगा, और यह मरनहार अमरता को
पहिन लेगा, तब वह वचन जो लिखा है, पूरा
हो जाएगा, कि जय ने मृत्यु को निगल लिया।
1 Corinthians 15:55
हे मृत्यु तेरी जय कहां रही?
1 Corinthians 15:56
हे मृत्यु तेरा डंक कहां रहा? मृत्यु का डंक पाप है; और पाप का बल व्यवस्था है।
1 Corinthians 15:57
परन्तु परमेश्वर का धन्यवाद हो, जो हमारे प्रभु यीशु मसीह के
द्वारा हमें जयवन्त करता है।
1 Corinthians 15:58
सो हे मेरे प्रिय भाइयो, दृढ़ और अटल रहो, और प्रभु के काम में सर्वदा बढ़ते जाओ, क्योंकि यह
जानते हो, कि तुम्हारा परिश्रम प्रभु में व्यर्थ नहीं है।
एक साल में बाइबल:
- निर्गमन 9-11
- मत्ती 15:21-39
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