ई-मेल संपर्क / E-Mail Contact

इन संदेशों को ई-मेल से प्राप्त करने के लिए अपना ई-मेल पता इस ई-मेल पर भेजें / To Receive these messages by e-mail, please send your e-mail id to: rozkiroti@gmail.com

रविवार, 27 जनवरी 2019

अप्रत्यक्ष



      परमेश्वर के वचन बाइबल की कहानियाँ हमें रुक कर विचार करवा सकती हैं। उदाहरण के लिए, जब मूसा परमेश्वर के लोगों को प्रतिज्ञा किए हुए देश में लेकर जा रहा था, और अमालेकियों ने उन पर हमला किया, तो मूसा को कैसे पता चला कि उसे पहाड़ पर चढ़कर परमेश्वर की लाठी को ऊँचा उठाना है (निर्गमन 17:8-15)? हमें इसका उत्तर बताया तो नहीं गया है, परन्तु हम देखते हैं कि युद्ध के समय में जब मूसा अपने हाथों को उठाए रहता था, तो इस्राएली युद्ध जीतते रहते थे, और जब वह हाथ नीचे कर लेता था तो अमालेकी विजयी होने लगते थे। जब मूसा थक गया तो उसका भाई हारून, और एक अन्य पुरुष, हूर, ने मूसा के हाथों को उठाए रखा, जिससे इस्राएली युद्ध में विजयी हो सके।

      बाइबल में हम हूर के विषय में कुछ विशेष लिखा हुआ नहीं पाते हैं, परन्तु इस्राएल के इतिहास में इस समय पर उसने एक बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। यह हमें स्मरण करवाता है कि परमेश्वर के कार्य और राज्य में अप्रत्यक्ष लोगों की भी बहुत महत्वपूर्ण और आवश्यक भूमिका है – ऐसे लोग जो नेतृत्व करने वाले अगुवों की सहायता करते हैं, उन्हें प्रोत्साहित करते हैं, किन्तु स्वयँ कभी सामने नहीं आते हैं। इतिहास की पुस्तकों में अगुवों का उल्लेख आता है, समाज उनके नेतृत्व और कार्यों की बड़ाई करता है। परन्तु शांति से अप्रत्यक्ष रहकर कार्य करते रहने वालों को परमेश्वर कभी नज़रंदाज़ नहीं करता है, उन्हें उनका प्रतिफल देता है। परमेश्वर अपने उस जन का ध्यान करता है जो प्रतिदिन उसके सम्मुख अपने परिवार और मित्रों के लिए प्रार्थना में मध्यस्थता करता है। उसे उस कार्यकर्ता की सुधि रहती है जो प्रति इतवार, चर्च से पहले और बाद में चर्च को साफ़ और व्यवस्थित करते हैं। परमेश्वर को उस पड़ौसी का ध्यान रहता है जो प्रोत्साहन तथा सहायता के साथ अपने पड़ौसी की ओर हाथ बढ़ाता है।

      परमेश्वर हम मसीही विश्वासियों को अपनी सेवकाई और महिमा के लिए उपयोग करता है, चाहे हमें हमारा योगदान महत्वपूर्ण न भी लगे। इसलिए आप जिस भी अप्रत्यक्ष नायक को जानते हैं, उसके प्रति धन्यवादी और प्रोत्साहक रहिए। - एमी बाउचर पाई


परमेश्वर के सामने अप्रत्यक्ष नायक भी प्रत्यक्ष बने रहते हैं।

हे नवयुवकों, तुम भी प्राचीनों के आधीन रहो, वरन तुम सब के सब एक दूसरे की सेवा के लिये दीनता से कमर बान्‍धे रहो, क्योंकि परमेश्वर अभिमानियों का साम्हना करता है, परन्तु दीनों पर अनुग्रह करता है। इसलिये परमेश्वर के बलवन्‍त हाथ के नीचे दीनता से रहो, जिस से वह तुम्हें उचित समय पर बढ़ाए। और अपनी सारी चिन्‍ता उसी पर डाल दो, क्योंकि उसको तुम्हारा ध्यान है। - 1 पतरस 5: 5-7

बाइबल पाठ: निर्गमन 17:8-15
Exodus 17:8 तब अमालेकी आकर रपीदीम में इस्राएलियों से लड़ने लगे।
Exodus 17:9 तब मूसा ने यहोशू से कहा, हमारे लिये कई एक पुरूषों को चुनकर छांट ले, और बाहर जा कर अमालेकियों से लड़; और मैं कल परमेश्वर की लाठी हाथ में लिये हुए पहाड़ी की चोटी पर खड़ा रहूंगा।
Exodus 17:10 मूसा की इस आज्ञा के अनुसार यहोशू अमालेकियों से लड़ने लगा; और मूसा, हारून, और हूर पहाड़ी की चोटी पर चढ़ गए।
Exodus 17:11 और जब तक मूसा अपना हाथ उठाए रहता था तब तक तो इस्राएल प्रबल होता था; परन्तु जब जब वह उसे नीचे करता तब तब अमालेक प्रबल होता था।
Exodus 17:12 और जब मूसा के हाथ भर गए, तब उन्होंने एक पत्थर ले कर मूसा के नीचे रख दिया, और वह उस पर बैठ गया, और हारून और हूर एक एक अलंग में उसके हाथों को सम्भाले रहें; और उसके हाथ सूर्यास्त तक स्थिर रहे।
Exodus 17:13 और यहोशू ने अनुचरों समेत अमालेकियों को तलवार के बल से हरा दिया।
Exodus 17:14 तब यहोवा ने मूसा से कहा, स्मरणार्थ इस बात को पुस्तक में लिख ले और यहोशू को सुना दे, कि मैं आकाश के नीचे से अमालेक का स्मरण भी पूरी रीति से मिटा डालूंगा।
Exodus 17:15 तब मूसा ने एक वेदी बनाकर उसका नाम यहोवानिस्सी रखा;
                                                                                                                                                        
एक साल में बाइबल: 
  • निर्गमन 16-18
  • मत्ती 18:1-20



कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें